शहर की शांति की आवो हवा में युवा कांग्रेस नेताओं ने लगाये ग्रहण और घोल रहे जहर
*पीड़ित परिवार ने जताई नाराजगी, खुलेआम घूम रहे आरोपी, परिवार असुरक्षित*
उमरिया
जिले में आज युवा कांग्रेस के जिला अध्यक्ष बृजेंद्र सिंह गहरवार और उनके साथियों पर दंगाई गतिविधियों का आरोप लगाया गया है। दो पक्षों के बीच हुए इस विवाद ने जिले में तनावपूर्ण माहौल पैदा कर दिया है। आइए पूरे घटनाक्रम को विस्तार से समझते हैं। घटना का आरंभ दो पक्षों के बीच विवाद उमरिया के नए बस स्टैंड में दो पक्षों के बीच आपसी झगड़ा अचानक हिंसक हो गया। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, झगड़े की शुरुआत एक मामूली बहस से हुई, लेकिन देखते ही देखते यह गाली-गलौज और मारपीट में बदल गई। दंगाई गतिविधियों के आरोपी कौन हैं जिम्मेदार कौन हैं। महफूज अली आत्मज दिलदार हुसैन निवासी हनुमान ताल जबलपुर जिला जबलपुर म.प्र. ने आरोप लगाया कि युवा कांग्रेस जिला अध्यक्ष बृजेंद्र सिंह गहरवार और उनके साथियों ने रंगदारी और गुंडागर्दी के उद्देश्य से इस झगड़े को उकसा कर अंजाम दिया गया। गाली-गलौज और हिंसक हमले का दावा प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, झगड़े के दौरान गाली-गलौज और जान से मारने की धमकियां दी गईं। बृजेंद्र गहरवार उर्फ अब्बू सिंह निवासी धावड़ा कालोनी उमरिया और उनके समर्थकों पर लाठी-डंडों और हथियारों का इस्तेमाल करने का भी आरोप लगाया गया है। महफूज अली आत्मज दिलदार हुसैन निवासी हनुमान ताल जबलपुर जिला जबलपुर म.प्र.का हूं मेरे दोनों पुत्र हैदर अली एवं शेर अली के साथ वे बस स्टैंड पर सामान्य पेंटिग का काम करते है। इसी दौरान आज बृजेंद्र सिंह गहरवार अपने साथियों के साथ पहुंचे और लड़ाई-झगड़े की शुरुआत कर दी। जिसकी सूचना मिलने पर उमरिया पुलिस जांच में जुटी।
*पीड़ित परिवार ने जताई नाराजगी*
बस स्टैंड विवाद में प्रशासन पर एकपक्षीय कार्रवाई का आरोप लग रहा है। पीड़ित परिवार ने दावा किया है कि उन्हें न्याय नहीं मिल रहा है, जबकि आरोपी खुलेआम घूम रहे हैं। परिवार का कहना है कि प्रशासन द्वारा दोषियों पर कार्रवाई न करने से उनका विश्वास टूट रहा है।
*खुलेआम घूम रहे आरोपी, परिवार असुरक्षित*
घटना के मुख्य आरोपी युवा कांग्रेस नेता बृजेंद्र सिंह गहरवार और उनके साथियों के ऊपर अब तक पुलिस की कोई कार्यवाही नहीं की गई हैं। पीड़ित पक्ष का कहना है कि आरोपियों को राजनीतिक संरक्षण मिल रहा है, जिससे वे खुलेआम घूम रहे हैं और उनका हौसला बुलंद है एवं पीड़ित परिवार को धमकियां दे रहे हैं। पीड़ित परिवार के सदस्य डरे हुए हैं और उन्हें अपनी जान का खतरा महसूस हो रहा है। न्याय की गुहार निष्पक्ष जांच की मांग पीड़ित परिवार ने प्रशासन से निष्पक्ष जांच की मांग की है। उनका कहना है कि सीसीटीवी फुटेज और गवाहों के बावजूद आरोपियों पर कोई सख्त कार्रवाई नहीं हो रही है। उन्होंने प्रशासन से अपील की है कि मामले को राजनीति से अलग रखकर दोषियों को गिरफ्तार किया जाए और उन्हें न्याय दिलाया जाए। इस घटना ने जिले में कानून-व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं। प्रशासन की निष्पक्षता सुनिश्चित करना ही पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने का एकमात्र रास्ता है।
*सीसीटीवी फुटेज से क्या हुआ खुलासा*
घटना के बाद बस स्टैंड पर लगे सीसीटीवी कैमरों की जांच की। फुटेज में बृजेंद्र सिंह गहरवार और उनके साथियों को विवाद स्थल पर आक्रामक व्यवहार करते हुए देखा गया। प्रत्यक्षदर्शियों और फुटेज के अनुसार, उन्होंने पीड़ित पक्ष पर दबाव डालने की कोशिश की और माहौल को हिंसक बना दिया। फुटेज में दिखा हिंसक व्यवहार फुटेज में बृजेंद्र सिंह और उनके साथी हाथ में डंडे और हथियार जैसे सामान लिए नजर आए। दूसरे पक्ष को धमकाते हुए देखे गए। इसके अलावा, मारपीट की पुष्टि भी फुटेज में साफ होती है। सीसीटीवी सबूत मिलने के बाद पुलिस ने मामले की जांच तेज की जा सकती है। पुलिस का कहना है कि कानून के दायरे में रहकर दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी। बृजेंद्र सिंह गहरवार और उनके साथियों ने पैसे वसूलने और डराने-धमकाने के इरादे से झगड़ा शुरू किया। इस घटना के बाद स्थानीय जनता में भय और डर का माहौल है। प्रशासन से गुंडागर्दी पर सख्त कार्रवाई की मांग की है। कहना है कि इस तरह की घटनाएं जिले की शांति और सुरक्षा को खतरा पहुंचा रही हैं। ऐसे नेताओं के कारण जिले में कानून-व्यवस्था बिगड़ रही है।