बस ऑटो में जबरदस्त टक्कर, 3 की मौत, 5 घायल अस्पताल में भर्ती


अनूपपुर


बस ऑटो में जबरदस्त टक्कर, 3 की मौत, 5 घायल अस्पताल में भर्ती

अनूपपुर

कोतवाली थाना क्षेत्र के किरर गांव में बस और ऑटो की जोरदार भिड़ंत से ऑटो में सवार दो महिला एवं एक पुरूष की मौके पर ही मृत्यु हो गई। वहीं 5 घायलों को जिला चिकित्सालय में भर्ती कराया गया हैं। घटना की सूचना पर कलेक्टर हर्षल पंचोली एवं पुलिस अधीक्षक मोती उर रहमान जिला चिकित्सालय पहुंच कर घायलों का हालचाल जाना और चिकित्साको को इलाज के निर्देश दिये।

जानकारी अनुसार सुबह 11 बजे नफीस बस क्रमांक एमपी 18 जेड एफ 9786 जो शहडोल से डिंडौरी जा रहीं थी इसी दौरान ग्राम किरर के पास ऑटो क्रमांक एमपी 65 जेडबी 3401 ग्राम बडहर से अनूपपुर आ रहा जो सीधे बस से जा टकराया ऑटो में 8 लोग सवार थे घटना में 3 लोगों की मौक पर ही मृत्यु हो गई। वहीं 4 घायलों के नाम समाने आये हैं। जबकि घायलो की संख्याा 5 बताई जा रहीं हैं। मृतकों में मोहवती सिंह गोड़ पति जगन्नाथ सिंह उम्र 40 वर्ष, निवासी ग्राम बरहर अनूपपुर, सुखिया बाई गोड़ पति मोतीलाल सिंह गोड़ उम्र 50 वर्ष ग्राम भमरहा, राजेन्द्रग्राम, रामकुमार सिंह गोड़ पिता दशरथ सिंह गोड़ उम्र 40 वर्ष ग्राम बड़हर अनूपपुर हैं। घायलों में 65 वर्षीय माधव सिंह पिता रामा, अमित चौधरी पिता कतकु, दुगावती पति बालकरण गोड तीनो निवासी ग्राम बड़हर 45 वर्षीय छोटेलाल उर्फ लल्लू यादव ग्राम पिता कठा ग्राम खोह एवं राजबती निवासी धनपुरी शहडोल निवासी को जिला चिकित्सालय में भर्ती कराया गया हैं। जहां इलाज जारी हैं। पुलिस मार्ग कायम कर पूरे मामले कि जांच में जुट गयी है। नफीस बस ड्राइवर सत्तार अहमद पिता फारुन अहमद उम्र 65 वर्ष निवासी वार्ड़ न. 12 नरेंद्रनगर रीवा को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। यह हादसा किस वजह से हुआ पुलिस की जांच के बाद सच सामने आ जायेगा।

वैश्विक अध्यात्म-पटल पर जबलपुर का नाम गौरवान्वित संतोष मिश्र "असाधु " सम्मानित


जबलपुर

मध्य प्रदेश पावर मैनेजमेंट कंपनी जबलपुर मुख्यालय में  जनरल मैनेजर के पद पर पदस्थ तथा प्रसिद्ध धार्मिक चिंतक, प्रगतिशील लेखक एवं  आध्यात्मिक विषयों के विशेषज्ञ संतोष कुमार मिश्र "असाधु" द्वारा " समुद्र लांघने हेतु केवल हनुमान जी ही सक्षम क्यों " विषय पर अपना शोध पत्र प्रस्तुत किया गया जिसे श्री राम चरित भवन , ह्यूस्टन (अमेरिका ) द्वारा दिनांक 02 से 05 अप्रैल 2025 तक आयोजित हुए चार-दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय स्तर के भव्य कार्यक्रम में सात जजों की टीम के द्वारा संयुक्त रूप से " सर्वोत्कृष्ट शोध पेपर  "  की  घोषणा करते हुए रुपए 5100/- का कैश अवार्ड देकर सम्मानित किया गया।

संतोष कुमार मिश्र "असाधु" द्वारा उक्त विषय पर अपना व्याख्यान भी दिया गया।  इस शोध पत्र में यह गूढ़ रहस्य भी उद्घाटित किया गया कि जिस सागर को देवताओं और असुरों ने मिलकर तथा अपने अथक परिश्रम से कई दिनों तक समुद्र मंथन कर के अमृत तत्व हासिल किया, उसी अमृत तत्व को  हनुमान जी ने अपने बल, बुद्धि एवं विवेक के द्वारा अकेले ही खोज निकाला। 

मात्र 100 योजन लम्बाई वाले उस समुद्र को जामवंत, अंगद, नील और द्विविद जैसे महाबलशाली वानर और रीछ आखिरकार पार करने में अपनें आप को क्यों नहीं सक्षम पा रहे हैं, इस संबंध में श्री मिश्र जी द्वारा की गई सूक्ष्म विवेचना एवं उनके समर्थन में प्रस्तुत किये गये वैज्ञानिक तथ्यों  के अभूतपूर्व ,अत्यंत रोचक, गूढ़ और प्रामाणिकता पूर्ण होने के कारण उक्त अधिवेशन में उपस्थित विद्वतजनों द्वारा इसकी भूरि-भूरि प्रशंसा और सराहना की गई।

ज्ञातव्य हो कि विगत दिनों ओरछा तथा भोपाल में भी वृहद अंतर्राष्ट्रीय स्तर के आयोजित हुए कार्यक्रम जिसमें विदेश के साथ-साथ इस देश के विभिन्न भागों से तथा प्रतिष्ठित  विद्वानों , शोधार्थी और जनप्रतिनिधि भारी संख्या में व्यक्तिगत रूप से उपस्थित रहकर अपनी-अपनी प्रतिभागिता दर्ज कराई गई थी, उक्त दोनों कार्यक्रमों में संतोष कुमार मिश्र "असाधु" द्वारा वैश्विक स्तर पर जबलपुर का नाम गौरवान्वित किया गया था ।

इस कार्यक्रम का यू ट्यूब चैनल के माध्यम से देश-विदेश में सीधा प्रसारण किया गया जिसमें कई प्रसिद्ध धार्मिक , सामाजिक तथा मूर्धन्य विद्वानों ने अपनी गरिमामय उपस्थिति एवं प्रतिभागिता दर्ज कराई गई । डॉ ओम गुप्ता जी के निर्देशन में यह कार्यक्रम सफलता पूर्वक संपन्न हुआ ।

संतोष कुमार मिश्रा "असाधु" द्वारा प्रस्तुत यह शोध-पत्र उनके रामायण विषय पर सतत गहन अध्ययन और समाज में व्याप्त विभिन्न संशयों के निर्मूलन के उद्देश्य के साथ-साथ इस विश्व में धार्मिक जागरण एवं आपसी समन्वय स्थापित करने के परिप्रेक्ष्य में प्रस्तुत किया गया। 

ज्ञातव्य हो कि इसके पूर्व भी संतोष मिश्र को रामायण विषय पर राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय स्तर के आयोजित हुए अनेक कार्यक्रमों में सार्वजनिक रूप से सम्मानित किया जाता रहा है। इस सम्मान से जबलपुर नगर का नाम पुनः अंतर्राष्ट्रीय पटल पर गौरवान्वित हुआ है। इस उपलब्धि पर श्री मिश्र को उनके मित्र,विभाग के सहकर्मियों , शुभचिंतकों तथा अन्य साहित्यिक तथा सामाजिक संस्थाओं द्वारा बधाई और शुभकामनाएं दी गई है। कवि संगम त्रिपाठी संस्थापक प्रेरणा हिंदी प्रचारिणी सभा ने बधाई दी व कहा कि यह संस्कारधानी जबलपुर के लिए गौरव का विषय है।

शिवरीनारायण से जौनपुर की यात्रा पर निकले सद्गुरुदेव का हुआ स्वागत 


अनूपपुर

शिवरीनारायण से जौनपुर की पुण्य यात्रा पर निकले परम पूज्य सद्गुरुदेव श्री का जब अनूपपुर आगमन हुआ, तो नगर में भक्ति और श्रद्धा का सागर उमड़ पड़ा। उनके स्वागत में हजारों श्रद्धालु जन एकत्र हुए और “सद्गुरु श्री की जय” के गगनभेदी नारों से संपूर्ण वातावरण गुंजायमान हो उठा। भक्तों ने प्रेम, भक्ति और आत्मीयता से अपने आराध्य सद्गुरु श्री का पारंपरिक रूप से तिलक, पुष्पवर्षा और माल्यार्पण कर भावपूर्ण स्वागत किया। गुरुकृपा की उस अनुपम अनुभूति से हर चेहरा आह्लादित और हृदय भक्ति से भावविभोर दिखा। इस अवसर पर अनेक श्रद्धालुओं ने सद्गुरु श्री के चरणों में नतमस्तक होकर आशीर्वाद प्राप्त किया। कार्यक्रम के दौरान सद्गुरु श्री ने भी भक्तों को आशीर्वचनों से लाभान्वित किया और आध्यात्मिक साधना, सेवा और समर्पण के महत्व को रेखांकित किया। स्थानीय आयोजन समिति के पदाधिकारियों ने बताया कि सद्गुरु श्री का यह आगमन नगरवासियों के लिए एक पुण्य अवसर है और इसकी स्मृति सदैव हृदय में संजोई जाएगी। गौरतलब है कि सद्गुरु श्री की यह यात्रा धार्मिक, आध्यात्मिक और सांस्कृतिक चेतना के प्रचार-प्रसार हेतु हो रही है, जिससे देशभर में सत्संग, सेवा और मानवता का संदेश पहुँचे।

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