विद्यालयो के बच्चों की प्रतिभा को दबाने की साजिश, नही कराए जा रहे है कार्यक्रम, कार्यवाही की मांग
विद्यालयो के बच्चों की प्रतिभा को दबाने की साजिश, नही कराए जा रहे है कार्यक्रम, कार्यवाही की मांग
अनूपपुर
संध्या संस्कृत कमेटी के महासचिव नूर मोहम्मद तन्हा ने बताया है कि ग्राम पंचायत बदरा द्वारा सन 2004 से अभी तक संध्या संस्कृत कमेटी के द्वारा बदरा पकरिया सकोल में जितने भी शासकीय अर्ध शासकीय एवं प्राइवेट विद्यालय हैं, उनके छात्र-छात्राओं के द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम संपन्न कराया जाता रहा है, कमेटी द्वारा ऐसे सामाजिक कर करने का मतलब सिर्फ छात्र-छात्राओं में सामाजिक, राजनीतिक, आर्थिक, सांस्कृतिक बौद्ध को बढ़ाना है, जिन बच्चों को अपनी प्रतिभा को समाज के सामने लाने के लिए अवसर नहीं मिलता है, उन बच्चों को एक सांस्कृतिक मंच देकर उनकी प्रतिभा को सामने लाने का कार्य कमेटी करती है, कमेटी का यही मुख्य उद्देश्य रहा है, इसका लाभ भी अनेक बच्चों को अपनी प्रतिभा को दिखाने का अवसर कई मंच पर मिला है, सन 2025 में 4 जनवरी को बच्चों का यह रंगमंच कार्यक्रम संपन्न होना था, स्कूल के प्राचार्य एवं प्रधानाध्यापकों की एक मीटिंग हुई जिसमें 12 जनवरी 2025 को कार्यक्रम संपन्न करने पर सहमति दी गई, लेकिन शासकीय विद्यालयों खासकर कन्या उत्तर माध्यमिक विद्यालय सीएम राइज स्कूल बदरा, विद्या निकेतन हायर सेकेंडरी स्कूल कई प्राथमिक एवं माध्यमिक शासकीय स्कूल बदरा, सकोला, पकरिया द्वारा कार्यक्रम सूची जमा नहीं की गई, जिससे कमेटी को मजबूर होकर कार्यक्रम की तारीख बढ़ाकर 20 जनवरी 2025 तक किया गया, लेकिन शासकीय स्कूलों द्वारा अभी तक सूची नहीं जमा की गई इससे सब पता चलता है कि इस क्षेत्र के जितने भी शासकीय विद्यालय हैं वे स्कूल के बच्चों के साथ भेदभाव एवं बच्चों की प्रतिभा को कुचलना की साजिश रच रहे हैं इन्हें कोई भी कार्य न करना पड़े पर हाथ मे हाथ रखकर सिर्फ कुर्सी तोड़ रहे हैं, इसी तरह से इन विद्यालयों में अव्यवस्था फैली है। कलेक्टर से इस क्षेत्र के सभी अभिभावकों का निवेदन है कि ऐसे शासकीय स्कूलों की जांच कराई जाए एवं रंगमंच के कार्यक्रम इन स्कूलों में भी संपन्न कराया जाए, जो सालों साल कोई भी कार्यक्रम संपन्न नहीं करते हैं और बच्चों का बौद्धिक ज्ञान अधूरा रह जाता है ऐसे विद्यालयों को चिन्हित करके उनके खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाए।