जंगली हाथी ने घर की तोड़फोड़, लोगो रात घर से बाहर गुजारनी पड़ी, लोगो मे जमकर आक्रोश

*वन विभाग के अधिकारी मौके पर पहुंचे, नुकसान का किया सर्वे*


शहडोल

ब्यौहारी वन परिक्षेत्र के बेड़रा जंगल में एक जंगली हाथी विचरण कर रहा है, इस जंगली हाथी ने कुछ घरों को तबाह कर दिया है। ग्रामीणों में काफी आक्रोश है, जंगली हाथी की निगरानी के लिए वन विभाग ने टीमों का गठन कर हाथी की निगरानी बनाए हुए हैं। बीते एक सप्ताह से यह जंगली हाथी इसी क्षेत्र में विचरण कर रहा है। जंगली हाथी अपने झुंड से भटक कर यहां पहुंचा है। 

जानकारी के अनुसार ब्यौहारी वन परिक्षेत्र के बेड़रा जंगल में एक जंगली हाथी पिछले कुछ दिनों से अपना डेरा जमाए हुए हैं। और आसपास स्थित घरों में वह तोड़फोड़ मचा रहा है, जिससे लोगों को रात घरों से बाहर गुजरनी पड़ रही हैं। जिससे गांव के लोगों में काफी गुस्सा भी है। वन विभाग हाथी की निगरानी के लिए तीन टीमों का गठन कर जंगली हाथी की निगरानी बनाए हुए हैं। वन विभाग के अधिकारियों के मुताबिक यह जंगली हाथी अपने झुंड से भटक कर यहां पहुंचा है। और कुछ दिनों से यह यही भटक रहा है। जानकार बताते हैं कि यह क्षेत्र बांधवगढ़ और संजय गांधी टाइगर रिजर्व से जुड़ा हुआ है, जिसकी वजह से आए दिन यहां जंगली हाथियों का आना जाना बना रहता है। 

बीती रात्रि इस हाथी ने बेड़रा गांव में पहुंच कर आनंद पिता श्री लाल के घर में तोड़फोड़ की और घर के अंदर रखें गेहूं धान एवं सरसों को हाथी ने खा लिया है। आनंद ने वन विभाग को इसकी जानकारी दी है, जिसके बाद वन विभाग के अधिकारी मौके पर पहुंचे और हुए नुकसान का पंचनामा तैयार कर संबंधित अधिकारी को इसकी जानकारी दी है। ग्रामीण आनंद ने बताया कि हाथी बीती रात्रि अचानक उनके घर पहुंच गया, जिसकी आवाज सुनकर घर के सभी लोग घर से बाहर निकल गए,और अपनी जान बचाई ,ठंड में लोगों को रात भर घर से बाहर काटनी पड़ी है।

फॉरेस्ट एसडीओ रेशम सिंह धुर्वे से इस संबंध में बात की गई तो उन्होंने बताया कि अपने झुंड से भटक कर एक जंगली हाथी इस क्षेत्र में विचरण कर रहा है। जिसकी निगरानी के लिए हमने टीमों का गठन किया है।आसपास के गांव में मुनादी कर इसकी जानकारी गांव के लोगों को दी गई है,कि लोग सतर्क रहें।

आनंद उत्सव का शानदार समापन, पारंपरिक खेलों को बढ़ावा देने के लिए नगर परिषद का आयोजन 


अनूपपुर

मध्य प्रदेश शासन के निर्देशानुसार गत वर्षो की भांति इस वर्ष भी नगर परिषद अमरकंटक के तत्वाधान में प्रतिस्पर्धा नहीं बल्कि सहभागिता को बढ़ावा देने के तहत पारंपरिक खेलों को संरक्षण संवर्धन के के लिए आनंद उत्सव का दो दिनी आयोजन आज मेला ग्राउंड में प्रतिभागी विजेता बालक बालिकाओं को पुरस्कार शील्ड तथा सांत्वना पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया तथा आनंद उत्सव का आज दो दिन ही आयोजन का शानदार समापन हो गया । 16 जनवरी से 17 जनवरी 25 तक दो दिन खेल प्रतियोगिता आयोजित की गई थी 

उल्लेखनीय है कि आनंद उत्सव में पारंपरिक खेलों को और अधिक बढ़ावा देने के कार्यक्रम में अमरकंटक नगर के जवाहर नवोदय विद्यालय शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय कल्याणिका केंद्रीय शिक्षा निकेतन तथा सरस्वती शिशु विद्या मंदिर में कक्षा छठवीं से 12वीं तक अध्यनरत 25- -25बालक बालिकाओं ने  कबड्डी रस्सा कशी कुर्सी दौड़ गिप्पी गेंद बोरा रेस चम्मच दौड़ नींबू दौड़  खो- खो जैसे खेल का आयोजन किया गया इसमें बालक बालिकाओं ने पूरे उत्साह एवं जोश के साथ हिस्सा लिया । कबड्डी प्रतियोगिता में प्रथम स्थान शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय अमरकंटक को मिला तथा द्वितीय स्थान सरस्वती शिशु विद्या मंदिर अमरकंटक को मिला रास्ता काशी में प्रथम स्थान पर कल्याण का केंद्रीय शिक्षा निकेतन तथा द्वितीय स्थान पर जवाहर नवोदय विद्यालय अमरकंटक रहा वहीं कुर्सी दौड़ में प्रथम स्थान पर जवाहर नवोदय विद्यालय अमरकंटक द्वितीय स्थान पर सरस्वती शिशु विद्या मंदिर अमरकंटक तृतीय स्थान पर कल्याण का केंद्रीय शिक्षा निकेतन के प्रतिभागी रहे साथ ही गिप्पी गेंद में प्रथम स्थान पर सरस्वती शिशु विद्या मंदिर द्वितीय स्थान पर जवाहर नवोदय विद्यालय के प्रतिभागी छात्र छात्राओं का उल्लेखनीय प्रदर्शन रहा प्रथम एवं द्वितीय स्थान पर रहे प्रतिभागी टीमों को शील्ड एवं पुरस्कार दिया गया। 

आनंद उत्सव  उत्सव के पारंपरिक खेलों में बालक बालिकाओं में इसे लेकर अच्छा खासा उत्साह देखा गया सभी प्रतिभागी छात्रों ने जोश उत्साह का प्रदर्शन किया । आनंद उत्सव के समापन समारोह में नगर परिषद की अध्यक्ष श्रीमती पार्वती सिंह पार्षद विमला दुबे दिनेश द्विवेदी तथा सावित्री सिंह आदि बालक बालिकाओं को पुरस्कार वितरित किए तथा प्रमाण पत्र प्रदान किया । 

पारंपरिक खेलों आनंद उत्सव में समापन समारोह के अवसर पर चैन सिंह मंडलोई सहायक नोडल अधिकारी गणेश प्रसाद पाठक मदन सिंह गंगा सिंह पूर्णिमा प्रजापति नगर परिषद के पूर्व अध्यक्ष पार्षद बलिराम केवट सुनीता मरावी इंद्रवती सिंह मीनू आदि उपस्थित रहे तथा पारंपरिक खेलों को प्रथम दिवस लेकर द्वितीय दिवस तक अपनी सेवाएं देने वाले कमलेश देवकटे सुश्री  हर्षा भलावी नवोदय विद्यालय अमरकंटक सौखी लाल सारीवान हायर सेकेंडरी स्कूल अमरकंटक रवि शंकर तिवारी सरस्वती शिशु विद्या मंदिर अमरकंटक सुभाष गुप्ता कल्याणिका  केंद्रीय शिक्षा निकेतन ने खेल आयोजन पूर्ण करने में व्यायाम निर्देशक  तथा कोच के रूप में सेवाएं दी। तथा आनंद उत्सव के पारंपरिक खेल आयोजन में अन्य लोगों के अलावा राम मोगरे जितेंद्र कोल  मेघा सिंह संतोष बघेल देव कुमार लवकेश पनारिया कृष्ण मिश्रा शुभम समाजसेवी संस्था आनंद चौधरी आदि ने अपनी सेवाएं बखूबी ईमानदारी से पूर्ण किया तथा लखन द्विवेदी ने शानदार कंमेट्री की।

जिले में दो हाथियों ने जमाया डेरा, गश्ती दल व ग्रामीणों को देते हैं चकमा, ग्रामीणों में बढ़ रहा आक्रोश


अनूपपुर

विगत 25 दिनों पूर्व छत्तीसगढ़ राज्य से मध्यप्रदेश के अनूपपुर जिले में आए दो नर हाथी दिनो में जंगलों में विश्राम करने बाद देर रात होते ही आहार की तलाश में ग्रामीण अंचलों में पहुंचकर उत्पात मचाते हुए ग्रामीणो के घरों में तोड़फोड़ कर खेत,बांडी में लगे फसलों को आहार बना रहे हैं वहीं दिनभर गश्ती दल द्वारा हाथियों पर जंगलों में ठहरने दौरान निरंतर निगरानी करते हुए संभावित विचरण क्षेत्र के ग्रामीण अंचलों के ग्रामीणों को सचेत व सावधान रहने की बात करते हैं तभी बीच-बीच में दोनों नर हाथी गश्ती दल एवं ग्रामीणों को चकमा देते हुए एक नए ग्रामीण क्षेत्रों में आहार की तलाश में पहुंच जाते हैं हाथियों के निरंतर विचरण एवं नुकसान करने से ग्रामीणों में आक्रोश की स्थिति बनती जा रही है शुक्रवार की सुबह से दोनों हाथी राजेंद्रग्राम के ग्राम पंचायत एवं वन बीट पटना के लाघाटोला के समीप जंगल में ठहरे एवं विश्राम कर रहे हैं जो देर रात होने पर किस ओर हंगामा करेंगे यह देर रात होने पर ही पता चल सकेगा।

दोनों नर हाथी जो पिछले वर्षो अपने तीन अन्य साथियों के साथ पांच की संख्या में छत्तीसगढ़ राज्य से मध्यप्रदेश के शहडोल संभाग अंतर्गत अनूपपुर,शहडोल एवं उमरिया के साथ डिंडोरी जिले के जंगलों एवं ग्रामीण अंचलों मे विचरण चुके हैं के एक साथी की अनूपपुर वन परिक्षेत्र अनूपपुर के कांसा गांव में करंट लगने से मौत होने तथा एक नर हाथी बड़े हाथी त्रिदेव का वन परिक्षेत्र जैतहरी के गोबरी गांव के जंगल तथा दूसरे छोटे हाथी का शहडोल जिले के जैसिंहनगर तहसील अंतर्गत रेस्क्यू कर कान्हा एवं बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में रखा गया था जिसमें से एक छोटा हाथी को बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व द्वारा कॉलर आईडी लगाकर पास के ही जंगल में मध्यप्रदेश उच्च न्यायालय के निर्देश पर छोड़ दिया गया रहा है वही त्रिदेव नामक हाथी वर्तमान समय तक कान्हा टाइगर रिजर्व में रखा गया है संभवत एक बार फिर से आए दोनों दर हाथी अपने बिछड़े हाथी  साथियों की तलाश करते हुए गुमे हुये स्थलों में पहुंचने की कोशिश करते हैं जहां से हाथी बिछड़ गए रहे हैं।

गुरुवार की रात फिर से ग्राम पंचायत एवं वन बीट पटना के छुलहाटोला,बधार के बड़काटोला बधार,पटना,हर्षवाह गाव में रात भर चार ग्रामीणों के घरों में तोड़फोड़ कर खेतों एवं बाड़ियों में लगे अनाज को अपना आहार बनाते हुए शुक्रवार की सुबह ग्राम पंचायत पटना के जंगल जो लाघाटोला गांव से लगा हुआ है मे ठहरकर विश्राम कर रहे हैं जो देर रात किस ओर किस गांव,मोहल्ला में पहुंच कर हंगामा, तोड़-फोड़ करेंगे यह देर रात होने पर ही पता चल सकेगा। ग्रामीणों की विभिन्न तरह की संपत्तियों का नुकसान करने के कारण ग्रामीणों में तेजी से आक्रोश बढ़ता देखा जा रहा है वहीं अनेकों ग्रामों के ग्रामों में हाथी विचरण दौरान हाथी गश्ती दल में लगे वनविभाग के अधिकारियों/कर्मचारियों के साथ ग्रामीणो के द्वारा गुस्सा कर बहस एवं वाद-विवाद करते देखें जाते हैं।

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