थाना में रात होते ही मेन गेट पर लग जाती है हथकड़ी, रात में नही होती फरियादी की सुनवाई  


शहडोल

जिले का एक ऐसा थाना जहां रात होते ही थाने में हथकड़ी लग जाती है। यह बात सुनकर थोड़ा अजीब जरूर  लग रहा होगा, लेकिन ये हकीकत है। ये हैरान कर देना वाला थाना शहडोल जिले के अंतिम छोर पर स्थित देवलौंद थाना है। जहां रात होते ही थाने के मेन गेट में हथकड़ी लगा दी जाती है, और रात में फरियाद लेकर आए लोग फरियाद लेकर भटकते रहते है। सुबह जब गेट से हथकड़ी खुलती है, तब लोगों की फरियाद सुनी जाती है। 

रात होते ही थाने के गेट में हथकड़ी लगा बंद कर देने का वीडियो सोशल मीडिया में तेजी से वायरल हो रहा , इस वायरल वीडियो की हम पुष्टि नहीं करते है। इस बात का खुलासा उस वक्त हुआ जब रेत के कारोबार को लेकर दो गुटों में हुए विवाद के दौरान हुई मारपीट की घटना की शिकायत लेकर लोग थाने पहुंचे। ब्यौहारी नगरपालिका अध्यक्ष राजन गुप्ता समेत कुछ अन्य लोग जब देर रात देवलौंद थाने पहुंचे तो थाने के मुख्य चैनल गेट में हथकड़ी लगी हुई थी।  थाने में कोई नहीं था, जिसके चलते वो थाने के बाहर घंटों इंतजार करते रहे। 

रात में थाने के मुख्य गेट पर हथकड़ी लगा देख इसे आहत पीड़ितों ने मुख्य चैनल गेट का  हथकड़ी लगा एक वीडियो बनाकर सोशल मीडिया में शेयर कर दिया, जो अब तेजी से वायरल हो रहा है। वहीं  इस मामले में देवलौंद थाना प्रभारी डी.के दहिया का कहना है कि थाना बंद होना संभव ही नहीं है। रही बात थाने के गेट में हथकड़ी लगने की तो कोई मुलजिम रहा होगा, इसलिए गेट बंद किए होंगे,  हमारे थाने रात में कुछ लोग आए जरूर थे, लेकिन वह घटना मैहर जिले के रामपुर थाना क्षेत्र की घटना थी।

 

रोजगार मागने आए ग्रामीणों के साथ गाली-गलौज एवं जान से मरवा देने की दी गई धमकी 

*नीलकंठ कंपनी के अधिकारी का कारनामा, थाने में हुई शिकायत*


अनूपपुर

जिले के एसईसीएल जमुना कोतमा क्षेत्र के अंतर्गत खुली खदान आमाडांड परियोजना में सहायक कंपनी नीलकंठ के एक अधिकारी के ऊपर रोजगार मांगने आए ग्रामीणों के साथ गाली गलौज एवं जान से करने की धमकी दी गई जिसको लेकर ग्राम पंचायत के सरपंच तथा अन्य ग्रामीणों के द्वारा भालूमाड़ा थाने में शिकायत की गई।

*यह है मामला*

शिकायत में लिखा गया की ग्राम पंचायत भाद के लगभग 100 किसानों का जमीन आमाडांड खुली खदान में अधिग्रहण कर लिया गया है एवं ग्रामीणों से वादा किया गया था कि मुआवजा व डिसेडिंग के तहत एसईसीएल में नौकरी व जिसका जमीन कम रहेगा उसको नीलकंठ कंपनी रोजगार मुहाया करवाया जाएगा एवं प्रभावित गाँव, ग्रामीणों को रोजगार देने की बात कही गई थी, लेकिन आज दिनांक तक किसी प्रकार का रोजगार, आज तक नहीं दिया गया। रोजगार मांगने पर नीलकंठ के सुपरविजन अधिकारी राम विशाल दुबे के द्वारा गाली-गलौज व जान से मरवा देने की धमकी बार-बार दिया जाता है। बड़ी कंपनी है इस तरह की धमकी देने से ग्राम पंचायत भाद के व प्रभावित गाँवों के जनताओं में दहशत का माहौल है एवं राम विशाल दुबे के द्वारा ग्रामीणों से कहा जाता है कि अब दोबारा कंपनी में किसी प्रकार का रोजगार मांगने आए तो तुम्हारे ऊपर एफ.आई.आर. दर्ज होगा और ट्रक से कुचलवा दिया जाएगा।

नीलकंठ कंपनी के अधिकारी राम विशाल दुबे दूरभाष के माध्यम से बताया कि तथा कथित कुछ सरपंचो के द्वारा बेरोजगार लोगों से पैसे लेकर कंपनी में नौकरी लगवाने का दबाव बनाया जा रहा था जिसे हमने मना कर दिया और कहा कि रोजगार के लिए पहली प्राथमिकता यहां के प्रभावित लोगों का है। दुबे ने यह भी बताया कि कई ऐसे असामाजिक तत्वों के द्वारा कंपनी को बदनाम करने की साजिश भी की जा रही है।और इस मामले मे एसईसीएल जमुना कोतमा क्षेत्र के जीएम से फोन के द्वारा संपर्क किया गया तो उनके द्वारा फोन रिसीव नहीं किया गया

*इनका कहना है*

शिकायत प्राप्त हुई है जांच कर अग्रिम कार्रवाई की जाएगी

राकेश उईके भालूमाड़ा थाना प्रभारी

बांधवगढ़ टाईगर रिजर्व में एक और जंगली हांथी की घर वापसी, देश के लिये बना मॉडल


उमरिया  

मानपुर। रेस्क्यू के दौरान पकड़ा गया एक और जंगली हांथी सोमवार को रेडियो कॉलर लगा कर ताला परिक्षेत्र मे सकुशल छोड़ दिया गया। जानकारी के मुताबिक लगभग दस साल के इस हांथी का विगत 3 नवंबर 2024 को टाइगर रिजर्व के खितौली परिक्षेत्र की बगदरा बीट से रेस्क्यू हुआ था। जिसे चिकित्सकों की देखभाल के लिये ताला रेंज मे रखा गया था। परिस्थितियां मुफीद होते इस हांथी को रेडियो कॉलर पहना कर बेहद संजीदगी से ताला परिक्षेत्र के जंगल मे मुक्त कर दिया गया। गौरतलब है कि रेस्क्यू कर लाये गये जंगली हांथियों को इस तरह से पुन: जंगल मे छोडऩे का यह देश भर मे पहला प्रयोग है, जो बांधवगढ़ मे सफल होता दिख रहा है। अभी तक जंगलों से लाये गये हाथियों को ट्रेनिंग देकर पार्क के कार्यो मे उपयोग किया जाता रहा है।

*नवंबर मे छूटा था पहला हांथी*

इससे पूर्व नवंबर मे पहले हांथी को रेडियो कॉलर पहना कर जंगल मे छोड़ा जा चुका है। यह जंगली हांथी मानपुर बफर और शहडोल सामान्य वन मंडल की सीमा पर पकड़ा गया था। इस ऑपरेशन की सफलता के बाद कल दूसरे हांथी को उसके घर का रास्ता दिखाया गया। इस कार्यवाही मे उप संचालक पीके वर्मा, डॉ. पराग निगम डब्लूआईआई देहरादून, डॉ. नितिन गुप्ता वन्यप्राणी स्वास्थ्य अधिकारी, बाटारि, डॉ. अभय सेंगर वन्यप्राणी स्वास्थ्य अधिकारी संजस टाईगर रिजर्व सीधी, डॉ. हिमांशु जोशी डब्लूसीटी मुम्बई, उप वनमंडलाधिकारी मानपुर, वन परिक्षेत्र अधिकारी ताला एवं बड़ी संख्या मे रेस्क्यू स्टाफ  उपस्थित थे।

MKRdezign

,

संपर्क फ़ॉर्म

Name

Email *

Message *

Powered by Blogger.
Javascript DisablePlease Enable Javascript To See All Widget