समाचार 01 फ़ोटो 01
बांग्लादेश में अल्प संख्यकों हिंदु ,बौद्ध, ईसाई, समुदाय पर अत्याचार पर ज्ञापन एवं धरना प्रदर्शन
*सनातन चेतना मंच, अनूपपुर के तत्वाधान में कलेक्टर को राष्ट्रपति के नाम सौंपा ज्ञापन*
अनूपपुर
सनातन एकता मंच द्वारा बंगलादेश में अल्प संख्यकों हिंदु ,बौद्ध ईसाई , समुदाय पर हो रहे अत्याचार के संबंध में ज्ञापन एवं धरना प्रदर्शन कार्यक्रम रखा गया जिसमें सभी सामाजिक संगठनों ने बढ़ चढ़ कर हिस्सा लिया और बंगला देश में हो रहे अल्प संख्यकों पर अत्याचार पर आक्रोश व्यक्त किया। सनातन एकता मंच के संयोजक स्वामी लवलीन महाराज द्वारा ज्ञापन पढ़ा गया उन्होंने यह रखी मांगें।
एकता मंच द्वारा बताया गया कि भारत के नागरिक और सकल हिंदू समाज के प्रतिनिधि, बांग्लादेश में हिंदू, बौद्ध और ईसाई समुदायों पर हो रहे अत्याचारों के प्रति अपनी गहरी चिंता और विरोध व्यक्त करते हैं। बांग्लादेश में वर्तमान में जो अत्याचार चल रहे हैं, वे न केवल मानवाधिकारों का उल्लंघन हैं, बल्कि इनसे हमारे साझा सांस्कृतिक और धार्मिक मूल्य भी आहत हो रहे हैं। स्वतंत्रता के समय तत्कालीन पूर्व पाकिस्तान (वर्तमान में बांग्लादेश) में 22% हिंदू थे। किंतु उन्हें दी जा रही यातनाओं के कारण, तथा उनका वंशच्छेद (Genocide) करने के कारण, बांग्लादेश की पिछली जनगणना तक वहां मात्र 7.9% ही हिंदू बचे हैं। विशेषतः, विगत 5 अगस्त को फैली हिंसा के बाद, बांग्लादेश में बड़ी संख्या में हिंदू समुदाय को लक्ष्य बनाकर, उनकी हत्याएं की जा रही है। उनके घर लूट जा रहे हैं। उनकी जवान बेटियों पर अत्याचार किए जा रहे हैं। 5 अगस्त से अब तक कुछ हजार हिंदुओं की हत्या की गई हैं। हिंदुओं पर हमले की 6,000 से ज्यादा घटनाएं हो चुकी हैं। खुलना, रंगपुर, राजशाही, बारिसाल, चिटगांव, सिल्हट इन सभी विभागों में हिंदुओं पर लगातार अत्याचार किए जा रहे हैं। पुलिस विभाग हिंदुओं की शिकायतें नहीं ले रहा है। बांग्लादेश प्रशासन ने, एक ही महीने में 252 हिंदू पुलिस अधिकारियों को नौकरी से निकाल दिया हैं। बांग्लादेश की पुलिस में अब एक भी हिंदू पुलिस अधिकारी नहीं बचा हैं। हिंदुओं के श्रद्धास्थान, मंदिरों पर हमले किए जा रहे हैं। पिछले चार महीनों में, 1,000 से ज्यादा मंदिरों को ध्वस्त कियागया, तथा मंदिरों में स्थापित भगवान की मूर्तियों की विटंबना की गई। उन्हें तोड़ा गया।
बांग्लादेश में हिंदू अत्यंत असुरक्षित हैं। उन्हें कोई भी मूलभूत अधिकार नसीब नहीं हो रहा हैं। हिंदू समुदाय की हत्याओं का दौर जारी हैं। विगत दिनों बांग्लादेश सरकारने, वहां के प्रमुख हिंदू संत एवं इस्कॉन के पदाधिकारी, चिन्मय कृष्णदास ब्रह्मचारी, को देशद्रोह के आरोप में गिरफ्तार कर लिया हैं। यह सब अत्यंत दुःखद हैं। हमारे पड़ोसी देश में हिंदुओं पर हो रहे इन पाशवी अत्याचारों से हम सब व्यथित हैं हमारे पड़ोसी देश में हुई कुछ घटनाओं ने हमें गहरे आघात पहुँचाया है, जिनमें विशेष रूप से अल्पसंख्यक समुदायों पर किए गए। हजारों हिंदू, बौद्ध और ईसाई परिवारों को विस्थापित किया गया है और उनके धार्मिक स्थलों को तोड़ा गया है। उनकी सांस्कृतिक और धार्मिक स्वतंत्रता पर हमले किए जा रहे हैं, जो न केवल बांग्लादेश के संविधान और अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकारों का उल्लंघन हैं, बल्कि हमारे समग्र मानवता के लिए भी एक खतरा हैं।
समाचार 02 फ़ोटो 02
छात्रों के शिक्षा, नौकरी सहित 11 सूत्रीय मांगों को लेकर छात्र, जयस व आदिवासी समाज का जन आन्दोलन
*विश्वविद्यालय के मुख्ये द्वार पर शांति पूर्ण धरना प्रर्दशन करते हुए किया घेराव*
अनूपपुर
इंदिरा गांधी राष्ट्रीय जनजाति विश्वविद्यालय अमरकंटक में आदिवासी छात्रों के शिक्षा, नौकरी व उनके हितों सहित 11 सूत्रीय मांगों को लेकर आदिवासी छात्र संगठन, जयस संगठन, सर्व आदिवासी समाज का संयुक्त रूप से जन आन्दोलन विश्वविद्यालय के मुख्ये द्वार पर शांति पूर्ण धरना प्रर्दशन करते हुए घेराव करते हुए मांगों को पूर्ण करने तक बैठे रहने की चेतवनी दी हैं। वहीं विश्वविद्यालय प्रशासन समझौते के प्रयास में जुटा हैं। इस दौरान पुलिस चौकस हैं। शाम 6 बजे तक धरना जारी हैं। विश्वविद्यालय प्रशासन नही दे रहा जबाब।
संगठनों ने अपने मांग पत्र में कहा हैं कि वर्तमान में चल रही शैक्षणिक और गैरशैक्षणिक भर्ती प्रक्रिया पर रोंक लगाते हुये उच्चस्तरीय जाँच कर अतिशीघ्र दोषियों पर कार्यवाही की जाय और जिन लोगों का नाम सोसल मीडिया, इलेक्ट्रानिक मीडिया के माध्यम से प्रचारित है ऐसे अभ्यर्थियों की भर्ती प्रकिया पर विशेष जांच की जाय। विश्वविद्यालय की स्थापना हेतु जिन कृषकों की भूमियां अधिगृहीत की गई थी, उन्हें मुआवजा व उनके परिवार के सदस्यों को नौकरी का लाभ दिया जाय। विशेष पिछड़ी जनजातियों बैगा, भरिया, सहरिया के लिये विशेष कोटे का प्रावधान किया जाय ताकि इनको उच्च शिक्षा व रोजगार के अवसर मिल सकें। आदिवासी छात्र/छात्राओं को शिक्षा एवं नौकरी में 50: आरक्षण का प्रावधान किया जाय। कार्य परिषद की बैठकों की कार्यवृत्ति (मिनट्स) एवं रोस्टर रजिस्टर को विश्वविद्यालय की बेवसाईट पर अपलोड किया जाय। प्रवेश परीक्षा को सीयूईटी से बाहर रख अपने स्तर पर परीक्षा का आयोजन हो ताकि क्षेत्रीय विद्यार्थियों को प्रवेश का अधिक अवसर मिल सके। पीएडी प्रवेश परीक्षा (आरईटी) अतिशीघ्र सम्पन्न कराई जाय। सुरक्षा और मेनपावर सर्विसेस में काम कर रहे लोगों का प्रतिदिन की उपस्थिति और कंपनी व्दारा भुगतान हेतु विश्वविद्यालय में जमा की गई उपस्थिति पंजी का सत्यापित प्रतिलिपि प्रदान की जाय, तथा किसे पहली बार कब कान्ट्रैक्ट दिया गया और कब-कब किस आधार पर कान्ट्रैक्ट को नवीनीकरण किया गया, उसकी सत्यापित प्रतिलिपि प्रदान किया जाय। पिछले पांच साल में एलबीआई का मेस किस आधार पर चलाया जा रहा है तथा एलबाईआई भारत सरकार किस प्रोजेक्ट व्दारा संचालित है और किस काम के लिये दिया गया था, एवं फूड (है।) लायसेंस की कॉपी दी जाय एवं किस खाते में पैसा जमा किया जा रहा है आय-व्यय का विवरण दें। पहले से निर्मित नालियों को तोड़कर फिर से निर्माण किये जाने में कितनी राशि व्यय की गई तथा उन्हें बनाने की क्या आवश्यकता थी, इन पर खर्च के विवरण की जानकारी उपलब्ध कराने, विश्वविद्यालय द्वारा रूपये 2 करोड़ से अधिक की राशि व्यय करके 200 से अधिक कम्प्यूटर खरीदे गये इसके बावजूद भी सीयूईटी परीक्षा एवं गैर शैक्षणिक भर्ती प्रक्रिया परिसर में क्यों नहीं कराई गई, कारण बतायें।
संमाचार 03 फ़ोटो 03
मेढाखार में विचरण कर रहा बाघ से ग्रामीणों को नहीं मिली निजात, प्रशासन लगा निगरानी में
अनूपपुर
विगत तीन दिनों से निरंतर हिंसक वन्यप्राणी बाघ की वन परिक्षेत्र एवं थाना अमरकंटक एवं पुष्पराजगढ़ तहसील अंतर्गत ग्राम पंचायत लपटी की मेढाखार गांव में बीच बस्ती में डेरा जमाए हुए हैं, जिससे ग्रामीणों को जल्द ही बाघ की वापस जाने की संभावना वन विभाग द्वारा की जा रही है। सुबह से यह बाघ गांव के नजदीक लेन्टना की झाड़ियो में दिन भर विताने बाद शाम होते ही अपने शिकार किये भैंस के शव जो अरहर खेती के बीच छुपा कर रखा हुआ है पास जाकर उसे आहार बनाता रहा है, जिसकी देर रात तक मौजूद होने पर ग्रामीणों में दहशत की स्थिति बनी हुई है, वनविभाग के अधिकारियों का कहना है कि जल्द ही यह बाघ मेढाखार गांव का इलाका छोड़कर वापस चला जावेगा ऐसी संभावना व्यक्त की गई है, हिंसक वन्यप्राणी बाघ की सुरक्षा, निगरानी के साथ ग्रामीणों की सुरक्षा को देखते हुए वन विभाग के आला अधिकारी/कर्मचारी,पुलिस विभाग एवं राजस्व विभाग के अधिकारी कर्मचारी भी विगत तीन दिनों से मेढाखार गांव में डेरा जमाए हुए हैं, बाघ पर निगरानी रखते हुए ग्रामीणों को विभिन्न तरह की सावधानी बरतने की बात कर रहे हैं, वहीं ग्रामीण जन तीन दिनों से निरंतर बाघ के बीच बस्ती में उपस्थिति को लेकर चिंता में है, ग्रामीणो को खेत,बांड़ी के साथ अन्य कार्यों को करने में परेशानी हो रही है, बाघ की देर शाम तक जानकारी जुटाने में अधिकारी/कर्मचारी लगे हुए हैं इस दौरान उन विभागीय अधिकारी पुष्पराजगढ़ सुधाकर सिंह बघेल,प्रशिक्षु आईएफएस एवं प्रभारी वन परिक्षेत्र अधिकारी जैतहरी तथा बाघ के विचरण नियंत्रक अंशुल तिवारी,वन परिक्षेत्र अधिकारी अमरकंटक वीरेंद्र श्रीवास्तव,थाना प्रभारी अमरकंटक,नायब तहसीलदार अमरकंटक मिश्रा के साथ मनेन्दगढ़ से आए वन्यजीव विशेषज्ञ,वन्यजीव संरक्षण शशिधर अग्रवाल क्षेत्र के राजस्व निरीक्षक एवं पटवारी के साथ वन,पुलिस,राजस्व एवं अन्य विभागों के अधिकारी/कर्मचारी एवं जनप्रतिनिधि सम्मिलित रहे हैं।
समाचार 04 फ़ोटो 04
तहसीलदार, राजस्व निरीक्षक व ऑपरेटर पर कलेक्टर ने लगाया जुर्माना
अनूपपुर
जनसुनवाई अंतर्गत सीएम हेल्पलाईन/जन आकांक्षा/टी.एल. में लंबित प्रकरणों का पोर्टल में अवलोकन करने पर पाया गया कि शिकायतों को अनुचित रूप से कार्य क्षेत्र से बाहर किया जाता है और तथ्य परख निराकरण दर्ज नही किया जाता है। शासन के मंशानुरूप समय-सीमा में हितग्राहियों को लाभ देना होता है, जिससे अनावश्यक विलम्ब होता है तथा हितग्राहियों को परेशानी का सामना करना पड़ता है। जिसका संज्ञान लेते हुए कलेक्टर हर्षल पंचोली ने शिकायतों को अनुचित रूप से कार्यक्षेत्र से बाहर करने और तथ्य परख निराकरण दर्ज नही किए जाने पर अधिकारियों-कर्मचारियों पर शास्ति अधिरोपित की है। कलेक्टर ने तहसीलदार पुष्पराजगढ़ गौरी शंकर शर्मा, नगर परिषद जैतहरी के सहायक राजस्व निरीक्षक अवधेश बीझी, एसडीएम कार्यालय अनूपपुर के कार्यालय सहायक सह डाटा इन्ट्री ऑपरेटर शशि पनिका तथा तहसील कार्यालय अनूपपुर के कार्यालय सहायक सह डाटा इन्ट्री ऑपरेटर ललित कुमार मार्को पर एक-एक हजार रुपये की शास्ति अधिरोपित की है। उन्होंने संबंधित अधिकारियों-कर्मचारियों को अधिरोपित शास्ति की राशि जिला ई-गवर्नेंस सोसायटी जिला अनूपपुर के बैंक खाते में जमा कराते हुए जमा राशि की पावती कलेक्ट्रेट स्थित लोक सेवा प्रबंधन शाखा में उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं।
समाचार 05 फ़ोटो 05
नीलकंठ इंफ्रा बेरोजगार युवकों का कर रहा है शोषण, मापदंड व माइनिंग एक्ट नही हो रहा पालन
*प्रभावित क्षेत्र के ग्रामीण का जीना हुआ दूभर, अधिकारियों पर लगे कई गंभीर आरोप*
अनूपपुर
साउथ ईस्टर्न कोलफील्ड लिमिटेड अनूपपुर जिले के जमुना कोतमा कोयलांचल क्षेत्र अंतर्गत आमाडाण खुली खदान में निजी कंपनी नीलकंठ इंफ्रा माइनिंग लिमिटेड केंद्र एवं प्रदेश सरकार व माइनिंग एक्ट की धज्जियां उड़ाकर खुले आम तेरही कर रहा है। प्राप्त जानकारी के मुताबिक जिले के आमाडांण कोयला खदान के प्रभावित क्षेत्र टिमकी टोला, बरतराई ,निमहा,मझौली कुहका,भाद सहित अन्य दर्जनों टोला मजरा के हजारों रह वासियों का खुलेआम शोषण करने में उतारू है ।पहले प्रभावित क्षेत्र के किसानों का शोषण एसईसीएल कॉलरी प्रबंधन के अधिकारियों ने किया अब निजी कंपनी नीलकंठ इंफ्रा माइनिंग लिमिटेड क्षेत्र में मूलभूत सुविधाएं मुहैया नहीं करा रहा है। जानकारी मिली है कि इस कंपनी में कार्यरत कई जिम्मेदार अधिकारी कर्मचारी ग्रामीण क्षेत्रों में जाकर भोले भाले ग्रामीणों के साथ बैठक कर बिना बताए कई दस्तावेजों में हस्ताक्षर करा लेते हैं इतना ही नहीं बेरोजगार युवकों को छोटे-छोटे काम देकर वेतन के नाम पर खुलेआम खून पीने में उतारू है। सूत्रों से प्राप्त जानकारी के मुताबिक आमाडांण से पयारी, भालूमाडा, आने वाले मुख्य मार्ग के बीचोंबीच खदान से कोयला एवं ओवी लेकर दौड़ रहे भारी वाहन आए दिन राहगीरों को मौत के घाट उतार रहे हैं इस कम्पनी के सैकड़ो फर्राटे लगाने वाले भारी वाहनों में किसी तरह से सुरक्षा का पालन नहीं किया जा रहा जहां पर मुख्य मार्ग क्रॉसिंग है वहां बैरिकेड स्टॉपर नहीं रखे गए छोटे-छोटे बैरियर लगाकर दिखावा किया जा रहा है क्रॉस प्वाइंट में क्षेत्र के जो बेरोजगार युवक कार्य कर रहे हैं उन्हें किसी भी तरह से साधन सुविधा उपलब्ध नहीं कराया जाता, जमुना कोतमा सहित आमाडाण कालरी क्षेत्र में जन चर्चा है कि नीलकंठ इंफ्रा माइनिंग लिमिटेड में पदस्थ कई अधिकारी कर्मचारी क्षेत्र के बेरोजगारों से रिश्वत लेकर छोटे-मोटे पदों पर रोजगार दिला रहे हैं उन कर्मचारियों को कोल इंडिया,एसईसीएल एवं कलेक्टर दर पर प्रतिदिन के हिसाब से मजदूरी नहीं दिया जाता बल्कि बेरोजगार युवकों का शोषण किया जा रहा है। इस क्षेत्र के प्रभावित लोगों ने बताया है कि नीलकंठ इंफ्रा माइनिंग लिमिटेड के सैकड़ो भारी वाहन दौड़ लगाते हैं लेकिन कंपनी द्वारा पानी का छिड़काव नहीं किया जा रहा जिसके चलते धूल डस्ट से कई लोग अस्थमा एवं दमा के मरीज हो चुके हैं, इतना ही नहीं आमाडाण खुली खदान एवं मुख्य मार्गो के उड़ते धूल डस्ट के चलते क्षेत्र की पूरी फसल कुआं तालाब का पानी एवं सब्जी की खेती क्षेत्र के रहवासियों के मकान पूरी तरह से डस्ट से प्रभावित हैं, नीलकंठ इंफ्रा माइनिंग लिमिटेड के अधिकारी कर्मचारी आम जनता, छोटे-छोटे बच्चे एवं मवेशियों को मौत का न्योता दे रहे हैं यहां कार्य कर रही कंपनी आमाडाण खुली खदान के उत्तरी एवं पश्चिमी व दक्षिणी क्षेत्र पर बिना बैरिकेड बिना कांटा तार बाउंड्री के कॉलरी में कार्य कर रही है इतना ही नहीं खुलेआम ब्लास्टिंग भी किया जाता है ग्रामीणों ने बताया कि कांटा तार की बाउंड्री ना होने के चलते आए दिन पालतू जानवर खदान के नीचे गिरकर मौत के गाल में समा जाते हैं फिर भी नीलकंठ इंफ्रा मॉर्निंग लिमिटेड के जिम्मेदार अधिकारी कुंभकर्णी नींद में सो रहे हैं आमाडाण खदान प्रभावित क्षेत्र के लोगों ने जिले के संवेदनशील न्यायप्रिय कलेक्टर हर्षल पंचोली, पुलिस अधीक्षक मोतिउर रहमान से मांग किए हैं कि लापरवाह नीलकंठ इंफ्रा माइनिंग लिमिटेड की कार्यशाली की जांच करा कर जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाए जिससे क्षेत्र की जनता अपने आप को सुरक्षित महसूस कर सके।
समाचार 06 फ़ोटो 06
कोशिश सेवा समिति ने बाल अधिकार संरक्षण दिवस को बाल अधिकार सप्ताह के रूप में मनाया
अनूपपुर
जिले के जमुना कोतमा जिसमें क्षेत्र स्तरीय विद्यालयों के विभिन्न प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया। मुख्य अतिथि मेघा पवार सदस्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग मध्य प्रदेश शासन भोपाल के विशिष्ट अतिथि राम अवध सिंह अध्यक्ष नगर पालिका परिषद पसान, वैशाली ताम्रकार उपाध्यक्ष नगर पालिका परिषद कोतमा, तहसीलदार साहब कोतमा, मंजूषा शर्मा सहायक संचालक महिला बाल विकास विभाग जिला अनूपपुर कुमार ध्रुव पूर्व अध्यक्ष बाल कल्याण समिति अनूपपुर अशोक लाल अध्यक्ष कोशिश सेवा समिति जितेंद्र रजक सचिव कोशिश सेवा समिति एवं रश्मि खरे सह सचिव कोशिश सेवा समिति, मंचासीन अतिथियों के समक्ष समापन समारोह संपन्न किया गया।
समापन समारोह में बच्चों द्वारा क्षेत्रीय गीत एवं वेशभूषा में नृत्य प्रस्तुत किए गए एवं छोटे बच्चों के लिए फैंसी ड्रेस प्रतियोगिता रखी गई थी कार्यक्रम की मुख्य अतिथि मेघा पवार द्वारा बच्चों को उनके अधिकार के बारे में बताया गया विशिष्ट अतिथि राम अवध सिंह जी द्वारा कोशिश सेवा समिति द्वारा आयोजित कार्यक्रम को सराहा गया एवं भविष्य में सहयोग हेतु आश्वासन दिया गया। कार्यक्रम के अंत में प्रतियोगिता में शामिल बच्चों को पुरस्कृत किया गया एवं मंचासीन अतिथियों को स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया गया। एक दिवस पूर्व विश्व विकलांग दिवस होने के कारण कोशिश सेवा समिति द्वारा संचालित परियोजना मानसिक एवं दिव्यांग विकास केंद्र कोतमा कालरी के बच्चों का अतिथियों एवं लाइनस क्लब कोतमा के सदस्यों द्वारा सम्मान कर उपहार वितरित किए गए। कार्यक्रम में मंचासीन अतिथियों के अलावा लाइनस क्लब कोतमा की अध्यक्ष रमा सोनी एवं अन्य सदस्य, कोशिश सेवा समिति के सदस्य डॉक्टर सिद्दीकी, ऋषि नामदेव, अंजलि रजक, सरिता केवट,रेनू जायसवाल ,अमीन अहमद ,हसन अंसारी, मीनू तिवारी, मालती वर्मा क्षेत्र के विभिन्न विद्यालयों के बच्चे शिक्षक शिक्षिकाएं अभिभावक एवं पत्रकार बंधु उपस्थित रहे, साथ ही महिला एवं बाल विकास विभाग अनूपपुर से विकास तिवारी धर्मेंद्र एवं पसान नगर पालिका के कर्मचारीयो का सहयोग प्राप्त हुआ।
समाचार 07 फ़ोटो 07
ड्यूटी रेंजर पर चढ़ाई बाइक, मारपीट कर फाड़ दी वर्दी, पुलिस ने पकड़ा तो आरोपी ने लगाए ये गंभीर आरोप
शहडोल
जिले में इन दिनों बदमाशों के हौसले इतने बुलंद है कि, बदमाश शासकीय कर्मचारियों अधिकारियों पर भी हमला करने से नहीं चूक रहे। ताजा मामला बुढार थाना क्षेत्र के वन परिक्षेत्र बुढार से सामने आया है। जहां वन विभाग के डिप्टी रेंजर पर एक बदमाश ने बेवजह हमला कर दिया। इस हमले में डिप्टी रेंजर की वर्दी फट गई। डिप्टी रेंजर की शिकायत पर पुलिस ने हमला करने वाले शख्स के खिलाफ मारपीर शासकीय कार्य में बाधा डालने जैसी अन्य धाराओं के तहत मामला दर्ज कर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। वही आरोपी ने डिप्टी रेंजर पर साइड नहीं देने पर बंधक बनाकर मारपीट कर फर्जी मामले में फंसाने का आरोप लगाया है।
बुढार वन परिक्षेत्र में पदस्थ डिप्टी रेंजर कमला प्रसाद वर्मा की वर्दी फाड़कर उनके ऊपर जानलेवा हमला हुआ है। दरअसल, डिप्टी रेंजर कार्यालय के बाहर खड़े थे तभी बाइक से विपरीत दिशा से आ रहे कलीस अहमद ने डिप्टी रेंजर के ऊपर बाइक चढ़ाते हुए मारपीट कर वर्दी फाड़ दी। आरोपी ने कहा कि, ‘तुम बहुत अनावश्यक कार्रवाई करते हो। पूर्व में भी मेरे ऊपर लड़की का केस बनाए थे। इसीलिए तुम्हे जान से खत्म कर दूंगा।’ जिसकी शिकायत डिप्टी रेंजर ने बुढार थाने में की है। डिप्टी रेंजर की शिकायत पर पुलिस ने हमला करने वाले शख्स के खिलाफ मारपीर और शासकीय कार्य में बाधा डालने जैसी अन्य धाराओं के तहत मामला दर्ज कर आरोपी को गिरफ्तार किया है।
वहीं इस पूरे मामले में आरोपी कलीस अहमद ने उल्टा डिप्टी रेंजर पर बाइक से टक्कर लगने पर बंधक बनाकर मारपीट कर फर्जी मामले में फंसा देने का आरोप लगाया है। इस पूरे मामले में थाना प्रभारी संजय जैसवाल का कहना है कि डिप्टी रेंजर के साथ ऑन ड्यूटी मारपीट की शिकायत पर मामला दर्ज कर आरोपी को गिरफ्तार किया है। आगे की वैधानिक कार्रवाई की गई है।
समाचार 08 फ़ोटो 08
युवा टीम ने नुक्कड़ नाटक कर एड्स से जुड़ी भ्रांतियां को किया दूर, लोगों को किया जागरूक
उमरिया
राष्ट्रीय एड्स दिवस सप्ताह कार्यक्रम के तहत मुख्य चिकित्सा व स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. एस.बी चौधरी ,जिला एड्स नियंत्रण नोडल अधिकारी डॉ. मुकुल तिवारी के मार्गदर्शन पर जिले की सक्रिय युवाओं की टोली युवा टीम उमरिया द्वारा ग्राम पंचायत पिपरिया में एड्स जागरूकता नुक्कड़ नाटक का आयोजन किया गया।कार्यक्रम का उद्देश्य समाज में एड्स के बारे में सही जानकारी देकर और इस विषय से जुड़ी भ्रांतियों को दूर करना था। डॉ.एड्स नियंत्रण नोडल अधिकारी डॉ. मुकुल तिवारी ने बताया कि नाटक का मुख्य उद्देश्य लोगों को इस गंभीर बीमारी के प्रति संवेदनशील और जागरूक बनाना था। नाटक के माध्यम से, युवाओं ने यह संदेश दिया कि एड्स कोई अपराध नहीं है, बल्कि यह एक बीमारी है जिसका उपचार संभव है और यह केवल समझदारी और सावधानी से ही बचा जा सकता है। युवाओं ने एड्स के प्रति नकारात्मक धारणाओं को बदलने के लिए जोर दिया।
एड्स वालंटियर हिमांशु तिवारी ने नुक्कड़ नाटक के माध्यम से अपनी प्रस्तुती देते हुए बताया कि आज की युवा पीढ़ी नशे की डोज को पूरा करने के लिए एक से अधिक युवा एक ही सीरींज का प्रयोग करते है और बाद में वे सभी एचआईवी पाॅजिटिव पाए जाते है। जिससे उनका जीवन पूरी तरह से बर्वाद हो जाता है। उन्होंने बताया कि हमें नशे जैसी बुराई के कारण समाज में फैल रही एचआईवी/एड्स जैसी बीमारी से युवा पीढ़ी व समाज को बचाना होगा और यह कार्य केवल जागरूकता से ही किया जा सकता है।नुक्कड़ नाटक के दौरान लैब टेक्नीशियन वीरेंद्र शर्मा, अनुज रजक, हिमांशु तिवारी,खुशी सेन,वर्षा बर्मन,साक्षी रैदास,अंजली सिंह,संजना केवट,सुलेखा राठौर,मुस्कान महोबिया,अनुसूइया दहिया, फरहाना खातून,लष्मी महोबिया,खुशी पाठक, शालिनी चौधरी,सोनिया पटेल, संजना कोल,देव चौधरी व एवं सभी उपस्थित रहे।
समाचार 09 फ़ोटो 09
महिला मरीज की मौत मामले मे कमिश्नर ने बीएमओ को किया निलंबित
उमरिया
कमिश्नर शहडोल संभाग सुरभि गुप्ता ने डॉ. निशांत सिंह परिहार, सी.बी.एम.ओ. सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र मानपुर, जिला उमरिया को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। निलंबन अवधि में डॉ. परिहार का मुख्यालय कार्यालय मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी उमरिया नियत किया गया है। निलंबन अवधि में नियमानुसार जीवन निर्वाह भत्ते की पात्रता होगी।
कलेक्टर उमरिया को इंद्र पाल पटेल द्वारा अवगत कराया गया था कि हेमा पटेल के इलाज हेतु 29 नवंबर 2024 को समय लगभग 2.30 बजे सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मानपुर में इलाज कराने हेतु ले जाया गया था, जोकि अत्यंत पीडा में थी जिसमें चिकित्सक द्वारा मरीज को ऑक्सीजन की सलाह दी जा रही थी। लेकिन चिकित्सक द्वारा कहा जा रहा था कि मानपुर अस्पताल में आक्सीजन की व्यवस्था नहीं है। जिससे इलाज भी नाम मात्र का किया गया। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मानपुर में पदस्थ बी.एम.ओ. मानपुर कभी नहीं आते हैं। जिससे लोगों को आये दिन मौत का शिकार होना पडता है, छोटी-छोटी बीमारियों में यहाँ के डॉक्टरों द्वारा बाहर के लिये रेफर कर दिया जाता है, प्रार्थी की पत्नी हेमा पटेल की मृत्यु डॉक्टर की लापरवाही से हुयी है।
कलेक्टर उमरिया ने मानपुर की अध्यक्षता में समिति का गठन किया गया। समिति के जाँच प्रतिवेदन में लेख किया गया है कि उपस्थित जनमानस द्वारा बताया गया कि अस्पताल कर्मियों के द्वारा मरीजों के साथ अभद्र व्यवहार करते हैं। सी.बी.एम.ओ. मानपुर मुख्यालय में निवास नहीं करते हैं तथा अपने पदीय दायित्वों का निर्वहन शासन के दिशा निर्देशानुसार नहीं किया जा रहा है एवं अस्पताल की विद्युत, पानी, साफ-सफाई आदि की व्यवस्था सही नहीं पायी गयी। सी.बी.एम.ओ. मानपुर द्वारा अपने प्रबंधकीय कार्य में लापरवाही की जा रही है। जिससे लोगों के बीच आक्रोश है।