पुलिस ने बिना जांच दर्ज की एफआईआर ? विक्की सिंह ने लगाए आरोप
पुलिस ने बिना जांच दर्ज की एफआईआर ? विक्की सिंह ने लगाए आरोप
*सुरक्षा कर्मियों की लगभग आधा दर्जन शिकायते आखिर पुलिस क्यूं नही करती जांच व कार्यवाही?*
अनूपपुर
मामला जमुना कोतमा क्षेत्र के गोविंदा साइडिंग का है। जहां शनिवार की दोपहर सीआईएसएफ के आरक्षक और कोल साइडिंग के रैक लोडिंग ठेकेदार के बीच हुए विवाद के बाद कोतमा थाने में दोनों पक्षो द्वारा की गई शिकायत के मामले में ठेकेदार विक्की सिंह ने कोतमा थाना प्रभारी के ऊपर पक्षपात पूर्ण कार्यवाही के आरोप लगाए हैं। उन्होंने यह बात कही कि उक्त मामले में सीआईएसएफ के आरक्षक गणेश सिंह ने साइडिंग डीजल छोड़ने गए मेरे साथी विवेक सिंह के साथ पहले गाली गलौज की हफ्ता बांधने की बात कही विवेक सिंह द्वारा मना करने पर की आप ठेकेदार से बात करिए व मुझे बुलाने पर मेरे साथ भी गाली गलौज की। व वीडियो बनाने लगा। मेरे द्वारा वीडियो बनाने से मना करने पर बहस वाद विवाद के बाद आरक्षक गणेश सिंह और ठेकेदार के बीच आपसी समझौता हो गया व मामला वही शार्ट आउट हो गया। उसके बाद जब एक पक्ष थाने शिकायत करने गया तब दूसरे पक्ष ने भी कोतमा थाने में शिकायत की जिस शिकायत पर कोई कार्यवाही न होने से भाजपा जिलाध्यक्ष की दौड़ में शामिल पसान नगर पालीका के अध्यक्ष रामअवध सिंह के पुत्र जो बीते 4 वर्षों से पिता से अलग रहते है के ऊपर गम्भीर धाराओं में मामला दर्ज करा एकपक्षीय कार्यवाही कराकर कहीं राजनीति का शिकार तो नही बना दिया गया। जनचर्चा है कोतमा थाना प्रभारी सुंदरेश मरावी द्वारा नगर के व्यापारियों ठेकेदारों पर बिना जांच की जा रही लगातार एकतरफा कार्यवाही फिलहाल नगर में सुर्खियों पर है।
*क्या है मामला*
जिले के कोतमा थाना अंतर्गत विक्की सिंह निवासी गोविंदा जो रुद्राक्ष और प्रगति कम्पनी के प्रोपराइटर हैं, जिनका कोयला रैक लोडिंग का काम गोविंदा साइडिंग में चल रहा है। जहां विक्की सिंह द्वारा अपने भालूमाड़ा आफिस से पिकअप के मॉध्यम से मशीन में डीजल डालने के लिए विवेक सिंह के हाथों गोविंदा साइडिंग में डीजल भेजे थे। जहां साइडिंग में डीजल डालकर लौटते समय पिकअप वाहन ब्रेक डॉउन हो गयी थी। उसी दौरान एसआईएसएफ के आरक्षक गणेश प्रधान ने विवेक सिंह के पास पहुंचकर सड़क से वाहन हटाने की बात कहकर गाली गलौज की जिस पर जब विवेक सिंह ने पिकअप ब्रेकडाउन होने की बात कही व गाली गलौज न करने को बोले। विवेक सिंह ने कोतमा थाने में की शिकायत में एसआईएसएफ के आरक्षक गणेश प्रधान द्वारा हफ्ता बांधने की व पैसे मांगने के आरोप भी लगाए हैँ। वही मामले की सूचना विक्की सिंह को देने व मौके पर पहुंचने के बाद आरक्षक गणेश प्रधान ने विक्की सिंह से बहस की व गाली गलौज कर वीडियो बनाने लगा जिसपर विक्की सिंह ने भी गाली सुनकर प्रतिक्रिया स्वरूप गाली देकर वीडियो बनाने से मना किया व मोबाइल छीनने का प्रयास किये। जिसपर कोतमा थाना प्रभारी सुंदरेश मरावी ने गाली गलौज की वीडियो के आधार पर मामले की बिना जांच किये एक पक्षीय कार्यवाही करते हुए सीआईएसएफ के आरक्षक की शिकायत पर ठेकेदार विक्की सिंह पर अपराध क्रमांक 0470/24 धारा 132, 121/1 121, 351/3, व बीएनएस की धारा के तहत मामला पंजीबद्ध कर दिए। वही ठेकेदार की शिकायत पर कोई कार्यवाही न कर जांच उपरांत कार्यवाही का आस्वाशन दिया गया है।
*राजनीतिक छवि बिगाड़ने प्रयास*
पसान नगर पालिका अध्यक्ष रामअवध सिंह के छोटे पुत्र विक्की सिंह ने यह बात कही है कि आज 4 साल से मैँ अपने पिता से अलग गोविंदा कालरी मे अपने परिवार के साथ रहता हूँ। व पिताजी भालूमाड़ा में रहते हैं। मेरा व्यवसाय अलग है। वो राजनीतिक नेता व जनप्रतिनिधि है। मगर हम दोनों को एक दूसरे के मामले में हमेसा राजनीतिक शिकार बनाया जाता हैं। आज पिताजी संगठन में जिलाध्यक्ष की दौड़ में है तो मेरे मामले को लेकर उनकी फोटो लगाकर भ्रामक खबर चलाई जा रही है जो बिल्कुल गलत है।
कोतमा थाने पहुंचे विक्की सिंह ने थाना प्रभारी कोतमा से यह बात कही की लगभग 25 मिनट की बहस व गाली गलौज की पूरी वीडियो है मगर आपको कट करके सिर्फ उतनी वीडियो दी गयी है। जिंसमे मैंने गाली गलौज की है आप वहां लगे सीसीटीव्ही की जांच कर लीजिए यदि मैँ गलत होऊंगा तो जो सजा देंगे मुझे स्वीकार है। मगर यदि आप एकपक्षीय कार्यवाही करेंगे व हमारी शिकायत पर कोई कार्यवाही न करेंगे तो मैँ थाने के सामने आत्मदाह के लिए मजबूर होऊंगा जो आपकी जवाबदारी होगी। आपके द्वारा की गई एकपक्षीय कार्यवाही को लेकर मेरे पिता की राजनीतिक छवि बिगाड़ने का प्रयास किया जा रहा है। जबकि मेरा उनसे कोई लेना देना नही है।
*ब्रजेंश पांडे ने जोश में खोया होश*
उक्त मामले को लेकर जब लगभग दर्जन भर पत्रकार कोतमा थाने पहुंचे व थाना प्रभारी से बिना जांच किस आधार पर एफआईआर की बात पूंछे तब थाना प्रभारी सुंदरेश मरावी ने पत्रकारो को बाहर कर विक्की सिंह को रुकने व बयान दर्ज कराने रोक लिए जिसपर विक्की सिंह पत्रकारों को बाइट देने जब बाहर निकले तो एएसआई ब्रजेंश पांडे ने पत्रकारों को बाइट लेने से मना कर दिए। व विक्की सिंह को जबरदस्ती बयान के लिए दवाव बनाकर अंदर ले जाने लगे। इतने में विक्की सिंह बाहर निकलकर अपने वकील से बात करने लगे व पत्रकार थाना प्रभारी के चेम्बर में जाकर बाइट लेने बैठ गए। इतने में ब्रजेंश पांडे ने थाना प्रभारी के कमरे में आकर विक्की सिंह का पक्ष लेने की बात कहकर पत्रकारों पर ही एफआईआर कराने की धमकी दे डाले। बहरहाल ब्रजेंश पांडे का यह रवैया पत्रकारों को नागवार गुजरा व सभी पत्रकार बिना बाइट के ही थाने से चले गए।
*आधा दर्जन शिकायते*
सूत्रों की माने तो एसईसीएल में सिक्युरिटी की जिम्मेदारी निभा रहे एसआईएसएफ के सुरक्षाकर्मियों द्वारा चोरों से सांठगांठ कर कालरी के कीमती लोहा व कोयला व वाहनों के डीजल चोरी कराए जाते हैं। बीते कुछ महीने पहले गोविंदा कॉलोनी वार्ड नंबर 12 के एक लड़के के साथ मारपीट का मामला भी सामने आया था जिसमें सीआईएसएफ के जवानों ने माफी मांग और दोबारा ऐसी गलती ना होने का लिखित समझौता भी किया था उसके बाद वार्ड नंबर 13 लहसूई कैम्प गैस गोदाम के पास एक नाबालिक लड़के से भी मारपीट का मामला सामने आया और थाने में शिकायत होने के बाद मामले को रफादफा कर दिया गया वार्ड नंबर 12 में सीआईएसएफ के जवान के द्वारा बीच कॉलोनी में बंदूक से फायर करने का भी मामला सामने आया जिसे शिकायत होने के बाद रफा दफा कर दिया गया कोयला चोरी करवाने और पैसे की मांग करने का वीडियो भी सामने आया लेकिन उसे पर भी कोई कार्यवाही नहीं हुई ऐसे एक दर्जन मामले हैं। जिसकी शिकायते कोतमा थाना में जा चुकी हैं लेकिन आज तक उन पर कोतमा पुलिस ने कोई भी कार्यवाही नहीं की वही अब जबकि सीआईएसएफ के आरक्षक गणेश सिंह द्वारा ठेकेदार से पैसे की मांग कर गाली गलौज की गई व वीडियो बनाकर पुलिस को दे दिए तो कोतमा पुलिस द्वारा बिना जांच किये ही एकतरफा मुकदमा दर्ज कर न्यायसंगत कार्यवाही न करने की नगर में जनचर्चा है।
*इनका कहना है।*
सुरक्षा पर तैनात प्रधान आरक्षक गणेश प्रधान के साथ गाली गलौज की वीडियो प्राप्त हुई थी जिसे आधार मानते हुए मामला दर्ज किया गया है ।
*सुंदरेश सिंह मरावी, थाना प्रभारी, कोतमा*
गोविंदा साइडिंग में रैक लोडिंग टेंडर मेरे पास है जहां रोजाना डीजल से भरे टैंकर वाहन जाते हैं सुरक्षा पर तैनात कर्मचारी के द्वारा डीजल व पैसों की मांग की गई जब डीजल व पैसा नहीं दिया गया तो गाली गलौज करते हुए मेरे साथ मारपीट की गई है । जिसकी शिकायत मैंने थाने में दर्ज कराई है ।
*विक्की सिंह, ठेकेदार, जमुना कोतमा*