जंगल मे बना दी स्कूल, 6 वर्ष से नहीं लगीं कक्षाए लोक निर्माण विभाग का कारनामा

*मूलभूत सुविधाओं का नही रखा ध्यान, लापरवाहों हो राशि की वसूली*


उमरिया

जिले के मानपुर जनपद अंतर्गत ग्राम मुंगवानी मे लोक निर्माण विभाग (पीआईयू)द्वारा बिना पहुंच वाले स्थान पर स्कूल बिल्डिंग बनवा कर एक और कारनामे को अंजाम दिया है। जिसके चलते वर्षो बीत जाने के बाद भी भवन मे कक्षायें संचालित नहीं हो सकी हैं। जानकारी के मुताबिक शासन द्वारा हाईस्कूल के लिये एक करोड़ रूपये की लागत से नई बिल्डिंग के निर्माण की स्वीकृति दी गई थी। जो 6 वर्ष पूर्व बन कर तैयार भी हो गई, परंतु इसे ऐसी जगह बनवा दिया गया, जहां चारों तरफ खेत और निजी भूमि है। बताया जाता है कि बिल्डिंग तक पहुंचने का मार्ग नहीं होने के कारण आज तक इसमे कोई भी गतिविधि शुरू नहीं हो सकी है। वहीं दूसरी ओर लंबे समय से देखरेख और मेंटीनेंस के आभाव मे भवन की हालत जर्जर होने लगी है।

*मूलभूत सुविधाओं का नही रखा ध्यान*

गौरतलब है कि किसी भी शासकीय संरचना के निर्माण से पूर्व उसके औचित्य तथा सुविधा के सभी पहलुओं को ध्यान मे रखा जाता है। स्कूल जैसे भवनो मे तो आग, बाढ़ आदि आपदाओं से सुरक्षा तथा बच्चों के व्यवस्थित आवागमन जैसे मूलभूत इंतजाम अत्यंत अनिवार्य है। बीते कुछ वर्षो मे देश के विभिन्न हिस्सों मे कोचिंग सेंटर तथा स्कूल भवनों मे पानी भरने और आग जैसी दुर्घटनाओं मे कई छात्रों की जान जा चुकी है। इसके बावजूद विभागीय अधिकारियों द्वारा बिना कुछ सोचे-समझे बीच जंगल मे हाई स्कूल मुंगवानी का भवन तान दिया गया है। ऐसे स्थान पर यह महत्वपूर्ण बिल्डिग़ किसके कहने पर बनाई गई। सांथ ही इसका ले आऊट कैसे फाईनल हो गया, यह जांच का विषय है।

*लापरवाहो से हो राशि की वसूली*

इस मामले को लेकर क्षेत्र के लोगों मे भारी रोष है। उन्होने बताया कि भवन निर्माण के समय भी स्थान चयन का मुद्दा उठा था। इतना ही नहीं कई बार इसे व्यवस्थित जगह पर बनवाने की मांग भी की गई, लेकिन अधिकारियों ने उस सलाह को तवज्जो नहीं दी और मनमाने तरीके से बिल्डिंग बनवा दी। स्थानीय नागरिकों का कहना है कि विभाग की लापरवाही और जबरदस्ती के कारण बच्चों को अभी भी पुराने भवन मे पढऩे पर मजबूर होना पड़ रहा है। इसके लिये लोक निर्माण विभाग (पीआईयू) जिम्मेदार है, लिहाजा विभागीय अधिकारियों से भवन निर्माण पर खर्च हुई समूची राशि वसूली जानी चाहिये।

*एसडीओ के हाथ मे थी निर्माण की जिम्मेदारी*

लोक निर्माण विभाग (पीआईयू)मे भर्रेशाही और भ्रष्टाचार किसी से छिपा नहीं है। आज भी विभाग के आला अफसर दिन भर मद मे चूर रहते हैं। जबकि कार्यालय से लेकर फील्ड तक का पूरा काम एसडीओ पंकज गुप्ता के जिम्मे है। ये वही गुप्ता जी हैं, जिनके खिलाफ गत विधानसभा चुनावों के समय एक महिला कर्मी से छेड़छाड़ करने पर मुकदमा भी दर्ज हुआ था। सूत्रों का दावा है कि विभाग मे चल रही कमीशनबाजी और धांधली का असर निर्माण कार्यो पर पड़ रहा है। मजे की बात यह है कि इस संबंध मे लगातार शिकायतों के बावजूद भ्रष्ट अधिकारियों पर कोई कार्यवाही नहीं हो रही है।

मांगो को लेकर कई खदानों के समीप धरने में बैठे रहे लोकल क्षेत्रिय ट्रक मालिक संघ

*खबर लिखे जाने तक मौके पर नहीं पहुचे सक्षम अधिकारी*


अनूपपुर

जिले के कई खदानों में धरने पर बैठे लोकल क्षेत्रिय ट्रक मालिक संघ द्वारा उच्च अधिकारियों को लिखित रूप से सूचित किया गया था कि जिले मे संचालित कोयला खदानों मे ट्रांसपोर्टर द्वारा कोयला परिवहन पर बिल्टी में भाड़े का उल्लेख नहीं किया जाता साथ ही कोयला परिवहन होने के उपरांत भाड़ा देने मे लेट लतीफ किया जाता है। जिससे मोटर मालिकों को वाहन चालक, परिचालक को वेतन देने में काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है इन सभी बातों को लेकर लोकल क्षेत्रीय ट्रक मालिक संघ ने अपनी मांगे रखी की कोयला परिवहन के उपरांत बिल्टी जमा करने पर एक सप्ताह के अंदर पेमेंट किया जाएं। धरने पर बैठे संघ के लोगों ने मिडिया को जानकारी देते हुए बताया क़ी हमारे द्वारा कई बार ट्रांसपोर्टर से बैठक की गई और निष्कर्ष निकाला गया कि सब से पहले लोकल गाड़ियों को प्राथमिकता दी जाएगी साथ ही बिल्टी मे भाड़े का उल्लेख भी किया जायेगा। कोयले में लगने वाली गाड़ियों के बिल्टी में भाड़ा का उल्लेख किया जाए साथी लोकल ट्रक मालिकों को प्राथमिकता दी जाए लेकिन उनके द्वारा किसी भी प्रकार का पालन नहीं किया जा रहा है। व बाहर क्षेत्र की गाड़ियों को ज्यादा प्राथमिकता दी जा रही है इन सब को देखते हुए हमारे संघ ने निर्णय लिया कि 13 नंबर से जिले की कई खदानों में कोयला परिवहन बंद किया जाएगा साथ ही शांतिपूर्ण धरना प्रदर्शन करेंगे। जिससे कि हमारा धरना प्रदर्शन निरंतर जारी है जब तक ट्रांसपोर्टर द्वारा सक्षम अधिकारीयों के समक्ष वार्तालाप नहीं होती है तब तक हमारा यह धरना प्रदर्शन निरंतर जारी रहेगा। 13 नवंबर बुधवार सुबह 6:00 बजे से हमारे संघ द्वारा जिले की आमाडाड, कोरजा, बहेराबांध राजनगर ओसिएम व छत्तीसगढ़ के मनेन्द्रगढ़ में संचालित हल्दीबाड़ी खदान में शांतिपूर्ण धरना प्रदर्शन किया जा रहा खबर लिखें जाने तक ट्रांसपोर्टर,व कालरी प्रबंधक के कोई भी सक्षम अधिकारी मौके पर उपस्थित नहीं हुए हैं जब तक ट्रक मालिकों के हित में हमारे द्वारा दिए गए मांगों की पूर्ति नहीं की जाएगी तब तक हमारा धरना प्रदर्शन यूं ही निरंतर जारी रहेगा।

इनका कहना है।

सुबह से जिले के कई खदानों के समीप हमारे संघ के पदाधिकारी व ट्रक मालिक उपस्थित रहे जब तक ट्रक मालिकों के हित की मांगों को पूरा नहीं किया जाएगा तब तक हमारा यह धरना प्रदर्शन जारी रहेगा आज के धरना प्रदर्शन में कोई भी सक्षम अधिकारी मौके पर उपस्थित नहीं हुए। कालरी मे हो रही छती के जिम्मेदार स्वयं सक्षम अधिकारी है।

राजेश रजक, अध्यक्ष लोकल क्षेत्रीय ट्रक मालिक संघ*

मधुमेह रोगियों को आंखों की जांच कराना जरूरी- डॉ. जनक सारीवान


अनूपपुर

जिला चिकित्सालय में पदस्थ नेत्र सर्जन एवं रेटीना विशेषज्ञ डॉ. जनक सारीवान ने 14 नवम्बर विश्व मधुमेह दिवस पर जनजागरूकता के दृष्टिकोण से बताया है कि डायबिटिक रेटिनोपैथी आंखों की एक ऐसी बीमारी है जो शुगर से पीड़ित व्यक्तियों में होती है और उन व्यक्तियों में नजर खराबी और अंधापन का कारण बन सकती है। इस बीमारी में आंखों की रेटीना के रक्त वाहिकाएं प्रभावित होने लगती है। रेटीना में रक्त स्त्राव होने लगता है और सूजन आ जाती है, जिससे नजर कम होने लगती है। जागरूकता की कमी के कारण उचित समय में इसका जांच व उपचार न होने से नजर स्थाई रूप से कम हो जाती है। ऐसे व्यक्तियों को अपनी आंखों के रेटीना की जांच प्रत्येक 6 माह में कराते रहना चाहिए। उन्होंने विश्व मधुमेह दिवस 14 नवंबर के अवसर पर मधुमेह से पीड़ित व्यक्तियों के रेटीना की जांच कराने की अपील की है। उन्होंने मधुमेह रोग से पीड़ितों को बीमारी से बचने जागरूक रहकर जांच एवं उपचार नियमित अन्तराल में कराने को भी कहा है।

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