माहेश्वरी समाज का दीपावली मिलन समारोह संपन्न, प्रदेश अध्यक्ष की रही उपस्थिति 

*माहेश्वरी समाज धार्मिक, सामाजिक,राजनीतिक क्षेत्र में निभा रहा है सक्रिय भूमिका*


अनूपपुर

माहेश्वरी समाज का संभाग स्तरीय दीपावली मिलन समारोह रविवार को कंकाली देवी मंदिर,अंतरा,शहडोल में धूमधाम के साथ संपन्न हुआ। इस अवसर पर कार्यक्रम में माहेश्वरी समाज के शहडोल,बुढार,अमलाई,चचाई,धनपुरी,अनूपपुर,जैतहरी के महेश्वरी समाज के वरिष्ठ से लेकर कनिष्ठ तक पुरुष, महिलाएं एवं बच्चे काफी संख्या में उपस्थित थे।कार्यक्रम का सफल संचालन माहेश्वरी समाज के आदेश खटोड़ ने किया।

कार्यक्रम की शुरुआत अतिथियों द्वारा भगवान महेश की प्रतिमा पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्ज्लन के साथ की गई।उपस्थित लोगों ने वरुण माहेश्वरी के साथ भजन में भाग लिया।श्री राम जय राम जय जय राम,मेरी झोपड़ी के भाग्य आज खुल जाएंगे राम आएंगे।कार्यक्रम के शुभारंभ में गरमा-गरम नाश्ता की विशेष व्यवस्था की गई थी।तत्पश्चात तमाम तरह के गेम्स का आयोजन किया गया।जिसमें तंबोला आदि गेम खिलाया गया।जिसमें समाज के सभी लोगों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया एवं पुरस्कार प्राप्त किया।कार्यक्रम के मध्य में स्नेह भोज का आयोजन किया गया।सभी ने एक दूसरे को दीपावली की हार्दिक शुभकामनाएं दी।उपस्थित लोगों में प्रमुख रूप से कमल मुंदड़ा,एम.एल.मंत्री,गणपत गट्टानी,दिलीप ईनानी ने संबोधित किया।कार्यक्रम में मंचासीन प्रदेश अध्यक्ष अतुल माहेश्वरी,जिलाध्यक्ष सुनील मंत्री,आदेश खटोड़,कमल मुंदड़ा,अरुण बियानी रहे। 

इसके साथ ही माहेश्वरी समाज के प्रदेश अध्यक्ष अतुल माहेश्वरी ने माहेश्वरी समाज पर प्रकाश डाला एवं कहा कि माहेश्वरी समाज एक संगठित समाज है।इसके साथ ही समाज द्वारा किए जा रहे कार्यों एवं तमाम तरह के ट्रस्टों की जानकारी दी गई एवं कहा गया कि जरूरतमंद तक सेतु बनकर उसका जरूरतमंद लोगों को लाभ दिलाए।साथ ही कहा कि राष्ट्र की उन्नति के लिए माहेश्वरी समाज का विशेष योगदान है।

उन्होंने कहा कि माहेश्वरी समाज आज पहचान का मोहताज नहीं है।माहेश्वरी समाज आज धार्मिक, सामाजिक,राजनीतिक क्षेत्र में सक्रिय भूमिका निभा रहा है।साथ ही सेवा एवं परमार्थ के कार्य में भी संलग्न होकर अपनी अलग पहचान बन चुका है।यही नहीं जरूरतमंद लोगों के लिए हर संभव मदद करने का भाव माहेश्वरी समाज के प्रत्येक व्यक्ति में देखा जा सकता है।वही समाज के प्रत्येक ग्रुप द्वारा शिक्षा एवं चिकित्सा के क्षेत्र में जो कार्य किया जा रहे हैं वह अपने आप में प्रशंसनीय है।माहेश्वरी समाज में ब्रह्मा,विष्णु और महेश का स्वरूप झलकता है।उपस्थित लोगों ने कहा कि ब्रह्मा,विष्णु,महेश के वृहद स्वरूप के दर्शन माहेश्वरी समाज में होते हैं। पूरे भारत में माहेश्वरी समाज अपने समाज के उत्थान के लिए दिन-रात जुटे रहते हैं और अपनी नई सोच के जरिए समाज का विकास भी कर रहे हैं।साथ ही प्रदेश अध्यक्ष अतुल माहेश्वरी ने शहडोल संभाग माहेश्वरी समाज की की भूरि-भूरि प्रशंसा की एवं कहां की प्रदेश में सबसे ज्यादा आत्मीयता यहां आकर मिली।

कार्यक्रम में शहडोल संभाग के सभी स्थानों से माहेश्वरी समाज के लोगों ने शिरकत की एवं खुशी का इजहार किया और इसी तरह हमेशा मिलते रहने का वादा भी किया।माहेश्वरी समाज के जिलाध्यक्ष सुनील मंत्री ने कार्यक्रम के सफल आयोजन के लिए सभी के प्रति आभार व्यक्त किया।कार्यक्रम का समापन चाय के साथ किया गया।उपस्थित सभी लोगों ने आंवला नवमी की पूजा की एवं कंकाली देवी मंदिर का दर्शन भी किया।

बीमार हांथी शावक की इलाज के दौरान मौत


उमरिया

जिले के बांधवगढ़ राष्ट्रीय उ्रद्यान के पनपथा बफर परिक्षेत्र से लाये गये हांथी के बच्चे की मौत हो गई है। गौरतलब है कि यह शावक विगत 08 नवंबर को परिक्षेत्र के खारी बड़ीटोला के जंगल मे अपने झुंड से बिछड़ कर बीमार हो गया था। लावारिस और अचेत मे देखे जाने के बाद चिकित्सकीय दल ने तत्काल मौके पर पहुंच कर बच्चे का उपचार किया। बाद मे उसे परिक्षेत्र ताला स्थित रामा हाथी कैम्प मे रखा गया, तभी से वन्य प्राणी विशेषज्ञ एवं डाक्टर लगातार बच्चे के इलाज मे जुटे हुए थे। प्रबंधन और चिकित्सकों के अथक प्रयासों के बावजूद हांथी शावक को नहीं बचाया जा सका। कल 10 नवंबर को प्रात: 6.06 बजे उसने अंतिम सांस ली। एसडीओपी के अनुसार पोस्टमार्टम उपरांत वरिष्ठ अधिकारियों की उपस्थिति मे हांथी शावक के शव का निपटान किया गया।

सपना देखकर पुजारी ने करवाई खुदाई, निकली भगवान विष्णु की प्रतिमा, गांव में खुशी का माहौल


शहडोल 

जिले के सिंहपुर क्षेत्र के ग्राम बमुरा में वर्षों पुराने काली मंदिर के पास खुदाई के दौरान भगवान विष्णु की प्रतिमा मिलने से गांव में खुशी का माहौल है। बताया जाता है कि मंदिर के पुजारी को सपना आया था की मंदिर के समीप भगवान की प्रतिमा मौजूद है जिसे खुद निकाल लिया जाए।

सिंहपुर क्षेत्र के ग्राम बमुरा में वर्षों पुराने काली मंदिर के समीप खुदाई के दौरान भगवान विष्णु की प्रतिमा निकली है। भगवान की प्रतिमा निकलने की खबर जैसे ही गांव व आसपास के लोगों को लगी तो दर्शन करने बड़ी संख्या में लोग पहुंचना शुरू हो गए। मंदिर में पूजा पाठ के साथ ही भजन कीर्तन का आयोजन शुरू हो गया।

बमुरा निवासी राघवेन्द्र सिंह परिहार ने बताया कि कुछ दिनों पहले मंदिर के पुजारी छोटेलाल कोल को सपना आया था, जिसमें मंदिर के समीप भगवान की प्रतिमा होना देखा गया था। इसके पहले भी गांव के लोगों को सपने में मंदिर के पास जमीन के अंदर प्रतिमा होना देखा गया था। जब मंदिर के पुजारी को यह सपना आया तो उन्होंने अकेले ही खुदाई शुरू की तो भगवान विष्णु की प्रतिमा निकली। ग्रामीणों ने बताया कि प्रतिमा को मंदिर के सामने परिसर में रखकर पूजा पाठ किया जा रहा है।

ग्रामीणों ने बताया कि करीब एक दशक पहले मंदिर में एक संत आए थे, उन्होंने भी मंदिर के आसपास जमीन में भगवान की प्रतिमा होना बताया था। गांव में स्थित काली मंदिर में लोगों की काफी आस्था है। लोग दूर दराज से यहां पहुंचते हैं और दर्शन लाभ उठाते हैं।

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