नर्मदा भवन में डिनर और कागजों में निर्देश, व्यवस्था की निर्लज्जता ने लांघी सारी सीमाएं- सीटू

*22 अक्टूबर से पदयात्रा एवं 23 अक्टूबर को डेरा डालो घेरा-डालो आंदोलन*


अनूपपुर

वैसे जिन्हें जरा भी लाज - शरम आती हो उसे डूब मरने के लिए चुल्लू भर पानी पर्याप्त है लेकिन प्रकृति ने अनूपपुर जिला में बेशर्मों को डूब मरने के लिए सोन नदी, केवई नदी, जोहिला नदी, और तिपान नदी में अथाह पानी की व्यवस्था बना रखी है। उक्त बातें संयुक्त ठेकेदारी मजदूर यूनियन सीटू के अध्यक्ष कामरेड जुगुल किशोर राठौर ने सोन नदी में बने बैराज पहुंच मार्ग महुदा क्योंटार में जारी धरना प्रदर्शन स्थल में आयोजित पदयात्रा के लिए तैयारी बैठक में कहा।

उन्होंने कहा कि विगत दिवस 9 अक्टूबर को मध्य प्रदेश सरकार के प्रशासन तंत्र एवं जिला अनूपपुर के कानून व्यवस्था का पालन करवाने वाले जिम्मेदार अफसर मोजर बेयर पावर प्लांट के द्वारा बनाया गया नर्मदा भवन अर्थात वीआईपी होटल में डिनर करते हुए प्रबंधन को निर्देश दिया है कि पुनर्वास नीति का पालन करवाने ग्राम अमगवा, गुवारी एवं लहरपुर में शिविर लगाकर समस्या का निराकरण करवाए जाएं।

कामरेड जुगुल राठौर ने कहा कि यह दिखावे और पाखंड के सिवा कुछ भी नहीं है । यह पहला मौका नहीं है कि जिला प्रशासन के द्वारा जन चौपाल एवं जन समस्या निवारण शिविर ना लगाया गया हो, शिविरों की दिखावटी कार्यवाही  से  किसान एवं मजदूरों की हालात में कोई बदलाव नहीं आया है बल्कि मोजर वेयर पावर प्लांट के प्रबंधन यहां के किसान एवं मजदूरों के साथ गुलामों की तरह व्यवहार कर रहा है। 

उन्होंने कहा कि हमारी मांगों में ऐसा कोई मांग नहीं है जो पुनर्वास के शर्तों एवं श्रम कानून के दायरे से बाहर हो, लेकिन हम लगातार शांतिपूर्ण धरना प्रदर्शन करके शासन प्रशासन का ध्यान आकर्षित करते रहे हैं किंतु समस्याएं ज्यों की त्यों बनी हुई है। उन्होंने कहा कि  *मोजर बेयर पावर प्लांट के प्रबंधन जानबूझ करके औद्योगिक विवाद को बढ़ाना चाहता है जो कि दंडनीय अपराध है। यदि जिला प्रशासन मोजर बेयर पावर प्लांट के प्रभावित किसान , अतिक्रामक तथा अन्य काश्तकारों एवं स्थानीय लोगों तथा मजदूरों का जरा भी चिंता है तो पुनर्वास के शर्तों का एवं श्रम कानूनों का अक्षरशः  पालन करवाए । इसी काम के लिए उनकी नियुक्ति किया गया है एवं जनता के खजाने से उन्हें लाखों रुपए वेतन एवं सुविधाएं दी जा रही है। 

उन्होंने बैठक में उपस्थित सभी साथियों से अपील किया है कि यह लड़ाई " करो या मरो " के नारा को चरितार्थ करने जंग के मैदान में उतरेगी। 22 अक्टूबर से पदयात्रा एवं 23 अक्टूबर को डेरा डालो घेरा-डालो आंदोलन करके मध्य प्रदेश सरकार एवं जिला प्रशासन की सोई हुई संवेदना को जगाने का काम करेंगी। बैठक में प्रमुख रूप से मध्यप्रदेश किसान सभा जिला समिति अनूपपुर के महासचिव कामरेड दलबीर केवट, माकपा के जिला सचिव कामरेड रमेश सिंह राठौर, कामरेड ओमप्रकाश राठौर, कामरेड मोतीलाल रजक, कामरेड राजकुमार राठौर, सहित सभी युनियन पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता मौजूद रहे।

कोयला खदान में रोड सेल पर भाड़े को लेकर आए दिन होता हैं विवाद, हो सकती है अप्रिय घटना

*ट्रक ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन के दर्जनों ट्रक मालिकों ने कलेक्टर व एसपी के नाम सौपा ज्ञापन*


शहड़ोल

शहडोल। साउथ ईस्टर्न कोल्ड फील्ड्स लिमिटेड के सोहागपुर एरिया अंतर्गत विभिन्न कोयला खदानों में रोड सेल से कोयला उठाने और भेजना के मामले में भाड़े को लेकर राजस्थान की कंपनी और उसके कुछ कारण दे बीते कुछ दिनों से नए विवादों को जन्म दे रहे हैं, दो दिन पूर्व ही  इस बात को लेकर काफी विवाद हुआ और स्थानीय लगभग 500 से अधिक ट्रकों के मालिक अपनी मांग को लेकर खैरहा थाने पहुंच गए, ट्रक ऑनर्स ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन के बैनर तले खैरहा थाने पहुंचे दर्जनों ट्रक मालिकों ने पुलिस अधीक्षक और कलेक्टर के नाम पर खैरहा थाना प्रभारी को आवेदन दिया था और यह आरोप लगाए थे कि बीएमआर नामक कंपनी के कुछ कारिंदे अनावश्यक दबाव डाल रहे हैं और स्थानीय ट्रक मालिकों से विवाद कर रहे हैं, जिससे किसी भी दिन अप्रिय घटना कारित हो सकती है, इस मामले में स्थानीय पुलिस और जिला प्रशासन के हस्ताक्षेप की मांग की गई और उन्हें समस्याओं से अवगत कराया गया, यह भी बताया गया कि बाहर की कंपनी के कुछ कारिंदे जो ना तो कोई ट्रक मालिक है और नहीं अधिकृत तौर पर कंपनी के कर्मचारी ही हैं, उनके द्वारा यहां लॉयन ऑर्डर की स्थिति निर्मित करने का प्रयास किया जा रहा है।

अमलाई थाना पहुंचे ट्रक मालिक

तीन दर्जन से अधिक ट्रक मालिक अपनी मांग को लेकर अमलाई थाना पहुंचे, उनका आरोप था कि जिस तरह खैरहा थाना क्षेत्र अंतर्गत बीएमआर कंपनी के अधिकृत प्रतिनिधि यशपाल के द्वारा यहां स्थानीय यूनियन क्षेत्रीय ट्रक आनर्स ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन के तय मानकों के खिलाफ जाकर लिफ्टिंग का काम करवाते हुए विवाद की स्थिति निर्मित की जा रही है,  वैसे ही अमलाई थाना अंतर्गत रामपुर खुली खदान में भी स्थिति निर्मित कर विवाद करने की मंशा से ट्रांसपोर्टर की नजर आ रही है। पुलिस अधीक्षक के नाम दिए गए शिकायत पत्र में यह उल्लेख किया गया कि क्षेत्रीय ट्रक आनर्स ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन एक स्थानीय और रजिस्टर्ड यूनियन है, आस-पास की समस्त कोयला खदानों से को लिफ्टिंग के लिए उक्त यूनियन के द्वारा दिशा निर्देश इसलिए तय किए जाते हैं कि कोई भी विवाद की स्थिति आपस में निर्मित ना हो और छोटे-छोटे ट्रक मालिकों के हकों को भी ध्यान में रखा जा सके। पत्र में आगे या उल्लेख किया गया कि यूनियन के द्वारा निर्धारित भाड़े जो प्रतिदिन के हिसाब से निर्धारित किया गया है, समस्त ट्रांसपोर्टर को लिफ्टिंग के लिए इस भाड़े को मानने की बाध्यता सभी के द्वारा आपसी सहमति से तय की गई है। जिसमें स्थानीय को निकासी के लिए 70 प्रतिशत स्थानीय गाडिय़ों को प्राथमिकता दिए जाने तथा 30 प्रतिशत अन्य ट्रांसपोर्टर जो कि स्थानीय क्षेत्र के बाहर की होगी। कोयला सप्लाई के लिए यूनियन के तय मापदंडों के अनुसार कार्य कर सकेंगे, लेकिन राजस्थान की तथाकथित बी.एम.आर कम्पनी राजस्थान की है , जिसे स्थानीय कोयला खदानों से कोयला सप्लाई के लिए ए.सी.सी केमोर के लिए डी.ओ. प्राप्त हुआ है तथा उसके द्वारा पूर्व में यूनियन के मातहत एवं यूनियन के दिशा निर्देशों के अनुसार कार्य करने का वचन दिया था । परन्तु वर्तमान में उनके द्वारा मनमानी दिखाते हुये असामाजिक तत्वों को इकट्ठा कर गाली-गलौज कर हाथ में हथियार रखे हुए हथियार बन्द व्यक्तियों के साथ यूनियन के सदस्यों को धमकाते हुये जान से मारने की धमकी देते हुये कहते है कि हम मनमाने ढंग से कार्य करेगें। अगर हमें यूनियन के तहत काम करने के लिए बोलोगे तो खून खराबा हो जायेगा। तथा कहते है कि ये बड़े बड़े अधिकारियों का काम है, इसमें किसी भी प्रकार से यहां के लोगो को कोई रोजगार नही दिया जायेगा। जितने बड़े-बड़े अधिकारियों का काम है कि वह तुम सब यूनियन वालो को झूठे मुकदमें में दो मिनट में फंसा देगें।

उक्त यूनियन द्वारा स्थापित विधि विरूद्ध कार्य करने में भानू दीक्षित, ओम दीक्षित, रमेश प्रताप सिंह उर्फ दादू, सुजीत चतुर्वेदी एवं उनके साथ अन्य सैकड़ो गुन्डा प्रवृत्ति के व्यक्ति यह धमकी देते है कि, यदि हमें हमारे हिसाब से काम नही करने दोगे। तो हम यहां पर खून खराब कर देंगें तथा वहां उपस्थित सभी व्यक्ति गुण्डा प्रवृत्ति के नशे में रहते है तथा कोई भी बड़ी घटना को अंजाम दे सकते है। स्थानीय यूनियन द्वारा जो दिशा निर्देश बनाये गये है, उसके तहत लगभग 500 परिवार की रोजी-रोटी चलती है तथा सभी 500 परिवार के व्यक्तियों द्वारा फाइनेंस में गाड़ी उठायी गई है। जिसका कर्जा फाइनेंस कम्पनी को किस्त के रूप में उक्त परिवार के लोगो को चुकाना पड़ता है। ऐसी स्थिति में बाहर से आये कम्पनी द्वारा यदि स्थानीय यूनियन के विपरीत कार्य किया जाता है तो, यूनियन से जुड़े लगभग 500 परिवारों के सामने रोजी-रोटी का भारी संकट खड़ा हो जायेगा। तथा वह अपने वाहनों को खड़ा कर चक्का जाम करते हुये उग्र आंदोलन करने के लिए विवश हो जायेगे।

पिकनिक मना रहे लोगों पर तेंदुआ ने किया हमला, पुलिसकर्मी समेत तीन घायल, दहशत में लोग

*पहले कई लोगो को कर चुका है घायल तेंदुआ, खेतौली शोभा घाट की घटना*


शहड़ोल

जिले में इस समय एक असदम खोर तेंदुआ ने दहशत मचा रखी हैं। गोहपारु एवं जैतपुर वन परिक्षेत्र के जंगल में पिछले 24 घंटे में तीन लोगो को घायल करने के बाद शाम यह आदम खोर तेंदुआ सोहागपुर के खेतौली के शोभा घाट में आ धमका। जहां काफी संख्या में लोग पिकनिन मना रहे थे।

तेंदुआ को अचानक देख लोग सहम गए। इस बीच जिस दिशा में तेंदुआ दिखा वहाँ से उसने अपना मूवमेंट बदला और दूसरी ओर से पिकनिक मनाकर लौट रहे एक ग्रुप के लोगो के ऊपर हमला कर दिया। इस हमले में पुलिस महकमे में पदस्थ रेडियो ट्रांसमीटर सहायक उपनिरीक्षक नितिन समदरिया समेत आकाश कुशवाहा 23 वर्ष पुरानी बस्ती शहडोल तथा नंदिनी सिंह 25 वर्ष निवासी ग्राम खतौली समेत कुछ अन्य लोग घायल हुए हैं। घटना के बाद सभी को उपचार के लिए मेडिकल कॉलेज लाया गया।

युवती की पल्टा दी खोपड़ी

तेंदुआ ने सर्वप्रथम आकाश के एक जांघ में हमला कर दाँत गड़ा दिया, फिर दूसरी जांघ में पंजे से हमला किया। हालांकि उसे ज्यादा चोट नही आई हैं। हमले में सर्वाधिक चोट नंदिनी को आई हैं। तेंदुआ ने उसके सिर के ऊपर इतना तेज हमला किया कि उसकी सिर की एक तरफ की खोपड़ी पलट गईं। वहीं पुलिसकर्मी के भी सिर में तेज हमला किया, उनके सिर में काफी गहरी चोट आई हैं। प्राथमिक उपचार के बाद पुलिस कर्मी के परिजन उन्हें मेडिकल कॉलेज से रेफर कराकर कहीं दूसरे अस्पताल लेकर चले गए हैं।

तेंदुआ के हमले में मामूली रूप से घायल आकाश कुशवाहां 23 वर्ष, निवासी पुरानी बस्ती शहडोल ने बताया कि हम लोग करीब 50 से 60 कि संख्या में पिकनिक मनाने खेतौली के शोभा घाट गए हुए थे। शाम करीब 4 बजे के बाद जब हम सब लोग खाना पीना खाकर वापस अपनी गाड़ी की ओर बढ़ रहे थे तभी अचानक हमें एक तेंदुआ नजर आया। हमें लगा कि तेंदुआ हमारी इतनी संख्या देखकर भाग जाएगा। हुआ भी कुछ ऐसा कि वह कुछ समय के लिए हमारी नजरो से ओझल हो गया। इसके बाद वह दूसरी ओर से अचानक आया और सबे पहले मेरे ऊपर हमला किया। किसी तरह मै वहाँ से जानबचा कर भागा। इसके बाद एक एक करके तेंदुआ ने कई लोगो के ऊपर हमला किया। जिसमे हमारे साथ गए पुलिसकर्मी नितिन दादा व एक एक स्थानीय गाँव की युवती के सिर में तेज प्रहार किया। इसके अलावा तेंदुआ ने कई अन्य लोगो के ऊपर हमला किया।

तेंदुआ के हमले के बाद वहाँ लोगो में दहशत फैल गईं। लोग चीखने के साथ यहां वहाँ भागना शुरु कर दिए। चारो ओर चीख पुकार मच गईं। जिसके बाद तेंदुआ जमारी नजरो से ओझल हुआ और जंगल की ओर चला गया।। पिछले दो दिन से यह आदम खोर तेंदुआ जिले के अलग अलग वन परिक्षेत्र में

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