समाज कल्याण हेतु श्रद्धा महिला मंडल ने कार्यक्रम का किया आयोजन, हर्बल वाटिका का किया शुभारंभ

*महिला मंडल  चलाती है नि:शुल्क कम्प्यूटर एवं सिलाई प्रशिक्षण केन्द्र*


अनूपपुर

हसदेव क्षेत्र में श्रद्धा महिला मंडल, एस ई सी एल द्वारा अपनी गौरवशाली परंपरा के अनुसार समाज कल्याण हेतु कार्यक्रम का आयोजन किया गया। ज्ञातव्य हो कि श्रद्धा महिला मंडल द्वारा वर्ष पर्यंत एस ई सी एल संचालन क्षेत्रों और निकटवर्ती ग्रामीण क्षेत्रों में विभिन्न लोक कल्याणकारी कार्य किए जाते हैं ।इसी कड़ी में हसदेव क्षेत्र में आयोजित इस कार्यक्रम में श्रद्धा महिला मंडल की अध्यक्षा पूनम मिश्रा, उपाध्यक्ष संगीता कापरी, अनिता फ़्रैंकलिन एवं इप्शिता दास, क्षेत्रीय महिला समितियों की अध्यक्ष एवं समिति सदस्य बबीता गुप्ता, सविता अग्रवाल, पूनम सिंह उपस्थित हुए। निःशुल्क कंप्यूटर व सिलाई प्रशिक्षण से लग रहे सपनों को पंख: कार्यक्रम का शुभारंभ एस ई सी एल बिजुरी कालोनी में श्रद्धा महिला मंडल द्वारा संचालित निःशुल्क कम्प्यूटर एवं सिलाई प्रशिक्षण केन्द्र से हुआ जहाँ पर कोयलांचल एवं आस पास के ग्रामीण क्षेत्र की लगभग तीन दर्जन से अधिक महिलायें एवं कन्याएँ कंप्यूटर तथा सिलाई का प्रशिक्षण प्राप्त कर रहीं हैं। अतिथियों द्वारा प्रशिक्षणार्थियों से उनके द्वारा प्राप्त किये प्रशिक्षण के बारे में बातचीत की गयी तदोपरांत 31 प्रशिक्षणार्थियों को आवश्यक सामग्री के बहुउपयोगी किट, बैग व लंच पैकेट वितरित किए गये। श्रीमती पूनम मिश्रा ने अपने प्रेरक उद्बोधन में कौशल विकास को आत्मनिर्भरता का पथ बताते हुए उन्हें स्वास्थ्य व पर्यावरण के प्रति अपने महती कर्तव्य को भी पूरा करने का संदेश दिया। 

समाज के कमजोर वर्ग के सहायतार्थ बढ़ाये हाथ: श्रद्धा महिला मंडल द्वारा निकटवर्तीं ग्रामीण क्षेत्र के चार हितग्राहियों को स्वच्छ सब्ज़ियों से भरे हाथठेले वितरित किए। सभी लाभार्थियों को नये वस्त्र व गमछे भी भेंट किए गये। हितग्राहियों ने मुक्तकंठ से मण्डल का हार्दिक आभार प्रदर्शित करते हुये कहा कि वे अब अपने परिवार के भरणपोषण के लिये आत्मनिर्भर हो गये हैं। श्रीमती पूनम मिश्रा ने उन्हें शुभकामनाएँ देते हुए कहा की आप अच्छी सामग्री का अधिक से अधिक विक्रय कर अपने परिवार को आगे बढ़ाएँ एवं विकसित भारत के सहयोगी बनें। ग्रामीण कन्याओं को साइकिल वितरण: श्रद्धा महिला मंडल द्वारा चार कन्याओं को प्रशिक्षण व शिक्षा के साथ अपने कार्य को सुगमता से करने की लिए सुसाज्जित साइकिलें प्रदान की। मण्डल अध्यक्षा ने उन्हे शुभकामनाएँ देते हुए कहा कि आपका कौशल आपकी आत्मनिर्भरता की साथ साथ आपके सम्मान का भी माध्यम बनेगा। अध्यक्षा का स्नेह पाकर लाभार्थी भाव बिहल हो गये, कन्याओं को हृदय से लगाकर मज़बूत बनने का संदेश दिया। सभी प्रशिक्षणार्थियों को पौधे किये भेंट: हरित कोयलांचल के संकल्प के साथ सभी प्रशिक्षणार्थियों को फलदार व औषधीय पौधे वितरित कर अधिकाधिक वृक्षारोपण के लिए संदेश दिया गया। प्रशिक्षण स्थल के पास ही सभी गणमान्य अतिथियों द्वारा “ एक पेड़ माँ के नाम”  कार्यक्रम के तहत औषधीय पौधों का वृक्षारोपण किया गया।  पूनम मिश्रा ने कार्यक्रम में उपस्थित पत्रकारों को मण्डल एवं ज़रूरतमंद लोगों के मध्य की एक आवश्यक कड़ी बताया तथा कहा कि आपके सहयोग से हम अधिकाधिक लोगों की सेवा का अपना ध्येय पूरा कर सकते हैं।

 एक ही दिन में टूटे आठ घरों के ताले, पुलिस सायरन बजाती रही अपराधी ताले काटते रहे

*क्षेत्र में दहशत का माहौल*


अनूपपुर

आज भले ही जिले से लेकर संभाग तक के अधिकारी एवं स्थानीय स्तर के पुलिस अधिकारी क्षेत्र में कानून व्यवस्था स्थापित करने के लिए अपराधियों पर नकेल कसने की बात करते हो किंतु रामनगर थाना क्षेत्र अंतर्गत वर्तमान समय में जिस प्रकार से अपराधों का ग्राफ बढ़ा है उससे यह कहने में तनिक भी अतिशयोक्ति नहीं होगी कि क्षेत्र में कोई भी ऐसा अपराध नहीं है जो घटित नहीं हो रहा हो बस आवश्यकता है तो थाने से सेटिंग बनाने की और इसी का परिणाम है कि रामनगर थाना क्षेत्र अंतर्गत शांति नगर ए टाइप कॉलोनी मिलकर एक ही रात्रि में चोरों ने आठ घरों के तले काट दिए और पुलिस केवल सायरन बजाती रह गई वही नाम न लिखने के सर्त पर एक व्यक्ति ने बताया कि इन अपराधियों की संख्या 12 से 15 थी जो पूरी रात्रि घूम कर क्षेत्र में धमा चौकड़ी करते रहे।

इस संबंध में प्राप्त जानकारी अनुसार ए टाइप निवासी प्रदीप भंडारी, शांति नगर निवासी नगर परिषद उपाध्यक्ष धनंजय सिंह, विजय पांडे टुनटुन सिंह शाहिद आठ घरों के तले काटकर चोर घरों में घुसे अच्छी बात यह रही की घरों में कीमती सामान न होने से चोरों ने केवल तलाशी लेकर कीमती सामान न होने से बैरन लौट गए जिससे लोगों को कोई अधिक धन हानि तो नहीं हुई है लेकिन जिस प्रकार से एक ही रात्रि में आठ घरों के ताले टूटे हैं जहां अपराधियों की संख्या 12 से 15 बताई जा रही है उसे लेकर क्षेत्र में दहशत का का माहौल है तो लोग पुलिस के कार्य प्रणाली पर भी भी सवाल खड़ा कर रहे हैं कि आखिर वह कैसे सुरक्षित रहेंगे क्योंकि इतनी संख्या में अपराधी घूम रहे हैं तो कभी भी किसी अप्रिय घटना को अंजाम दे सकते हैं वही इस पूरे मामले में कोई भी रिपोर्ट दर्ज नहीं हुई है जिस संबंध में स्थानीय पुलिस का है कि कोई रिपोर्ट दर्ज करने नहीं आया इसलिए रिपोर्ट दर्ज नहीं की गई है।

वॉटर टेस्टिंग के दौरान निकले हानिकारक अपशिष्ट को मिट्टी में दफन कर किया गया खत्म

*मामला पीएचई कार्यालय अनूपपुर के पीछे दबायें गये अपशिष्ट का फैलाया भ्रम*


अनूपपुर। 

सोशल मीडिया में पानी की जांच में उपयोग किए जाने वाले कैमिकल एवं दवाईयों को लोक स्वास्थ्य एवं यांत्रिकी विभाग खंड अनूपपुर कार्यालय के पीछे फिल्ड टेस्ट कीट एवं क्लोरिनेशन दफन किए जाने एवं जनपद पुष्पराजगढ़ के ग्राम सालरगोंदी में एक ही परिवार के चार लोगो की मौत दूषित पानी के कारण संबंधी पोस्ट पर लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग कार्यालय की पड़ताल के दौरान ज्ञात हुआ कि  लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के वाटर प्रयोगशाला में पानी जांच के दौरान बचे हानिकारक रासायनिक अपशिष्ट को मिट्टी में दबाकर खत्म किया गया है। जिससे मानव व पशुओं की पहुंच से दूर हो। इसके साथ ही पूर्व में जिला प्रशासन ने ग्राम सालरगोंदी हुई चार मौत उल्टी-दस्त से नही बल्कि अलग- अलग कारणों से होना बताया था, जहां सीएमएचओं ने भी अवगत कराया था कि 31 जुलाई की शाम 7 बजे माखन पिता किर्रा बैगा की मृत्यु पूर्व के एक दो साल से बीमार होने के कारण, झिंघिया बाई पति जेठयू लाल उम्र 75 वर्ष सरई पटेरा की मृत्यु बुखार एवं उल्टी और बच्चे की मृत्यु का कारण उसका सुस्त व बवासीर, खून की कमी तथा अल्कोहलिक के कारण 1 अगस्त की सुबह 8 बजे होने तथा लीलाबाई पति नरेन्द्र उम्र 25 वर्ष के अचानक बेहोश हो जाने पर अस्पताल पहुंचने के पूर्व होना बताया गया था।

*यह है मामला*

लोगों को स्वच्छ पानी उपलब्ध करवाने के उद्देश्य से पीएचई विभाग द्वारा जिले भर के वॉटर सोर्स जिनमें हैण्डपंप, कुआं, नलजल योजना सहित प्राकृति स्त्रोत के पानी की टेस्टिंग के लिए साइड सैम्पल एवं लैब में टेस्टिंग की जाती है। टेस्टिंग के दौरान उक्त जन स्त्रोत के लिए गए सैम्पल से पानी का धुंधलापन परखने से अलावा बैक्टीरिया टेस्ट, पीएच वैल्यू टेस्ट, पानी की टर्बोडिटी, टीडीएस, टोटल अलकानिटी, टोटल हार्डनेस, कैल्शियम, मैग्नीशियम, निटरेट, सल्फेट, आयरन, क्लोराइन, फ्लोराइड सहित अन्य टेस्ट किए जाते हैं। जहां टेस्ट के दौरान लैब से निकलने वाले हानिकारक रसायन जिसे खुले स्थानों में नहीं फेंका जा सकता है, इसे सिर्फ मिट्टी में दबाकर ही नष्ट किया जाना होता है की जानकारी लगी थी जहां उक्त हानिकारक रसायन को ही सुरक्षित तरीके से डिस्पोज किया गया था, लेकिन सोशल मीडिया में पानी को स्वच्छ करने वाली दवाईयों एवं केमिकल को दबाया जाना भ्रम फैला दिया गया।

*जांच किए गए वाटर सोर्स के आंकड़े*

लोक स्वास्थ्य लोक स्वास्थ्य एवं यांत्रिकी विभाग कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार बारिश के पूर्व जिले के वॉटर सोर्स जिसमें हैण्डपंप, कुएं, नलजल योजना सहित प्राकृतिक स्त्रोतों के पानी की जांच की गई। आंकड़ों के अनुसार जिले के चारों विकासखंडो में 9 हजार 537 हैण्डपंप के पानी की जांच की गई है, जिसमें अनूपपुर विकासखंड में 2 हजार 72, कोतमा में 1584, जैतहरी में 3 हजार 11 एवं पुष्पराजगढ़ में 2870 हैण्डपंपो के पानी की जांच लैब में की गई है। इसके साथ ही 176 नलजल योजना एवं पुष्पराजगढ़ के 39 झीरिया (प्राकृतिक स्त्रोत) के पानी की जांच कर पानी में मिलने वाली भारी धातु अरसैनिक, एल्युमीनियम, सिक्का, बैक्टीरिया का पता लगाकर उक्त पानी को स्वच्छ कर पानी से होने वाली गंभीर बीमारियों से बचा जा सके।

*जल स्त्रोतो में डाला गया 20 हजार लीटर क्लोरीन*

जिले के लोगो को स्वच्छ पानी उपलब्ध कराकर लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग अनूपपुर कार्यालय द्वारा अब तक 2 हजार 760 पानी के सैंपलो की जांच लैब में की जा चुकी है, जिसके बाद जिले के 9 हजार 537 हैण्डपंप, 176 नलजल योजना सहित अन्य प्राकृतिक स्त्रोतो के पानी में बैक्टीरिया मिलने पर माह मार्च 2024 से माह जुलाई तक 20 हजार क्लोरीन (सोडियम हाइपो क्लोराइड) डाला जा चुका है। इसके साथ कई हैण्डपंप से निकलने वाले पानी में ऑयरन की मात्रा अधिक मिलने पर हैण्डंप के राइजर पाईप को बदला गया है। एच. एस. धुर्वे, कार्यपालन यंत्रीलोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग अनूपपुर ने बताया कि प्रयोगशाला में पानी की जांच के बाद निकलने वाले अपशिष्ट (वेस्ट मटेरियल को) जो हानिकारक होता है को डिस्पोज किया गया था।

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