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बिजली न होने से डॉक्टरों व नर्स को टॉर्च की रोशनी में मरीजों का करना पड़ता हैं इलाज 

*जिला चिकित्सालय का हाल बेहाल, मरीज होते है परेशान*

अनूपपुर

आदिवासी बाहुल्य अनूपपुर जिले का जिला चिकित्सालय में उपचार के लिए आए मरीज व डाक्टर सहित स्टाफ को भारी समस्या का सामना करना पड़ रहा है। जिला चिकित्सालय के महिला मेडिकल वार्ड में बिजली गुल होने से दिन के उजाले में भी अंधेरे में डूबा रहता है। अव्यवस्थाओं को जानते हुए भी स्वास्थ्य अधिकारी समस्याओं को दुरुस्त नहीं करवा पा रहीं हैं, जिसके कारण यहां के डॉक्टर और स्टाफ को दिन हो या रात मोबाइल की टॉर्च की रोशनी में मरीजों का इलाज करना पड़ता रहा है। व्यडवस्था ओं की जिम्मेंदारी संभालने वाले इतने गैर जिम्मे दार हो चले है कि माहभर से महिला वार्ड में बिजली की समस्यास का समाधान नहीं करा पा रहें हैं। हालात यह है कि महिला मेडिकल वार्ड में मरीजों की देखभाल करने वाले मेडिकल स्टायफ के साथ मरीजों के परिजनों को अंधेरे में ही इलाज कराना पड़ रहा है। परिजनों का कहना है कि इस सम्बंमध में मौजूद स्टा फ नर्स से कई बार शिकायत की गई, लेकिन इस अब तक बिजली के सुधार में कोई कार्रवाई नहीं की जा सकी है। जिला अस्पाताल की मेटरनिटी भवन के उपर मंजिल पर संचालित महिला मेडिकल वार्ड में पिछले एक माह से बिजली की समस्याल बनी हुई है। वार्ड में लगी ट्यूब लाइट और बल्वल मानो आंख मिचौली खेल रहें हो, दिन के उजाले में मरीजों व परिजनों का समय तो किसी तरह कट जाता है, लेकिन शाम होते ही बिजली की आंख मिचौली शुरू हो जाती है। बल्वप और ट्यूब लाइट 10 मिनट जलने के बाद गुल हो जाती है, और लगभग घंटाभर बाद पुन उपस्थिति दर्ज कराती है, यह सिलसिला रातभर बना रहता है।

टार्च की रोशनी में मरीजों का  होता हैं इलाज, अप्रिय घटना की आशंका महिला मेडिकल वार्ड में ऑपरेशन उपरांत इलाजरत महिलाओं को रखा जाता है। इनमें कई गंभीर लेकिन हालात सामान्यट स्थिति की भी मरीज होती है। जिन्हें ऑक्सीजन सहित अन्य मेडिसीन चढाए जाते हैं, लेकिन इनके इलाज के प्रति स्वास्थ्य अधिकारियों की लापरवाही सामने आई है। यहां मरीजों को टार्च की रोशनी में दवा चढाया जाता है, वहीं परिजन भी टार्च की रोशनी में अपने मरीजों की देखभाल करते है। जबकि यहां सुरक्षा को लेकर जिला अस्पताल की ओर से कोई विशेष व्यवस्था नहीं बनाई गई है। जिसके कारण रातभर परिजनों को अप्रिय घटना के साए में समय गुजारना पड़ता है। वैसे भी जिला अस्पताल में मोबाइल, पर्स सहित अन्य कीमती सामानों की चोरी सामान्या घटना बनी रहती है।

इनका कहना है 

मैं रोज मॉनीटरिंग कर रही हूं, ऐसा कुछ नहीं है। बिजली लगातार गुल हो रही है, उसके लिए हमारे पास उपलब्धब चारों जनरेटर उपयोग में लाए जा रहे हैं। फिर भी मैं देखवा लेती हूं।

*एसबी अवधिया, सिविल सर्जन जिला चिकित्सालय अनूपपुर*

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मैदानी अमला लगातार क्षेत्र भ्रमण कर स्वास्थ्य गतिविधि पर रखें नजर- कलेक्टर

*सालरगोंदी का कलेक्टर, पुलिस अधीक्षक ने भ्रमण कर स्वास्थ्य गतिविधियों का लिया जायजा*

अनूपपुर

कलेक्टर आशीष वशिष्ठ एवं पुलिस अधीक्षक जितेन्द्र सिंह पवार ने आज जिले के पुष्पराजगढ़ ब्लॉक के सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र करपा तथा ग्राम पंचायत सालरगोंदी क्षेत्र का भ्रमण कर स्वास्थ्य गतिविधियों का जायजा लिया। भ्रमण के दौरान अनुविभागीय दण्डाधिकारी पुष्पराजगढ़। सुधाकर सिंह बघेल, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. ए.के. अवधिया, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के कार्यपालन यंत्री एच.एस. धुर्वे, जनपद सीईओ जी.पी. पाण्डेय, बीएमओ डॉ. सुरेन्द्र सिंह तथा डॉ. भावना सिंग्राम सहित संबंधित अधिकारी उपस्थित थे। सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र करपा का निरीक्षण करते हुए कलेक्टर श्री आशीष वशिष्ठ ने स्वास्थ्य सुविधाओं और उपचार प्रबंधन की जानकारी ली। कलेक्टर ने स्वास्थ्य अमले को मरीजों के बेहतर उपचार, जाँच सुविधाएं की समय पर उपलब्धता तथा मरीजों के खान-पान, स्वच्छ पेयजल व स्वच्छता के संबंध में जानकारी देने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने भर्ती मरीजों से चर्चा करते हुए उनके स्वास्थ्य की जानकारी ली तथा स्वास्थ्य अधिकारियों को बेहतर उपचार एवं देखभाल के निर्देश दिए। उन्होंने निर्देशित किया कि मरीजों के भर्ती तथा उपचार आदि की जानकारी प्रतिदिन उपलब्ध कराएं तथा मैदानी अमला लगातार क्षेत्र भ्रमण कर क्षेत्र की जानकारी रखें। कहीं भी स्वास्थ्यगत समस्याएं होने पर तत्काल वरिष्ठ अधिकारियों को अवगत कराया जाए।

*कलेक्टर ने जेठूलाल से की भेंट*

जिले के पुष्पराजगढ़ तहसील अंतर्गत ग्राम पंचायत सालरगोंदी में अलग-अलग स्वास्थ्य कारणों से हुई तीन लोगों की मृत्यु पर कलेक्टर एवं पुलिस अधीक्षक ने मृतकों के वयोवृद्ध परिजन जेठूलाल के आवास पहुंचकर भेंट की तथा मृतकों के निधन पर शोक संवेदना व्यक्त की। उन्होंने स्वास्थ्य अमले को ग्रामीण क्षेत्रों का सतत् भ्रमण कर स्वास्थ्यगत स्थिति पर नजर रखने के निर्देश दिए। उन्होंने ग्रामीणों को मौसमी बीमारियों के बचाव तथा किसी भी स्वास्थ्यगत समस्या होने पर नजदीकी स्वास्थ्य केन्द्र में उपचार लेने की बात कही। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग का मैदानी अमला वस्तुस्थिति से वरिष्ठ अधिकारियों को अवगत कराए, जिससे किसी तरह की समस्याओं का सामना ग्रामीणों को न करना पड़े। उन्होंने मौके पर उपस्थित मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी एवं प्रमुख खण्ड चिकित्सा अधिकारी पुष्पराजगढ़ को स्वास्थ्य व्यवस्थाओं के संबंध में आवश्‍यक दिशानिर्देश दिए। लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के कार्यपालन यंत्री को पेयजल स्त्रोतों के क्लोरीनेशन के संबंध में जानकारी लेते हुए ग्रामीणों को स्वच्छ पेयजल के सुरक्षित जल स्त्रोतों का उपयोग करने के लिए जागरूक करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि समय-समय पर ग्रामीण अंचल के क्षेत्रों में पेयजल स्त्रोतों में क्लोरीनेशन का कार्य किया जाए, जिससे जल की शुद्धता बनी रहे।

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नाबालिग के साथ बलात्कार करने वाले आरोपी को न्यायालय ने सुनाई 20 वर्ष का कारावास

*बहला फुसलाकर किया था गंदा काम, 3 हजार का लगा जुर्माना*

अनूपपुर

विशेष न्यायाधीश न्यायालय अनूपपुर ने थाना चचाई के अपराध धारा 363, 366-ए, 376, 376(2) एन भादवि एवं 3/4, 3/5 पॉक्सो एक्ट के आरोपी 23 वर्षीय ऋतिक दाहिया पुत्र नत्थूलाल दाहिया निवासी क्वा. नं. एम/62/2 संजय नगर, चौकी देवहरा, थाना चचाई को पॉस्कों अधिनियम की धारा 5एल/6 में 20 वर्ष का सश्रम कारावास एवं 5000/- रू. अर्थदण्ड/, धारा 363 भादवि में 02 वर्ष का सश्रम कारावास एवं 1000 रूपये अर्थदण्ड एवं धारा 366 भादवि में 02 वर्ष का सश्रम कारावास एवं 2000 रूपये अर्थदण्ड के दण्ड की सजा सुनाई हैं।

11 अप्रैल 2022 को नाबालिक पीडिता घर से बिना बताए कही चली गई थी जब वह वापिस नही आई तो घर वालों ने आसपास तलाश किया नही मिलने पर ऋतिक दाहिया के घर पर देखा जहां नही मिला। जिसके बाद पीडिता के परिजनों ने थाना चचाई में अपराध पंजीबद्ध कराया। 02 दिवस बाद नाबालिक पीडिता आरोपी के साथ दस्तयाब हुई, जिस पर न्यायालय एवं पुलिस द्वारा कथन लेख में नाबालिक पीडिता ने बताया कि ऋतिक दाहिया उसे बहला- फुसलाकर ले गया और उसके साथ बिना उसकी मर्जी के जबरजस्ती लैंगिक हमला किया। जिसके आधार पर संबंधित धाराओं को बढ़ाया गया। पीडिता एवं आरोपी से संबंधित वैज्ञानिक साक्ष्य एवं मौखिक व दस्तावेज साक्ष्यों का संकलन किया और आवश्यक विवेचना पूर्ण कर अभियोग पत्र न्यायालय में प्रस्तुत किया गया जहां दोनो पक्षों को सुनने के पश्चात अपराध प्रमाणित पाये जाने पर सजा सुनाई गई।

वहीं न्यायालय ने अपने निर्णय में कहा कि "प्रकरण में पीडिता 15 वर्ष से कम आयु की थी जिसके साथ बलात्संग का अपराध किया गया हैं, बालिका के प्रति इस प्रकार की शारीरिक हिंसा न केवल घटना के समय बल्कि उसके पश्चात् संपूर्ण जीवन को प्रभावित करती हैं इस कारण आरोपी के प्रति कोई उदारता नही बरती जानी चाहिए। साथ ही न्यायालय द्वारा अवयस्क पीडिता को उसके पुनर्वास के लिए म.प्र. पीडित प्रतिकर योजना के तहत प्रतिकर दिलाए जाने का भी आदेश दिया। साथ ही आरोपी पर जो जुर्माना अधिरोपित किया गया है उस राशि को भी अपील न्यायालय के निर्णय के अधीन रहते हुए पीडिता को देने का आदेश दिया।

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ट्रेन में चढ़ने ने के दौरान चपेट में आई 3 वर्षीय बच्ची की मौतः बचाने में माता-पिता घायल

रोजी रोटी की तलाश में उड़ीसा जा रहा था परिवार अनूपपुर। जिले के कोतमा रेलवे स्टेशन में ट्रेन की चपेट में आने से तीन वर्षीय बच्ची की मृत्युफ हो गई। वहीं पिता और मां गंभीर रूप से घायल हुए हैं। जिन्हें सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कोतमा से जिला चिकित्सालय अनूपपुर के लिए रेफर कर दिया गया हैं।जानकारी अनुसार अनूपपुर कोतमा निवासी शकील अपनी पत्नी और 3 वर्षीय बच्ची के साथ अम्बिकापुर दुर्ग ट्रेन से बिलासपुर जा रहे थे। जहां पूरा परिवार रोजी रोटी के लिए बिलासपुर से उड़ीसा जाने वाले थे। कोतमा रेलवे स्टेशन से ट्रेन में चढ़ने के दौरान उसकी पत्नी और बच्ची फिसल गया जिससें वह प्लेटफार्म के नीचे चले गए। इससे तीन वर्षीय बच्ची की मौत हो गई वहीं पत्नी को गंभीर चोटें आई है। पत्नी को बचाते समय पति को भी चोट आई हैं। जिन्हें सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कोतमा में भर्ती कराया गए। जहां प्राथमिक उपचार के बाद जिला अस्पताल अनूपपुर के लिए रेफर कर दिए गए हैं। जहां उनका इलाज जारी हैं।

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संचालक लोक सेवा केन्द्र मीरा अग्निहोत्री पर 5 हजार का लगा जुर्माना

अनूपपुर

मध्यप्रदेश लोक सेवाओं के प्रदान की गारण्टी अधिनियम 2010 के अंतर्गत संचालित लोक सेवा केन्द्र अनूपपुर का जिला प्रबंधक लोक सेवा प्रबंधन जिला अनूपपुर सोनू सिंह राजपूत द्वारा 5 जुलाई 2024 को औचक निरीक्षण किया गया था।जहां कुछ कमियां पाई गई थी।उसके पश्चात 11 जुलाई 2024 को कमियो के चलते संचालक लोक सेवा केंद्र अनूपपुर मीरा अग्निहोत्री को कारण बताओं नोटिस जारी किया गया था।जिसका जवाब संचालक लोक सेवा केंद्र ने प्रस्तुत किया जो असंतोष जनक रहा। आर.एफ.पी.एनेक्जर-7 के तहत समेकित रूप से पाँच हजार रू. की शास्ति से मीरा अग्निहोत्री संचालक लोक सेवा केन्द्र अनूपपुर को दण्डित किया गया।एवं चेतावनी के साथ निर्देशित किया गया कि लोक सेवा केन्द्र का संचालन आर.एफ.पी. के तहत् संचालित किया जाय।आर.एफ.पी. के तहत् लोक सेवा केन्द्र का संचालन कार्य ना पाये जाने पर एकपक्षीय कार्यवाही की जावेगी। मीरा अग्निहोत्री संचालक लोक सेवा केन्द्र अनूपपुर को जुर्माना राशि 5000 रुपए (पाँच हजार रू.) 3 दिवस के अंदर जमा कराते हुए जमा राशि की स्लिप कार्यालय कलेक्टर (लोक सेवा प्रबंधन) अनूपपुर में उपलब्ध कराना सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं।

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सरकारी शिक्षक ने शासकीय तालाब को पाटकर अतिक्रमण कर बनाया मकान

*शिकायत के बाद भी प्रशासन नही कर रही हैं कार्यवाही*

अनूपपुर

अनूपपुर जिले में अतिक्रमण भूमि मुक्त कार्यक्रम योजना चलवाकर राजस्व अमले ने अपना कोरम पूरा कर लिया हैं, लेकिन यह कार्यवाही असहायों के कब्जों पर हो रही हैं और रसूखदारों को अभयदान मिलता जा रहा है। ऐसा ही एक मामला जैतहरी जनपद पंचायत के अंतर्गत बैहार पंचायत का है, जहां  राजू यादव पिता कंधाई यादव का है जो पेशे एक शिक्षक है, जिनकी पदस्थापना उन्हीं गांव के पट्टन टोला के प्राथमिक शाला में है, शिक्षक का दर्जा बहुत ऊपर होता है ,जो बच्चों को एक अच्छा इंसान बनने कि सलाह तथा शिक्षित करता है ,शिक्षा मंदिर का पुजारी होता है, अगर भ्रष्टाचार शिक्षक ही  करने  लग जाए तो फिर कौन मिटाएगा अंधेरा ,कौन करेगा शिक्षित ,कौन ले जाएगा समाज को सही दिशा में इन्होंने  पंचायत के सामने हाइवे से लगी सड़क के किनारे  जीवित शासकीय तालाब को पाट-पाट कर आवासीय भवन का निर्माण कर लिया है ,जिसकी शिकायत राजस्व अमले जैतहरी को भी दिया गया लेकिन राजस्व अमले ने इनको अब तक अभय दान दिया हुआ है, इसका क्या कारण हैं अब यह तो पटवारी और तहसीलदार ही बता सकते हैं ,जबकि ग्राम पंचायत बैहार के सरपंच और सचिव ने  इसकी पुष्टि कर चुके हैं कि जिस भूमि पर शिक्षा विभाग का शासकीय कर्मचारी राजू यादव ने कब्जा किया है ,वह शासकीय भूमि है ,साथ ही अपने लेटर पैड पर भी सरपंच और कुछ ग्रामीणो ने भी शिकायत दर्ज की है ,लेकिन राजस्व प्रशासन के चुप्पी साधने से यह पता चल रहा है ,कि अतिक्रमण कार्यवाही  सिर्फ और सिर्फ गरीबों और कमजोर तबकों के लिए है ,न कि रसूखदारों के लिए। बैहार पंचायत यादवों और बैगा जनजाति के लोगों का क्षेत्र होने के साथ जिला मुख्यालय से लगभग 40 किलोमीटर की दूरी पर है ,पुष्पराजगढ़ क्षेत्र की सीमा से लगा हुआ है ,जो कि दूर होने कि वजह से अधिकारी कर्मचारी जाने से भी परहेज़ करते हैं ,जिसके कारण शासकीय कर्मचारी राजू यादव ने मौके का भरपूर फायदा उठाते हुए तालाब पर अपना आशियाना बसाकर एक दुकान भी बना लिया। शासन प्रशासन के द्वारा जीवित तालाबो की स्वच्छता अभियान कार्यक्रम चलवाकर मात्र खाना पूर्ति की जाती है जबकि हकीकत सामने दिख रही हैं। प्रशासन का बुलडोजर क्यू खामोश हैं।

इनका क्या कहना है।

राजू यादव जो शिक्षक व शासकीय कर्मचारी हैं, जो शासकीय तालाब और शासकीय भूमि पर काबिज है। प्रशासन कार्यवाही क्यू नही कर रहा है इसकी जानकारी तो राजस्व के अधिकारी ही बता सकते हैं।

*सरपंच ग्राम पंचायत बैहार*

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मोजर वेयर पावर प्लांट के फ्लाई ऐश के कारण रेलवे ट्रैक खतरे में 

*एचआरसी ट्रांसपोर्ट कंपनी के गुर्गे नियम विरुद्ध कर रहे फीलिंग*

अनूपपुर

मोजरवेयर पावर प्लांट जैतहरी से निकलने वाले राख जो की पावर प्लांट के लिए बहुत बड़ी समस्या है इस समस्या को हल करने के लिए कोयला मंत्रालय द्वारा अनुबंध कर विभिन्न क्षेत्रों में ओपन कास्ट माइंस द्वारा हुए गड्ढे को  फ्लाई ऐश के माध्यम से भरने का निर्णय लिया गया जिसमें जमुना कोतमा क्षेत्र के पूर्व में संचालित जमुना ओपन कास्ट माइंस को भरने के लिए मोजर बेयर पावर प्लांट द्वारा एचआरसी कंपनी को अनुबंध देकर परिवहन नियम के अनुसार जैतहरी से परिवहन कर हरद खुली खदान को भरने का काम दिया गया। 

*लापरवाही के चलते रेलवे किनारे  हुआ लबालब*

रेलवे ट्रैक के नीचे से अंडर ब्रिज के किनारे बहुत बड़ा नाला था जिसका पानी जमुना खुली खदान में ढाल  की तरफ गिरता था  किंतु कैलरी प्रबंधन को अपने झांसे में लेकर एचआरसी कंपनी द्वारा नाला को पाट दिया गया  जिसके चलते रेलवे ट्रैक के किनारे पानी विगत 5 दिनों से भरा हुआ है जिसके चलते रेलवे ट्रैक को काफी नुकसान हो सकता है और रेलवे विभाग के कर्मचारियों द्वारा साइड पहुंचकर एचआरसी कंपनी एवं कलारी प्रबंधन को फटकार लगाकर पानी निकासी करने का आदेश दिया गया।

*जान जोखिम में डाल पहुंचते हैं गांव के बाहर*

मोजर बेयर पावर प्लांट के डंपरों के कारण हरद ग्राम पंचायत पहुंचने वाली सभी सड़क क्षतिग्रस्त हो गई है जिसके चलते ग्राम वासियों को अपने गांव से बाहर निकालने के लिए जान जोखिम में डालकर निकालना पड़ता है कई बार तो बड़ी दुर्घटना का शिकार भी होना पड़ा।

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वन भूमि में अवैध तरीके से सफाई कर रहे ट्रैक्टर को वन विभाग ने किया जप्त

अनूपपुर

जिले के जमुना कोतमा वन अपराध वन क्षेत्र में अवैध अतिक्रमण पर रोक लगाने के उद्देश्य से वन परिक्षेत्र कोतमा के लतार सर्किल अंतर्गत बीट सकोला के वन कक्ष क्रमांक Rf 463 में वन क्षेत्र में स्वराज 834 बिना नंबर के ट्रैक्टर इंजन में हल ज्वाइंट कर क्षेत्र की साफ सफाई करते हुए 01 ट्रैक्टर इंजन काल्टिवेटर सहित को वन परिक्षेत्राधिकारी कोतमा हरीश तिवारी, डिप्टी रेंजर लतार विनोद मिश्रा, बीट गार्ड सकोला बिहारी लाल रजक तथा कुशल मानिकपुरी बीट गार्ड हरद ने मौका स्थल वन क्षेत्र आर. एफ. 463 में पकड़ा गया जिसके संबंध मे वैधानिक दस्तावेज नहीं होने से आवश्यक कार्यवाही कर प्रकरण पंजीबद्ध करते हुए ट्रैक्टर इंजन, कल्टीवेटर सहित को फॉरेस्ट कंपाउंड लतार लाकर खड़ा किया गया

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बाइक सवारों से पुलिस वालों का दुर्व्यवहार पड़ा महंगा, एसपी  दो पुलिसकर्मी को किया सस्पेंड

शहडोल 

जिले में दो खाकी वर्दी धारियों ने बाइक राइडर्स के साथ बीच सड़क दुर्व्यवहार किया, जिसके बाद आहत राइडर्स ने इस दुर्व्यवहार को लेकर पुलिस अधीक्षक समेत अन्य आला अधिकारियों को ट्वीट कर इसकी जानकारी दी। इसका वीडियो भी शेयर किया, जिसके बाद फौरन पुलिस अधीक्षक ने एक्शन लेते हुए दुर्व्यवहार करने वाले दोनों पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया।बता दें कि इसमें कोतवाली में पदस्थ प्रधान आरक्षक महेन्द्र पाल शुक्ला और आरक्षक निर्मल मिश्रा शामिल हैं।

जानकारी के अनुसार, बाइक राइडर्स विवेक अपने अन्य साथियों के साथ गांधी स्टेडियम के पास से गुजर रहे थे। इसी दौरान वहां से उक्त दोनों पुलिसकर्मी भी निकले। जिन्होंने बाइक राइडर्स के साथ अकारण दुर्व्यवहार करते हुए वर्दी का रौब दिखाते हुए गाली-गलौज की। इस घटना का वीडियो एक बाइक राइडर्स के हेलमेट में लगे कैमरे में भी कैद हो गया, जिसके बाद इस व्यवहार से आहत होकर बाइक राइडर्स विवेक ने एसपी को इस संबंध मे ट्वीट किया था, जिसके बाद पुलिस अधीक्षक कुमार प्रतीक द्वारा इसे गंभीरता से लिया और पुलिस कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई कर इसकी जानकारी री-ट्वीट के जरिए बाइक राइडर्स विवेक को दी।

जानकारी के अनुसार, प्रधान आरक्षक महेंद्र पाल शुक्ला कोतवाली में लंबे समय से पदस्थ हैं। प्रधान आरक्षक की कई बार ऐसी शिकायत सामने आ चुकी हैं। लेकिन अधिकारियों ने शिकायतों को नजरअंदाज किया था, जिसका नतीजा अब बाइक राइडर्स के साथ दुर्व्यवहार का वीडियो सामने आया, जिस पर एसपी ने एक्शन लिया और कार्रवाई की है।

समाचार

जनसुनवाई में कमिश्नर ने लोगों की सुनी समस्याए

शहडोल 

कमिश्नर कार्यालय के सभागार में आज साप्ताहिक जनसुनवाई आयेाजित की गई। जनसुनवाई में संयुक्त आयुक्त विकास श्री मगन सिंह कनेश ने शहडोल संभाग के दूर-दराज क्षेत्रों से आए लोगों की समस्याएं एवं शिकायतें सुनी तथा निराकरण के निर्देश संबंधित विभाग के अधिकारियों को दिए। जनसुनवाई में शहडोल जिले के जयसिंहनगर तहसील के ग्राम बतौड़ी निवासी सीनू सिंह पति सनत कुमार सिंह ने आवेदन देते हुए बताया कि 12 सितम्बर 2023 को जयसिंहनगर अस्पताल में मेरी पुत्री का जन्म हुआ था। उन्होनें बताया कि अस्पताल द्वारा उनकी पुत्री का जन्म प्रमाण पत्र अभी तक नहीं दिया गया है। जन्म प्रमाण पत्र लेने के लिए वे कई बार जयसिंहनगर अस्पताल में जा कर आवेदन दे चुके हैं इसके बावजूद भी उन्हें उनकी पुत्री का जन्म प्रमाण पत्र नहीं दिया गया है। उनका कहना था कि उन्हें उनकी पुत्री का जन्म प्रमाण पत्र प्रदान किया जाए। जिस पर संयुक्त आयुक्त विकास ने संबंधित विभाग शहडोल की ओर आवेदन प्रेषित कर आवश्यक कार्यवाही करने के निर्देश दिए। जनसुनवाई में मोहम्मद गुलामुद्दीन निवासी ग्राम पोस्ट खैरहा तहसील बुढ़ार जिला शहडोल ने आवेदन देतु हुए बताया कि ग्राम हरदी से खैरहा तक जाने के लिए शासकीय भूमि पर पुराना मुख्य मार्ग था इसी रास्ते से ग्राम हरदी व खैरहा के किसान अपने  मवेशियों को घास चराने एवं नदी में पानी पिलाने ले जाते हैैं। उन्होनें बताया कि उसी रास्ते में कुछ महीने पहले गुलाम मुस्तफा पिता हमीद वर्तमान निवासी ग्राम हरदी पोस्ट सामतपुर तहसील सोहागपुर जिला शहडोल के द्वारा गाड़ी रखने के लिए गैरेज बना दिया गया है तथा रास्ता को बंद कर दिया गया है। जिस कारण से ग्रामीणों और किसानों को आवागमन एवं मवेशियों ले जाने जैसी कई सारी परेशानियों को सामना करना पड़ रहा है। उनका कहना था कि ग्राम हरदी से खैरहा तक के लिए जो पुराना मार्ग था उसे यथावत करा दिया जाए। जिससे किसानों और ग्रामीणों को लाभ मिल सके। जिस पर संयुक्त आयुक्त विकास ने संबंधित विभाग के अधिकारी की ओर आवेदन प्रेषित कर आवश्यक कार्यवाही के निर्देश दिए। 

सरकारी शिक्षक ने शासकीय तालाब को पाटकर अतिक्रमण कर बनाया मकान

*शिकायत के बाद भी प्रशासन नही कर रही हैं कार्यवाही*


अनूपपुर

अनूपपुर जिले में अतिक्रमण भूमि मुक्त कार्यक्रम योजना चलवाकर राजस्व अमले ने अपना कोरम पूरा कर लिया हैं, लेकिन यह कार्यवाही असहायों के कब्जों पर हो रही हैं और रसूखदारों को अभयदान मिलता जा रहा है। ऐसा ही एक मामला जैतहरी जनपद पंचायत के अंतर्गत बैहार पंचायत का है, जहां  राजू यादव पिता कंधाई यादव का है जो पेशे एक शिक्षक है, जिनकी पदस्थापना उन्हीं गांव के पट्टन टोला के प्राथमिक शाला में है, शिक्षक का दर्जा बहुत ऊपर होता है ,जो बच्चों को एक अच्छा इंसान बनने कि सलाह तथा शिक्षित करता है ,शिक्षा मंदिर का पुजारी होता है, अगर भ्रष्टाचार शिक्षक ही  करने  लग जाए तो फिर कौन मिटाएगा अंधेरा ,कौन करेगा शिक्षित ,कौन ले जाएगा समाज को सही दिशा में इन्होंने  पंचायत के सामने हाइवे से लगी सड़क के किनारे  जीवित शासकीय तालाब को पाट-पाट कर आवासीय भवन का निर्माण कर लिया है ,जिसकी शिकायत राजस्व अमले जैतहरी को भी दिया गया लेकिन राजस्व अमले ने इनको अब तक अभय दान दिया हुआ है, इसका क्या कारण हैं अब यह तो पटवारी और तहसीलदार ही बता सकते हैं ,जबकि ग्राम पंचायत बैहार के सरपंच और सचिव ने  इसकी पुष्टि कर चुके हैं कि जिस भूमि पर शिक्षा विभाग का शासकीय कर्मचारी राजू यादव ने कब्जा किया है ,वह शासकीय भूमि है ,साथ ही अपने लेटर पैड पर भी सरपंच और कुछ ग्रामीणो ने भी शिकायत दर्ज की है ,लेकिन राजस्व प्रशासन के चुप्पी साधने से यह पता चल रहा है ,कि अतिक्रमण कार्यवाही  सिर्फ और सिर्फ गरीबों और कमजोर तबकों के लिए है ,न कि रसूखदारों के लिए। बैहार पंचायत यादवों और बैगा जनजाति के लोगों का क्षेत्र होने के साथ जिला मुख्यालय से लगभग 40 किलोमीटर की दूरी पर है ,पुष्पराजगढ़ क्षेत्र की सीमा से लगा हुआ है ,जो कि दूर होने कि वजह से अधिकारी कर्मचारी जाने से भी परहेज़ करते हैं ,जिसके कारण शासकीय कर्मचारी राजू यादव ने मौके का भरपूर फायदा उठाते हुए तालाब पर अपना आशियाना बसाकर एक दुकान भी बना लिया। शासन प्रशासन के द्वारा जीवित तालाबो की स्वच्छता अभियान कार्यक्रम चलवाकर मात्र खाना पूर्ति की जाती है जबकि हकीकत सामने दिख रही हैं। प्रशासन का बुलडोजर क्यू खामोश हैं।

इनका क्या कहना है।

राजू यादव जो शिक्षक व शासकीय कर्मचारी हैं, जो शासकीय तालाब और शासकीय भूमि पर काबिज है। प्रशासन कार्यवाही क्यू नही कर रहा है इसकी जानकारी तो राजस्व के अधिकारी ही बता सकते हैं।

*सरपंच ग्राम पंचायत बैहार*

बाइक सवारों से पुलिस वालों का दुर्व्यवहार पड़ा महंगा, एसपी  दो पुलिसकर्मी को किया सस्पेंड


शहडोल 

जिले में दो खाकी वर्दी धारियों ने बाइक राइडर्स के साथ बीच सड़क दुर्व्यवहार किया, जिसके बाद आहत राइडर्स ने इस दुर्व्यवहार को लेकर पुलिस अधीक्षक समेत अन्य आला अधिकारियों को ट्वीट कर इसकी जानकारी दी। इसका वीडियो भी शेयर किया, जिसके बाद फौरन पुलिस अधीक्षक ने एक्शन लेते हुए दुर्व्यवहार करने वाले दोनों पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया।बता दें कि इसमें कोतवाली में पदस्थ प्रधान आरक्षक महेन्द्र पाल शुक्ला और आरक्षक निर्मल मिश्रा शामिल हैं।

जानकारी के अनुसार, बाइक राइडर्स विवेक अपने अन्य साथियों के साथ गांधी स्टेडियम के पास से गुजर रहे थे। इसी दौरान वहां से उक्त दोनों पुलिसकर्मी भी निकले। जिन्होंने बाइक राइडर्स के साथ अकारण दुर्व्यवहार करते हुए वर्दी का रौब दिखाते हुए गाली-गलौज की। इस घटना का वीडियो एक बाइक राइडर्स के हेलमेट में लगे कैमरे में भी कैद हो गया, जिसके बाद इस व्यवहार से आहत होकर बाइक राइडर्स विवेक ने एसपी को इस संबंध मे ट्वीट किया था, जिसके बाद पुलिस अधीक्षक कुमार प्रतीक द्वारा इसे गंभीरता से लिया और पुलिस कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई कर इसकी जानकारी री-ट्वीट के जरिए बाइक राइडर्स विवेक को दी।

जानकारी के अनुसार, प्रधान आरक्षक महेंद्र पाल शुक्ला कोतवाली में लंबे समय से पदस्थ हैं। प्रधान आरक्षक की कई बार ऐसी शिकायत सामने आ चुकी हैं। लेकिन अधिकारियों ने शिकायतों को नजरअंदाज किया था, जिसका नतीजा अब बाइक राइडर्स के साथ दुर्व्यवहार का वीडियो सामने आया, जिस पर एसपी ने एक्शन लिया और कार्रवाई की है।

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