सरकारी शिक्षक ने शासकीय तालाब को पाटकर अतिक्रमण कर बनाया मकान
सरकारी शिक्षक ने शासकीय तालाब को पाटकर अतिक्रमण कर बनाया मकान
*शिकायत के बाद भी प्रशासन नही कर रही हैं कार्यवाही*
अनूपपुर
अनूपपुर जिले में अतिक्रमण भूमि मुक्त कार्यक्रम योजना चलवाकर राजस्व अमले ने अपना कोरम पूरा कर लिया हैं, लेकिन यह कार्यवाही असहायों के कब्जों पर हो रही हैं और रसूखदारों को अभयदान मिलता जा रहा है। ऐसा ही एक मामला जैतहरी जनपद पंचायत के अंतर्गत बैहार पंचायत का है, जहां राजू यादव पिता कंधाई यादव का है जो पेशे एक शिक्षक है, जिनकी पदस्थापना उन्हीं गांव के पट्टन टोला के प्राथमिक शाला में है, शिक्षक का दर्जा बहुत ऊपर होता है ,जो बच्चों को एक अच्छा इंसान बनने कि सलाह तथा शिक्षित करता है ,शिक्षा मंदिर का पुजारी होता है, अगर भ्रष्टाचार शिक्षक ही करने लग जाए तो फिर कौन मिटाएगा अंधेरा ,कौन करेगा शिक्षित ,कौन ले जाएगा समाज को सही दिशा में इन्होंने पंचायत के सामने हाइवे से लगी सड़क के किनारे जीवित शासकीय तालाब को पाट-पाट कर आवासीय भवन का निर्माण कर लिया है ,जिसकी शिकायत राजस्व अमले जैतहरी को भी दिया गया लेकिन राजस्व अमले ने इनको अब तक अभय दान दिया हुआ है, इसका क्या कारण हैं अब यह तो पटवारी और तहसीलदार ही बता सकते हैं ,जबकि ग्राम पंचायत बैहार के सरपंच और सचिव ने इसकी पुष्टि कर चुके हैं कि जिस भूमि पर शिक्षा विभाग का शासकीय कर्मचारी राजू यादव ने कब्जा किया है ,वह शासकीय भूमि है ,साथ ही अपने लेटर पैड पर भी सरपंच और कुछ ग्रामीणो ने भी शिकायत दर्ज की है ,लेकिन राजस्व प्रशासन के चुप्पी साधने से यह पता चल रहा है ,कि अतिक्रमण कार्यवाही सिर्फ और सिर्फ गरीबों और कमजोर तबकों के लिए है ,न कि रसूखदारों के लिए। बैहार पंचायत यादवों और बैगा जनजाति के लोगों का क्षेत्र होने के साथ जिला मुख्यालय से लगभग 40 किलोमीटर की दूरी पर है ,पुष्पराजगढ़ क्षेत्र की सीमा से लगा हुआ है ,जो कि दूर होने कि वजह से अधिकारी कर्मचारी जाने से भी परहेज़ करते हैं ,जिसके कारण शासकीय कर्मचारी राजू यादव ने मौके का भरपूर फायदा उठाते हुए तालाब पर अपना आशियाना बसाकर एक दुकान भी बना लिया। शासन प्रशासन के द्वारा जीवित तालाबो की स्वच्छता अभियान कार्यक्रम चलवाकर मात्र खाना पूर्ति की जाती है जबकि हकीकत सामने दिख रही हैं। प्रशासन का बुलडोजर क्यू खामोश हैं।
इनका क्या कहना है।
राजू यादव जो शिक्षक व शासकीय कर्मचारी हैं, जो शासकीय तालाब और शासकीय भूमि पर काबिज है। प्रशासन कार्यवाही क्यू नही कर रहा है इसकी जानकारी तो राजस्व के अधिकारी ही बता सकते हैं।
*सरपंच ग्राम पंचायत बैहार*