एक माह पूर्व मजदूर को काटा था आवारा कुत्ता, उपचार के दौरान हुई मौत


अनूपपुर

कोतवाली थाना क्षेत्र अनूपपुर अंतर्गत बिजौडी गांव में रविवार की शाम 32 वर्षीय युवक की एक माह पूर्व मजदूरी करने आए अनूपपुर तहसील के पास एक आवारा कुत्ता द्वारा काट दिए जाने पर निरंतर उपचार के बाद घर पर मौत हो गई घटना की सूचना पर पुलिस के द्वारा कार्यवाही की जा रही है। घटना के संबंध में मिली जानकारी के अनुसार कोतवाली थाना क्षेत्र अनूपपुर अंतर्गत बिजौड़ी गांव निवासी नारेंद्र यादव पिता घनश्याम यादव ने इस आशय की सूचना प्रदाय करते हुए बताया कि  उनके रिश्तेदार 32 वर्षीय हीरामणि यादव पिता स्व,सेवादास यादव जो मजदूरी का काम करने विगत 7 जुलाई की दोपहर अनूपपुर गया रहा तभी तहसील के पास एक आवारा कुत्ता ने उसे कई जगह काट दिया रहा है जिसे उपचार हेतु जिला चिकित्सालय अनूपपुर से मेडिकल कॉलेज शहडोल एवं जबलपुर में ले जाकर परिजनों द्वारा निरंतर उपचार कराया गया इसके बाद घर लाकर रखा गया रहा है तभी रविवार की देर शाम हीरामणि यादव की मृत्यु हो गई है जिस पर कोतवाली थाना के सहायक उप निरीक्षक सुरेंद्र प्रताप सिंह ने घटनास्थल का निरीक्षण कर मृतक के शव का पंचनामा कर जिला चिकित्सालय अनूपपुर मे ड्यूटी डॉक्टर से शव परीक्षण कराने बाद अंतिम संस्कार हेतु परिजनों को सौंप कर जांच प्रारंभ की है।

हिंसक वन्यप्राणी ने जंगल में किया बैल को घायल, एक सप्ताह में दूसरी घटना, ग्रामीण दहशत में


अनूपपुर

जिले के वन परिक्षेत्र कोतमा अंतर्गत लोढी बीट के जंगल में जंगल के किनारे खेत में काम करने बाद चर रहे एक किसान के बैल पर विगत शाम एक हिंसक वन्यप्राणी द्वारा हमला कर गंभीर रूप से घायल कर दिया जिस पर किसानो ने हमला करते देखा तो हो-हल्ला करने पर हिंसक वन्यप्राणी जंगल में चला गया पशुमालिक द्वारा घायल बैल का उपचार कराया जा रहा है घटना के एक सप्ताह पूर्व एक अन्य मवेशी को हिंसक वन्यप्राणी द्वारा शिकार किया गया रहा एक सप्ताह के मध्य दूसरी घटना पर अनूपपुर एवं शहडोल जिले के सीमा के ग्रामीण दहशत में है। घटना के संबंध में बताया गया कि अनूपपुर जिले के वन परिक्षेत्र कोतमा अंतर्गत लोढी बीट के जंगल में जंगल के किनारे पड़ोस के शहडोल जिला अंतर्गत ग्राम पंचायत कदमहा के घोड़ाकछार गांव के निवासी छोटेलाल पाव अपने खेत में काम करने बाद मवेशियों को चरने के लिए खेत से लगे जंगल के पास छोड़ा इसी दौरान एक हिंसक वन्यप्राणी द्वारा एक लाल रंग के जवान बैल पर अचानक हमला कर उसे पकड़कर गंभीर रूप से घायल कर दिया बैल पर हमला करते देख कर अन्य ग्रामीणों द्वारा हो-हल्ला किए जाने पर हिंसक वन्यप्राणी बैल को छोड़कर जंगल की ओर चले जाने पर घायल बैल को पशुमालिक एवं सहयोगियों द्वारा घर लाकर पशु चिकित्सक से उपचार कराया है। एक सप्ताह पूर्व भी इसी जंगल में हिंसक वन्यप्राणी द्वारा एक किसान के गाय पर हमला कर मृत करने बाद अपना आहार बनाया रहा,एक सप्ताह के मध्य दूसरी घटना से अनूपपुर एवं शहडोल जिले के सीमा से लगे गांव के ग्रामीण दहशत में है।

प्रशासन ने माना, उल्टी दस्त से नही हुई 3 ग्रामीणों समेत पेट मे पल रहे 8 माह के बच्चे की मौत

*बच्चे की हालत गंभीर, जिले के पुष्पराजगढ़ के सालारगोंदी का मामला*

अनूपपुर


जिले के पुष्पराजगढ़ तहसील अंतर्गत ग्राम पंचायत सालरगोंदी में तीन ग्रामीणों समेत पेट मे पल रहे 8 माह के बच्चे की मृत्यु के मामले का संज्ञान लेकर जिला प्रशासन द्वारा मामले की जांच कराई गई है। कलेक्टर आशीष वशिष्ठ के निर्देश पर मौके पर एसडीएम पुष्पराजगढ़ सुधाकर बघेल तथा स्वास्थ्य विभाग एवं पीएचई विभाग के अधिकारियों की टीम भेजकर वस्तुस्थिति की जांच कराई गई जिसमें यह तथ्य निकलकर सामने आया है कि ग्राम सालरगोंदी में जिन तीन लोगों की मृत्यु हुई है। वह डायरिया से नही बल्कि अन्य कारणों से मृत्यु हुई है।

इस संबंध में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने अवगत कराया है कि - 

1-दिनांक 31 जुलाई 2024 को शाम 7ः00 बजे माखन पिता किर्रा बैगा की मृत्यु एक-दो साल से  बीमारी थी जिसमें उसका वजन लगातार कम हो रहा था और बुखार लिवर सिरोसिस थी क्योंकि वह क्रॉनिक अल्कोहलिक था मृत्यु की दिनांक को बुखार उल्टी पेट में दर्द दो-तीन दिन से था जिसका इलाज स्थानीय प्राइवेट  डॉक्टर कर रहा था, इलाज के दौरान ही उसकी मृत्यु हो गई।

2-झिंघिया बाई जेठयू लाल उम्र 75 वर्ष सरई पटेरा पुष्पराजगढ़ को बुखार एवं उल्टी थी और बच्चे की मृत्यु के कारण अत्यंत सुस्त व उसको बवासीर एवं खून की कमी तथा अल्कोहलिक हिस्ट्री थी उसकी मृत्यु 1 अगस्त 24 को सुबह 8ः00 बजे हृदय गति रुकने से घर पर हो गई।

3-लीलाबाई नरेंद्र उम्र 25 वर्ष जो की गर्भवती थी एवं मायके में रहती थी वह ससुराल आने की पश्चात रात्रि 12ः05 दिनांक 2 अगस्त 24 को अचानक बेहोश हो गई इसके बाद अस्पताल पहुंचने के पूर्व मृत्यु हो गई।

इस संबंध में ग्राम पंचायत सालरगोंदी के सरपंच ने भी लिखित में अवगत कराया है कि जो मृतक थे उनमें कोई भी उल्टी दस्त के मरीज नहीं थे, मृत्यु अन्य कारणों से हुई है। ग्राम में उल्टी दस्त के कोई मरीज नहीं है। पेयजल स्त्रोतों तथा ग्राम में स्थित हैण्डपंप में पीएचई विभाग द्वारा जल शुद्धिकरण पूर्व से कराया गया था। इस संबंध में विभाग द्वारा पुनः जल शुद्धिकरण का कार्य अमले द्वारा कराया गया है। 

जिला प्रशासन के स्वास्थ्य विभाग एवं लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग की टीम द्वारा ग्राम सालरगोंदी में पानी के जांच के लिए सेम्पल लिया गया है। स्वास्थ्य विभाग की टीम द्वारा मौसमी बीमारियों से बचाव के लिए औषधियों का वितरण किया गया है। पूर्व में ग्राम के सभी जल स्त्रोतों में क्लोरीनेशन/ब्लीचिंग पाउडर डालकर पानी का शुद्धिकरण किया गया है। बताया गया है कि प्राथमिक शाला सरईपटेरा के बच्चों का स्वास्थ्य परीक्षण भी कराया गया है। ग्रामवासियों को स्वास्थ्य एवं लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग की टीम ने मौसमी बीमारियों से बचाव के लिए उबला हुआ या शुद्ध पानी पीने, खाने से पहले और शौच के बाद हाथों को साबुन से अच्छी तरह धोने, खुले में शौच न करने, स्वच्छता का पालन करने, खाने की वस्तुओं को ढककर रखने और ताजे भोजन का सेवन करने की अपील की गई है। ग्रामीणों को अवगत कराया गया है कि किसी भी स्वास्थ्य समस्या के लिए तत्काल नजदीकी स्वास्थ्य केन्द्र में सम्पर्क कर उपचार लेने की अपील की गई है। 

स्वास्थ्य विभाग द्वारा पुष्पराजगढ़ विकासखण्ड के स्वास्थ्य सेक्टर करपा के ग्राम लमसरी, सरईपतेरा, लेढ़रा, गोंदी, घाठा, बकान, देवरीदादर के घरों में घर-घर दस्तक देकर स्वास्थ्य जागरूकता के साथ ही स्वास्थ्य परीक्षण तथा इन इलाकों के 22 कुओं के जल शुद्धिकरण का कार्य किया गया है।



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