प्रशासन ने माना, उल्टी दस्त से नही हुई 3 ग्रामीणों समेत पेट मे पल रहे 8 माह के बच्चे की मौत
*बच्चे की हालत गंभीर, जिले के पुष्पराजगढ़ के सालारगोंदी का मामला*
अनूपपुर
जिले के पुष्पराजगढ़ तहसील अंतर्गत ग्राम पंचायत सालरगोंदी में तीन ग्रामीणों समेत पेट मे पल रहे 8 माह के बच्चे की मृत्यु के मामले का संज्ञान लेकर जिला प्रशासन द्वारा मामले की जांच कराई गई है। कलेक्टर आशीष वशिष्ठ के निर्देश पर मौके पर एसडीएम पुष्पराजगढ़ सुधाकर बघेल तथा स्वास्थ्य विभाग एवं पीएचई विभाग के अधिकारियों की टीम भेजकर वस्तुस्थिति की जांच कराई गई जिसमें यह तथ्य निकलकर सामने आया है कि ग्राम सालरगोंदी में जिन तीन लोगों की मृत्यु हुई है। वह डायरिया से नही बल्कि अन्य कारणों से मृत्यु हुई है।
इस संबंध में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने अवगत कराया है कि -
1-दिनांक 31 जुलाई 2024 को शाम 7ः00 बजे माखन पिता किर्रा बैगा की मृत्यु एक-दो साल से बीमारी थी जिसमें उसका वजन लगातार कम हो रहा था और बुखार लिवर सिरोसिस थी क्योंकि वह क्रॉनिक अल्कोहलिक था मृत्यु की दिनांक को बुखार उल्टी पेट में दर्द दो-तीन दिन से था जिसका इलाज स्थानीय प्राइवेट डॉक्टर कर रहा था, इलाज के दौरान ही उसकी मृत्यु हो गई।
2-झिंघिया बाई जेठयू लाल उम्र 75 वर्ष सरई पटेरा पुष्पराजगढ़ को बुखार एवं उल्टी थी और बच्चे की मृत्यु के कारण अत्यंत सुस्त व उसको बवासीर एवं खून की कमी तथा अल्कोहलिक हिस्ट्री थी उसकी मृत्यु 1 अगस्त 24 को सुबह 8ः00 बजे हृदय गति रुकने से घर पर हो गई।
3-लीलाबाई नरेंद्र उम्र 25 वर्ष जो की गर्भवती थी एवं मायके में रहती थी वह ससुराल आने की पश्चात रात्रि 12ः05 दिनांक 2 अगस्त 24 को अचानक बेहोश हो गई इसके बाद अस्पताल पहुंचने के पूर्व मृत्यु हो गई।
इस संबंध में ग्राम पंचायत सालरगोंदी के सरपंच ने भी लिखित में अवगत कराया है कि जो मृतक थे उनमें कोई भी उल्टी दस्त के मरीज नहीं थे, मृत्यु अन्य कारणों से हुई है। ग्राम में उल्टी दस्त के कोई मरीज नहीं है। पेयजल स्त्रोतों तथा ग्राम में स्थित हैण्डपंप में पीएचई विभाग द्वारा जल शुद्धिकरण पूर्व से कराया गया था। इस संबंध में विभाग द्वारा पुनः जल शुद्धिकरण का कार्य अमले द्वारा कराया गया है।
जिला प्रशासन के स्वास्थ्य विभाग एवं लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग की टीम द्वारा ग्राम सालरगोंदी में पानी के जांच के लिए सेम्पल लिया गया है। स्वास्थ्य विभाग की टीम द्वारा मौसमी बीमारियों से बचाव के लिए औषधियों का वितरण किया गया है। पूर्व में ग्राम के सभी जल स्त्रोतों में क्लोरीनेशन/ब्लीचिंग पाउडर डालकर पानी का शुद्धिकरण किया गया है। बताया गया है कि प्राथमिक शाला सरईपटेरा के बच्चों का स्वास्थ्य परीक्षण भी कराया गया है। ग्रामवासियों को स्वास्थ्य एवं लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग की टीम ने मौसमी बीमारियों से बचाव के लिए उबला हुआ या शुद्ध पानी पीने, खाने से पहले और शौच के बाद हाथों को साबुन से अच्छी तरह धोने, खुले में शौच न करने, स्वच्छता का पालन करने, खाने की वस्तुओं को ढककर रखने और ताजे भोजन का सेवन करने की अपील की गई है। ग्रामीणों को अवगत कराया गया है कि किसी भी स्वास्थ्य समस्या के लिए तत्काल नजदीकी स्वास्थ्य केन्द्र में सम्पर्क कर उपचार लेने की अपील की गई है।
स्वास्थ्य विभाग द्वारा पुष्पराजगढ़ विकासखण्ड के स्वास्थ्य सेक्टर करपा के ग्राम लमसरी, सरईपतेरा, लेढ़रा, गोंदी, घाठा, बकान, देवरीदादर के घरों में घर-घर दस्तक देकर स्वास्थ्य जागरूकता के साथ ही स्वास्थ्य परीक्षण तथा इन इलाकों के 22 कुओं के जल शुद्धिकरण का कार्य किया गया है।