नदी में नहाने गया युवक तेज बहाव में बहा, 4 दिन बाद मिला शव


उमरिया

जिले के इंदवार थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम चिंतराव स्थित सोन नदी मे समाये युवक की लाश बरामद कर ली गई है। उल्लेखनीय है कि अखिलेश सेन पिता राजभान सेन 17 निवासी ग्राम चितरांव अपने तीन साथियों के साथ सोन नदी मे नहाने गया था। इसी दौरान वह बहाव मे बह गया। तभी से एसडीआरएफ की टीम उसकी तलाश कर रही थी। युवक का शव घटनास्थल से कई किलोमीटर दूर ब्यौहारी जिला शहडोल मे खड़ेहा घाट के पास मिला। जानकारी के मुताबिक अखिलेश तीन बहनो मे इकलौता भाई था। इस घटना ने परिवार को गहरे सदमे डाल दिया है। शव अभी ब्यौहारी से नहीं लाया जा सका है। एसडीएम मानपुर कमलेश नीरज ने बताया कि सोमवार को पीएम के बाद इसे परिजनो के सुपुर्द किया जायेगा। इस कार्यवाही मे सीएस उर्वेदी डिस्ट्रिक्ट् कमांडेंट होमगार्ड, राहुल कुमार साहू प्लाटून कमांडर, मूरतपाल, योगेश भिलाला, मनोहर वर्मा, शनि मार्को, सर्वण कुमार, सुजीत कोल तथा वाहन चालक नागेंद्र दिवेदी का विशेष योगदान था।

अवैध भंडारित रेत पर पुलिस व खनिज की संयुक्त कार्यवाही 


अनूपपुर

अवैध रेत परिवहन, उत्खनन एवं भंडारण पर माइनिंग टीम के साथ त्वरित कार्यवाही करने हेतु आदेशित किया गया है। सूचना प्राप्त हुई थी कि ग्राम कोठी के पास छुलहा घाट व कोरैया घाट पर अवैध रुप से रेत का भंडारण किया गया है। सूचना की तस्दीक पर श्रीमान अतिरिक्त पुलिस अधिकारी श्री इसरार मंसूरी के मार्गदर्शन मे बिजुरी पुलिस और माइनिंग विभाग अनूपपुर द्वारा संयुक्त रेड की कार्यवाही की गई तथा उक्त स्थानो पर करीब 100 घन मीटर अवैध रेत लावरिस हालात मे बरामद हुई जिसे माइनिंग इंस्पेक्टर ईशा वर्मा द्वारा विधिवत जब्त किया जाकर सुरक्षित किया गया। उक्त कार्यवाही मे माइनिंग इंस्पेक्टर ईशा वर्मा व उनकी टीम तथा बिजुरी पुलिस से थाना प्रभारी विकास सिंह, सउनि० प्रदीप अग्रिहोत्री, प्रआर0 171 सतीश मिश्रा, आर0 528 प्रभाकर त्रिपाठी की उल्लेखनीय भूमिका रही।

चोटिल नर मोर का ग्रामीण ने किया देशी उपचार, वनविभाग की टीम पहुंची मौके पर


अनूपपुर

वन परिक्षेत्र अनूपपुर के अनूपपुर बीट अंतर्गत ग्राम पंचायत पिपरिया के बेलापार गांव में विगत एक वर्ष से ग्रामीण क्षेत्र में विचरण कर रहे दो मोर में से एक नर मोर के पंख में विगत एक सप्ताह पूर्व अज्ञात कारण से चोट लग जाने के कारण पंख उठाकर उड़ने में असमर्थ कर रहा है जिसे गांव के ही एक आदिवासी ने देशी उपचार कर मोर को स्वस्थ किया जिसकी जानकारी मिलने पर वनविभाग के कर्मचारी मौके पर पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया।

इस संबंध में 3 अगस्त की दोपहर वन परिक्षेत्र एवं वन बीट अनूपपुर अंतर्गत ग्राम पंचायत पिपरिया के बेलापार गांव की निवासी भागवत प्रसाद यादव एवं शिवनारायण राठौर ने जिला मुख्यालय अनूपपुर के वन्यजीव संरक्षक शशिधर अग्रवाल को इस आशय की सूचना दी कि गांव में विगत एक वर्ष से जंगल से आकर विचरण कर रहे राष्ट्रीय पक्षी दो नग मोर में से एक नर मोर के पंख में अज्ञात कारण से चोट लगने के कारण पंख उठाकर उड़ने में असमर्थ सा दिख रहा है जिसकी जानकारी श्री अग्रवाल द्वारा वन परिक्षेत्र अधिकारी अनूपपुर स्वर्णगौरव सिंह को देते हुए परीक्षण कराए जाने की बात कहने पर रविवार की दोपहर वनरक्षक एवं बीटप्रभारी अनूपपुर राजीव पटेल ने मौका स्थल पर पहुंचकर निरीक्षण किया इस दौरान बताया गया कि अज्ञात कारण से नर मोर के पंख के पास विगत एक सप्ताह पूर्व चोट लगी रही जिसे देखते हुए बेलापार गांव के वार्ड क्रमांक 19 स्कूलटोला निवासी बैसाखू पिता सम्हारू बैगा जिनके घर के आसपास ही दोनों मोर विचरण करते हैं के द्वारा मोर के चोटिल स्थल पर एक सप्ताह तक हल्दी,तेल एवं अन्य तरह के देसी पद्धति से उपचार किया इस दौरान चोटिल मोर खुद के उपचार किये जाने पर बैसाखू बैगा के साथ उपचार कराने में बिना परेशान किये उपचार कराता रहा है,जिससे चोटिल नर मोर स्वस्थ्य स्थिति में गांव मे स्वच्छंद विचरण कर रहा है।

 


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