कैलाश मरावी पीआईसी सदस्य अविवाहित पुत्र के नाम पीएम आवास व पत्नी के नाम दुकान कराया स्वीकृति

*अध्यक्ष, सीएमओ की सहमति से स्वच्छता मद का दुरूपयोग, दुगनी कीमत में खरीदी गई करोड़ो की सामग्री*


अनूपपुर

राजकिशोर राठौर पार्षद वार्ड़ नं. 13 जैतहरी ने कमिश्नर शहडोल से लिखित शिकायत की है। कि स्वच्छता मद राशि का दुरूपयोग व पीआईसी सदस्य अपने अविवाहित पुत्र के नाम पीएम आवास व पत्नी के नाम दुकान आवंटन होने की जांच करवाकर कार्यवाही की जाए।

*यह है मामला नं 01*

नगर परिषद्‌ जैतहरी जिला अनुपपुर की नवीन परिषद् का गठन माह फरवरी 2023 में हुआ है तब से आज दिनांक तक नवीन परिषद् द्वारा नगर में आवश्कता से अधिक मात्रा में स्वच्छता मद एवं 15 वें वित्त की राशि से खरीदी का कार्य किया जा रहा है जो की शासन के नियमों का उल्लंघन है जिसमे कचरा गाड़ी जो की 7.50 लाख की है उसे 9.96 लाख में क्रय की गई है, छोटी सी नगर परिषद् में लगभग 17 लाख की लाइट, 10 लाख की फिनायल, छोटे डस्टबिन 10 लाख की खरीदी अधिक कीमत पर की गई है इस प्रकार छोटी सी नगर परिषद् में करोडो रूपये ने अधिक की सामग्री अधिक कीमत पर क्रय की गई है। इसी प्रकार जगह जगह डस्टबिन लगाने के नाम पर स्टील के पतले चद्दर वाले डस्टबिन स्थापित किये गये है जो कुछ महीने में फट के खराब हो गए है जिसमे बाजार दर से दुगनी राशि का भुगतान किया गया है। नगर परिषद् जैतहरी द्वारा माह मार्च 2023 से आज दिनांक तक स्वछता मद एवं 15 वें वित्त की राशि से समस्त खरीदी गयी सामग्रियों की उच्च स्तरीय समिति से परिषद् के सदस्यों के समक्ष जाँच करा कर कार्यवाही कराने का कष्ट करेंगे ।

*यह है मामला 02*

नगर परिषद जैतहरी जिला अनुपपुर के वार्ड क्र. 04 के पार्षद एवं पी.आई.सी. (PIC) सदस्य कैलाश मरावी द्वारा अपने पद का दुरुपयोग करते हुये अपनी पत्नी कुंती मरावी, अविवाहित पुत्र अजीत मरावी एवं सुभाष मरावी के नाम प्रधानमंत्री आवास स्वीकृत कराया गया है साथ ही परिषद की वार्ड क्र. 03 बस स्टैंड की दुकान को अपनी पत्नी श्रीमति कुंती मरावी के नाम स्वीकृत कराया है जो कि नगर पालिका अधिनियम के विपरीत है एवं पी.आई.सी. (PIC) सदस्य कैलाश मरावी द्वारा पद का दुरुपयोग है जिसमे जैतहरी नगर परिषद के अध्यक्ष उमंग गुप्ता एवं मुख्य नगरपालिका अधिकारी भूपेंद्र सिंह की सहमति से एक ही परिवार के 3 सदस्य जिसमे 2 अविवाहित पुत्र जो की वर्तमान में एक ही घर में निवासरत है उनके नाम प्रधानमंत्री आवास स्वीकृत कर शासन के राशि का दुरुपयोग करते हुये नियमो की अवहेलना की जा रही है। वार्ड क्र. 04 के पार्षद एवं पी.आई.सी. (PIC) सदस्य कैलाश मरावी द्वारा अपने पद का दुरुपयोग करने के कारण पद से हटाये जाने की कार्यवाही करते हुये जैतहरी नगर परिषद के अध्यक्ष उमंग गुप्ता एवं मुख्य नगरपालिका अधिकारी भूपेंद्र सिंह के विरुद्ध भी कार्यवाही किए जाने का कष्ट करेंगे।

सीजर होगा या नॉर्मल डिलीवरी, सरकारी अस्पताल में दलाल तय करते हैं, कलेक्टर से हुई शिकायत


शहड़ोल

संभागीय मुख्यालय स्थित शासकीय जिला चिकित्सालय के प्रसूति वार्ड में इन दिनों एक महिला रोग विशेषज्ञ के दलाल सक्रिय हैं। इस बारे में गुरुवार को एक प्रसूता के पति ने कलेक्टर को लिखित शिकायत दी है, जिसमें डॉक्टर और अस्पताल में सक्रिय दलाल के खिलाफ कार्रवाई की मांग की गई है।

शिकायतकर्ता निलेश यादव, निवासी ग्राम ककरहाई थाना सोहागपुर, ने कलेक्टर को सौंपे आवेदन में बताया कि 22 जुलाई को उन्होंने अपनी पत्नी मीनू यादव को प्रसव के लिए जिला चिकित्सालय के प्रसूति वार्ड में भर्ती कराया था। वहां ऑपरेशन करने वाले डॉक्टर अजीत सिंह ने उनसे आठ हजार रुपये की मांग की। निलेश ने बताया कि वह एक गरीब व्यक्ति हैं और इतनी राशि नहीं दे सकते। इसके बावजूद, डॉक्टर द्वारा बार-बार पैसे की मांग की गई और उनके कथित दलाल रवि यादव ने भी उन्हें परेशान किया। निलेश ने पांच हजार रुपये देने की कोशिश की, लेकिन उनसे आठ हजार रुपये की पूरी मांग की गई और न देने पर धमकी दी गई।

*भ्रष्टाचार के आरोप*

निलेश यादव ने आरोप लगाया कि डॉक्टर अजीत सिंह की नियुक्ति के बाद से ही उन पर कई बार भ्रष्टाचार और अनैतिक व्यवहार के आरोप लगे हैं। पूर्व में सीएम हेल्पलाइन में भी उनकी शिकायत दर्ज की गई थी। इस मामले पर सिविल सर्जन डॉ. जीएस परिहार ने कहा कि उन्हें इस घटना की जानकारी नहीं है। यदि मामला सामने आता है, तो वे इसे गंभीरता से लेकर आवश्यक कार्रवाई करेंगे।

राजनेता, समाजिक कार्यकर्ता को निजी भावनाओं को त्याग कर सामूहिक भावनाओं का रखे ख्याल- जिवेंद्र सिंह

*आखिर बाजार बंद का फैसला क्यो लेना पड़ा, ब्लाक बचाओं संघर्ष समिति बनाने के बाद ब्लाक अनूपपुर का नामों निशान जमीदोंज हो गया*


अनूपपुर

अनूपपुर के इतिहास में सबसे बड़ा सुखद क्षण था 15 अगस्त 2003 को जिला बनना। ग्राम पंचायत से जिला मुख्यालय बनना किसी अजूबे से कम नहीं रहा। नगर के निवासियों और जनप्रतिनिधियों ने राजनीतिक सूझबूझ से अनूपपुर को जिला बनवाया। जिला बनाने के लिए न तो अनशन हुआ और न ही धरना प्रदर्शन और बाजार बंद। उचित माध्यम से उचित मंच पर समय- समय पर बात रखा गया, और शहर व क्षेत्र  की भौगोलिक संरचनाओं से राजनेताओं और राज्य सरकार को अवगत कराया गया। ग्राम पंचायत से नगरपालिका, तहसील, अनुविभागीय अधिकारी कार्यालय राजस्व & पुलिस का सफर तय करते हुए जिला मुख्यालय अनूपपुर बना। आवश्यकता होती है धैर्यपूर्वक ,सहजता / सरलता और आग्रहपूर्वक संजीदगी से तथ्यात्मक पहल करने की। उत्तेजित क्रियाकलाप शहर के विकास को बाधित करते हैं, असहनशीलता और युवा जोश के कारण ही  मामूली विवाद की वजहों से अनूपपुर मे गोली कांड जैसी घटना हुई थी और बेवजह एक युवा की जान गई।

सैकड़ों युवा और उनके अभिभावक सालों तक परेशान रहे, जेल में गए,पुलिस की दमन और यातनाएं झेली। शांति, सहजता और सरलता ने शहर को महाविद्यालय, कन्या महाविद्यालय, ITI ,पालिटेक्निक कालेज, नर्सिंग महाविद्यालय, दूरसंचार कार्यालय का भवन, तमाम बैंक, स्टेट बैंक आफ इंडिया का भवन,  जिला न्यायालय भवन , केन्द्रीय विद्यालय ,एकलव्य स्कूल, माडल स्कूल, कन्या परिसर, RTO आफिस का कार्यालय भवन ,कलेक्ट्रेट परिसर, जिला जेल जैसे अनगिनत उपलब्धियों  को सफलतापूर्वक हासिल किया। यहां तक कि अनूपपुर जिले में इंदिरा गांधी जनजातीय विश्वविद्यालय जैसे सेन्ट्रल यूनिवर्सिटी खुली । तुलसी महाविद्यालय की भूमि न्यायालय के नाम पर नामातंरण हुआ जिसका NOC उच्च शिक्षा विभाग और राज्य शासन ने दिया ,जो कि असाधारण कार्य की श्रेणी में आता है। लेकिन उक्त किसी भी सफलता के  लिए बाजार बंद नहीं करना पडा, राजनैतिक चेतना,पत्राचार और परस्पर वार्तालाप से सीढी दर सीढी छोटा सा कस्बा जिला मुख्यालय अनूपपुर बना। जरा गौर से याद कीजिए, ब्लाक बचाओं संघर्ष समिति बनाई गई थी, महीनों क्रमिक अनशन चलाया गया था, आज अनूपपुर ब्लाक कहाँ है.......?ब्लाक कालोनी कहाँ खो गई.......? ब्लाक अनूपपुर का नामों निशान जमीदोंज हो गया है।अभी भी समय है सीख लेकर निर्णय लेने की।

राजनेताओं, समाजिक कार्यकर्ताओं को निजी भावनाओं को त्याग कर हमेशा सामूहिक भावनाओं का ख्याल रखना चाहिए ।एकतरफा निर्णय लेने का भाव शहर के लिए फायदेमंद साबित नहीं होता है। जिला प्रशासन के अधिकारियों द्वारा हर प्रकार का सहयोग निरंतर किया जा रहा है जिले के सभी जनप्रतिनिधियों का बेहद सहयोग मिल रहा है , विधायक,  सासंद , मंत्री का भरपूर सहयोग प्राप्त है । राज्य सरकार और केंद्र सरकार से बजट का एलाटमेंट हो चुका है। कार्य प्रगति पर है। जबकि  नवगठित फ्लाईओवर संघर्ष समिति द्वारा आज  जिला प्रशासन के अधिकारियों के साथ सार्थक बैठक का दावा किया गया है।

हमारे पूर्व राजनेताओं ,वरिष्ठ नागरिकों की सहजता /सरलता और विनम्रता से सीख लेते हुए जल्दबाजी और उत्तेजित निर्णय पर पुनर्विचार करने की आवश्यकता है। शहर के निवासियों और जिला प्रशासन के बीच मधुर और सौहार्दपूर्ण वातावरण निर्मित करना प्रत्येक शहरवासियों का नैतिक जिम्मेदारी है।ओवरब्रिज तय समयसीमा मे बनेगा जैसा आश्वासन जिला प्रशासन/सेतु निगम/रेलवे प्रशासन से पाने के बाद बालहठ का भाव त्याग देना चाहिए।सेतु निगम और रेलवे के अधिकारियों के हौसला अफजाई करने का समय है।

*मेहनत इतनी खामोशी से करो कि सफलता शोर मचा दे।*

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