मारपीट के आरोप में विजय यादव को पुलिस ने किया गिरफ्तार


शहड़ोल

बीते दिनों शहडोल कलेक्टर के निर्देशन में बटुरा अन्तर्गत अवैध कोयले की सुरंगों को खनिज विभाग व अमलाई पुलिस के सहयोग से बंद किया गया था, ज्ञात हो बटुरा में चल रहे अवैध कोयले के खेल में विजय की क्या भूमिका थी यह किसी से छिपा नही है इसके बाद एक अन्य आरोप में आरोपी विजय को कल दोपहर अमलाई पुलिस ने गिरप्तार कर लिया है। राकेश कुमार यादव पिता स्व. रामप्रसाद यादव उम्र 4 वर्ष निवासी ग्राम बटुरा थाना अमलाई जिला शहडोल राजेन्द्र यादव पिता स्व. रामप्रसाद यादव उम्र 38 वर्ष निवासी ग्राम बटुरा थाना में ग्राम बटुरा का रहने वाला हैं, कृषि कार्य करता हैं। राजेन्द्र ने बताया कि 09 जुलाई 2024 की रात 9 बजे के लगभग वह अपने घर में था तभी उसका भाई विजय यादव का फोन आया फोन से बताया कि मोहल्ले का सचिन यादव उसे मोबाईल से गाली गलौज कर रहा था तो में उसके घर समझाने आया था तो वह मारपीट कर रहा है तो वह अपने लड़के क्रिस यादव व भतीजा अमन यादव को लेकर राकेश यादव के घर गया और चारों लोग मिल कर राकेश यादव व सचिन यादव को हाथ मुक्का से मारपीट कर रहे था विजय यादव राड से राकेश यादव को मारपीट किया था तब उसकी पत्नी गमता यादव व लडकी महक यादव दोनों बीच बचाव करने लगी तो राकेश यादव की पत्नी को डंडा से मारपीट किया था उस डंडा को लेकर थाना पहुँचा। पुलिस विवेचना के बाद कुछ अतिरिक्त धाराओ को अधिरोपित करते हुए विजय यादव बटुरा निवासी को इन धाराओं के तहत धारा 333.296.175(2), 351/2) 35) 117 (2), 118 (2) जेल भेज दिया गया है।

जंगल में गाड़ी खराब होने पर मदद के लिए फरिश्ता बनकर पहुंची पुलिस


शहड़ोल

उत्तर प्रदेश के लखनऊ से छत्तीसगढ़ के कोरबा जा रहे एक परिवार के लिए उस समय मुसीबत खड़ी हो गई, जब वह शहडोल जिले के सिंहपुर थाना क्षेत्र से गुजर रहे थे। इस दौरान सिंहपुर के आगे सूनसान जंगल में रात के लगभग तीन बजे अचानक उनकी गाड़ी खराब हो गई।

बता दें कि गाड़ी चालू करने की काफी कोशिश की गई, लेकिन वह स्टार्ट नहीं हुई। आधी रात और घने जंगल के बीच उन्हें डर का भी एहसास हो रहा था कि कहीं उनके साथ कोई अनहोनी न हो जाए। इसके बाद परिवार के मुखिया विकास दुबे ने रात में मदद के लिए अपने कई परिचितों को उत्तर प्रदेश में फोन लगाया। लेकिन किसी से ऐसी लिंक नहीं मिल पाई, जो मीलों दूर मध्यप्रदेश के शहडोल जिले में उनकी मदद कर सके। इसके बाद किसी परिचित ने बताया कि मध्यप्रदेश पुलिस की डायल 100 सेवा लोगों के मदद के चलती है। इसके बाद शुक्ला ने डायल 100 में काल कर अपनी परेशानी साझा की। लोकेशन के हिसाब से फिर सिंहपुर थाना क्षेत्र की डायल 100 तक इसका पॉइंट आया। उसके बाद तुरंत बिना देरी किए ड्यूटी में तैनात सहायक उप निरीक्षक महेन्द्र सिंह व पायलट कमलकांत मिश्रा मौके पर रवाना हो गए।

*पुलिस वहां देखते ही मिली राहत*

जैसे ही पीड़ित परिवार को सूनसान जंगल में पुलिस का वाहन आता दिखाई दिया। उन्होंने राहत की सांस ली। इसके बाद मौके पर पहुंचे पुलिसकर्मियों ने बिना देरी किए बिगड़े वाहन को सुरक्षित स्थान पर खड़ा कराते हुए परिवार के लिए एक किराए के वाहन की व्यवस्था कराई। उसके बाद मध्यप्रदेश पुलिस और मौके पहुंचे पुलिसकर्मियों को ह्रदय से साधुवाद देते हुए परिवार के लोग कोरबा के लिए रवाना हो गए।

कन्या आवासीय शिक्षा परिसर से कंडोम एवं गर्भनिरोधक गोलियां बरामद

*शिक्षा विभाग पर खड़े हुए सवाल, पंचनामा तक सीमित रह गई कार्यवाही*


अनूपपुर

शिक्षा के मंदिर में कंडोम, गर्भनिरोधक गोलियां मिलने के बाद हडक़ंप मच गया था, जिसके बाद शासकीय उत्कृष्ट विद्यालय कोतमा के प्राचार्य द्वारा टीम गठित कर स्कूल परिसर का निरीक्षण किया गया, जहां निरीक्षण के दौरान कंडोम सहित गर्भनिरोधक दवाईयां मिलने पर टीम द्वारा पंचनामा बनाया गया, लेकिन बीते एक माह से पूरे मामले को छिपा कर अपने वरिष्ठ कार्यालय को इस संबंध में कोई भी सूचना से अवगत नही कराया गया। 

*यह है मामला*

शासकीय मॉडल स्कूल कोतमा परिसर में बड़ी मात्रा कंडोम एवं गर्भनिरोधक दवाईयां पाई गई। जानकारी के अनुसार इसी परिसर में आवासीय कन्या शिक्षा परिसर कोतमा भी संचालित है। जिसकी सूचना लगते ही शिक्षकों में हडक़ंप मच गया, विकासखंड शिक्षा अधिकारी द्वारा अधिकृत शिक्षक संतोष चौबे एवं मॉडल स्कूल के प्रभारी प्राचार्य गणेश साहू, कन्या शिक्षा परिसर की शिक्षिका सुखवती लोधी के समक्ष मॉडल स्कूल के पश्चिमी हिस्सा में सेफ्टीटैंक के पास एक्सपायरी डेट की दवाईयां सहित कंडोम एवं गर्भनिरोधक गोलियां मिली थी। जिसका मौके पर ही पंचनामा बनाया गया था, लेकिन मॉडल स्कूल के परिसर जहां आवासीय कन्या शिक्षा परिसर में ऐसी आपत्तिजनक दवाईयों का जकीरा सहित कंडोम मिलने के बाद पूरे मामले की जानकारी अपने वरिष्ठ कार्यालय से छिपा कर कार्यवाही से बचाया गया। 

*आपत्तिजनक सामग्री पर अभिभावको चिंतत*

शिक्षा के मंदिर में आपत्तिजनक दवाईयों (गर्भनिरोधक गोलियां) मिलने पर अभिभावकों में अपने बच्चों के लिए चिंता जाहिर की गई। वहीं छात्राओं की सुरक्षा पर भी कोतमा क्षेत्र में जनचर्चा का विषय बना हुआ है। जिसके कारण कोतमा की जनता में रोष भी व्याप्त है। लेकिन इस पूरे मामले में शिक्षा विभाग ने चुप्पी साधते हुए मामले को दबाया जाना उनकी कार्यवाही पर प्रश्रचिन्ह खड़ा कर दिया गया है। वहीं मॉडल स्कूल कोतमा के प्रभारी प्राचार्य गणेश साहू ने बताया कि उक्त आपत्तिजनक सामग्री शासकीय कन्या आवासीय परिसर के पास की घटना बताई है, जिसके बाद मामला और भी संदिग्ध हो गया है। 

*पंचनामा तक सिमटी कार्यवाही*

शासकीय विद्यालय के परिसर में आपत्तिजनक सामग्री मिलने के बाद जहां विकासखंड शिक्षा अधिकारी कोतमा द्वारा शिक्षकों की टीम से विद्यालय के परिसर का निरीक्षण कराया गया, जहां परिसर में कंडोम वा गर्भनिरोधक दवाईयां मिलने पर पंचनामा तो बना दिया गया, लेकिन इसके बाद इस पूरे मामले को गंभीरता से नही लिया गया और पूरी कार्यवाही सिर्फ पंचनामा तक सिमट कर रह गई। जिसके कारण मॉडल स्कूल एवं आवासीय कन्या शिक्षा परिसर के छात्र-छात्राओं सहित उनके अभिभावकों एवं कोतमा की जनता में रोष व्याप्त है।  लोगो में जनचर्चा है कि विद्यालय प्रबंधन द्वारा इतने गंभीर मामले कों छिपा कर कार्यवाही नही होने से दोबारा भी विद्यालय परिसर में ऐसी आपत्तिजनक सामग्रियों का मिलने की पुनरावृत्ति हो सकती है। 

इनका कहना है।

मुझे जानकारी मिली है, जांच कर नियमानुसार कार्यवाही की जाएगी। 

*तुलाराम आर्मो, प्रभारी जिला शिक्षा अधिकारी अनूपपुर*

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