शिक्षा में नवाचार पद्धति के अग्रणी शिक्षक लखन हुए सेवानिवृत्त लोागे ने दी विदाई
अनूपपुर
जिले के विभिन्न प्राथमिक माधमिक और उच्चतर माध्यमिक विद्यालयों में विद्या का दान देकर शिक्षा जगत में नवाचार पद्धति को अपना कर अपने विद्यार्थियों के लिए नए-नए प्रयोग कर शिक्षकों के लिए आए दिन नए मुकाम स्थापित करने वाले लखन लाल रैकवार विगत 31 अक्टूबर 2023 को अपनी सेवा का अर्द्धवार्षिकीय पूर्ण कर सेवानिवृत हुए। विधानसभा निर्वाचन के चलते आज शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय पिपरिया विकासखण्ड जैतहरी में एक अभिनन्दन समारोह ने आयोजित कर विद्यालय परिवार ने भावभीनी विदाई दी। इस अवसर पर विद्यालय परिवार सेवानिवृत शिक्षक लखन लाल रैकवार के जीवन से संबंधित उनकी सफलताओं और किए गए कार्यों को याद करते हुए एक अभिनन्दन पत्र भी सौंपा।
*साधारण परिवार में जन्मे थे लखन लाल रैकवार*
विंध्य क्षेत्र की पावन धरती और मैकल सुला मां नर्मदा के आंचल तले मनोरम प्राकृतिक परिवेश में स्थित अनूपपुर नगरी वर्तमान में जिला मुख्यालय अनूपपुर के वार्ड नं. 14 के एक साधारण परिवार में श्री सुत्री लाल रैकवार और माता श्रीमती कस्तूरी बाई के घर 30 अक्टूबर सन् 1961 को आपका जन्म हुआ। माता-पिता का आशीर्वाद और संस्कार आपको कर्तव्यनिष्ठ और सौम्य स्वभाव प्रदान किया।
*1986 से लगातार की शिक्षा विभाग की सेवा*
आपकी शिक्षा दीक्षा अनूपपुर और शहडोल में पूर्ण हुआ। शिक्षा पूर्ण कर दिनांक 12 अप्रेल 1986 को सहायक शिक्षक के रुप में शासकीय प्राथमिक विद्यालय भोलगढ़ बिकासखंड जैतहरी में पदस्थ हुए 2003 में आप स्थानांतरित होकर शा. मा. वि. बकेली में पदस्थ हुए, दिनांक 2 सितम्बर 2009 को आप उच्च श्रेणी शिक्षक पद पर पदोन्नत होकर शा.उ.मा.वि. बम्हनी में पदस्थ हुए। तत्पश्चात आप दिनांक 30/07/2012 को स्वैक्षिक स्थानांतरण प्राप्त कर शा. माध्यमिक विद्यालय पिपरिया में पदस्थ हुए, यही से 31 अक्टूबर 2023 को अपने 37 साल के लम्बे शिक्षकीय कार्यकाल से सेवानिवृत होकर अर्द्धवार्षिकीय पूर्ण की।
*अनुकरणीय रहा श्री रैकवार का शिक्षकीय जीवन*
12 अप्रैल 1986 से सहायक शिक्षक के रूप में प्राथमिक विद्यालय भोलगढ़ से अपना शिक्षकीय जीवन शुरू करने वाले लखन लाल रैकवार का पूरा सेवा काल आने वाले नए शिक्षकों के लिए अनुकरणीय और आदर्श स्थापित किया। भोलगढ़ में आपने धनुहार बैगा पिछड़ी जनजाति के अबोध और नौनिहाल बच्चों की भविष्य को संवारा। एक शिक्षकीय विद्यालय होकर भी आपने ग्रामवासियों से जनसहभागिता का मिशाल प्रस्तुत किये थे जो अनुकरणीय रहा। आपके कार्यों का अवलोकन अनेकों स्तर से किया जाकर पुरुष्कृत किया गया। सन् 2003 बकेली स्कूल में पदास्थापना के बाद विद्यालय में मॉडल कक्ष निर्माण कर शिक्षा से वंचित बच्चों को शिक्षा की मुख्य धारा से जोड़कर शिक्षा और दक्षता से प्रकाशित किया। 2009 में पदोउन्नति के बाद शा.उ.मा.वि. बम्हनी में आपने अल्पकालिक शिक्षकीय सेवा के साथ पुष्पवाटिका का निर्माण कराये। यहां आपने विषयगत कक्षाकक्ष बीएएलए का निर्माण, छत में आकर्षक सौरमण्डल का निर्माण तथा पुस्तकालय के साथ हस्तकला कौशल, स्थानीय परिवेश की गुम होती जा रही सामग्री का संग्रहण कर पाठ सहगामी क्रियाकलापों में परिवेश के अनुसार शिक्षण कार्य किए जो सराहनीय रहा। सन् 30 जुलाई 2012 में स्वैक्षिक स्थानान्तरण में आए शा. माध्यमिक विद्यालय पिपरिया में आपने दिव्य औषधि वाटिका का निर्माण कराया है जिसमें अनेक दुर्लभ प्रजाति के पौधे रोपित किए गए हैं। साथ ही आप का वृक्षारोपण में विशेष योगदान रहा है आपने अभी तक प्रकृति को समृद्ध करने के लिए लगभग 1000 पौधे लगाकर अनुकरणीय कार्य किए है। आपके कुशल निर्देशन में यहां के बच्चे गुरु तेगबहादुर की जीवनी पर निबंध लेखन में राष्ट्रीय स्तर पर पुरुष्कार प्राप्त किये हैं तथा आपकी प्रेरणा और मार्गदर्शन से ही खेल में विभागीय स्टेट लेबल तक प्रदर्शन किये हैं।
*ये थे उपस्थित*
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि सेवा निवृत्त शिक्षक लखन लाल रैकवार, कार्यक्रम के अध्यक्ष प्राचार्य एच एल बहेलिया , प्रोफेसर डा. रामनरेश पटेल संभागीय समन्वयक समावेशी शिक्षा संभाग जबलपुर, सामाजिक, कार्यकर्ता पवन छिब्बर, प्राचार्य राजेश कुमार शुक्ला, सेवानिवृत्त अनुविभागीय अभियंता कोहली , बीआरसी बिष्णु कुमार मिश्रा, सेवा निवृत्त शिक्षक पुरूषोत्तम पटेल, राष्ट्रपति पुरस्कार शिक्षक डा. नरेन्द्र पटेल, अधिवक्ता हेमनदास पटेल, श्रीमती रेखा रैकवार, डा सरोज शुक्ला, प्रधानाध्यापक राजमणी पाण्डेय,व्हीके मालवीय, सुरेन्द्र मिश्रा, शेष नारायण पटेल, जन शिक्षक रामकुमार राठौर, विभाग पटेल, हरीश श्रीवास्तव, प्यारेलाल साहू, संजू तिवारी, पुनिता पयासी, शालनी मिश्रा, बाल गोविंद प्रजापति ,ऋषिकुमार मिश्रा,जैपाल सिंह, सम्पत मिश्रा प्रधानाध्यापक के आर सेन्द्राम, प्रधानाध्यापक आर बी प्रजापति, प्रणय त्रिपाठी, सेवा निवृत्त शिक्षक बृन्दावन पटेल, प्राचार्य आर के मिश्रा, प्राचार्य सत्येन्द्र जायसवाल, सेवानिवृत्त प्रधानाध्यापक ललन सिंह राठौर, तुलाराम कोठी,नमृता तिवारी, शासकीय शिक्षक संगठ के जिलाध्यक्ष श्रीनिवास तिवारी,आर के गाडा, पत्रकार चैतन्य मिश्रा,सुधाकर पयासी,विजय राठौर,आदर्श मिश्रा, राकेश तिवारी एवं शासकीय उमावि पिपरिया संकुल के समस्त शिक्षक उपस्थित थे। अभिनन्दन पत्र का वाचन प्रधानाध्यापक राजमणी पाण्डेय के द्वारा किया गया।कार्यक्रम का संचालन जनशिक्षक रामकुमार राठौर जी के द्वारा किया गया।