भालू के हमले से घायल महिला के पति डॉक्टर ने लिए 2 हजार रुपए, कलेक्टर से कार्यवाही की मांग


अनूपपुर

अनूपपुर जिले के जैतहरी तहसील अंतर्गत भैनाडोंगरी गांव में एक वृद्ध महिला को डेढ़ माह पूर्व घर के पीछे भालू के काटने पर उपचार करने दौरान जैतहरी अस्पताल में पदस्थ एक डॉक्टर द्वारा दबाव बनाकर महिला के पति से दो हजार रुपए ले लिए व 8 हजार की और मांग की गई, जिससे परेशान पीड़ित ने अनूपपुर कलेक्टर को अपने साथ बीती घटना पर आवेदन प्रस्तुत कर डॉक्टर से रुपए वापस दिलाने एवं डॉक्टर के विरुद्ध कार्रवाई करने की मांग की।

जैतहरी तहसील के ग्राम पंचायत खोड़री अंतर्गत भैनाडोंगरी गांव में विगत 14 अक्टूबर की सुबह घर के पीछे एक 75 वर्षीय महिला इंद्रावती पति छोटेलाल सिंह मरावी दिशा मैदान के लिए गई रही तभी अचानक जंगल की ओर से आए एक भालू ने हमला करते हुए महिला को जमीन में पटक कर गम्भीर रुप से घायल कर दिया जिसकी जानकारी पर परिजनों द्वारा 108 एंबुलेंस से उपचार हेतु सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र जैतहरी लाया गया जहां उपचार कर रहे डॉक्टर मुकेश शर्मा द्वारा उपचार के एवज में निरंतर पैसे की मांग किए जाने पर पति छोटेलाल ने 15 सौ रुपए डॉक्टर को अस्पताल में दिया, दूसरे दिन फिर से डाक्टर द्वारा और पैसा की मांग पर छोटेलाल ने अपने साथियों से लेकर 5 सौ रुपए डॉक्टर शर्मा को दिए। डॉक्टर ने 8 हजार की मांग फिर करने लगा, रुपए न दे पाने पर जिससे परेशान गरीब उपचार कराने एवं दस्तावेज बनवाने के लिए डॉक्टर शर्मा के पास ही नहीं गया वहीं वन विभाग के मैदानी कर्मचारी महिला के घायल प्रकरण बनाए जाने हेतु दस्तावेज की मांग कर रहे हैं एक तो भालू की हमले से घायल हुई पत्नी के उपचार कराने में परेशान हैं वहीं खेती-बाड़ी का समय होने पर वह ठीक से खेती भी नहीं कर पा रहा है। परेशान होकर छोटेलाल ने अनूपपुर कलेक्टर को अपने साथ बीती घटना की जानकारी पत्र एवं दस्तावेज के साथ प्रदान करते हुए डॉक्टर द्वारा लूटे गए रुपए को वापस दिलाने तथा डॉक्टर के विरुद्ध इस आशय से कठोर कार्रवाई करने की मांग की हैं।

घर पर मिला वृद्धा का शव, अज्ञात चोरों पर लगा हत्या का आरोप, पुलिस जांच में जुटी


अनूपपुर। 

अनूपपुर जिले के कोतमा थाना अंतर्गत ग्राम बुढ़ानपुर के पतेरा टोला में रात घर में सो रहीं 75 वर्षीय वृद्धा की गला दबकार हत्या किये जाने मामला सामने आया, वहीं परिजनों का आरोप है कि अज्ञात द्वारा वृद्धा फूलझड़ी चौधरी पति स्व. जवालिया चौधरी की गला दबाकर हत्या कर पहने हुए सोने चांदी के जेवरात उतार कर मौके से फरार हो गया। सूचना मृतिका के नाती रामसुभाष चौधरी ने सुबह सरपंच मिठाईलाल चौधरी, उप सरपंच केके सोनी के माध्यम से पुलिस को सूचना दी, मौके पर पुलिस ने घटना स्थल का निरीक्षण करते हुये मर्ग कायम कर मामले की जांच में जुटी गई है।

वृद्धा फूलझड़ चौधरी पति स्व. जवालिया चौधरी नाती के साथ रहती थी। रामसुभाष चौधरी की जब नींद खुली तो वृद्धा के कमरे का दरवाजा खुला हुआ था, अंदर जाकर देखने पर वृद्धा फूलझड़ी चौधरी मृत अवस्थाध में पड़ी थी, जिसकी सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस सहित एफएसएल की टीम ने घटना स्थल सहित शव का निरीक्षण किया गया। वृद्धा की मौत के बाद उसके शरीर से सोने एवं चांदी के जेवरात नही थे। इसके साथ ही निरीक्षण के दौरान पाया गया कि कमरे में रखे तीन पेटी जिसमें ताला लगा हुआ था, जिससे किसी तरह का छेड़छाड़ नही किया गया है और ना बिस्तर अस्त व्यस्ता पाये गये है। जिस पर पुलिस ने पंचनामा तैयार करते हुये शव को पीएम के लिये भेजते हुये मर्ग कायम कर मामले की जांच में जुटी हुई है। पोस्टमार्डम रिर्पोट के बाद ही मौत के कारणों का पता चल सकता है।

पुलिस की लापरवाही से रेत से भरा ट्रैक्टर हुआ फरार, 1 ट्रैक्टर हुआ जप्त


अनूपपुर/बिजुरी

अनूपपुर जिले के बिजुरी थाना क्षेत्र में लगातार रेत के अवैध उत्खनन के मामले सामने आते रहे हैं। यहां पूरी राज रेत का अवैध उत्खनन-परिवहन होता है। समना टोला के समीप स्थानीय वार्ड वासियों के द्वारा अवैध रेत उत्खनन कर परिवहन करने वाले दो ट्रैक्टर को रोक लिया। इस मामले की सूचना बिजुरी पुलिस को दी गई।

सूचना देने के करीब एक घंटे बाद पुलिस मौके पर पहुंची। तब तक एक ट्रैक्टर मौके से फरार हो गया था। इसके बाद अवैध रेत उत्खनन तथा परिवहन के मामले में एक ट्रैक्टर को जब्त करते हुए खनिज अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है। लोगों का कहना है कि अवैध रेत उत्खनन रोकने के दौरान शहडोल जिले में ड्यूटी निभा रहे पटवारी को कुचलकर रेत माफियाओं के द्वारा मौत के घाट उतार दिया गया। इसके बावजूद बिजुरी में रात होते ही रेत का अवैध उत्खनन पर रोक नहीं लगी है। बिजुरी पुलिस हाथ मे हाथ धरकर बैठी हैं। बिजुरी थाना प्रभारी राकेश उइके व उनकी टीम अवैध रेत खनन को रोकने में नाकाम साबित हो रही हैं। अगर पुलिस समय से पहुँचती तो एक ट्रैक्टर को भी जप्त किया जा सकता था। अवैध रेत उत्तखनन व परिवहन करने वालो के साथ पुलिस के साथ कई बार साँठ गांठ के आरोप लग चुके है। कुछ दिनों पहले एक ऑडियो भी वायरल हुई थी जिसमे एक व्यक्ति मोबाइल से किसी को बता रहा था कि पुलिस को प्रति गाड़ी 2 हजार रुपये दिया जाता है। इस अवैध कार्य मे कही न कही पुलिस जिम्मेदार लग रही हैं।

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