दुर्घटना रोकने सड़क किनारे रखे ड्रम से युवक टकराया, घटना स्थल पर हुई मौत


अनूपपुर

अनूपपुर जिले के कोतमा थाना अंतर्गत सड़क हादसे में एक व्यक्ति की मौत हो गई। सड़क के किनारे रखे ड्रम से टकरा जाने से 40 वर्षीय व्यक्ति की घटना स्थल पर ही मौत हो गई। इसकी सूचना पुलिस को दी गई। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को पीएम के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कोतमा के लिए भिजवाया। जानकारी के अनुसार, कोतमा के नेशनल हाईवे-43 बुरहानपुर के पास सड़क दुर्घटना को रोकने के लिए ड्रम रखा हुआ हैं। अनूपपुर की तरफ से अपने घर जा रहे 40 वर्षीय गया प्रसाद निवासी मंटोलिया सड़क के किनारे रखे ड्रम से अनियंत्रित होकर टकरा गए। इससे घटनास्थल पर उसकी मौत हो गई। इसकी सूचना पुलिस को दी। मौके पर पहुंचे पुलिस ने शव को पीएम के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भिजवाया।

पूर्णिमा को हजारों लोग पहुँचे नर्मदा घाट,  स्नान कर किया दीपदान कर आरती में हुए शामिल


अनूपपुरअमरकंटक 

अनूपपुर जिले के अमरकंटक मे कार्तिक पूर्णिमा के पावन अवसर पर नर्मदा उद्गम स्थल नदी में हजारों की संख्या में लोग आकार स्नान दान , पूजन अर्चन कर मां नर्मदा जी का दर्शन किया । अमरकंटक के अनेक स्थानों का भी यात्रियों ने भ्रमण कर क्षेत्र का आनंद प्राप्त किया । मौसम में आज कभी ठंडक भी रहा । स्कूली बच्चे , नौजवान इस मौसम का काफी लुफ्त उठा रहे थे । नगर परिषद द्वारा रामघाट पर , तीर्थ कोटि घाट , मंदिर क्षेत्र में कर्मचारी पूरी नजर बनाए हुए थे । पुलिस प्रशासन भी गस्त लगाकर ट्रैफिक  व अन्य पर पूरे समय निगरानी बनाए रखे थे । एलाउंस कर रोड़ जाम कर रहे वाहनों को सूचित कर पार्किंग में वाहन खड़ा करने को निर्देशित किया जा रहा था । पूर्णिमा के अवसर पर अनेक स्थानों और आश्रमों में भंडारे का आयोजन भी हुआ , बाहर से आए हुए श्रद्धालुओं को प्रसाद के तौर पर भोजन खिलाया गया । अमरकंटक में पंजाब के लुधियाना से आए भक्तो द्वारा शांति कुटी आश्रम में चल रही भागवत कथा के अवसर पर आए हुए श्रोताओं और कथा मंडली द्वारा भी सौ ब्राम्हण , जोड़े में पंडित तथा संत महात्माओं को भंडारा करवाया गया । इसी तरह अनेक जगह भंडारा का आयोजन भी किया गया। अमरकंटक के बस स्टेंड में यात्रियों की सेवा में लगे एजेंट ओम प्रकाश अग्रवाल व उनके साथीगण कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर ऑटो में खिचड़ी लेकर नर्मदा मंदिर , रामघाट और अन्य भीड़भाड़ वाली जगह पर जाकर पूर्णिमा की खिचड़ी बांटा गया ।

अमरकंटक में भ्रमण हेतु अनेक स्कूलों से छात्र / छात्राएं भी इस शुभ अवसर पर पधारकर नर्मदा मंदिर दर्शन के लिए आते है इसके अलावा सोन उद्गम , कपिलधारा , माई की बगिया , कल्याण सेवा आश्रम , जैन मंदिर , श्रीयंत्र मंदिर आदि जगहों पर भ्रमण कर बच्चे व स्कूली स्टाफ सहित सब लोगो के चेहरों पर प्रसन्नता की झलक दिख रही थी ।

एक स्कूल का ग्रुप मऊगंज से आया था जिसका एक छात्र कक्षा दस का अभय द्विवेदी पंद्रह वर्ष का रविवार दोपहर कपिलधारा सब के साथ घूमने गया हुआ था लेकिन वापस नहीं आया । स्कूल बस में जब चेकिंग हुई तब पता चला की एक छात्र अभय नही है । आनन फानन में खोजबीन चली पर कन्ही पता नही चला तब थाना अमरकंटक में सूचना दी गई । पुलिस द्वारा भी खूब खोजबीन की गई । तब जाकर रात के दो ढाई बजे दूधधारा के रास्ते में गिरा हुआ पड़ा मिला । तत्काल हॉस्पिटल लाया गया , उसके पैर के जांघ पास हड्डी टूटी हुई थी । पुलिस की जानकारी अनुसार बच्चे को शहडोल हॉस्पिटल रेफर कर दिया गया था । इसी तरह छत्तीसगढ़ के रतनपुर से आए स्कूली बच्चों का ग्रुप मंदिर गेट पास सेल्फी ग्रुप फोटो लेते हुए दिखे । यंहा भ्रमण के लिए अनेक जगह से स्कूली बच्चे/बच्चियो का ग्रुप टूर में आता रहता है । हजारों की संख्या में पर्यटक , तीर्थ यात्रीगण कार्तिक पूर्णिमा पर लोग पहुंचे । नर्मदा नदी तट रामघाट पर दीपदान व महाआरती भी आज के दिन विशेष तौर पर होती है । दूर दराज से आए पर्यटक , तीर्थयात्री ,नगरवासी , सब इसमें सामिल होते है। अमरकंटक के आकाश द्विवेदी नर्मदा जी के तट रामघाट में लगभग पांच वर्ष से रोजाना सायं काल महा आरती करते आ रहे है

उप स्वास्थ केंद्र के बाहर लटक रहा है ताला मरीज इलाज कराने के लिए काट रहे है चक्कर


अनूपपुर

अनूपपुर जिले के ग्राम पंचायत धुरवासिन में लाखो रुपए की लागत से बना उप स्वास्थ केंद्र जहा पर गांव के मरीजो को समुचित लाभ मिलना था मगर ऐसा होते नहीं दिख रहा है। उप स्वास्थ्य केंद्र से क्षेत्र के मरीजो को इलाज के लिए दर दर भटकना पड़ रहा है। धुरवासीन उप स्वास्थ केंद्र के बाहर कई दिनों से ताला लटक रहा है। मरीज अस्पताल  इलाज करवाने तो आते हैं मगर अस्पताल बन्द होने के कारण बैरंग वापस लौटना पड़ता हैं। ऐसे में मरीज झोलाछाप डॉक्टरों से इलाज करवाने को मजबूर होते है, और झोलाछाप डॉक्टर गरीब मरीजो से हजारों रुपये दवाई व इलाज के नाम पर लूट लेते है। और इलाज भी सही तरीके से नही करते हैं। सरकार द्वारा गांव गांव उप स्वास्थ्य केंद्र खोलकर बिल्डिंग दवाई व स्टाफ पर लाखों रुपए खर्च करती हैं, मगर योजनाओं का सही रूप से क्रियान्वयन न होने के कारण लोगो को लाभ नही मिल पा रहा है। सही समय पर मरीजो को इलाज न मिलने से लोगो की जान चली जाती है। जिम्मेदारो की लापरवाही के कारण कई उप स्वास्थ्य केंद्र में यह नजारा देखने को मिल जाता है। आखिर किसकी लापरवाही के कारण स्वास्थ्य केंद्र में ताला लटक रहा हैं। इस तरह कागजो पर खानापूर्ति हो रही हैं, लापरवाहो पर कब कर कारवाही होगी यह कह पाना मुश्किल है।



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