प्रेरणा हिंदी प्रचारिणी सभा हिंदी महाकुंभ का होगा आयोजन


जबलपुर - प्रेरणा हिंदी प्रचारिणी सभा हिंदी महाकुंभ का आयोजन 30 जनवरी 2025 को कला विथिका रानी दुर्गावती संग्रहालय भंवरलाल गार्डन जबलपुर में आयोजित कर रही। आयोजन के सफल एवं  भव्य संचालन हेतु समिति का गठन किया गया है जिसमें मुख्य संरक्षक - अरविंद तिवारी संरक्षक -  वीरेंद्र कुमार दुबे , राजकुमारी रैकवार राज, ज़ी . एल. जैन, प्रभा बच्चन श्रीवास्तव, मीना भट्ट, अनिल शुक्ला। सलाहकार -  सिद्धेश्वरी सराफ, चंदादेवी स्वर्णकार, अनुराधा दीप्ति गर्ग, तरुणा खरे, बच्चन श्रीवास्तव, ऋषिराज रैकवार, पुरुषोत्तम भट्ट, अमर सिंह वर्मा, अम्लान गुहा नियोगी। कार्यक्रम संयोजक - गणेश श्रीवास्तव प्यासा जबलपुरी संस्थापक सशक्त हस्ताक्षर संस्था। स्वागताध्यक्ष - मदन श्रीवास्तव। स्वागत समिति - रश्मि पांडेय 'शुभि', विवेक शैलार, प्रकाश सिंह ठाकुर। सम्माननीय सदस्य - आशा झा सखी, श्रीमती निर्मला डोंगरे, कालीदास ताम्रकार काली जबलपुरी नियुक्त किए गए। उक्ताशय की जानकारी कवि संगम त्रिपाठी संस्थापक प्रेरणा हिंदी प्रचारिणी सभा ने दी है।

सशक्त हस्ताक्षर की यादगार 31 वीं कवि काव्य गोष्ठी हुई संपन्न 


जबलपुर -  सशक्त हस्ताक्षर की 31 वीं कवि गोष्ठी श्री जानकी रमण महाविद्यालय में दिनांक  21.12 2024 को सानंद सफल हुई ၊ संस्थापक गणेश श्रीवास्तव प्यासा ने सभी साहित्य मनीष अतिथियों का अपनी वाणी से वंदन अभिनंदन किया ၊ सरस्वती वंदना कृष्णकांत चौबे नरसिंहपुर ने की।

मुख्यअतिथि वरिष्ठ साहित्यकार डॉ. विजय तिवारी किसलय, अध्यक्षता राकेश माहेश्वरी काल्पनिक नरसिंहपुर, विशिष्ट अतिथि समाजसेवक कृष्णकांत गुमास्ता, सारस्वत अतिथि मंचमणि राजेश पाठक प्रवीण, शुभकामनाएँ सलाहकार कवि संगम त्रिपाठी की गरिमामय उपस्थिति रही।  इस शुभ अवसर पर सशक्त हस्ताक्षर ने डॉ. विजय तिवारी किसलय,राकेश माहेश्वरी काल्पनिक, कृष्णकांत गुमास्ता का शाल,श्रीफल, मानपत्र से सम्मानित किया।

गोष्ठी का प्रारंभ भेड़ाघाट से पधारे कुंजीलाल चक्रवर्ती निर्झर से हुआ ၊ महासचिव गुलजारी लाल जैन,अजय मिश्रा अजेय, कालीदास ताम्रकार काली, बुंदेली हिंदी के कवि आकाशवाणी में कम्पेयर लखन रजक,अमरसिंह वर्मा,एड. प्रभा खरे अखिल, विवेक शैलार,कछार गाँव से आये संगठनसचिव अखिलेश खरे अखिल, सह सचिव बुंदेली में निष्णात सहसचिव तरुणा खरे,पूर्वजज मीना भट्ट,प्रकाश सिंह ठाकुर,एड. डॉ. सलप नाथ यादव ने अपनी कविताओं से. चमत्कृत कर दिया। भावों की काव्य सरिता उद्दाम लहरों से आगे बढ़ती रही ၊ वरिष्ठ साहित्यकार दीनदयाल तिवारी, संज्ञीतज्ञ रविशंकर श्रीवास्तव, अरूण शुक्ल, विजय विश्वकर्मा,मदन श्रीवास्तव, मनोज शुक्ल मनोज, द्वारका गुप्त द्वारकेश, आरती श्रीवास्तव ने खूब तालियाँ बटोरी ၊ प्यासी, प्रतीक्षा सेठी, सुषमा गुप्ता, कृष्णा राजपूत,बुंदेली की आभा प्रभाविश्वकर्मा  शील, डॉ. भावना दीक्षित को खूब सराहा ၊ संदीप खरे युवराज, अभिमन्यु जैन,सुरेश विचित्र,विजय नेमा अनुज ने मंच को नयी ऊँचाईयाँ पर पहुँचाया, समाज सेवक चंद्रप्रकाश श्रीवास्तव, पूर्वजज पुरुषोत्तम भट्ट की गरिमामय उपस्थिति रही ၊ संचालन गणेश श्रीवास्तव प्यासा, आभार अध्यक्ष मदन श्रीवास्तव ने किया।

हिंदी के सच्चे सिपाही संतोष पाठक निधन, विनम्र श्रद्धांजलि


 

जबलपुर

हिंदी के सच्चे सिपाही कवि साहित्यकार शिक्षाविद संतोष पाठक का ह्रदयघात से निधन हो गया। संतोष पाठक गढ़वा झारखंड की धरती से हिंदी के ध्वज को उठाये हुए कई राष्ट्रीय संस्थान से जुड़े रहे और अंत तक हिंदी को राष्ट्रभाषा बनाने हेतु अपने अभियान पर काम करते हुए हम सब के बीच से चले गए जो कि बहुत ही दुखद है।

प्रेरणा हिंदी प्रचारिणी सभा में विगत दो वर्षों से जुड़े संतोष पाठक हिंदी को राष्ट्रभाषा बनाने हेतु अभियान के तहत 13 सितंबर 2023 को इंडिया गेट व राजघाट दिल्ली में पदयात्रा  प्रदर्शन व 14 सितंबर 2024 को जंतर मंतर दिल्ली में प्रेरणा हिंदी प्रचारिणी सभा के प्रदर्शित सभा के साथ राष्ट्रीय सम्मेलन में शामिल हुए थे। उनके नेतृत्व में झारखंड से कवि साहित्यकार व हिंदी प्रेमी गिरिधर प्रसाद सिंह, पीयूष पाणि, राम प्रवेश पंडित प्रमुख रुप से शामिल हुए थे।

संतोष पाठक को डॉ धर्म प्रकाश वाजपेई, कवि संगम त्रिपाठी, प्रदीप मिश्र अजनबी, डॉ गुंडाल विजय कुमार, गोविंद पाल सिंह आदि ने श्रद्धांजलि अर्पित की है।

आता जब मौसम गुलाबी सर्दियों का, झूमने लगता है मौसम सर्दियों का



*मौसम गुलाबी सर्दियों का*


आता जब मौसम गुलाबी सर्दियों का।

झूमने लगता है मौसम सर्दियों का।


हर घड़ी ये जिद्द करता तुमसे मिलने की,

मचलने लगता है मौसम सर्दियों का।


लिपटतीं जब तुम्हारी गरमा-गरम यादें,

बहकने लगता है मौसम सर्दियों का।


जब महावट बन तुम्हारे ख्वाब घिर आते,

बरसने लगता है मौसम सर्दियों का।


कंपकंपाती उंगलियां से जब तुम्हें छूता,

बहकने लगता है मौसम सर्दियों का।


तुम्हारे आने की जब भी खबर मिलती है,

संवरने लगता है मौसम सर्दियों का।


आहटें आतीं तुम्हारी तुम नहीं आते,

सिसकने लगता है मौसम सर्दियों का।


गीत जो तुम पर लिखे है उन्हें सुन सुन कर,

थिरकने लगता है मौसम सर्दियों का।


गीतकार-अनिल भारद्वाज एडवोकेट हाईकोर्ट ग्वालियर

 वनमाली सृजन केंद्र का आज शुभारंभ, वनमाली पत्रिका के अंक का विमोचन होगा

*निबंध लेखन, कविता, पेंटिंग, भाषण के प्रतिभागी बच्चो को पुरस्कार व प्रमाण पत्र होगा वितरण*


अनूपपुर 

वनमाली सृजन केंद्र अनूपपुर का आज भव्य शुभारंभ होने जा रहा है इस कार्यक्रम की मुख्य अतिथि शासकीय तुलसी महाविद्यालय अनूपपुर के सेवा निवृत्त प्राचार्य परमानंद तिवारी एवं शासकीय तुलसी महाविद्यालय से हिंदी विभाग की प्रोफेसर डॉ दीपक गुप्ता होंगे। इस अवसर पर काव्य पाठ के साथ साथ "हिंदी हमें जोड़ती है" विषय पर व्याख्यान होंगे। यह केंद्र कल से अपना कार्य प्रारंभ करते हुए  आंचलिक प्रतिभाओं(रचनाकारों) को उभारने और प्रादेशिक एवं राष्ट्रीय स्तर पर उन्हें मंच प्रदान करने की कोशिश की जाएगी।

इस अवसर पर वनमाली पत्रिका के सितंबर अक्टूबर अंक का विमोचन होगा। कार्यक्रम के पूर्व की गतिविधियों के तहत अनेक स्कूलों में निबंध लेखन, कविता, पेंटिंग, भाषण आदि प्रतियोगिताएं आयोजित की गई है। इन प्रतियोगिताओं में अच्छा प्रदर्शन करने वाले बच्चों को कार्यक्रम के दौरान पुरस्कार एवं प्रमाण पत्र प्रदान किए जाएंगे।  बताते चलें वनमाली सृजन पीठ वनमाली की लेखन यात्रा से प्रेरित है, जो साहित्यकारों को प्रोत्साहित करने के लिए बनाया गया एक मानद उपक्रम है। ग्रामीण रचनाकारों को शहरी रचनाकारों के समान ही अवसर मिलना चाहिए, इस मूल अवधारणा पर आधारित यह उपक्रम सभाएँ, चर्चाएँ और अन्य साहित्यिक प्रवचन आयोजित करता है। वनमाली सृजन पीठ, हिंदी एवं अन्य भारतीय भाषाओं के विस्तार के लिए लेखनरत साहित्यकारों को प्रतिष्ठित वनमाली राष्ट्रीय सम्मान, की परंपरा डाली है.  इसमें वन्माली कथा शीर्ष सम्मान, राष्ट्रीय कथा सम्मान, प्रवासी भारतीय कथा सम्मान, तथा वनमाली विज्ञान कथा सम्मान एवं मध्य प्रदेश कथा सम्मान और युवा कथा सम्मान सहित पत्रकारिता सम्मान से अलंकृत किया जाता है.  संपूर्ण भारतवर्ष में वनमाली सृजन पीठ की स्थापना की गई है  सृजन पीठ  मुख्यालय के माध्यम से साहित्यिक एवं सांस्कृतिक विकास के नये आयाम तय किए  हैं.  सुदूर ग्राम्यांचल एवं कस्बों के  कला, साहित्य, संस्कृति एवं सामाजिक सरोकारों की गतिविधियों को बढ़ावा देने में निरंतर सक्रिय वनमाली सृजन केन्द्रो की स्थापना जिले  एवं आंचलिक स्तर पर की गई है.  जिसमें आंचलिक प्रतिभाओं को उभारने  और राष्ट्रीय स्तर पर उन्हें प्रस्तुत करने की कोशिश की जाती है.  सभी सृजन केंद्रों की आपसी गतिविधियों को साझा करने के लिए “वनमाली वार्ता पत्रिका” का प्रकाशन ऑनलाइन किया जा रहा है. वनमाली  सृजन पीठ भोपाल ने  अंतरराष्ट्रीय साहित्य एवं कला महोत्सव का आयोजन कर वैश्विक स्तर पर एक स्वर्णिम मुकाम बनाया है

कथा साहित्य के अतिरिक्त ‘वनमाली’  का शिक्षा के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान रहा। वे अविभाजित मध्यप्रदेश के अग्रगण्य शिक्षाविदों में थे। गांधी के आव्हान पर कई वर्षों तक प्रौढ़ शिक्षा के काम में लगे रहे। फिर शिक्षक, प्रधानाध्यापक एवं उपसंचालक के रूप में उन्होंने बिलासपुर, खंडवा और भोपाल में कार्य किया और इस बीच अपनी पुस्तकों के माध्यम से, शालाओं और शिक्षण विधियों में नवाचार के कारण और राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान परिषद् की समिति के सदस्य के रूप में शिक्षा जगत में उन्होंने महत्वपूर्ण जगह बना ली थी। 1962 में डाॅ. राधाकृष्णन के हाथों उन्हें राष्ट्रपति पुरस्कार से विभूषित किया गया। वनमाली का जन्म 1 अगस्त 1912 को आगरा में हुआ। उन्होंने अपना पूरा जीवन मध्यप्रदेश में ही गुजारा और 30 अप्रैल 1976 को भोपाल में उनका निधन हुआ। उनका पहला कथा संग्रह ‘जिल्दसाज’ उनकी मृत्यु के बाद 1983 में तथा ‘प्रतिनिधि कहानियाँ’ के नाम से दूसरा संग्रह 1995 में प्रकाशित हुआ था। वर्ष 2008 में वनमाली समग्र का पहला खण्ड तथा वर्ष 2011 में संतोष चौबे के संपादन में ‘वनमाली स्मृति’ तथा ‘वनमाली सृजन’ शीर्षक से दो खण्ड और भी प्रकाशित हुए हैं।

हिंदूवादी, गौ जन कल्याण संघठन की ललिता नेहा तिवारी बनी शहर अध्यक्ष


सिंगरौली

भोपाल हिंदूवादी संघठन गौ जन कल्याण संघ गौ रक्षादल संस्थापक अध्यक्ष पवन सोलंकी नें ललिता नेहा तिवारी क़ो सिंगरौली शहर अध्यक्ष नियुक्त किया राष्ट्रीय अध्यक्ष पवन सोलंकी नें बताया हैं की मै कहीं वर्षो से देखता आ रहा हूँ नेहा तिवारी के अच्छे कार्य अपने हंसमुख मिलसार स्वभाव से तिवारी समाज का नाम रोशन किया बेहसहारा,पीड़ित महिलाओ क़ो कानूनी मदद दिलाकर एक अनूठी पहल कर पीड़ित महिलाओ के चेहरों पर मुश्कान लाई हैं नवनियुक्त अध्यक्ष ललिता नेहा तिवारी कहती हैं की जिसके अंदर जनसेवा करने का जूनून होता हैं व किसी की मदद का मोहताज नहीं होता व अपने हीं बल पर एक अनूठी पहल कर पीड़ित के चेहरों पर मुश्कान लाकर उनका आशीर्वाद प्यार पाता हैं जौ हर कोई व्यक्ति क़ो नहीं मिलता हैं महाँकाल राजा के आशीर्वाद से मै भिक्षा मागने वाले बच्चों क़ो शिक्षा से जोड़नें का कार्य करूंगी व बेहसहारा परिवार क़ो कानूनी मदद दिलाऊँगी जिससे पीड़ित महिलाओ का होशला बढ़ेगा व मुझे मन मे एक अलग ख़ुशी मिलेंगी।

नवनियुक्त सिंगरौली अध्यक्ष ललिता नेहा तिवारी  ने हिंदूवादी गौ जन कल्याण संघ राष्ट्रीय अध्यक्ष पवन सोलंकी का आभार व्यक्त करते हुये कहा कि मुझ पर जो विश्वास किया है उस विश्वास पर खरा उतरुंगी एवं संगठन के विस्तार एवं  बेहसहारा परिवार की कानूनी मदद व गौ रक्षा धर्म रक्षा नारी सुरक्षा हेतु सदैव तत्पर रहूंगी मेरा प्रयास मेंरी जिम्मेदारी क़ो मै निस्वार्थ भाव से निभाऊंगी।

निर्मल गगन रुपहला चंदा बिखर गये है घन, शरद पूर्णिमा बिहस रही है, मुग्ध हुआ है मन


महमहाती गीतिकाए 

छन्दबद्ध कविता के कुशल शिल्पी कैलाश नाथ मिश्र जी की भाव भरी और शिल्प सधी गीतिकाओं का संग्रह 'महमहाती गीतिकाएं' हिंदी कविता के लिए एक अप्रतिम अवदान है..... यह कथन प्रख्यात छन्दशास्त्री गीतिका विधा के प्रवर्तक आचार्य ओम नीरव जी ने कहा है तो सच ही कहा होगा।

         व्यवसाय से चिकित्सक डॉ कैलाश नाथ मिश्र जीवन को जीवंत बनाने हेतु आधुनिक काव्य रचना जगत से विलुप्त हो रही सनातनी छंद शास्त्रीय विधा को पुनर्जीवित करने का प्रयास किया है जो कि वर्तमान रचनाकारों के लिए अनुकरणीय उदाहरण है। कविता लोक में डाॅ कैलाश नाथ मिश्र की गीतिकाएं प्रेरणादाई छाप छोड़ने में सक्षम है।

एक गीतिका देखिए 

निर्मल गगन रुपहला चंदा बिखर गये है घन,

शरद पूर्णिमा बिहस रही है, मुग्ध हुआ है मन।

उपवन में चंद्रिका थिरकती हर श्रृंगार खिले,

झिलमिल-झिलमिल छवि विटपों पर, करती है नर्तन।

शीतल छुवन लिए आती है, संध्या नम होकर,

मौसम ने संदेश दिया है, यह ऋतु की सिहरन।

फसलें पकी धान की सुंदर, रंग लगे मनहर,

छिड़क गया हो जैसे कोई, पिघलाया कंचन।

अर्ध निशा में नींद अनमनी, स्वप्न हुए बेघर,

लगा टकटकी नयन विवश हो, ताकें वातायन।

डॉ कैलाश नाथ मिश्र 

संपर्क - 9452702797


             सौजन्य - कवि संगम त्रिपाठी

बढ़ते अपराध के खिलाफ आदमी पार्टी यूथ विंग ने शव यात्रा निकालकर किया विरोध प्रदर्शन

*आप कार्यकर्ताओं को पुलिस ने किया गिरफ्तार*


सतना

आदमी पार्टी यूथ विंग ने आंबेडकर चौक में प्रदेश में बढ़ते अपराध की स्थिति के खिलाफ  जिलाध्यक्ष हर्ष बागरी के नेतृत्व में विरोध प्रदर्शन किया। इस प्रदर्शन में मुख्य रूप से यूथ विंग के प्रदेश सचिव देवांशू द्विवेदी उपस्थित रहे।

प्रदर्शन के दौरान बड़ी संख्या में शामिल हुए युवा कार्यकर्ताओं ने प्रदेश के मुखिया मोहन यादव की शव यात्रा निकालकर उनकी नीतियों और सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठाते हुये “हमारी सुरक्षा हमारी प्राथमिकता” और “अपराधियों को सख्त सजा” जैसे नारे लगाए। तभी पुलिस प्रशासन बल पूर्वक गिरफ्तार कर कोलगवा थाना ले गई।

आदमी पार्टी यूथ विंग के प्रदेश सचिव देवांशू द्विवेदी ने इस अवसर पर कहा कि "प्रदेश में बढ़ते अपराध ने आम जनता की जिंदगी को खतरे में डाल दिया है। प्रदेश के मुखिया मोहन यादव की नीतियां नाकाम साबित हुई हैं, और हमें अब सड़कों पर उतरकर अपनी आवाज उठानी पड़ रही है। आम आदमी पार्टी सतना यूथ विंग के जिलाध्यक्ष हर्ष बागरी ने कहा कि "हम मांग करते हैं कि सरकार तत्काल प्रभाव से सुरक्षा व्यवस्था को सुधारने के लिए ठोस कदम उठाए और अपराधियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करे।

श्री बागरी ने स्पष्ट किया कि यह प्रदर्शन सिर्फ एक शुरुआत है। वे आने वाले दिनों में और अधिक सक्रियता के साथ अपराध के खिलाफ आवाज उठाते रहेंगे और सरकार से मांग करेंगे कि वह जनता की सुरक्षा को प्राथमिकता दे। यूथ विंग के समर्थन में पहुंचे आम आदमी पार्टी के जिलाध्यक्ष डॉ अमित सिंह ने कहा कि "हम यहां आम नागरिकों की सुरक्षा व अधिकारों के लिए लड़ रहे हैं। क्योंकि प्रदेश के हर नागरिक को सुरक्षित रहने का हक है, इसलिए सरकार सबको सुरक्षा प्रदान करे लेकिन सरकार अपनी नाकामी को छुपाने हेतु आवाज उठा रहे कार्यकर्ताओं को बल पूर्वक गिरफ्तार करने पर आमादा रहती है।

*पुलिस ने इन्हें किया गिरफ्तार*

प्रदर्शन के दौरान आम आदमी पार्टी के जिलाध्यक्ष डॉ अमित सिंह, जिलाध्यक्ष उपाध्यक्ष सुखेन्द्र सिंह एवं अनुराग सिंह,जिला सचिव अनिल गर्ग,यूथ विंग के प्रदेश सचिव देवांशू द्विवेदी,यूथ विंग के जिलाध्यक्ष हर्ष बागरी,ओ.बी.सी. विंग के जिलाध्यक्ष इंजी.नरेंद्र कनौजिया,युवा नेता राहुल सिंह परिहार, डॉ.मदन कुशवाहा,मेदनी प्रताप सिंह,मनीष प्रताप सतनामी को गिरफ्तार किया गया। इस दौरान प्रदर्शन में प्रमुख रूप से दीनबंधू सोनी,विकास सिंह, सचिन बाबा ,ऋतिक पटेल,जय तिवारी,शिवम त्रिपाठी,मोनू बागरी उत्कर्ष बागरी ,दीनू पटेल,सहित सैकड़ों की संख्या में युवा उपस्थित रहे।

जनसंपर्क आयुक्त व पोस्ट आफिस के मुखिया पर प्रकरण दर्ज कराने की तैयारी- राधावल्लभ शारदा 

*राज्य व केंद्र सरकार को आर्थिक नुकसान हुआ*


भोपाल

आई पी सी की धारा 420 ,120 बी सहित अन्य धाराओं में अपराधी शलभ के विकलांगता के आवेदन पर 3 वर्ष की सजा और 50 हजार रुपए जुर्माना पाने वाले अभी हाईकोर्ट की मेहरबानी से जमानत पर हैं।

420 व्यक्ति ने श्रमजीवी पत्रकार समाचार पत्र का फर्जी आर एन आई प्रमाण पत्र बना कर डाक विभाग से भी 420 की और लगभग 5000 प्रतियों पर डाक टिकट में लाभ लिया छान बीन के बाद प्रकरण की जांच राज्य आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो ने जितनी राशि बताई उतनी वसूल कर ली। क्या जुर्म की सजा किये गये आर्थिक धोखाधड़ी का प्रकरण दर्ज होना चाहिए या नहीं परंतु डाक विभाग के अधिकारियों ने किस लालच में एफआईआर दर्ज नहीं कराई यह तो विभाग के मुखिया ही अच्छी तरह से बता सकते हैं।

दूसरा मामला जनसंपर्क विभाग का है जांच में राज्य आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो ने 9 लाख रुपए के विज्ञापन फर्जी दस्तावेज के आधार पर लिए। जनसंपर्क विभाग के संचालक आशुतोष सिंह सहित पूरे विभाग के अधिकारियों को मालूम है कि राशि की वसूली करना है।

राधावल्लभ शारदा द्वारा पत्र लिखे विभाग के अधिकारियों ने उनके द्वारा भेजे गए पत्र के माध्यम से सूचना दी कि विभाग में राधावल्लभ शारदा द्वारा भेजे गए पत्र उपलब्ध नहीं है जबकि सभी दस्तावेज जन सम्पर्क विभाग के जबावदार अधिकारी वाधवा को जाकर दिये। अभी तक इन दोनों मामलों में चुप था क्योंकि बुरा काम करने वाले का बुरा होता है।

जिस तरह कोबरा सांप को कोई छेड़ देता है तो वह उस व्यक्ति को छोड़ता नहीं है, इस 420 धोखे बाज ने मुझे छेड़ा है तो छोड़ूंगा नहीं, एक हाथ कटा हुआ है क्या पत्रकारों को इस पर रिसर्च करना चाहिए।

 दो दिन बाद पुनः सूचना के अधिकार में 9 लाख रुपए की वसूली की जानकारी लूंगा, उसके जबाब के बाद दोनों विभागों के मुखिया के खिलाफ याने जनसंपर्क आयुक्त और पोस्ट आफिस के मुखिया के खिलाफ न्यायालय में प्रकरण दर्ज करवाया जाना है, क्योंकि यह आर्थिक अपराध की श्रेणी में आता है, मतलब राज्य सरकार और केंद्र सरकार को आर्थिक रूप से नुकसान पहुंचाया और नुकसान की भरपाई के साथ पुलिस में एफआईआर दर्ज नहीं कराई।

राष्ट्रीय पत्रकार सुरक्षा परिषद जिला इकाई की बैठक संपन्न, जिला कार्यकारिणी घोषित


कटनी

पत्रकार सुरक्षा परिषद कटनी इकाई की बैठक आयोजित की गई। बैठक की अध्यक्षता हरिशंकर पाराशर मध्य प्रदेश संयोजक जर्नलिस्ट काउंसिल आफ इंडिया की उपस्थिति में संपन्न हुई।

उक्त बैठक में पत्रकार सुरक्षा परिषद जिला इकाई अध्यक्ष श्याम लाल सूर्यवंशी के द्वारा जिला कटनी ईकाई की घोषणा की गई।जिसमें उपाध्यक्ष देवेंद्र सिंह राजपूत, अशोक कुमार मिश्रा, महासचिव नवल किशोर, सचिव मनमोहन नायक, कोषाध्यक्ष प्रवक्ता बंशरूप चौधरी, अजय उपाध्याय संगठन मंत्री एवं सभी वरिष्ठ सदस्य वशरूप चौधरी,  वीरेन्द्र खमरिया , प्रदीप श्रीवास्तव, शैलेंद्र कुमार, संतोष जेठवानी, जगदंबा पाठक, राजेश कुमार जैन अन्य लोगों की उपस्थिति में पदाधिकारियों कार्यकारिणी की घोषणा की गई।

जिसमें संगठन का मुख्य उद्देश्य पत्रकारों के  हितों के लिए  संघर्ष करना संगठन को विस्तार देना जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा की गई ।साथ ही भविष्य में पत्रकार सुरक्षा कानून को लेकर संगठन की भूमिका तैयार करने को लेकर अगली मीटिंग में विस्तार से चर्चा की जाएगी बैठक के उपरांत सभी पत्रकार साथी एकजुट होकर पत्रकार एकता का जिंदाबाद नारा लगाते हुए स्वल्पाहार के साथ बैठक संपन्न हुई।

रश्मि पाण्डेय को मिला हिंदी काव्य रत्न मानद उपाधि सम्मान


जबलपुर

जबलपुर की रश्मि पाण्डेय शुभि को नेपाल के लुंबिनी में आयोजित अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ऐतिहासिक महत्व की गौरवशाली हिंदी दिवस अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता कार्यक्रम में प्रतिभा बहु क्षेत्रीय सम्मान फाउंडेशन नेपाल के अध्यक्ष आनंद गिरि मायालु व सचिव चरना कौर द्वारा हिंदी काव्य रत्न  मानक उपाधि से सम्मानित किया गया। 

इस प्रतियोगिता में नेपाल, भारत, अमेरिका, कनाडा, तंजानिया आदि देशों के 6742  रचनाकारों ने भाग लिया, जिसमें 675 प्रतिभाओं को उत्कृष्ट कविता के आधार पर चयन कर सम्मानित किया गया। 

रश्मि पाण्डेय शुभि के देश भर के विभिन्न समाचार पत्र पत्रिकाओं में निरंतर कविता लघु कथा आदि प्रकाशित होती रहती है । कई सांझा संकलन, पुस्तकें  प्रकाशित हो चुकी हैं। साहित्य के क्षेत्र में इन्हें अनेक सम्मानों से सम्मानित किया जा चुका है। हम इनके उज्जवल भविष्य की कामना करते हैं।

गीतकार अनिल भारद्वाज को हिंदी काव्य रत्न मानद उपाधि से किया गया सम्मानित 

*हिंदी राष्ट्रभाषा पर आधारित, विश्व के प्रथम महाकाव्य, हिंदी के आंसू, के रचयिता हैं*


ग्वालियर

हिंदी सेवी साहित्यकार एवं उच्च न्यायालय ग्वालियर के वरिष्ठ अभिभाषक अनिल भारद्वाज को नेपाल के लुम्बिनी में आयोजित अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर ऐतिहासिक महत्व की गौरवशाली हिंदी दिवस अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिता कार्यक्रम में शब्द प्रतिभा बहुक्षेत्रीय सम्मान फाउंडेशन नेपाल के अध्यक्ष आनंदगिरि मायालु व सचिव चरना कौर द्वारा  हिंदी काव्य रत्न 2024 मानद उपाधि से सम्मानित किया गया l इस प्रतियोगिता में नेपाल, भारत, अमेरिका, कनाडा, तथा तंजानियाँ आदि देशों के 6472 महिला व पुरुष साहित्यकारों ने सहभागिता की l जिनमें से अनिल भारद्वाज को उत्कृष्ट रचना के आधार पर चयन कर सम्मानित किया गया है।

गीतकार अनिल भारद्वाज वरिष्ठ हिंदी सेवी, एवं श्रेष्ठ साहित्यकार होकर  हिंदी राष्ट्रभाषा पर आधारित , विश्व के प्रथम महाकाव्य, हिंदी के आंसू , के रचयिता हैं। आपने विश्व के प्रथम हिंदी माता मंदिर की स्थापना युवा अभिभाषक मंच के माध्यम से ग्वालियर मध्य प्रदेश में कराई। संगीत एवं कला के क्षेत्र में अनिल भारद्वाज चित्रकार, बांसुरी वादक हैं तथा आप ने वायलिन में संगीत प्रभाकर की उपाधि प्राप्त की है तथा वर्तमान में उच्च न्यायालय ग्वालियर में वरिष्ठ अधिवक्ता हैं।

साहित्य के क्षेत्र में गीतकार अनिल भारद्वाज द्वारा सन् 1970 से निरंतर साहित्य सृजन करते हुए कई साहित्यिक कृतियां,साहित्य जगत को प्रदत्त की गईं, जिनमें गीत संग्रह" बीत गया मधुमास" (पुरस्कृत कृति ), "हिंदी के आंसू " ( हिंदी पर आधारित विश्व का प्रथम महाकाव्य),तथा" हिंदी माता चालीसा "(भक्ति काव्य), आदि प्रकाशित कृतियां उल्लेखनीय हैं।गीतकार अनिल भारद्वाज की रचनाएँ देश भर की विभिन्न पत्र, पत्रिकाओं, समाचार पत्रों एवं साझा संकलनों में निरंतर प्रकाशित हो रही हैं एवं रचनाओं का प्रसारण विभिन्न टी वी चैनलों द्वारा भी किया जाता रहा है l

अनिल भारद्वाज को गणतंत्र के प्रहरी सम्मान 2024,सृजन के सारथी,देश प्रेमी सम्मान,वीर रस सम्मान 2024,,हनुमान जन्मोत्सव पर,श्रेष्ठ रचना सृजन सम्मान 2023,अंतर्राष्ट्रीय कला एवं साहित्य सम्मान 2023,हिंदी दिवस के उपलक्ष में,हिंदी सेवी सम्मान, विश्व हिंदी दिवस के उपलक्ष में गीतकार अनिल भारद्वाज को देश के चुनिंदा 551 हिंदी सेवियों में हिंदी हिंदी दिवस के उपलक्ष में हिंदी सेवी सम्मान,विश्व हिंदी दिवस के उपलक्ष में गीतकार अनिल भारद्वाज को देश के चुनिंदा 551 हिंदी सेवियों में,हिंदी सेवी सम्मान 2023,काव्य कला सेवा संस्थान द्वारा,सृजन श्री सम्मान 2023,काव्य कला सेवा संस्थान द्वारा,सृजन श्री सम्मान,हनुमान जन्मोत्सव पर श्रेष्ठ रचना सृजन सम्मान 2023,अंतर्राष्ट्रीय कला एवं साहित्य सम्मान 2023,वीर रस सम्मान 2024,श्रेष्ठ रचनाकार सम्मान,गणतंत्र प्रहरी सम्मान,देश प्रेमी सम्मान,2024,श्रेष्ठ रचनाकार सम्मान,लोकप्रिय साहित्य सम्मान 2023,भंडारी साहित्य शिरोमणि सम्मान 2023,काव्य कौस्तुभ सम्मान 2024,हनुमंत भक्त सम्मान 2024,रविंद्रनाथ टैगोर की जयंती पर, अंतरराष्ट्रीय कला एवं साहित्य सम्मान 2024,अंतरराष्ट्रीय कला एवं साहित्य सम्मान 2024, संत, शिरोमणि तुलसीदास सम्मान 2024 , पूर्व राष्ट्रपति सर्वपल्ली राधाकृष्णन सम्मान 2014 अंतरराष्ट्रीय ब्राह्मण मंच द्वारा रार्ष्ट्रीय सम्मान 2024 , विश्व गुरु भारत सम्मान 2024,आदि से सम्मानित किया जा चुका है।

 इस अवसर पर आपकी आवाज के संपादक पंकज करन, उदित भास्कर के संपादक दिलीप पुरोहित,दबंग पब्लिक प्रवक्ता के संपादक आनंद शर्मा,जीरो माइल साप्ताहिक पोर्टल और खबरों में अपना शहर के संपादक आनंद पांडेय, कवि स्पर्श के संपादक श्रीराम राय,श्रम साधना के संपादक महेश तायल फौजी,बेजोड़ रत्न के संपादक कुलदीप अवस्थी, जीवन केसरी के संपादक एस के तिवारी,उच्च न्यायालय संघ ग्वालियर के अध्यक्ष पवन पाठक,अंतर्राष्ट्रीय अभिभाषक मंच के अध्यक्ष विजय सिंह चौहान,एवं हिंदीमाता काव्य धारा मंच भारत के पदाधिकारीगण उमाशंकर द्विवेदी,संजय निगम,अभिभाषक गण,बलदेव पाठक,सहित ग्वालियर की साहित्यक एवं सामाजिक एवं सांस्कृतिक संस्थाओं के साथ ही संगम त्रिपाठी संस्थापक प्रेरणा हिंदी प्रचारिणी सभा ने गीतकार अनिल भारद्वाज को हार्दिक बधाई दी है।

गीत सा श्रृंगार, संगीत सा स्वर, भाव मन के जहां बसते हिंदी वह घर, वह राष्ट भाषा हिंदी है



 *मातृभाषा हिंदी भाषा है*


हिमालय के भाल पर सूरज सी जो दमके,

वही मेरी राष्ट्रभाषा हिंदी भाषा है।


सूर तुलसी ने सजाई काव्य गहनों से,

है बहुत सुंदर ये अपनी और बहनों से,

अजंता की मूर्ति सा जिसको तराशा है,

वही मेरी मातृभाषा हिंदी भाषा है।


गीत सा श्रृंगार और संगीत सा स्वर है,

भाव मन के जहां बसते हिंदी वह घर है,

हिंद के होठों पर है जो हृदय की भाषा,

वही मेरी सृजन भाषा हिंदी भाषा है।


शब्द से जो सृष्टि का अभिषेक कर जाए,

जन्म से जो मृत्यु तक संदेश पहुंचाए,

प्रेम का गुंजन करें हर हृदय को जोड़े,

वही मेरी मृदुल भाषा हिंदी भाषा है।


विश्व भर में आज हिंदी जगमगाती है,

मातृभाषा मेरी सारे जग को भाती है।

गुनगुनाते धरती अंबर झूम कर जिसको,

वही मेरी श्रेष्ठ भाषा हिंदी भाषा है।


हिमालय के भाल पर सूरज सी जो दमके,

वही मेरी मातृभाषा हिंदी भाषा है।


*गीतकार -अनिल भारद्वाज एडवोकेट हाईकोर्ट ग्वालियर*

राष्ट्रभाषा बिना संस्कृति संरक्षण कोरी कल्पना - कवि संगम त्रिपाठी 


जबलपुर

         प्रेरणा हिंदी प्रचारिणी सभा के संस्थापक कवि संगम त्रिपाठी राष्ट्रभाषा अभियान सतत चला रहे हैं और इसी अभियान को ऊर्जा प्रदान करने हेतु 14 सितंबर 2024 को दिल्ली के जंतर मंतर में ऐतिहासिक सभा प्रदर्शित करने जा रहे हैं।

         कवि संगम त्रिपाठी ने कहा कि राष्ट्रभाषा बिना संस्कृति को संरक्षित रखना मुश्किल कार्य है। संस्कृत के विलुप्त होते ही हमारे रहन सहन में बदलाव आ गया है जो इस बात को प्रमाणित करता है। 

         दुनिया में हिंदी का परचम लहराने के पहले अपने देश में हिंदी को स्थापित करना मुख्य उद्देश्य हो तभी हम अपनी संस्कृति को समृद्ध बना सकते हैं अन्यथा सारी बातें कोरी कल्पना ही सिद्ध होगी।

प्रेरणा हिंदी प्रचारिणी सभा ने डॉ मिथिलेश त्रिपाठी को दिया प्रेरणा शिक्षाविद सम्मान


जबलपुर -   प्रेरणा हिंदी प्रचारिणी सभा हिंदी के प्रचार-प्रसार हेतु सतत कार्य कर रही है हिंदी प्रचार के साथ सभा शिक्षा साहित्य समाज व पत्रकारिता के क्षेत्र में समर्पित मनीषियों को भी सम्मानित भी कर रही है।

           प्रेरणा हिंदी प्रचारिणी सभा इसी क्रम में शिक्षक दिवस 2024 के शुभ अवसर पर प्रोफेसर (डॉ) मिथिलेश कुमार त्रिपाठी जौनपुर उत्तर प्रदेश को शिक्षाविद् 2024 का सम्मान प्रदान किया है।

          डॉ  मिथिलेश कुमार त्रिपाठी जौनपुर कवि व शिक्षाविद है। शिक्षा के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य करने के साथ ही समाज के हर वर्ग के बच्चों को शिक्षा के लिए प्रेरित कर उनका मार्गदर्शन करते हैं।

           कवि संगम त्रिपाठी संस्थापक प्रेरणा हिंदी प्रचारिणी सभा ने कहा कि प्रेरणा समाज में रचनात्मक कार्य कर रहे मनीषियों को सम्मानित करती है जिससे समाज में उत्कृष्ट कार्य करने वाले सामने आए।

          डॉ मिथिलेश कुमार त्रिपाठी जौनपुर उत्तर प्रदेश को शिक्षाविद् सम्मान मिलने पर डॉ धर्म प्रकाश वाजपेई, डॉ विजय कुमार, डॉ शिवशरण श्रीवास्तव अमल, डॉ हरेन्द्र हर्ष, प्रदीप मिश्र अजनबी, डॉ लाल सिंह किरार, पप्पू सोनी, राजकुमारी रैकवार राज, प्रभा बच्चन श्रीवास्तव,अजय पांडेय, संतोष कुमार पांडेय, गणेश श्रीवास्तव प्यासा जबलपुरी, विश्व भूषण गुप्त, रोहित मिश्रा राष्ट्रवादी आदि ने बधाई दी है।

प्रेरणा हिंदी सभा के दिल्ली आयोजन में पधारेंगे नेपाल से हिंदी के दिग्गज 


जबलपुर

प्रेरणा हिंदी प्रचारिणी सभा द्बारा आयोजित 14 सितंबर 2024 को जंतर मंतर में ऐतिहासिक सभा व करोलबाग नई दिल्ली के राष्ट्रीय सम्मेलन में नेपाल से डाॅ घनश्याम न्योपाने परिश्रमी कुलपति गंडकी प्रदेश प्रज्ञा प्रतिष्ठान विश्वविद्यालय नेपाल व डॉ देवी पन्थी विराटनगर विश्वविद्यालय नेपाल मुख्य रूप से पधार रहे हैं। दोनों अतिथियों के आगमन  का संयोजन प्रेरणा हिंदी प्रचारिणी सभा के मार्गदर्शक व सचेतक डॉ हरेन्द्र हर्ष बुलंदशहर उत्तर प्रदेश कर रहे हैं।

           प्रेरणा हिंदी प्रचारिणी सभा के प्रेरणा स्त्रोत डाॅ धर्म प्रकाश वाजपेई व महासचिव प्रदीप मिश्र अजनबी दिल्ली सारी व्यवस्थाएं सुनिश्चित कर रहे हैं।

       जंतर मंतर व राष्ट्रीय सम्मेलन में मो. अहमद कटिहार बिहार, सरदार अमरसिंह कटिहार बिहार, कादम्बिनी मिश्रा जबलपुर मध्यप्रदेश, विश्व भूषण गुप्त बरौनी बेगूसराय बिहार, आशुकवि के पी एस चौहान इंदौर मध्यप्रदेश, अभिषेक मिश्रा अभि दिल्ली, तरुण तरंग खुर्जा बुलंदशहर उत्तर प्रदेश, माही मुन्तजिर दिल्ली, ललित मोहन जोशी दिल्ली, अंकित सारस्वत दिल्ली शामिल हो रहे है उक्ताशय की जानकारी कवि संगम त्रिपाठी संस्थापक प्रेरणा हिंदी प्रचारिणी सभा ने दी।

मेरी मटकी में कंकरिया मारी, अब झुकाऊं या नजरें मिलाऊं, रूठा है तुझको कैसे मनाऊ



 *रूठा है कैसे मनाऊं*

                   

रूठा है तुझको कैसे मनाऊं,

अपने कान्हा को कैसे रिझाऊं।


मेरी मटकी में कंकरिया मारी,

कोरा मन भीगा,भीगी मैं सारी।

अब झुकाऊं या नजरें मिलाऊं,

रूठा है तुझको कैसे मनाऊं ।


प्रीति है मेरी सदियों पुरानी,

तेरी बंशी की हूं मैं दीवानी।

दूर जाऊं या मैं पास आऊं,

अपने कान्हा को कैसे रिझाऊं।


मैंने जी भर के खुद को सजाया,

गोरे पैरों में महावर रचाया ।

तेरी घुंघराले जुल्फें सजाऊं,

रूठा है तुझको कैसे मनाऊं।


गोपियों की निगाहें छुरी सी,

लग न जाए नजरिया किसी की ।

अपने काजल से टीका लगाऊं,

रूठा है तुझको कैसे मनाऊं।


तेरे बिन दिल ये लगता नहीं हैं,

मेरा दिल मेरे बस में नहीं है ।

दिल लगाऊं या दिल को चुराऊं,

रूठा है तुझको कैसे मनाऊं।

    --------+++-------

 गीतकार -

 अनिल भारद्वाज, एडवोकेट, हाईकोर्ट ग्वालियर

सशक्त हस्ताक्षर की 27 वीं कवि गोष्ठी श्री जानकी रमण महाविद्यालय में संपन्न हुई


जबलपुर - सशक्त हस्ताक्षर की 27 वीं कवि गोष्ठी श्री जानकी रमण महाविद्यालय में संपन्न हुई ၊ गोष्ठी स्मृति शेष ख्यातिलब्ध शिक्षाविद्‌, साहित्यकार श्री जानकी रमण महाविद्यालय के संस्थापक स्व० हरिकृष्ण त्रिपाठी की धर्मपत्नि स्व.  श्रीमती माया त्रिपाठी एवं बुंदेली के मर्मज्ञ विख्यात शब्दकार डॉ. स्व. पूरनचंद श्रीवास्तव को सादर समर्पित रही ၊ संस्थापक गणेश श्रीवास्तव प्यासा ने सभी का अपने शब्द सुमनों से अभिनंदन किया ၊

मुख्य अतिथि डॉ. अभिलाष पाण्डेय विधायक उत्तर, जबलपुर, अध्यक्षता आचार्य डॉ. हरिशंकर दुबे, विशिष्ट अतिथि द्वय डाॅ. प्रोफेसर चंद्रप्रकाश गूजर विभागाध्यक्ष व्यापार प्रबंधन,डॉ. ललित कुमार सिंह विभागाध्यक्ष, महात्मा गांधी चित्रकूट ग्रामोदय विश्वविद्यालय चित्रकूट, समाज सेवक मुकेश श्रीवास्तव, निरंजन द्विवेदी वत्स, सारस्वत अतिथि राजेश पाठक प्रवीण, मंगल भाव प्रतुल श्रीवास्तव की गरिमामय उपस्थिति  रही ၊ सभी अतिथियों, साहित्य मनीषियों ने स्व. माया त्रिपाठी के चित्र पर श्रद्धापूर्वक पुष्पांजलि  अर्पित की ၊ त्रिपाठी परिवार से उपस्थित डॉ. मुकुल तिवारी ने अपनी मातु श्री के जीवन पर प्रकाश डाला ၊ व्यंग्यकार प्रतुल श्रीवास्तव ने अपने पिताश्री डॉ. पूरनचंद श्रीवास्तव के व्यक्तित्व - कृतित्व पर प्रकाश डाला ၊ अतिथियों ने बताया समाज से साहित्य को एवं साहित्य से समाज को प्रेरणा मिलती है ၊

इस अवसर पर सशक्त हस्ताक्षर द्वारा विधायक डॉ. अभिलाष पाण्डेय, डॉ. चंद्रप्रकाश गूजर, डॉ. ललित कुमार सिंह, मुकेश श्रीवास्तव कायस्थ परिवार धनवंतरी नगर, निरंजन द्विवेदी वत्स का साहित्य के क्षेत्र में विशेष योगदान हेतु शाल, श्रीफल, मानपत्र देकर सम्मानित किया गया ၊

कवि केशरी प्रसाद पाण्डेय, एड. प्रभा खरे अखिल,अमर सिंह वर्मा, अम्लान गुहा नियोगी, विवेक शैलार,मदन श्रीवास्तव, संदीप खरे युवराज, महासचिव जी. एल. जैन, मनोज शुक्ल मनोज, आई. पी. गोस्वामी, संतोष कुमार दुबे, संतोष नेमा संतोष, अरुण शुक्ल ने एक से बढ़कर एक रचनाएँ प्रस्तुत की ၊ विजय नेमा अनुज, सुशील कुमार जैन, डॉ. भावना दीक्षित, लखन रजक ने मंच को नयी ऊँचाईयाँ दी ၊ एम. के. श्रीवास्तव,सुरेश चंद्रायण, नाट्य निर्देशक दविन्दर सिंह ग्रोवर, विनय शर्मा , रविन्दर मुर्हार, पराग तेलंग, प्रदीप खरे की गरिमामय उपस्थिति रही ၊ संचालन गणेश श्रीवास्तव प्यासा, आभार प्रदर्शन अध्यक्ष मदन श्रीवास्तव ने किया ၊

कुर्बान हो मां भारती हम तुझ पै शान से, हर जन्म में कांधे लगें हिंदुस्तान के


 *शहीद का रक्षाबंधन*

      

कुर्बान हो मां भारती हम तुझ पै शान से,

हर जन्म में कांधे लगें हिंदुस्तान के।


छाती पर गोली खाई है मां पीठ पर नहीं,

प्राणों को निछावर किया है सीना तान के।


मां मेरे शव के साथ मेरे गांव तू चलना,

आंसू तू पोंछना मेरे रोते मकान के।


दो जोड़ी वृद्ध पथराई सी पलकों से कहना,

घर लौटा है बेटा तुम्हारा स्वाभिमान से।


रोए जो छोटी बहन तो मां उसको ये कहना,

 *बांधे वह तिरंगे को राखी भाई मान के।* 


कह देना माता तू ये अपनी पुत्रवधू से,

तेरा सुहाग जिंदा है भारत के नाम से।


श्रद्धा सुमन पिरो रहा था गीत मैं'अनिल'

आंसू बरसने लग गए थे आसमान से।


 गीतकार- अनिल भारद्वाज एडवोकेट ,हाईकोर्ट ग्वालियर, मध्यप्रदेश

पीएनएसटी का रिजल्ट लंबित, 1860 नर्सिंग छात्रों का भविष्य संकट में, राष्ट्रपति से लगाई गुहार

*13 माह बाद भी जारी नही हुआ रिजल्ट, सीएम व डिप्टी सीएम के नाम सौपा ज्ञापन*


रीवा

मध्य प्रदेश में पीएनएसटी 2022 नर्सिंग प्रवेश परीक्षा का रिजल्ट 13 महीने बीतने के बाद भी जारी नहीं हुआ है, जिससे प्रदेश के 1860 नर्सिंग छात्रों का भविष्य अनिश्चितता में डूबा हुआ है। इस मुद्दे को लेकर छात्राओं ने मुख्यमंत्री मोहन यादव और उप मुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ला को ज्ञापन सौंपा, लेकिन अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है। छात्राएं पिछले 4 महीनों से लगातार भोपाल में विभाग के चक्कर लगा रही हैं और रीवा में राजेंद्र शुक्ला के घर भी जाकर अपनी आवाज उठा चुकी हैं। हाई कोर्ट ग्वालियर ने रिजल्ट पर स्टे लगा रखा है, जो तब तक नहीं हटेगा जब तक राज्य सरकार काउंटर जवाब के रूप में आवश्यक एफिडेविट पेश नहीं करती। एफिडेविट में सरकार को केवल यह बताना है कि 2020-21 और 2021-22 के शैक्षणिक सत्रों में कोरोना महामारी के कारण देरी हुई थी, जिसके परिणामस्वरूप 2022-23 का सत्र भी एक साल लेट हो गया।

इस बीच, मध्य प्रदेश कर्मचारी चयन मंडल ने 2024 के लिए नर्सिंग परीक्षा का नोटिफिकेशन जारी कर दिया है जिसकी परीक्षा 4 और 5 सितंबर को आयोजित होनी है, जिससे 2022 में परीक्षा देने वाली छात्राओं का रिजल्ट न आने से चिंता बढ़ गई है। रीवा, छिंदवाड़ा, जबलपुर, सतना, मैहर, सिवनी, मंडला समेत समस्त जिलों के छात्रों ने विरोध स्वरूप राष्ट्रपति भवन को स्पीड पोस्ट के माध्यम से पत्र भेजा है। उन्होंने बताया कि कोर्ट के आदेश के बाद भी सरकार द्वारा जवाब न देने के चलते उनके भविष्य पर गंभीर संकट मंडरा रहा है।

नेशनल एजुकेटेड यूथ यूनियन के रीवा जिला समन्वयक निखिल मिश्रा का कहना है कि इस अनिश्चितता के कारण छात्राएं डिप्रेशन में जा रही हैं, और उन्हें अपने भविष्य की कोई राह दिखाई नहीं दे रही है। संबंधित विभाग की ओर से पिछले दो परीक्षाओं से ही न तो आगामी परीक्षा की कोई जानकारी दी जा रही है और न ही काउंसलिंग की स्पष्टता है। छात्रों का आरोप है कि हेल्पलाइन नंबर पर भी उन्हें कोई संतोषजनक उत्तर नहीं मिल पा रहा है। यदि जल्द ही कोई कार्रवाई नहीं की गई, तो छात्राएं भोपाल में अनिश्चितकालीन धरने पर बैठने की तैयारी कर रही हैं। छात्रों का कहना है कि वे अपने भविष्य के लिए हर संभव कदम उठाने के लिए तैयार हैं।

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