फर्जी नौकरी मामले में पुलिस नहीं दर्ज की एफआइआर, फरियादी लगा रहा थाने का चक्कर
अनूपपुर
एसईसीएल जमुना कोतमा क्षेत्र में 40 वर्षों से पिता का नाम बदलकर सुरेंद्र सिंह पिता रामलाल सिंह नौकरी करता आ रहा था। इसकी शिकायत पुष्पराज सिंह ने कोतमा थाने और एसडीओपी कार्यालय में दर्ज कराई। लेकिन अभी तक पुलिस ने मामला दर्ज नहीं किया है। जिसमें फरियादी अभी भी मामला कायम करने थाना और एसडीओपी कार्यालय का चक्कर लगाने को विवश है। जानकारी के अनुसार सुरेंद्र सिंह पिता रामलाल सिंह वर्तमान निवासी लहसुई कैंप वार्ड नंबर 13 थाना कोतमा में मौजूद है। सुरेंद्र सिंह एनईआईएस नंबर- 2411 33 34 साउथ ईस्टर्न कोल फील्ड्स लिमिटेड के क्षेत्र में नौकरी करते दिसंबर 2024 में कंपनी से रिटायर हो गया। जबकि फरियादी के द्वारा लगातार अक्टूबर 2024 से शिकायत की जा रही है। हालांकि पुलिस ने जांच के नाम पर एसईसीएल जमुना का क्षेत्र के महाप्रबंधक को पत्र लिख जानकारी मांगी, वहीं सुरेंद्र सिंह के बैंक खातों में भी लेनदेन पर रोक लगाने बैंक को पत्र लिखा है। इसके बाद जांच कहां दब गई इसका पता फरियादी को नहीं चल पाया है। अभी भी फरियादी इस आस में है कि फर्जी नौकरी करने वाले सुरेंद्र सिंह के विरुद्ध पुलिस मामला दर्ज करेगी।
*रामलाल की जगह जंगबहादुर*
दरअसल सुरेंद्र सिंह पिता राम लाल सिंह निवासी ग्राम कोरया है। रामलाल सिंह के द्वारा सुरेंद्र सिंह को उनके बचपन से ही त्याग दिया गया था। तब से सुरेंद्र सिंह लहसुई कैंप कोतमा में रहते आ रहे। इसके बाद सुरेंद्र सिंह के द्वारा अपने पिता का नाम राम लाल सिंह ना लिख कर कॉलरी में अपने पिता की जगह जंगबहादुर सिंह का नाम का सेजरा बनवाकर उपयोग करते हुए फर्जी नौकरी करते आ रहे थे। इसकी शिकायत अब पुलिस के समक्ष की गई है।
*जमीन के दस्तावेजों से आएगी सच्चाई*
बताया गया कि सुरेंद्र सिंह के पिता रामलाल सिंह के नाम ग्राम कोरया तहसील कोतमा खसरा नंबर 39 की जमीन स्थित रही है, जो बाद में उक्त आरजी खसरा नंबर 39 सुरेंद्र सिंह तथा उनके भाई महेंद्र सिंह एवं नरेंद्र सिंह के नाम पर दर्ज की गई है। अगर उक्त जमीन की रिकॉर्ड की जांच की जाए तो सारा मामला साफ हो जाएगा। सुरेंद्र सिंह के विरुद्ध फर्जी नौकरी के मामले में 14 अगस्त 2024 को महाप्रबंधक जमुना कोतमा क्षेत्र में शिकायत की गई, 5 नवम्बर 2024 को सह प्रबंधक निदेशक साउथ ईस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड बिलासपुर में भी दर्ज कराई गई है। महाप्रबंधक कार्यालय के द्वारा नोटिस जारी करते हुए सुरेंद्र सिंह से जवाब मांगा गया। जिसकी संपूर्ण जानकारी कोतमा थाना प्रभारी के द्वारा मांगे जाने पर महाप्रबंधक कार्यालय से उपलब्ध करा दी गई है। लेकिन अभी तक पुलिस ने कार्रवाई क्यों नहीं की, ये समझ से परे है।