पीआरटी महाविद्यालय में मनाया गया दो दिवसीय राष्ट्रीय विज्ञान मेला, विज्ञान दिवस महान विरासत का प्रतीक
*जन सामन्य में विज्ञान के प्रति सोच को बढ़ाने की जरूरतः डॉ. देवेन्द्र तिवारी*
समाचार
नेशनल काउंसिल ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी कम्युनिकेशन, डिपार्टमेंट ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी भारत सरकार एवं एम पी काउंसिल ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी, मध्य प्रदेश सरकार भोपाल के द्वारा उत्प्रेरित तथा प्रायोजित कार्यक्रम किया गया।
कार्यक्रम के मुख्य वक्ता डॉ सूरज परवानी, राजकिशोर गुप्ता, शासकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक अनूपपुर के प्राचार्य डॉ कौशलेंद्र सिंह एवं शासकीय उत्कृष्ट विद्यालय अनूपपुर के व्याख्याता प्रशांत पाण्डेय डॉ. देवेन्द्र कुमार तिवारी एवं समस्त प्राध्यापक गणों द्वारा सरस्वती मूर्ति पर माल्यार्पण कर कार्यक्रम की शुरुआत की गई । मुख्य अतिथि डॉ सूरज परवानी के द्वारा सामान्य जीवन में विज्ञान विषय पर व्याख्यान दिया गया । जिन्होंने रमन प्रभाव को समझाया एवं सीवी रमन के जीवन पर विशेष प्रकाश डाला । डॉ रमन एवं अन्य भारतीय वैज्ञानिकों के प्रयासों एवं सफलता के बारे में भी व्याख्यान में समझाया। कन्या स्कूल के प्राचार्य डॉ. कौशलेंद्र सिंह ने युवा वैज्ञानिकों को संबोधित करते हुए जीवन के हर क्षण में विज्ञान के महत्त्व के विषय में बताया l
प्रशांत पाण्डेय ने अपने उद्बोधन कहा कि विज्ञान दिवस के आयोजन के मूल उद्देश्य को बताया। उन्होने कहा कि हम सभी में वैज्ञानिक दृष्टिकोण एवं व्यवस्थित ज्ञान का होना, हमे विज्ञान के निकट लाता है। उन्होने सर सी. वी. रमन द्वारा प्रतिपादित रमन इफेक्ट पर भी बात की। इस आयोजन पर हर्ष वयक्त करते हुए कहा कि यह दिन विद्यार्थियो को विज्ञान के प्रति प्रेरित करने एवं लोगो को विज्ञान एवं वैज्ञानिक उपलब्धियों के प्रति सजग बनाने के लिए आयोजित किया जाता है। विज्ञान ने हर युग में मानवीय सोच को एक नया आयाम दिया है। आज का यह दिन भारत की युवा पीढ़ी को अनुसंधान के लिए प्रोत्साहित करता है। अंत में कहा कि आप सभी सौभाग्यशाली है कि आपको महाविद्यालय में ऐसा मंच प्रदान किया जाता है जिससे आप अपना कौशल विकास कर सर्वश्रेष्ठ प्रर्दशन करते है।
महाविद्यालय के संचालक डॉक्टर देवेंद्र तिवारी ने अपने उद्बोधन में कहा कि सर सी. वी. रमन की उपलब्धि हमे गौरवान्वित करती है। आप सभी छात्राएं देश का भविष्य है। आप सभी में अपार संभावनाएं है। समाज मे विज्ञान व अनुसंधान के प्रति जागरूकता एवं रूचि जागृत करना आवश्यक है। यह महत्वपूर्ण है कि हम अपनी जड़ो की ओर लौटे। राष्ट्रीय विज्ञान दिवस भारतीय इतिहास की महान विरासत का प्रतीक है। उन्होने कहा कि जिज्ञासु बने एवं अपने आत्मक बल को मजबूत बनाएं। लक्ष्य प्राप्त करने के लिए रणनीति बनाकर कार्य करे। संचार कौशल को समृद्ध कर व्याक्तित्व विकास करे। तत्पश्चात अतिथियों द्वारा भ्रमण कर सभी विद्यार्थियों के द्वारा बनाये गये मॉडल का अवलोकन किया गया, विद्यार्थियों ने अपने बनाए गये मॉडल के विषय सम्पूर्ण कार्य प्रणाली को बताया और अतिथियों ने उसे देखा और विद्यार्थियों की प्रशंशा की और अपनी टिप्पणिया दी। कार्यक्रम के अंत में महाविद्यालयीन में हुए प्रतियोगिताओं पोस्टर मेकिंग, निबंध लेखन, विज्ञान प्रश्नोत्तरी, मॉडल इत्यादि के समस्त विजेताओं को प्रशस्ति पत्र प्रदान कर सम्मानित किया गया। महाविद्यालय प्रबंधन के द्वारा इस सफल आयोजन पर सभी कार्यकर्तायों को बधाईयां दी। कार्यक्रम का सफल संचालन एवं आभार प्रदर्शन विजय कुमार तिवारी जी के द्वारा किया गया।