महाकवि आचार्य भगवत दुबे जी को हिंदी सेवी सम्मान प्रदान किया गया
जबलपुर
संस्कारधानी के गौरव, दधीचि महाकाव्य के रचयिता,गद्य-पद्य में निष्णात, जिनके रचना संसार के खाते में 53 प्रकाशित पुस्तकें है, महाकवि आचार्य भगवत दुबे से प्रेरणा हिन्दी प्रचारिणी सभा के संस्थापक, सशक्त हस्ताक्षर के संस्थापक गणेश श्रीवास्तव प्यासा, प्रसिद्ध कवयित्री ज्योति मिश्रा ने सौजन्य भेंट की। कवि संगम त्रिपाठी ने अंगवस्त्र,मोती की माला, कलमश्री,स्मृति चिन्ह प्रदान कर श्रद्धाभाव से सम्मानित किया। आचार्य जी ने भी प्रसन्न होकर कवि संगम त्रिपाठी का शाल से अभिनंदित किया और अपनी कृति 'पलक पांवड़े ' भेंट कर अपना आशीर्वाद दिया।
कवि संगम त्रिपाठी ने विज्ञप्ति में बताया कि संस्कारधानी जबलपुर के गौरव महाकवि आचार्य भगवत दुबे ने कहा कि हिंदी को राष्ट्रभाषा बनाने हेतु जारी अभियान में मैं सदा आपके साथ हूं और हर तरह से सहयोग प्रदान करता रहूंगा। महाकवि आचार्य भगवत दुबे का हिंदी के प्रचार-प्रसार में सहयोग व समर्थन वंदनीय है।