भारत स्काउट व गाइड्स के जनक लॉर्ड रॉबर्ट स्टीफेंसन स्मिथ बेडेन- पावेल के जन्मदिन का आयोजन संपन्न
अनूपपुर
स्थानीय पीएम श्री जवाहर नवोदय अमरकंटक में प्रभारी प्राचार्य डी०एस० सेंगर के कुशल नेतृत्व एवं मार्गदर्शन में "भारत स्काउट्स एवं गाइड्स के जनक लॉर्ड रॉबर्ट स्टीफेंसन स्मिथ बेडेन पावेल का जन्म दिवस प्रातःकालीन प्रार्थना- सभा में बड़े ही धूमधाम व हर्षोल्लास से मनाया गया। सर्वप्रथम प्रभारी प्राचार्य, समस्त शिक्षकगण एवं स्काउट गाइड के छात्र-छात्राओं द्वारा स्काउट एवं गाइड के जनक लॉर्ड बेडेन पावेल की प्रतिमा पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम की पारंपरिक शुरुआत की गई। कार्यक्रम में संगीत शिक्षक वाहिद शेख के मार्गदर्शन में छात्र-छात्राओं द्वारा स्वागत गीत एवं विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया गया। प्रभारी प्राचार्य ने अपने उद्बोधन के माध्यम से सभी को लॉर्ड बेडेन पावेल के जन्म दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं देते हुए कहा कि स्काउट एवं गाइड के माध्यम से छात्र-छात्राओं में मानवीय एवं नैतिक मूल्यों का विकास होता है, जो अत्यंत लाभकारी है। विभिन्न छात्र-छात्राओं द्वारा स्काउट्स एवं गाइड्स के महत्व व उनके नियम, प्रतिज्ञा, बांए हाथ से सैल्यूट करने की जानकारी को साझा किया, जो बहुत ही सराहनीय रहा। गाइड कैप्टन व हिंदी शिक्षिका मनोरमा कौशल ने अपने उद्बोधन के माध्यम से बेडेन पावेल के जीवन पर प्रकाश डालते हुए कहा कि इस तरह के कार्यक्रम के माध्यम से बच्चों में सेवा, आत्मनिर्भरता,आत्मबल,आत्मसम्मान,साहस, प्रेम, धैर्य जैसे भावों का विकास होता है, जो कि प्रत्यक्ष व परोक्ष रूप से देश के विकास में अपना महत्वपूर्ण योगदान देते हैं। इस अवसर पर डी०एस सेंगर, आर० के० झा, एस०के० सोनी, माहेश्वर कुमार द्विवेदी, एच०पी० पटेल, रमेश कुमार सिंह, के० कुमार, आशीष कुमार, सचिन कुमार जाटव, कमलेश कुमार देवकटे, अतुल सिंह चौहान, सतानंद तिवारी, मोहनलाल कोरी, हेमराज गुजरे, सूरेबिन दोल्ई, दुर्गेश चंद्रा, मुक्ता शरीन, पुष्पारानी पटनायक, अनामिका द्विवेदी, मनोरमा कौशल, सीमा त्रिपाठी, प्रीति कोचे, अंबिका राय, भाग्यश्री साहू, हर्षिता मालवी, रोशनी द्विवेदी, कल्पना यादव एवं विद्यालय के सभी सदस्यगण उपस्थित रहें।कार्यक्रम के अध्यक्ष व व्यवस्थापक रमेश कुमार सिंह ने समस्त शिक्षकगण,छात्र-छात्राओं वं समस्त कर्मचारियों का हृदय से आभार व्यक्त किया। शेख वाहिद ने अपने ओजपूर्ण भाषा शैली व अंदाज में मंच संचालन का कार्यभार संभाला।