राजनीतिक द्वेष या झूठी शिकायत पर अतिक्रमण हटाने पहुंचा अमला बैरंग वापस लौटा
*कांग्रेस ने लगाया भाजपा पर राजनीतिक द्वेष का आरोप*
शहड़ोल
नगरपालिका के वार्ड नंबर 7 में नगर पालिका परिषद के कर्मचारी और राजस्व अमले की टीम बुलडोजर, ट्रैक्टर आदि वाहनों के साथ यहां हो रहे निर्माण कार्य को रोकने और अतिक्रमण हटाने के लिए पहुंच गई, स्थानीय लोगों ने आरोप लगाया कि नगर पालिका के द्वारा मनमानी की जा रही है, और झूठी शिकायत पर नगर पालिका की टीम यहां पर अतिक्रमण हटाने आई है, मौके पर वैसी स्थिति है ही नहीं, इस दौरान नगर पालिका के कर्मचारी और स्थानीय लोगों के बीच जमकर कहा सुनी भी हुई, कांग्रेस नेताओं ने नगर पालिका प्रशासन पर कांग्रेस के वार्ड प्रत्याशी रही महिला के खिलाफ द्वेषवश कार्यवाही करने का आरोप लगाया, हालांकि स्थानीय जनों के द्वारा नगर पालिका के कर्मचारियों को जब मौके की सच्चाई से अवगत कराया गया तो पालिका की टीम और साथ आया ट्रैक्टर तथा बुलडोजर बिना कोई कार्यवाही किये ही वापस लौट गया, यह बताया गया कि नगर पालिका प्रबंधन को किसी के द्वारा झूठी शिकायत दी गई थी, लेकिन मौके पर तस्दीक करने के बाद बिना किसी कार्यवाही के बुलडोजर और अमले को वापस लौटना पड़ा।
स्थानीय नागरिकों ने बताया कि पालिका के द्वारा राजस्व व नपा के हक की भूमि बताकर जिस स्थान पर अतिक्रमण हटाने की कार्यवाही के लिए बुलडोजर पहुंचा था, वह निजी स्वामित्व की भूमि है और करीब 5 दशक पूर्व से परिवार यहां पर निवासरत है, यह भी बताया गया कि करीब 5 दशक पूर्व जब कोल इंडिया के द्वारा इस क्षेत्र में भूमि अधिग्रहण किया जा रहा था तो इसी भूखंड के कुछ हिस्से को कोल प्रबंधन ने अधिग्रहण करने के बाद मुआवजा भी दिया था, ऐसी स्थिति में उनकी भूमि जो दशकों से उनके पुरखों के नाम पर थी आज नपा या राजस्व की कैसे हो गई, इस मामले में यह भी बताया गया कि कुछ लोगों के द्वारा राजनीतिक द्वेष के कारण नपा प्रबंधन को गुमराह करने का प्रयास किया जा रहा है, जबकि वास्तविकता कुछ और है स्थानीय नागरिकों ने नगर पालिका के अध्यक्ष और सीएमओ से इस संदर्भ में जांच करने के बाद कार्यवाही की मांग भी की।
जब नगर पालिका का अमला मौके पर पहुंचा तो दर्जनों लोग वहां पर पहुंच गए, कांग्रेस के पूर्व नपा उपाध्यक्ष संतोष सिंह और कांग्रेस नेता इबरार खान के साथी पूर्व पार्षद व भाजपा नेता अनिल यादव और अन्य दर्जनों लोग भी मौके पर थे उन्होंने बताया कि लगभग ढाई साल पहले नपा चुनाव के दौरान कांग्रेस प्रत्याशी चुनाव हार गए थे और वर्तमान पार्षद उसको लेकर अपने मन में खुन्नस रखते हैं यही कारण है कि परिषद को गुमराह करके राजनीतिक द्वेष के फेर में वर्तमान पार्षद के द्वारा कांग्रेस प्रत्याशी व कांग्रेस नेत्री को निशाना बनाया गया।