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पॉवर प्लांट कोयला लेकर जा रही मालगाड़ी का दरवाजा खुलने से 60 टन कोयला ट्रैक में गिरा
अनूपपुर
जिले के बिजुरी रेलवे स्टेशन में गुरुवार 20 फरवरी को सुबह लभभग 9 बजे प्लेट फार्म नम्बर 4 में कोयले से भरी मालगाड़ी डोमन हिल चिरमिरी से बिरसिंहपुर पाली पावर प्लांट जा रही थी, उसी दौरान यह घटना हुई, मालगाड़ी का गार्ड डिब्बा भी अचानक ट्रैक से नीचे उतर गए, गार्ड डिब्बे से चौथे नंबर का कोयले से भरे बैगन के नीचे के दो दरवाजे अचानक खुल जाने से करीब 60 टन कोयला रेल ट्रैक में गिर गया, जिसके कारण तीन यात्री गाड़ी बिजुरी स्टेशन के पहले ही रोक दी गई, स्टेशन में रेल अधिकारी, कर्मचारी मौके पर पहुंच कर जांच करने के पश्चात मालगाड़ी को गंतव्य के लिए रवाना किया गया, उसके 20 मिनट बाद अंबिकापुर जबलपुर इंटरसिटी ट्रेन निर्धारित समय से एक घंटे विलंब से निकली, चिरमिरी चंदिया, अंबिकापुर निजामुद्दीन सुपरफास्ट ट्रेन भी एक घंटे से अधिक विलंब रही, जानकारी के अनुसार कोयला लोडिंग यार्ड से मालगाड़ियों के रखरखाव, डिस्पैच होने तक की संपूर्ण जिम्मेदारी ठेका मजदूरो की रहती है, जिसमें अधिकांश मजदूर अप्रशिक्षित रहते हैं, इनके द्वारा ही बैगनो की जांच कर डिस्पैच किया जाता है, उल्लेखनीय है कि मालगाड़ी के नीचे जो गेट, ढक्कन लगे है वह सभी एयर प्रेशर से ही खुलते और बंद होते है, जानकारी के अभाव में ठेका मजदूर दरवाजों को ठीक से बंद नहीं किया गया, इसी वजह से ढीला होने के कारण खुल गया और कोयला नीचे गिर गया, लोडिंग पॉइंट पर रेलवे का मात्र एक कर्मी ही रहता है, इसके पूर्व कभी ऐसे हादसे सुनने और देखने को नहीं मिले ठेकेदार द्वारा यह बड़ी लापरवाही की गई है, बिना ट्रेनिंग के मजदूरों को भर्ती कर रेलवे प्रक्षेत्र में महत्वपूर्ण कार्यों को संचालित किया जा रहा है, इस मामले में रेल प्रशासन भी जिम्मेदार है जो ठेका मजदूरों की जांच पड़ताल बिना किए कार्य कराया जाता है, यदि इसी प्रकार चलता रहा तो भविष्य में बड़ी दुर्घटना हो सकती है, इस मामले की उच्च स्तरीय जांच कर दोषी लोगों के विरुद्ध रेल प्रबंधन को कार्यवाही करना चाहिए। जिससे इसकी पुनरावृत्ति ना हो।
सीनियर डीसीएम अनुराग कुमार सिंह ने बताया कि यह रैक संजय गांधी पावर प्लांट से अनलोड होकर डोमन हिल गया हुआ होगा, एयर प्रेशर से बंद होता है कहीं मिस्टेक हुआ है किस एजेंसी द्वारा कार्य किया गया है इसकी जांच की जा रही है, दोषी लोगों के विरुद्ध जांच के पश्चात कार्रवाई की जाएगी।
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ओसीएम में एसईसीएल की अधिग्रहीत भूमि पर लगे यूकेलिप्टस के पेड़ो की अवैध कटाई, शिकायत दर्ज
अनूपपुर
जमुना ओपन कास्ट माइन ओसीएम हरद में एसईसीएल कंपनी की अधिग्रहित भूमि पर लगे यूकेलिप्टस के पेड़ों की अवैध कटाई का मामला सामने आया है। जानकारी के अनुसार, खसरा नंबर 994/4 की 45 डिसमिल भूमि को 12 जून 1989 को एसईसीएल कंपनी ने अधिग्रहित कर लिया था। यह भूमि पहले अनुज कुमार पिता बाबूलाल सिंह के स्वामित्व में थी, जिन्हें अधिग्रहण के बदले कंपनी में नौकरी और मुआवजा दिया जा चुका है। अधिग्रहण के बाद इस भूमि पर कंपनी द्वारा यूकेलिप्टस के वृक्ष लगाए गए थे।
सूचना मिली कि इस भूमि पर लगे यूकेलिप्टस के पेड़ों को रमाशंकर मिश्रा द्वारा अवैध रूप से कटवाया जा रहा है। जैसे ही कंपनी की सुरक्षा टीम मौके पर पहुंची, उन्होंने कटाई को रुकवाया, लेकिन तब तक कई पेड़ काटे जा चुके थे। कटे हुए पेड़ों की लकड़ियां अब भी घटनास्थल पर पड़ी हुई हैं। इस मामले को लेकर एसईसीएल के उप क्षेत्रीय प्रबंधक द्वारा वन परिक्षेत्र अधिकारी, कोतमा को लिखित शिकायत दी गई है। शिकायत में दोषी रमाशंकर मिश्रा के खिलाफ उचित कानूनी कार्रवाई की मांग की गई है। यह घटना कई सवाल खड़े करती है कि जब यह भूमि एसईसीएल कंपनी के अधिग्रहण में आ चुकी है और यहां लगाए गए वृक्ष भी कंपनी के स्वामित्व में आते हैं, तो इनकी अवैध कटाई कैसे हो रही है? क्या इसमें किसी स्थानीय प्रभावशाली व्यक्ति की मिलीभगत है। अब देखना यह होगा कि वन विभाग और जिला प्रशासन इस मामले में क्या कदम उठाते हैं। अगर दोषियों पर जल्द कार्रवाई नहीं हुई, तो भविष्य में इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति हो सकती है, जिससे वन संपदा को भारी नुकसान पहुंचेगा।
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किसानों को तत्काल धान का भुगतान किया जाये, नही होगा आंदोलन- अनिल गुप्ता
अनूपपुर
भारतीय जनता पार्टी के पूर्व जिलाध्यक्ष एवं विन्ध्य विकास प्राधिकरण के पूर्व उपाध्यक्ष अनिल कुमार गुप्ता ने म०प्र० के यशस्वी मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव, कृषि मंत्री एंदल सिंह कसाना एवं कलेक्टर अनूपपुर को पत्र लिखकर मांग किया है कि जिले के हजारों कृषकों ने 23 जनवरी 2025 तक शासन द्वारा घोषित समर्थन मूल्य पर धान उपार्जन का विक्रय विभिन्न खरीदी केन्दों में किया है किन्तु किसानों को उनके विक्रय धान का मूल्य आज दिनांक तक अप्राप्त है। भाजपा नेता श्री गुप्ता ने बताया कि प्रारंभ में विक्रय किये गये कृषकों को समर्थन मूल्य का भुगतान किया गया है किन्तु 70 प्रतिशत किसानों को आज दिनांक तक समर्थन मूल्य में विक्रय किये गये धान का विक्रय राशि अप्राप्त है जिसके कारण किसान बदहाल एवं कर्ज के बोझ से दबा हुआ है तथा पुत्र-पुत्रियों के विवाह व अन्य सामाजिक कार्य नहीं कर पा रहा है। श्री गुप्ता ने कहा कि अतिशीघ्र सभी किसानों को धान विक्रय की राशि का भुगतान सुनिश्चित किया जाए अन्यथा बाध्य होकर आंदोलन के लिए विवश होना पडेगा।
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पर्यटन विकास निगम द्वारा नर्मदा के रामघाट में बन रहा झूलापुल, 15 मार्च तक पूर्ण होने की संभावना
*आम जनमानस को आवागमन हेतु सुलभ होगा*
अनूपपुर
प्रदेश के प्रमुख पर्यटन एवं धार्मिक तीर्थ स्थल पवित्र नगरी अमरकंटक के पतित पावनी पुण्य सलिला मां नर्मदा के पावन तट रामघाट में सौंदर्य करण के तहत केंद्रीय पर्यटन मंत्रालय से प्राप्त निधि प्रसाद योजना के तहत मध्य प्रदेश पर्यटन विकास निगम द्वारा राम घाट के उत्तर तट से दक्षिण तक को जोड़ने वाला 10 करोड रुपए की लागत से निर्मित किया जाने वाला झूला पुल जिसका 90% कार्य पूर्ण हो गया है 15 मार्च तक शेष कार्य पूरा कर लिया जाएगा।
मध्य प्रदेश पर्यटन विकास निगम भोपाल के द्वारा शासन की महिती योजना के तहत प्रसाद योजना में सौंदर्यीकरण के लिए विकास कार्यों में झूला पुल का निर्माण इंदौर की एपिकॉन इंडस्ट्री द्वारा 10 करोड रुपए की लागत से किया जा रहा है उक्त पुल का निर्माण कार्य लगभग 90% तक पूर्ण हो गया है शेष 10% निर्माण कार्य 15 मार्च तक कर लिए जाने की उम्मीद है । उक्त झूला पुल के निर्माण से अमरकंटक नगर का एक ऐतिहासिक चौमुखी विकास का क्रम माना जा रहा है उक्त झूला पुल के निर्माण होने से अमरकंटक नगर का विकास में तथा सुंदरता में चार चांद लग जाएगा इससे पर्यटकों को आकर्षित करने में अहम भूमिका होगी ।
मध्य प्रदेश पर्यटन विकास निगम के शहडोल संभागीय सहायक यंत्री एवं प्रभारी अमरकंटक सोमपाल सिंह ने बताया कि उक्त झूला पुल का निर्माण 15 मार्च तक पूर्ण हो जाएगा इसे अति शीघ्र स्थानीय नगर परिषद अमरकंटक को कार्य संचालन हेतु सौंप दिया जाएगा उन्होंने संभावना जताई कि अप्रैल माह से आम जनता के लिए खोल दिया जाएगा जिससे पर्यटक तीर्थ यात्री एवं जनता इसका लाभ ले सकेंगे झूला पुल से आवा गमन हेतु बहुत ही कम शुल्क स्थानीय प्रशासन निर्धारित कर लेगी। झूला पुल के निर्मित होने से अमरकंटक के विकास एवं सौंदर्य में एक कड़ी के रूप में देखा एवं माना जा रहा है इससे अमरकंटक का पर्यटन व्यवसाय बढ़ेगा तथा पर्यटक यात्री अधिक संख्या में यहां आएंगे इस तरह के विकास से पर्यटकों को आकर्षित करने में मदद मिलेगी ।
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खड़ी कार को ट्रक चालक ने जान बूझकर दो बार मारी ठोकर, सीसीटीवी में कैद हुई घटना
*नेशनल हाइवे 43 बटुरा पेट्रोल पंप सुबह 4 बजे की घटना*
शहडोल
जिले के अमलाई थाना क्षेत्र के एनएच 43 बटूरा पेट्रोल पंप के सामने सड़क किनारे खड़ी एक कार को ट्रक चालक ने जान बूझकर ठोकर मारी, वीडिओ में दिख रहा है की ट्रक चालक का इतने में भी मन नहीं भरा तो उसने कार को दोबारा ठोकर मार कर यू टर्न लिया और ट्रक बैक कर पुनः कार को ठोकर मारी । कई बार कार को ठोकर मारने के बाद ट्रक लेकर चालक भाग गया, घटना गुरुवार की सुबह तकरीबन 4:00 बजे हुई है। घटना की आवाज सुनकर पेट्रोल पंप में मौजूद एक कर्मचारी मौके पर दौडा, लेकिन कर्मचारी अकेले ही था,जिसकी वजह से उसने ट्रक चालक को काफी आवाज भी दी, लेकिन ट्रक चालक ने घटना को अंजाम देने के बाद वहां से फरार हो गया। घटना सीसीटीवी कैमरे में कैद हुईं है। मामले से पुलिस अनजान बनी है।
अमलाई थाना क्षेत्र के एनएच 43 बटूरा पेट्रोल पंप के सामने एक ऐसा सड़क हादसा हुआ है जिसे देख सब हैरान है, घटना का सीसीटीवी फुटेज सामने आया है ,जिसे देख ऐसा लग रहा है कि ट्रक चालक से कार या कार मलिक की कोई पुरानी दुश्मनी है। जानकारी के अनुसार अनूपपुर जिले के कोतमा से एक ट्रक बुढार की ओर जा रहा था, तभी रास्ते में बटुरा पेट्रोल पंप के सामने व्हाइट कलर की स्विफ्ट कार क्रमांक MP 18 CA 3179 खड़ी थीं, गनीमत रही की घटना के समय स्विफ्ट कार में कोई मौजूद नहीं था, तेज रफ्तार ट्रक पेट्रोल पंप के सामने खड़ी कार को पहले सामने से ठोकर मार कर आगे की ओर बढ़ता है, और इतने में भी जब उसका मन नहीं भरता तो ट्रक को उसने बैक दोबारा कार को ठोकर मारी, और यू टर्न लेकर सामने से फिर कई बार कार को ठोकर मार के आगे की ओर बढ़ जाता है। घटना की आवाज सुनकर पेट्रोल पंप में तैनात एक कर्मचारी मौके पर दौड़ता है, और ट्रक चालक को ऐसा करने से मन करता है,लेकिन ट्रक के चालक की मानो तो कार से ऐसी दुश्मनी थी कि उसने कार को बुरी तरीके से क्षतिग्रस्त कर दिया है । और मौके से फरार है।
लोगों के अनुसार घटना के समय कार में कोई व्यक्ति सवार नहीं था, पेट्रोल पंप में एक कर्मचारी जो नाइट ड्यूटी में था,उसने बताया कि कार को एक शख्स ने यहा खड़ी कर दूसरे वाहन से कहीं चला गया था, बोलेरो सवार कुछ लोग आए थे, जिसमें कार चालक उसमें बैठकर कहां गया इस बात की जानकारी नहीं है, लेकिन पेट्रोल पंप में ड्यूटी में तैनात कर्मचारियों ने यह जरूर सुना था की कार चालक एवम दूसरे वाहन चालक आपस में कि मवेशियों के वाहन का जिक्र कर रहे थे। और उसके बाद अचानक ट्रक आया और कार को ठोकर मारने लगा।स्थानीय लोगों के अनुसार यह मार्ग मवेशियों की तस्करी के लिए सबसे सुरक्षित मार्ग है, आए दिन मवेशियों से भरे ट्रक इस मार्ग से गुजरते हैं,जिसकी पायलटिंग के लिए फोर व्हीलर वाहन भी रहते हैं,शायद यह उसी से जुड़ा मामला है, पुलिस की जांच के बाद ही स्पष्ट हो सकेगा।
इस संबंध में जब थाना प्रभारी अमलाई जेपी शर्मा से बात की गई तो उन्होंने बताया कि स्थानीय लोगों ने यह जरूर बताया है कि यहां पर एक क्षतिग्रस्त कार खड़ी हुई है, हमारे पास कोई शिकायत नहीं आई है,शिकायत आने के बाद जांच की जाएगी।
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शराब के नशे में वर्दीधारी ने स्कूटी को मारी टक्कर, लोगो ने की झूमा झटकी, दी गालियां, सड़क पर हंगामा
शहडोल
पुलिस अधीक्षक शहडोल के आवास के ठीक सामने माह भर पहले की कहानी फिर दोहराई गई, यहां इस बार कोई और नहीं बल्कि एक वर्दी धारी ने ही शराब के नशे में टूल्ली होकर स्कूटी चालक को ठोकर मार दी और फिर गाड़ी खंबे से टकरा दी, आजाक थाना शहडोल में पदस्थ देवेंद्र सरीवान नामक पुलिसकर्मी ने देर रात में घटना कारित की तो लोग वहां पर इकट्ठे हो गए और उसे भला बुरा कहने लगे, हालांकि देवेंद्र सरीवान की गलती इतनी ही थी कि वह शराब के नशे में था और वर्दी पहने हुए था और उसने दुर्घटना कारित कर दी, लेकिन उसके बाद जो हुआ वह और भी ज्यादा शर्मनाक था, दर्जनों लोग खुद को पुलिस और जज मानकर वही कार्यवाही और फैसला करने लगे, इसी दौरान शहडोल कोतवाली में पदस्थ प्रधान आरक्षक शैलेंद्र वहां से गुजर रहे थे, भीड़ भाड़ को देखकर वर्दीधारी के साथ हो रही झूमा झपटी को सुलझाने के लिए मौके पर पहुंचे तो लोगों ने उन्हें भी नहीं छोड़ा।
पुलिस अधीक्षक के आवास के सामने कोतवाली क्षेत्र अंतर्गत पुलिस कंट्रोल रूम से महज कुछ 100 मीटर की दूरी पर ही जमकर बवाल कटता रहा, लोगों ने जमकर पुलिस को कोसा, वर्दी में गाड़ी ठोकने वाले पुलिसकर्मी से अभद्रता की, गालियां बकी झूमा झपटी की उसे सरेराह गलियों दी और लोग सोशल मीडिया पर वीडियो बनाकर वायरल करते रहे।
बीती रात की घटना सुबह तक लगातार सोशल मीडिया पर इस तरह के वीडियो वायरल होते रहे, जिससे शहडोल पुलिस की जमकर किरकिरी और फजीहत हुई, वैसे भी शहडोल पुलिस दो से तीन माहों में फजीहत बटोरने में पीछे नहीं रही, बुढ़ार में कोयले से दबने से दो की मौत के अलावा शहडोल में कबाड़ के गिरोह के द्वारा बनाया गया एक बड़ा सिंडिकेट और वर्दी का संरक्षण अब जन चर्चा का विषय बन चुका था, वही पुलिसकर्मी के द्वारा दागी गई गोलियों और पूर्व पुलिस अधीक्षक के तबादले के बाद लंबा समय हो जाने के बाद भी किसी पुलिस अधिकारी का कहीं तबादला ना होना , कहीं नई व्यवस्था लागू न होना पुलिस को सवालों के कटघरे में खड़ा कर रहा था, लेकिन बीती रात जो हुआ वह आज तक शहडोल के इतिहास में कभी नहीं हुआ, पुलिस कर्मी के साथ जिस तरह दुर्व्यवहार आम जनता ने किया, उसे गंदी गलियों से नवाजा गया ,वह भी सरे राह उसे जमकर पुलिस की फजीहत हुई वो दाग कभी नही धुल पायेगा।
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उधार वापस लेने की गजब टेक्निक, बकायेदारों की सूची चस्पा, बदनामी से की डर से मिला उधारी
अनूपपुर
जिले में अजीबोगरीब मामला सामने आया है, जहां उधारी का पैसा नहीं मिलने से परेशान एक दुकानदार ने बकायेदारों की लिस्ट बनाकर दुकान के सामने चस्पा कर दी, उसने बकायादा नाम और बकाया राशि लिखकर नोटिस चस्पा किया है, जिसके बाद बदनामी के डर से कुछ बकायेदारों ने उधारी चुकता करके लिस्ट से अपना नाम कटवा दिया है, दुकानदार का कहना है कि बकायेदारों की वजह से उसकी दुकान बंद होने की स्थिति में आ गई है।
*बकायेदारों से परेशान होकर नोटिस किया चस्पा*
मामला अनूपपुर के भालूमाड़ा थाना अंतर्गत ग्राम पंचायत बदरा का है, जहां के निवासी राजेंद्र विश्वकर्मा नेशनल हाईवे-43 के किनारे एक किराना की दुकान चलाते हैं, अब वो बकायेदारों से परेशान हैं, हालांकि, उन्होंने इसका तोड़ निकालते हुए सभी बकायेदारों के नाम की लिस्ट चस्पा कर दी है, राजेंद्र विश्वकर्मा ने बताया कि "इसी दुकान के सहारे उनका परिवार चलता है, लोगों पर विश्वास करके उन्हें हजारों का सामान उधार दे दिया, लेकिन अब पैसा मांगता हूं, तो कोई देता नहीं, मांगते मांगते थक गया हूं. करीब 18 हजार रुपए बकाया है।
*बदनामी के डर से चुकता किया उधार*
राजेंद्र ने बताया कि "पूंजी नहीं होने के कारण दुकान बंद करने की नौबत आ गई है, मैंने देनदारों के हाथ-पैर भी जोड़े, लेकिन फिर भी किसी ने उधार नहीं चुकता किया, इसके बाद मैंने सभी बकायेदारों की लिस्ट बनाकर दुकान के सामने चस्पा कर दी है, जिसे यहां आते-जाते सभी लोग देखते हैं, जिससे बदनामी के डर से कुछ लोगों ने पैसा वापस कर दिया है. हालांकि अभी भी कई लोगों का पैसा बाकी है।
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विश्व विख्यात बांधवगढ में है दो सौ से अधिक गिद्धों की आबादी, तीन दिन से चल रही है गिद्ध गणना हुआ पूर्ण
उमरिया
प्रकृति में पोषक तत्वों के चक्रण का मुख्य स्रोत गिद्धों की गणना कार्य बांधवगढ टाइगर रिज़र्व में पूर्ण हो गया है।17 फरवरी से प्रारम्भ तीन दिवसीय गणना में प्रशिक्षित टीम ने कुल गिद्धों की संख्या 267 पाई है,इसमे 245 वयस्क गिद्ध है,इसके अलावा वयस्क गिद्धों के अपेक्षा करीब 10 फीसदी से कम यानी 22 अवयस्क गिद्ध है।आपको बता दे बांधवगढ टाइगर रिज़र्व के अलग अलग परिक्षेत्रों के अलावा ताला जोन में सबसे अधिक गिद्ध है,जो वन क्षेत्र एवम पहाड़ियों में अपना बसेरा बनाये हुए है। गिद्ध गणना को लेकर बांधवगढ टाइगर रिज़र्व के क्षेत्र संचालक अनुपम सहाय ने बताया कि प्रशिक्षित टीम ने वन क्षेत्र में कठिन परिश्रम कर गिद्ध गणना कार्य सम्पादित किया है।पहले दिन सोमवार को वयस्क एवम अवयस्क कुल गिद्ध 230 देखे गए थे,दूसरे दिन ये संख्या 305 हुई थी और तीसरे और अंतिम दिन यानी 19 फरवरी को करीब 267 गिद्धों की गणना की गई थी।तीनो दिन के प्राप्त आंकड़ों से औसत गणना निकाली गई है,जिसमे बांधवगढ टाइगर रिज़र्व में वयस्क और अवयस्क गिद्धों की संख्या करीब 267 आंकी गई है। विदित हो कि प्रकृति को संतुलित रखने में गिद्धों का महत्व बहुत अधिक है।ये मृत जानवरों को खाकर पर्यावरण को निरन्तर साफ़ रखते हैं।गिद्धों की वजह से बीमारियों का खतरा भी बहुत कम होता है और पर्यावरण में पोषक तत्वों का लगातार चक्रण होता रहता है,गिद्धों की वजह से वन्यजीवों और पशुओं के बीच बीमारी के प्रसार को भी रोका जा सकता है।इस वजह से भी गिद्धों की गणना और उनके संवर्द्धन की दिशा में पार्क प्रबन्धन द्वारा निरन्तर बेहतर प्रयास किये जा रहे है।
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युवा टीम ने पौधारोपण कर "ग्रीन उमरिया" का दिया संदेश
उमरिया
पर्यावरण संरक्षण के उद्देश्य से ग्रीन उमरिया अभियान के तहत कलेक्टर धरणेन्द्र कुमार जैन के मार्गदर्शन पर जिले की सक्रिय युवाओं की टोली युवा टीम उमरिया के द्वारा ग्राम पंचायत सेमरिया में तीन फलदार व छायादार पौधे रोपण कर ग्रीन उमरिया पर्यावरण संरक्षण का संकल्प लिया। पर्यावरण मित्र हिमांशु तिवारी ने पौधारोपण करते हुए कहा कि वृक्ष प्राणवायु प्रदान करते हैं। सभी के लिए पौधारोपण करना और उसे बचाना बेहद जरूरी है।पेड़ ही जीवन है। पेड़ पौधों के बिना जीवन की परिकल्पना भी नहीं की जा सकती है। यदि पेड़ पौधे ना हो तो हम सब सांस नहीं ले सकते हैं इसलिए जीवन के लिए हम सब को संकल्प लेना चाहिए।प्रकृति के पोषण के लिए धरती माता और मानव जीवन के पोषण के लिए हमारी माताओं के बीच समानता दर्शाते हुए अपनी मां के प्रति प्रेम, आदर और सम्मान के प्रतीक के रूप में एक पेड़ लगाने और धरती माता की रक्षा करने का संकल्प लेने का आह्वान किया। पौधारोपण के दौरान पर्यावरण मित्र हिमांशु तिवारी, पर्यावरण मित्र खुशी सेन,खुशबू बर्मन,लष्मी महोबिया,साक्षी रैदास,काजल सोनकर,मुस्कान महोबिया व सभी उपस्थित रहे।