आचार्य नरेंद्र राठौर को दी भावभीनी विदाई, 34 साल की उत्कृष्ट सेवा पूर्ण कर हुए सेवानिवृत
अनूपपुर
सरस्वती शिशु मंदिर अनूपपुर के वरिष्ठ आचार्य नरेंद्र राठौर के सेवा निवृत्त अवसर पर भावभीनी विदाई दी गई। कार्यक्रम की शुरुआत कार्यक्रम के अतिथियों द्वारा विद्या दायिनी मां सरस्वती ,भारत माता के चित्र समक्ष दीप प्रज्वलित कर हुई तत्पश्चात कार्यक्रम के मुख्य अतिथि सेवा निवृत शिक्षक नरेंद्र राठौर का तिलक वंदन संस्था के प्रधानाचार्य ,प्राचार्य ,व्यवस्थापक, अध्यक्ष ,द्वारा किया गया , नरेंद्र राठौर जिन्होंने विद्यालय में 34 वर्ष अपनी सेवा प्रदान की आप गणित के अनुभवी विद्वान शिक्षक के रूप में कार्यरत रहे है आपके सरल सहज व्यक्तित्व विद्यालय के प्रति समर्पण भाव ने आप से शिक्षा ग्रहण करने वाले सभी छात्र छात्राओं का उज्ज्वल भविष्य तैयार किया, विद्यालय प्रबंध कार्यकारणी समिति द्वारा श्रीफल वस्त्र एवं 5000 राशि का चेक प्रदान कर आचार्य नरेंद्र राठौर का सम्मान किया गया ।
विद्यालय की सभी दीदी आचार्य सहित प्राचार्य सतीश सिंह प्रधानाचार्य नित्यानन्द श्रीवास्तव ,वरिष्ठ आचार्य संतोष शुक्ला , सत्यव्रत पटेल ,राजकुमार गुप्ता, दीपक पटेल , आचार्या दीदी प्राची सिंह, प्रभा अग्रवाल सभी अपने अभिभावक स्वरूप आचार्य की विदाई समारोह में उद्बोधन समय भाव विभोर हो गए भाव सभी के इस तरह थे जैसे बेटी की करुणा अपने पिता के घर से विदा होते समय रहती है, विद्यालय प्रबंध कार्यकारणी की अध्यक्षा पुष्पेंद्र सोनी ने शिक्षक के महत्व को बताते हुए आचार्य नरेंद्र के स्वभाव की प्रशंसा की एवं भाव विभोर हो गईं उन्होंने कहा हम आपकी सेवाएं अभी लेंगे यह विदाई एक प्रशासनिक प्रक्रिया है पर आपका साथ विद्यालय को आवश्यक है, कोषाध्यक्ष रमा मिश्रा ने आचार्य को दीर्घायु होने एवं विद्यालय में आपके समर्पण सहयोग को अभूतपूर्व बताते हुए शुभ मंगल कामनाएं प्रदान की उपाध्यक्ष राजा ताम्रकार ने आचार्य जी के कार्यकाल को स्वर्णिम बताते हुए उन्हें अतिरिक्त सेवा देने का आव्हान किया एवं उज्ज्वल भविष्य की कामना की विद्यालय के व्यवस्थापक आदर्श दुबे जो कि उनके छात्र भी रहे हैं उन्होंने अपने छात्र जीवन में आचार्य के साथ जुड़ी व्यावहारिक पहलुओं को सबके सामने रखा आचार्य के घर संपर्क में आने की बात बताते हुए आप भी भाव विभोर हो गए और आचार्य को प्रणाम करके उन्हें दीर्घायु होने की बात कही साथ ही संस्था को भविष्य में भी आपका सहयोग प्राप्त हो इसका निवेदन भी किया । अंत में प्राचार्य सतीश सिंह ने आभार प्रदर्शन करते हुए अपने प्राचार्य कार्यकाल में उनके साथ का एक सुंदर अनुभव साझा किया मंच संचालन संस्था के वरिष्ठ आचार्य संतोष शुक्ला ने किया।