पुलिस की तरह 24 घंटे करते हैं काम, पटवारियों ने 13 महीने का वेतन समेत कई मांगें रखीं, सौपा ज्ञापन
शहड़ोल
शहडोल में पटवारी संघ ने कलेक्टर के माध्यम से प्रमुख सचिव राजस्व और आयुक्त भू-अभिलेख को ज्ञापन सौंपा। पटवारियों का कहना है कि पिछले कुछ सालों से छुट्टी के दिनों में भी सामान्य कार्यों के लिए उन्हें बुलाया जा रहा है। उन्होंने मांग की है कि या तो यह व्यवस्था बंद की जाए या फिर पुलिस विभाग की तरह उन्हें भी 13 महीने का वेतन दिया जाए। काम के लिए मोबाइल फोन हुआ खराब, नए की मांग की है।
सार्थक ऐप और ई-डायरी अटेंडेंस को लेकर भी पटवारियों ने अपनी परेशानी बताई। उनका कहना है कि उन्हें उचित संसाधन और मोबाइल नहीं दिए जाते। छह साल पहले मिले सस्ते मोबाइल अब बेकार हो चुके हैं। दुर्गम पहाड़ी क्षेत्रों में नेटवर्क की समस्या के कारण ऐप का इस्तेमाल व्यावहारिक नहीं है। पटवारियों ने प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री सम्मान निधि योजना को लेकर भी समस्या उठाई। उनका कहना है कि योजना में पैसा सीधे किसान के खाते में आता है। पटवारी का काम सिर्फ किसान का रजिस्ट्रेशन करना है। लेकिन पैसा नहीं आने पर उन पर सीएम हेल्पलाइन के निराकरण का दबाव बनाया जाता है।
पटवारियों ने पदोन्नति की मांग भी रखी। उन्होंने कहा कि राजस्व विभाग में तहसीलदार, नायब तहसीलदार और राजस्व निरीक्षक को वेतन उन्नयन और पदोन्नति का लाभ मिला है। लेकिन पटवारियों को यह सुविधा नहीं दी गई। उन्होंने मांग की कि राजस्व निरीक्षक के खाली पदों पर वरिष्ठ पटवारियों को पदोन्नति दी जाए।