करौली शंकर महादेव धाम में 101 परिवारों ने एक साथ किया सामूहिक महारुद्राभिषेक
*कोयलांचल क्षेत्र स्थानीय भक्तों ने भव्य आयोजन*
अनूपपुर
हसदेव कोयलांचल सहित शहडोल संभाग में अलग प्रकार का अद्भुत और अनूठा भव्य धार्मिक आयोजन सम्पन्न हुआ, जहां 101 परिवा एक साथ बैठकर अलग-अलग वेदियों और आसन के माध्यम से महा रुद्राभिषेक किये, साथ ही हजारों श्रद्धालुओं ने महा प्रसाद ग्रहण किया।बसंत पंचमी के अवसर पर करौली शंकर महादेवधाम के स्थानीय भक्तों के द्वारा सामूहिक महा रुद्राभिषेक राजनगर कॉलरी के राजनगर स्टेडियम में आयोजित किया गया। यह कार्यक्रम श्री करौली शंकर महादेवधाम कानपुर के स्थानीय भक्तगण शंकर सेना जिला- अनूपपुर, संभाग शहडोल के भक्तों के द्वारा किया गया।यह कार्यक्रम कई चरणों में एक दिवसीय किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत पौराधार शिव मंदिर प्रांगण से शिवलिंग में जल अर्पित कर आम नागरिकों,सनातन प्रहरियों,एवं भक्तों के द्वारा सैकड़ो बाइक एवं 40 चार पहिया वाहनों के माध्यम से सनातन जागरण रैली जो कोयलांचल क्षेत्र के पौराधार,न्यू राजनगगर,राजनगर मेन मार्केट,सी सेक्टर होते हुए राजनगर स्टेडियम कार्यक्रम स्थल पहुंची।
*महा रुद्राभिषेक हर वर्ग हुआ सम्मिलित*
राजनगर स्टेडियम में इस रुद्राभिषेक में हर वर्ग के भक्तगणों का ख्याल रखकर,कुछ भक्त शुल्क देकर तो कुछ जरूरतमंद परिवार निःशुल्क भी जात पात के बंधनों से ऊपर उठकर एक साथ एक ही प्रांगण में रुद्राभिषेक किये,राजा और रंक सभी एक ही प्रांगण में उपस्थित होकर रुद्राभिषेक किये,आयोजन कमेटी ने रुद्राभिषेक करने वाले भक्तों के नाम से उनके आसन और वेदी को आरक्षित कर दिया था,वेदी और आसन के समीप ही सारी व्यवस्थाओं को पूर्ण करके रख दिया गया था,अभिषेक करने वाले भक्तों के आने पर पंजीयन काउंटर पर उनके द्वारा ही अपने हाथों से ठोकन निकला गया और जिस आसन और वेदी का टोकन नंबर निकला भक्त ने उस वेदी पर बैठकर अपनी पूजा अर्चना संपन्न की।
विशाल भंडारा के अलावा 101 कन्याओं के भोजन के उपरांत कन्याओं को कमेटी की ओर से उपहार भेंटकर पैर पूज कर कन्याओं का आशीर्वाद लिया, उसके बाद विशाल भंडारा का आयोजन हुआ। कार्यक्रम स्थल पर उपस्थित 12 वृद्धजन एवं तीन विकलांगों को शाल श्रीफल देकर सम्मानित किया। महा रुद्राभिषेक स्थल पर शिव पार्वती,मां दुर्गा काली,शिव तांडव,काल भैरव एवं शिव के गणों की झांकी भी निरंतर निकलती रही जो मनमोहन थी और रुद्राभिषेक प्रांगण में भगवान के कई रूपों में झांकी के माध्यम से सजीव चित्रण भी कराया गया। संध्याकालीन क्षेत्र के कलाकारों के द्वारा भजन संध्या का आयोजन भी किया गया जो भक्ति गानों पर आधारित था,क्षेत्र के लोग इस भजन संध्या में पहुंचकर भक्ति मयी वातावरण का आनंद लिये।कार्यक्रम को सफलतापूर्वक संपन्न कराने में कई भक्तगण रात- दिन लगे हुए थे।