न्यायालय के आदेश के बाद सरकार न्यूनतम वेतन की बढ़ी दरों का भुगतान के आदेश नही कर रही जारी
*मजदूरों में भारी आक्रोश, सीटू ने मशाल जुलूस निकाल कर गांधी चौक में किया आम सभा*
अनूपपुर
सीटू जिला समिति अनूपपुर अध्यक्ष रामू यादव महासचिव इंद्रपती सिंह कोषाध्यक्ष अनिल शर्मा एवं के एस एस अध्यक्ष देवेन्द्र कुमार के नेतृत्व में कोतमा मशाल जुलूस निकाल कर सभा किया गया। जिला महासचिव ने इंद्रपती सिंह बताया की सीटू लगातार न्यूनतम वेतन की मांग को लेकर मैदानी एवं कानूनी लड़ाई मध्य प्रदेश सरकार के खिलाफ लड़ रहा है । विदित हो की 2019 में न्यूनतम वेतन पुनरीक्षण कर बढ़ी हुई दरें घोषित की जानी थी, किंतु मध्य प्रदेश शासन द्वारा अप्रैल 2024 में न्यूनतम वेतन की बढ़ी हुई दरों को लागू करने का आदेश जारी किया । इस आदेश के खिलाफ उद्योगपतियों के समूह के द्वारा हाईकोर्ट की इंदौर खंडपीठ में याचिका दायर कर स्थगन आदेश ले लिया गया
सीटू ने हाईकोर्ट में कानूनी लड़ाई लड़ते हुए स्थगन आदेश को न केवल खारिज करवाया बल्कि विभिन्न आंदोलनों एवं ज्ञापन देने की कार्रवाइयों के माध्यम से मध्य प्रदेश सरकार के श्रम विभाग से मांग की गई कि मध्यप्रदेश में कार्यरत 25 लाख मजदूरों को न केवल न्यूनतम वेतन की बढ़ी हुई दरों से, बल्कि अप्रैल 2024 से आज दिनांक तक एरियर्स का भी भुगतान किया जाए । 3 दिसंबर 2024 को उच्च न्यायालय द्वारा आदेश दिए जाने के बावजूद मध्य प्रदेश सरकार के श्रम विभाग द्वारा शासकीय कार्यालयों में कार्यरत विभिन्न आउटसोर्सिंग कर्मचारियों एवं विभिन्न निजी उद्योगों में कार्यरत मजदूरों को बड़ी हुई दरों से वेतन का भुगतान किए जाने एवं, पिछले बकाया एरियर्स का भुगतान किए जाने संबंधित आदेश जारी नहीं किया जा रहा है।
अनूपपुर जिला मे उद्योग पतियों के द्वारा खुली लूट की जा रही है, अधिग्रहीत जमीन के एवज में रोजगार ना देना उनका पेमेंट का सही भुगतान ना करना असुरक्षित तारीके से कार्य संचालित की जाती है, ऐसा ही जे एम एस कंपनी बसखला देखा गया, बिना ट्रेनिंग मेडिकल के खदान में उतारा गया एक 22 साल जयसवाल लडके की जान जाती है अफसोस की बात है कि इस क्षेत्र के विधायक मंत्री के द्वारा समझौता कराया जाता है, लीपापोती करके जहां उसके परिजन को एक करोड़ से अधिक क्षतिपूर्ति मिलनी चाहिए उसे ना के बराबर दिलाया गया है, जब मंत्री जी का अपने जिला मे मजदूर किसानों के साथ यह व्यवहार है, तो पूरे प्रदेश में क्या होगा यह समझा जा सकता है सीटू जिला महासचिव ने कहा है कि जिला मे उद्योगों से प्रभावित गांवों के किसानों के साथ जनसंपर्क अभियान चलाया जाएगा, नतीजा परख आंदोलन किया जायेगा, के एस एस के अध्यक्ष देवेन्द्र कुमार निराला अपनी बात रखते हुए कहा एस ई सी एल कोयला कंपनी मे भी ठेका मजदूर को हायर पावर कमेटी के अनुसार ठेकेदार के द्वारा पेमेंट का भुगतान नहीं किया जा रहा, ना बोनस दिया जा रहा है, उसके लिए सीटू संगठन के द्वारा विभिन्न फोरम की बैठकों में उठाया जा रहा है, लेकिन प्रबंधन की कुठिंत मानसिकता के कारण कोई सार्थक नतीजा नहीं निकल रहा है, जिसके लिए कोयला श्रमिक संघ सीटू कानूनी एवं मैदानी लडा़ई की तैयारी कर रहा है। जिला अध्यक्ष रामू यादव ने सभा सम्बोधित करते हुए कहा कि राज्य के दिशा निर्देशों के अनुसार लगातार जिला मे किसान मजदूर छात्र नौजवान महिलाओं के जायज हकों के लिए संघर्ष जारी है और आगे भी जारी रहेगा। कोतमा मे मशाल जला कर आर पार की लड़ाई लड़ने का संकल्प लिया है।
सीटू जिला अध्यक्ष ने कहा कि यदि मध्य प्रदेश का श्रम विभाग एरियर्स सहित बढी हुई दरो से मजदूर को न्यूनतम वेतन के भुगतान काआदेश जारी नहीं करता है, तो फरवरी माह में पूरे साथ अनूपपुर जिला का भी मजदूर इंदौर कूच करेगा, श्रमायुक्त कार्यालय के समक्ष डेरा डालो घेरा डालो आंदोलन किया जायेगा। कार्यक्रम में प्रमुख रूप से एन डी पांडेय, तेज भान पांडेय, प्रमोद, राधेश्याम यादव, एल बी सिंह, राजकुमार तिवारी, रामायण पटेल, मंगलू, राम साहू, राजेश पटेल, सुनीता विश्वकर्मा, अजमतेफिरोद, इंद्रावती अपने सैकड़ों साथियों के साथ उपस्थिति हुए।