गोरतरा में बाघ के मूवमेंट की खबर , वन अमला सर्चिंग अभियान में जुटा

गोरतरा में बाघ के मूवमेंट की खबर , वन अमला सर्चिंग अभियान में जुटा

*रात ही नही दिन में भी सता रहा है लोगो को डर*


शहडोल 

शहडोल के बीट अंतरा अंतर्गत पचगांव- बिरहुलिया मार्ग से लगभग 2 सौ मीटर दूर वनक्षेत्र में तीन दिन पहले बाघ की आमद और एक ग्रामीण को निवाला बनाने के 72 घंटे बाद भी तीन दिन से गांवों में बाघ के आमद की दहशत गोरतरा के पास सर्चिंग में जुटा वन अमला। बाघ को लेकर ग्रामीणों में दहशत बरकरार है । वन विभाग को शहडोल शहर से लगे ग्राम गोरतरा के आसपास बाघ के मूवमेंट की खबर मिली है ,जिसके बाद वन अमला सक्रीय हो गया है और बाघ की लोकेशन पता लगाने में टीम जुट गयी है । शहर से सटे क्षेत्र में बाघ के मूवमेंट की खबर के बाद दहशत और बढ़ गयी है । क्योंकी अब तक उस बाघ के मूवमेंट का सही पता नहीं चल पाया था जिसने एक ग्रामीण के शरीर के आधे हिस्से को खा लिया था । पिछले तीन दिन से अंतरा ,सिंहपुर ,बोड़री तथा खैरहा समेत आसपास के गाँवों के लोग दहशत में हैं ,उन्हें इस बात का खौफ हर पल सता रहा है कि न जाने कब उनका सामना भी कहीं बाघ से न हो जाए ।हलाकि वन अमला बाघ की सर्चिंग और उसके मूवमेंट का पता लगाने में जुटा हुआ है। कुछ दिनों पहले एक महिला व बीते दिनों एक ग्रामीण को मार चुका है बाघ

घटना के बाद से ही वन अमले की अलग अलग टीम वनक्षेत्रों की सतत् गश्ती कर स्थानीय ग्रामीणों को वन्यप्राणी के मूवमेन्ट की जानकारी उपलब्ध करायी जा रही है। वनमण्डलाधिकारी वनमण्डल दक्षिण शहडोल श्रद्धा पेन्द्रे द्वारा आमजनो से अपील की गयी है कि वे अकेले जंगलों में न जाए । यदि वन्यप्राणी कहीं भी दिखाये देता है तो उसे न तो परेशान करे एवं न ही वन्यप्राणी को किसी भी प्रकार का कोई नुकसान न पहुँचाए । लेकिन इस अपील के बीच ग्रामीण अपनी व अपने परिवार की सुरक्षा को लेकर चिंता में नजर आ रहें हैं ,क्योंकी अब तक बाघ का सही मूवमेंट का पता नहीं चल सका है । वन अमला बाघ के पद चिन्हों के आधार पर उसके मूवमेंट का पता लगाने में लगा हुआ है । इस बीच गोरतरा के आसपास बाघ के मूवमेंट की खबर मिलने के बाद वन अमला मुस्तैदी के साथ उसकी लोकेशन ट्रैप करने में जुट गया है ।

*रात ही नहीं दिन में भी सता रहा भय*

बाघ के हमले में एक व्यक्ति की मौत के बाद से अंतरा समेत आसपास के गाँवों में दहशत फैली हुई है । ग्रामीणों को इस बात का भय सता रहा है कि कही रात के अँधेरे में बाघ उनके घरो तक न पहुँच जाए । ग्रामीण काफी डरे सहमे हुए है । उन्हें रात ही नहीं दिन में भी बाघ की ही आमद का डर सताता रहता है । विदित हो कि जिले में जंगली जानवरों का रिहायसी इलाके के आसपास विचरण अब सामान्य सी बात हो गयी है । बीते माह मेडिकल कालेज आगे खेतौली पिकनिक स्पॉट में बाघ के हमले में कई लोग घायल हुए थे । इसके अलावा केशवाही वनपरिक्षेत्र में सड़क किनारे तेंदुआ नजर आया था । जिसने एक ग्रामीण की बकरी को अपना शिकार बनाया था । लेकिन जनहानि का यह पहला मामला बीते दिन पहले सामने आया । इसके बाद अब वन परिक्षेत्र से सटे गाँवों में दहशत फ़ैल गयी है।

इस सम्बन्ध में डीएफओ श्रद्धा पेंद्रों से बात की गयी तो उन्होंने बताया कि हमे गोरतरा में बाघ के मूवमेंट की जानकारी मिली है ,जिसके बाद वन अमला पूरी सतर्कता के साथ उसकी लोकेशन का पता लगाने में जुट गया है । जैसे ही उसकी सही जानकारी मिलती है आप सबको अवगत कराया जाएगा । फिलहाल सभी से सतर्क रहने की अपील की जा रही है।

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