डिजिटल अरेस्ट की कोशिश, वीडियो कॉल में असली पुलिस को देखकर ठग ने काट दिया फोन
*युवक को झूठे केस में फंसाकर रुपये की मांग*
शहडोल
जिले में एक बार डिजिटल अरेस्ट का मामला सामने आया। युवक को झूठे केस में फंसाकर रुपये की मांग की गई। गनीमत रही कि युवक घबराया नहीं औा तुरंत ही पुलिस अधीक्षक कार्यालय स्थित साइबर सेल के पास पहुंच गया। समय पर मदद मिल जाने से युवक डिजिटल अरेस्ट का शिकार होने से बच गया।
जानकारी के अनुसार आवेदक आशीष कुमार सेन पिता चंद्रशेखर सेन, जोकि पामगढ़ जिला जांजगीर चांपा छत्तीसगढ़ का रहने वाला है। वो शहडोल अपने रिश्तेदार को छोड़ने आया था। आशीष के पास जैसे ही फोन आया उसने तुरंत ही मामले की जानकारी पुलिस अधीक्षक कार्यालय शहडोल के साइबर सेल को दी। इसके बाद ठग से साइबर सेल शाखा में पदस्थ पुलिसकर्मी सत्य प्रकाश मिश्रा ने खुद वीडियो कॉल पर बात की और जमकर फटकार लगाई। आरक्षक ने तीखे शब्दों में इंस्पेक्टर को कहा कि तुम लोगों को बेवकूफ बनाकर पैसे ऐंठते हो। साइबर सेल कर्मी और ठग के बीच वीडियो कॉल में बात हुई तो पुलिस कर्मी ने देखा कि ठग ने खाकी वर्दी पहन रखी है और उसकी वर्दी में तीन तीन सितारे जड़े हुए हैं।
तीन सितारे वाली वर्दी पहनने वाला कोई इंस्पेक्टर नहीं बल्कि लोगों के साथ ऑनलाइन ठगी करने वाले ठग गिरोह का एक सदस्य था। ठग युवक को झांसा देते हुए डरा धमकाकर उससे रुपये ऐंठना चाह रहा था। युवक फोन आने के दौरान पुलिस अधीक्षक कार्यालय के ही आसपास था, इसलिए वह तुरंत जालसाज से बात करते हुए साइबर सेल शाखा में पहुंच गया। वहां मौजूद आरक्षक सत्य प्रकाश मिश्रा से युवक की मुलाक़ात हुई।
फिर आरक्षक ने तथा कथित इंस्पेक्टर बनाम ठग से बातचीत की और उसे जमकर लताड़ लगाई। जब ठग को यह आभाष हो गया कि युवक सच में असली पुलिस के पास पहुंच गया है तो फिर उसने फोन काट दिया।