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सहकारिता कर्मचारी नियमों का उल्लंघन कर दो जगहों पर दे रहा अपनी सेवाएं
*नियमविरूद्ध कार्य को लेकर प्रबंधक ने थमाया नोटिस, उपार्जन केन्द्र का कार्य प्रभावित*
अनूपपुर
जहां लोग एक नौकरी को तरसते है, लेकिन जिले में एक एैसा भी शख्स है, जो एक साथ दो जगहों पर अपनी सेवाएं दे रहा है, ये नटवरलाल और कोई नही सहकारिता विभाग का कर्मचारी कनिष्ठ विक्रेता अनुराग सिंह राठौर है। इसके लिए उसने अपने विभाग को भी धोखे में रखा है। जब उसका भांडा फूटा तो उसे कारण बताओं नोटिस जारी किया गया, लेकिन उसने इसे भी अनदेखा करते हुए दूसरे कार्य में अपनी पूरी सेवाएं देते हुए अपने ही वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देशों की लगातार अव्हेलना किया जा रहा है। मामला आदिम जाति सेवाकारी समिति जैतहरी अंतर्गत संचालित शासकीय उचित मूल्य की दुकान मनौरा के कनिष्ठ विक्रेता अनुराग सिंह राठौर का है।
*यह है मामला*
आदिम जाति सेवा सहकारी समिति जैतहरी अंतर्गत संचालित शासकीय उचित मूल्य की दुकान मनौरा के कनिष्ठ विक्रेता जो कि संस्था का कर्मचारी होने के साथ ही उपार्जन केन्द्र रूपेन्द्र वेयर हाउस छातापटपर में किसानो की धान खरीदी के लिए सहयोगी प्रभारी के रूप में नियुक्त किया गया है। बावजूद इसके सहकारिता अधिनियम का खुला उल्लंघन करते हुए धान उपार्जन केन्द्र कृषि उपज मंडी समिति जैतहरी परिसर में प्राइवेट दुर्गा क्रमांक 2 स्व-सहायता समूह में अपनी सेवाएं 2 दिसम्बर से लगातार दिए हुए है। जिसको लेकर कई बार प्रशासक वा समिति प्रबंधक द्वारा कनिष्ठ विक्रेता अनुराग सिंह राठौर को संस्था में अपने दायित्वों के निवर्हन वा कार्यो के संस्था बुलाया गया, लेकिन कनिष्ठ विक्रेता अपने ही वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देशों की अव्हेलना करते हुए अपनी सेवाएं प्राइवेट महिला समूह में दिया जा रहा है।
*सहकारिता अधिनियम का खुला उल्लंघन*
मार्च 2021 में भर्ती हुए कनिष्ठ विक्रेता अनुराग सिंह राठौर द्वारा सहकारिता अधिनियम का खुलेआम उल्लंघन करते नजर आ रहे है। जहां संस्था द्वारा सौंपे गये दायित्वों को निर्वहन को छोडक़र अपने परिवार के ही प्राइवेट महिला स्व-सहायता समूह में धान खरीदी में सहायोग दिया जा रहा है। कनिष्ठ विक्रेता अनुराग सिंह राठौर को संस्था द्वारा दिए गये सभी कार्य अपूर्ण है। वहीं संस्था के विरूद्ध जाकर प्राईवेट महिला समूह में धान खरीदी का कार्य करने के कारण जहां संस्था का कार्य पूरी तरह से प्रभावित है, वहीं शासकीय उचित मूल्य की दुकान मनौरा में हितग्राहियों को समय पर राशन भी नही मिला पा रहा है।
*धान खरीदी का है सहयोगी प्रभारी*
पूरे मामले की जानकारी के अनुसार आदिम जाति सेवा सहकारी समिति जैतहरी के प्रबंधक द्वारा रूपेन्द्र वेयर हाऊस छातापटपर को उपार्जन केन्द्र बनाया गया था, जिसके लिए प्रबंधक द्वारा वहां पर किसानो से धान खरीदी के लिए कनिष्ठ विक्रेता अनुराग सिंह राठौर को धान खरीदी का सहयोगी प्रभारी नियुक्त किया गया था, लेकिन अपने अनुराग सिंह राठौर उक्त आदेश के विरूद्ध जाकर सहकारिता नियमों का उल्लंघन के साथ उसे जारी किए गए निर्देशों के बावजूद उपार्जन केन्द्र रूपेन्द्र वेयर हाऊस छातापटपर में किसानो से धान खरीदी के लिए अब तक अपनी सेवाएं नही दी है।
*निरीक्षण में पहुंचे अधिकारी रहते भ्रमित*
कनिष्ठ विक्रेता अनुराग ठाकुर जहां छातापटपर में बनाये गये धान उपार्जन केन्द्र में सहयोगी प्रभारी नियुक्त है, लेकिन अपनी संस्था का कार्य छोडक़र कृषिमंडी परिसर जैतहरी में महिला समूह द्वारा की जा रही धान खरीदी में अपना सहयोग दिया जा रहा हे, जहां निरीक्षण में पहुंचने वाले वरिष्ठ अधिकारियों को भी धोखे में रखते हुए उन्हे महिला समूह द्वारा की जा रही है खरीदी केन्द्र की पूरी जानकारी से अवगत कराता है। जानकारी के अनुसार दुर्गा क्रमांक 2 स्व-सहायता समूह की अध्यक्ष बेला राठौर जो कि कनिष्ठ विक्रेता अनुराग ङ्क्षसह राठौर बड़ी माता जी है, इतना ही नही इनके परिवार के अन्य लोग इसमें सदस्य वा पदाधिकारी है।
इनका कहना है।
नियमविरूद्ध तरीके से संस्था का कर्मचारी प्राईवेट महिला समूह में धान खरीदी का कार्य किया जा रहा है, जिसको लेकर 3 जनवरी को कारण बताओं नोटिस जारी किया गया था, लेकिन अब तक जवाब पेश नही किया गया है।
*संदीप गुप्ता, प्रबंधक, आदिम जाति सेवा सहकारी समिति जैतहरी*
मामला संज्ञान में आया है, अगर सहकारिता का कर्मचारी अपने संस्था का काम छोडक़र प्राइवेट महिला समूह में धान खरीदी कर रहा है तो गलत है, जिसकी जांच कर नियमानुसार कार्यवाही की जाएगी।
*विकास कुमार जैन, प्रशासक आदिम जाति सेवा सहकारी समिति जैतहरी*
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एसआई भाई गिरी पर उतारू, पीड़ित व पूरे परिवार पर मामला दर्ज कर जेल भेजने की देते हैं धमकी
*नाबालिग से पूछताछ मे मिला सुराग, सीसीटीवी फुटेज मे मिले साक्ष्य*
भालूमाडा थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम बदरा निवासी सेवानिवृत्त कालरी कर्मचारी लाल बहादुर गुप्ता पिता स्व. बाघेला उम्र 68 वर्ष द्वारा दिनांक 12.11.24 को भालूमाडा थाने मे लिखित शिकायत कर बताया गया कि सेवामुक्त के पश्चात एस.ई.सी.एल.कंपनी से प्राप्त कुल रकम (1800000/-रूपये) अठारह लाख रूपये अपने जमुना बैंक के खाते मे भविष्य के लिए जमा किए थे और जरूरत पर अपने 16 वर्षीय नाती एवं पुत्र से एटीएम कार्ड के जरिए निकलवाते थे।अंतिम निकासी के दौरान खाते मे कुल शेष राशि 16 लाख थी किंतु दिनांक 11/11/2024 को जब पीडित लाल बहादुर गुप्ता कृषि कार्य के लिए अपने नाती के साथ एटीएम से पैसे निकालने पहुचे तब एटीएम कार्ड के जरिए पैसा नही निकला जिसके बाद बैंक जाकर जानकारी लेने पर बैंक कर्मचारी द्वारा खाते मे सिर्फ 205/- रूपये शेष होना बताया गया।
*नाबालिग से पूछताछ मे मिला सुराग*
खाते मे पैसा न होने पर पीडित परिजन द्वारा जब स्वयं के नाबालिग नाती अंशु से इस संबंध मे पूछताछ की गयी तब उसके द्वारा पूरे मामले से पर्दा उठाया गया और अंशु ने बताया कि बदरा निवासी ओम शुक्ला पिता बालेन्द्र शुक्ला उर्फ पप्पू के द्वारा अंशु को जान से मारने की धमकी दी गयी और एटीएम कार्ड छीनकर मोबाईल ओटीपी के जरिए बुजुर्ग के खाते से लगातार राशि आहरित की जाती थी। ओम शुक्ला द्वारा उक्त राशि का उपयोग गाडी,कूलर,टीवी इत्यादि खरीदने मे किया है और शेष रकम खाते मे जमा है जिसकी शिकायत भालूमाडा थाने मे की गयी जिसकी पावती भी पीडित परिवार को नही दी गयी।
*सीसीटीवी फुटेज मे मिले साक्ष्य*
सोलह लाख रूपये की ठगी मामले मे शिकायत के पश्चात भालूमाडा पुलिस द्वारा बैंक से सीसीटीवी फुटेज निकलवाए गये थे और तत्कालीन थाना प्रभारी राकेश उईक द्वारा कई आरोपियो की शिनाख्त के दावे किए गये थे और इस पूरे मामले मे नाबालिग बच्चे को ब्लैकमेल करने की संभावना भी जाहिर की और कडियों को जोडकर एक दो आरोपियो से कडी पूछताछ भी की गयी थी। किंतु उनके स्थानांतरण के पश्चात थाने मे किसी अन्य पुलिस कर्मी को जांच सौंपी गयी,जिसके बाद बीते मंगलवार की सुबह से पीडित परिवार को थाने मे बुलाकर जांच के नाम पर देर शाम तक बैठाया गया वही आरोपी पक्ष को बुलाकर उनका महिमामंडन किया जाता रहा।
परिवार को बना दिया जाएगा आरोपी*
पीड़ित ने बताया कि थाने मे पदस्थ एस.आई.अनुराग अवस्थी द्वारा फरियादियो के साथ ही मामले के सभी संदिग्ध आरोपियो को थाने मे बुलाया गया उसके कुछ समय पश्चात जांच अधिकारी का आरोपियो के प्रति लाड-प्यार अपने उभान पर दिखने लगा, आरोपी के पक्षधर बने जांच अधिकारी उल्टा फरियादी को धमकी देकर वर्दी का रौब झाडने लगे। पीडित ने बताया कि पैसे की जरूरत पडने पर मेरे द्वारा पुत्र एवं नाती को पैसे निकालने के लिए एटीएम भेजने के सीसीटीवी फुटेज को आधार बनाकर पीड़ित के संपूर्ण परिवार को उक्त मामले में आरोपी बताकर डराने धमकाने लगे और पूरे परिवार के लोगो पर अपराध पंजीबध्द कर बहु बेटो को जेल की सलाखो के पीछे सडाने की बात कहकर मानसिक रूप से प्रताडित किया गया और पीडित परिवार को अगले दिन दोपहर तक मामले का निराकरण करने का फरमान जारी कर दिया और आरोपी को दूध का धुला बताकर उसको बचाने के लिए एडी चोटी का जोर लगाने लगे मे जुट गये।
इनका कहना है।
मामले मे नाबालिग बच्चो की संलिप्तता है कानून के जानकारो से सलाह ली जा रही है।
*संजय खलको, थाना प्रभारी,भालूमाडा*
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शासन के आदेश उड़ाई धज्जियां, नियम कानून को शर्बत की तरह घोलकर पी गए सीएमएचओ डॉ वर्मा
*नियम विरुद्ध सौप दिया संविदा डॉ को बीएमओ कोतमा का प्रभार*
अनूपपुर
डॉ. आर के बर्मा मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य के पद पर विराजमान होते ही अपनी मनमानी करना शुरू हो गया, अनूपपुर जिले में पदस्थ संविदा चिकित्सक को बीएमओ का प्रभार देकर शासन के नियमो की धज्जियां उड़ा दिए है। अगर यही हाल रहा तो जिला स्वास्थ्य विभाग को वैशाखी में खड़ा हो जाएगा।
*यह रहा संचालनालय का आदेश*
मध्यप्रदेश शासन संचालनालय स्वास्थ्य सेवायें, के द्वारा जारी आदेश के मुताबिक प्रदेश के सभी जिलों के जिम्मेदार अधिकारियों को निर्देशित कर आदेश जारी किया गया था कि किसी भी संविदा कर्मचारी को प्रशासनिक पद पर नही बैठाया जाएगा उक्त जारी आदेश क्र./01 जी/विज्ञप्त/सेल-05/2022/7/1 भोपाल, दिनांक २५/03/2022 को समस्त, क्षेत्रीय संचालक स्वास्थ्य सेवायें म.प्र. समस्त, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी म.प्र.समस्त, सिविल सर्जन सह मुख्य अस्पताल अधीक्षक म.प्र. को विषयान्तर्गत संविदा चिकित्सकों को प्रशासकीय पदों का प्रभार नहीं सौंपे जाने के संबंध में तथा मुख्य खण्ड चिकित्सा अधिकारी का प्रभार सौंपे जाने के संबंध में पत्र जारी किया था।
*शासन के निर्देशों का नही हो रहा पालन*
जारी आदेश में संचालनालय द्वारा निर्देशित किया गया था कि संचालनालय स्तर से पदस्थापना / प्रभार सौंपे जाने तक, जिला स्तर पर आवश्यकता होने पर मुख्य खण्ड चिकित्सा अधिकारी का प्रभार सौंपे जाने हेतु निम्नलिखित बिन्दुओं अनुसार, प्रभार सौंपा जाए, संबंधित विकासखण्ड के सामुदायिक / प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र अंतर्गत पदस्थ वरिष्ठ नियमित चिकित्सा अधिकारी को सौंपा जावे जिनका वेतन 6600 ग्रेड-पे था उच्च हो. इस वेतनमान को प्राप्त करने वाले चिकित्सक उक्त विकासखण्ड में पदस्थ नहीं होने पर संस्था अंतर्गत पदस्थ अन्य वरिष्ठ चिकित्सक को प्रभार सौंपा जावे। वरिष्ठ चिकित्सक प्रभार लेने हेतु सहमत नहीं हो/ अथवा संबंधित के विरूद्ध शिकायत जांच प्रचलित हो तो अगले कम परः पदस्थ कनिष्ठ चिकित्सा अधिकारी को प्रभार सौंपा जावे ।
उक्त निर्देश जिला स्तर से प्रभार सौंपे जाने पर लागू होंगे। उपरोक्त आदेश (डॉ. सुदाम खाडे) आयुक्त स्वास्थ्य सेवायें मध्यप्रदेश पृ०क्र./०१ जी/विज्ञप्त/सेल-05/ 2022/712 भोपाल, दिनांक २५/03/2022 को जारी कर प्रतिलिए सूचनार्थ एवं आवश्यक कार्यवाही हेतु अपर मुख्य सचिव, म०प्र० शासन, लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग, मंत्रालय, म०प्र०मिशन संचालक, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन, भोपाल म०प्र० समस्त जिला कलेक्टर मध्यप्रदेश प्रभारी एम०आई०एस०, स्थानीय कार्यालय, भोपाल म०प्र० को भेजे जाने के बाद भी मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने दरकिनार कर संविदा डॉ को खंड चिकित्सा अधिकारी बना दिया।
*नियम विरुद्ध बना दिया बीएमओ*
कार्यालय मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी, जिला-अनूपपुर (म०प्र०) ई-मेल cmboanu-mp@nic.in/स्थावि./2025/01 अनूपपुर, दिनांक 01.01.2025 आदेश कार्यालय कलेक्टर जिला अनूपपुर का आदेश क्र. 6589/स्था./तीन-एक/2024 अनूपपुर दिनाक 28.12.2024 के द्वारा डॉ.आर.के. वर्मा, प्रमुख खण्ड चिकित्सा अधिकारी विकासखण्ड कोतमा को मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी जिला अनूपपुर का (आहरण संवितरण) का प्रभार आगामी आदेश तक सौंपा गया है, प्रभार सौंपे जाने के उपरान्त डॉ. विकास पाण्डेय, संविदा चिकित्सा अधिकारी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र निगवानी (कोतमा) को आगामी आदेश तक प्रमुख खण्ड चिकित्सा अधिकारी, विकासखण्ड कोतमा का प्रभार सौंपा जाता है। जिसमे सीएमएचओ द्वारा अपना पल्ला झाड़ते हुए स्पष्ट उल्लेख कर कलेक्टर हर्षल पंचोली पर मोहरा साधते हुए कलेक्टर द्वारा अनुमोदित, का हवाला दिया गया है जिसमे मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी जिला-अनूपपुर (म०प्र०)अनूपपुर, दिनांक 01.01.2025 पृ.क्र./स्था.वि./2025/01-02 प्रतिलिपि भी तमाम जगह भेजी गई है जो देश के नियम कानून को कटघरे में खड़े करते देखी जा रही है।
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बाघ के विचरण से ग्रामीणों में दहशत, वनविभाग कर रहा निगरानी, प्रशासन ने किया सतर्क
अनूपपुर
अनूपपुर तहसील,थाना एवं वन परिक्षेत्र के ग्राम पंचायत सकरा में एक टाइगर(बाघ) के विचरण करने की जानकारी पर आसपास विचरण करने की सूचना पर आसपास के ग्रामीणों में दहशत की स्थिति बनी हुई है। बाघ के विचरण की जानकारी मिलने पर वनविभाग के अधिकारी/कर्मचारी बाघ के वितरण इलाके पर नजर बनाए रखते हुए ग्रामीणों को देर रात होने पर सतर्क रहने की अपील की है, इस दौरान प्रशासन के द्वारा संबंधित ग्राम पंचायत को मुनादी के माध्यम से ग्रामीणों को सतर्क रहने के निर्देश दिए हैं।
ग्राम पंचायत सकरा में शंकर मंदिर के पीछे एक वृद्ध जो अपने मवेशी चरा रहा था, तभी एक मांसाहारी जंगली जानवर को अचानक मवेशियों के समीप आता देखकर हल्ला किया, जिससे जिसकी आवाज सुनने पर उनके परिवार के अन्य सदस्यों के आने से हल्ला करने पर जंगली जानवर नाला की ओर उतर गया, इसके बाद ग्राम पंचायत सकरा के साथ जमुडी के अन्य मोहल्ले में जंगली जानवर के विचरण से कुत्तों की भौंकने के कारण ग्रामीणों में दहशत की स्थिति बनी रही है, रात होते ही खम्हरिया गांव के एक ग्रामीण जो मोटरसाइकिल से अपने परिवार के सदस्यों को घर ले जाते समय वकान नदी के समीप बड़े जंगली जानवर को शहडोल अमरकंटक मुख्य मार्ग के मध्य मार्ग के किनारे चलते एवं मोटरसाइकिल की लाइट पड़ने पर मुख्य मार्ग को पार कर विपरीत दिशा में जाते देखकर घबरा गया जो आगे अचानक दो वाहनों के आने पर उनके पीछे चलते हुए अपने घर पहुंच कर परिजनों एवं अन्य को जानकारी दी इस दौरान अनूपपुर एवं देवहरा की पुलिस सूचना मिलने पर देर रात तक गस्ती करती रही, इस दौरान वन परिक्षेत्र अधिकारी अनूपपुर स्वर्णगौरव सिंह के नेतृत्व में वनविभाग के अधिकारी/कर्मचारी भी रात भर गस्त करते हुए आम नागरिकों को सतर्क तथा सचेत रहने के साथ किसी भी तरह की सूचना मिलने पर दिए जाने की अपील की गुरुवार की सुबह परसवार गांव में एक बालक ने मोटरसाइकिल से जाते समय बड़े जानवर को देखते हुए सूचना दिए जाने पर वनविभाग के कर्मचारी मौके पर पहुंचकर निरीक्षण किया, वनविभाग के साथ जिला प्रशासन के द्वारा आम नागरिकों को जो गांव से बाहर तथा जंगल के मध्य एवं किनारे अलग तरह से घर बनाकर मवेशियों के साथ रहते हैं अंधेरा होने के पूर्व बीच बस्ती एवं सुरक्षित स्थान पर स्वयं एवं मवेशियों को रखे जाने की अपील मुनादी एवं अन्य माध्यमों से की है।
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चरमराई यातायात, कानून व्यवस्था, बस की छत में बैठकर यात्रा कर रहे हैं यात्री
*यातायात नियमो की उड़ाई जा रही हैं धज्जियां, रसूख के आगे पुलिस प्रशासन मौन*
अनूपपुर
अनूपपुर जिला मुख्यालय सहित यातायात कानून व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गई है। कहने को तो यातायात पुलिस कागजो में यातायात व्यवस्था सुचारू रूप से चला रही हैं, मगर हकीकत कुछ और ही बयां कर रही हैं। यातायात कानून की पोल खोलते हुए एक वीडियो सोशल मीडिया में जमकर वायरल हो रहा है यह वायरल वीडियो में कितनी सच्चाई हैं कब की है इसकी पुष्टि हम नही करते है। सूत्र बताते हैं कि जय श्री राम बस सर्विस गाड़ी नम्बर एमपी 65 ZB 4257 जिसमे मंदाकिनी लिखा है वेंकटनगर से मनौरा, जैतहरी, अनूपपुर लाइन मे चलती हैं, जनचर्चा हैं हमेशा देखा गया हैं बस के मालिक, ड्राइवर, कंडक्टर की मिलीभगत से यात्रियों की जान के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है, बस के छत पर 20 से 25 सवारी बैठाकर नियम कानून की धज्जियां उड़ा रहा है, और यात्रियों की जान जोखिम में डालकर लाखो कमा रहे है, इस तरह अवैध कार्य का जब कोई विरोध करता है तो बस का स्टॉप कहता है कि जहाँ भी शिकायत करना हो कर दो, वीडियो वायरल कर दो हमारा कोई कुछ नही कर सकता। थाना जैतहरी के पास से सवारी बस की छत पर बैठाकर निकलते हैं, उसके बाद भी पुलिस प्रशासन यातायात विभाग पूरी तरह मौन बैठकर किसी बड़ी घटना का इंतजार कर रहा है। वायरल वीडियो में साफ साफ देखा जा सकता है। बस दिन दहाड़े नियम कानून की धज्जियां उड़ाकर प्रशासन को खुलेआम चिड़ा रहा है। अब यह देखने वाली बात होगी कि प्रशासन पूरे मामले की जॉच करके बस के खिलाफ कार्यवाही करती हैं या ऐसे बस संचालक को अभयदान देती हैं।
जिला मुख्यालय में पूरे दिन अंडरब्रिज, सामतपुर तिराहा, शंकर मंदिर चौक, इंदिरा तिराहा, बस स्टैंड के पास, अमरकंटक तिराहा सहित आदि स्थानों में हमेशा जाम की स्थिति बनी रहती हैं और यातायात पुलिस हाथ मे हाथ धरकर बैठी है। सूत्र बताते हैं दिन में यातायात गाडी ज्यादातर हाइवे में खड़ी नजर आती है, यह यातायात पुलिस वहाँ पर क्या करते रहती हैं सवालिया निशान लगा रहा है। कहने को तो यातायात की व्यवस्था की कमान एक तेज तर्रार महिला के हाथ मे हैं, उसके बाद भी जिले की स्थिति चिंताजनक हैं।
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टाइगर रिजर्व में बाघ शावक का मिला शव, आपसी संघर्ष से मौत की आशंका
उमरिया
जिले के बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में एक मादा बाघ शावक का शव मिला। आशंका जताई जा रही है कि बाघों के बीच लड़ाई के कारण बाघ की मौत हुई होगी। फिलहाल पोस्टमार्टम के लिए शव भेज दिया गया है। रिपोर्ट आने के बाद ही मौत की असली वजह सामने आ पाएगी।
उमरिया के बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में बुधवार को पनपथा बफर क्षेत्र में बाघ मादा शावक का शव मिला है। जहां संदिग्ध परिस्थिति में बाघ शावक की मौत हो गई। बाघ की उम्र लगभग 2 साल बताई जा रही है। घटना की सूचना मिलते ही वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची। इसके बाद बाघ के शव को कब्जे में लेकर वन विभाग ने जांच शुरू की। पोस्टमार्टम के बाद एनटीसीए की एसओपी के अनुसार बाघ के शव का अंतिम संस्कार किया जाएगा। वहीं बांधवगढ़ प्रबंधन का दावा है की आपसी संघर्ष से मादा बाघ शावक की मौत हुई है।
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धान का 232 करोड़ रूपये भुगतान लंबित, रुपया न मिलने से मचा हाहाकार, किसान परेशान
*अब तक 101018.6 मीट्रिक टन खरीदी, बाजारों मे छाया सन्नाटा*
उमरिया
जिले मे उपार्जित धान के भुगतान मे हो रही देरी से किसानो की परेशानी बढ़ गई है। पैसे के आभाव मे उनके कई सारे काम रूक गये हैं। सबसे ज्यादा दिक्कत खरीफ और रबी की फसल के लिये ली गई उधारी है। जानकारों का मत है कि जिले के कई लोग खेती तथा घर-परिवार के जरूरतों की पूर्ति के लिये बैंकों से लेकर साहूकारों तक से कर्ज लेते हैं, फिर उस रकम की ब्याज सहित अदायगी उपज बेंच कर की जाती है। यह पहली बार है कि किसानो को अपनी फसल बेंचने के बाद इतना लंबा इंतजार करना पड़ा है। सूत्रों के मुताबिक जिले मे 2 दिसंबर 2024 से अब तक 17 हजार 187 किसानो से 270.36 करोड़ रूपये की धान खरीदी गई है। जिसमे से महज 2838 किसानो के खाते मे 38.02 करोड़ रूपये अंतरित हुए हैं। शेष 14 हजार 349 किसानो का 232.34 करोड़ रूपये अभी लंबित है।
*20 दिन पहले बेंची थी धान*
कई किसानो ने बांधवभूमि को बताया है कि उनके द्वारा 10 से 12 दिसंबर के बीच संबंधित समर्थन मूल्य केन्द्रों मे जाकर अपनी उपज बेंच दी गई थी। जिसका पैसा अभी तक नहीं आया है। खाद्य विभाग की जानकारी भी इस बात की पुष्टि करती है। विभाग द्वारा नियमित रूप से जारी किये जाने वाले खरीदी विवरण प्रपत्र मे करीब दस से बारह दिनो से भुगतान का जो आंकड़ा प्रसारित किया रहा है, वह 38 करोड़ का है। इसका मतलब है कि करीब एक पखवाड़े से किसानो के खातों मे एक रूपये का भी भुगतान नहीं हुआ है।
*बाजारों मे छाया सन्नाटा*
गौरतलब है कि जिले का अधिकांश कारोबार सरकारी योजनाओं और खेती पर निर्भर है। यही कारण है कि फसल कटते ही व्यापार मे भी उठाव शुरू हो जाता है। भुगतान मे हो रही देरी का असर इस पर साफ दिखाई दे रहा है। शहरों से लेकर ग्रामीण अंचलों तक के बाजार सूने पड़े हैं। बिजनेस एक्सपर्ट का मानना है कि बीते करीब एक साल से शासकीय विभागों मे पैसे की भारी किल्लत बनी हुई है। जिसके बाद अब सारा दारोमदार खेती-किसान पर है। जिले मे इस बार करीब 300 करोड़ रूपये की धान उपार्जन होना है। यह कोई छोटी-मोटी रकम नहीं है। यह पैसा जैसे ही किसानो से होते है बाजार मे पहुंचेगा, व्यापार की मंदी भी छटने लगेगी।
*अब तक 101018.6 मीट्रिक टन खरीदी*
जिले मे धान उपार्जन के लिये कुल 42 केन्द्र बनाये गये हैं। जहां 2300 प्रति क्विंटल समर्थन मूल्य की दर से उपज की खरीदी की जा रही है। जबकि पंजीकृत किसानो की संख्या 24073 है। अब तक 17187 किसानो से 101018.6 मीट्रिक टन उपज खरीदी गई है। इसमे से 59239.9 मीट्रिक टन धान का परिवहन हुआ है। धान का उपार्जन 24 जनवरी 2025 तक किया जायेगा।
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राष्ट्रीय युवा दिवस साप्ताहिक कार्यक्रम में युवा टीम ने रक्तदान शिविर का किया आयोजन
उमरिया
राष्ट्रीय युवा दिवस व युवाओं के प्रेरणा स्रोत स्वामी विवेकानंद जयंती के साप्ताहिक कार्यक्रम के क्रम में युवा टीम उमरिया द्वारा विभिन्न गतिविधियों का आयोजन किया जा रहा है। इसी क्रम में पंडित दीनदयाल उपाध्याय जिला चिकित्सालय उमरिया में स्वैच्छिक रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया। इस आयोजन का मुख्य उद्देश्य लोगों को स्वास्थ्य के प्रति जागरूक करना और रक्तदान के महत्व को बढ़ावा देना था। इस कार्यक्रम में स्थानीय लोगों ने बड़े उत्साह के साथ हिस्सा लिया। विशेष रूप से महिलाओं की सक्रिय भागीदारी ने इस शिविर को और अधिक सफल बनाया। ब्लड बैंक अधिकारी डॉ. मुकुल तिवारी ने कहा कि हमारे ओर से दिए गए रक्त से किसी की जान बच सकती है। इसलिए हमें समय-समय पर जरूरतमंद लोगों के लिए रक्तदान करते रहना चाहिए।
रक्तवीर हिमांशु तिवारी ने जानकारी देते हुए कहा कि राष्ट्रीय युवा दिवस के साप्ताहिक कार्यक्रम में युवा टीम उमरिया द्वारा 7 जनवरी से 12 जनवरी 2025 तक विभिन्न प्रकार की गतिविधियां रक्तदान शिविर, स्वच्छता अभियान, जल संरक्षण अभियान, नशा मुक्ति जागरूकता अभियान, महिला सशक्तिकरण अभियान, मैराथन दौड़,निशुल्क कोचिंग क्लास कार्यक्रम सम्मिलित हैं। इसी क्रम में रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया।उन्होंने बताया की अपातकाल स्थिति में0 जब भी रक्त की आवश्यकता पड़ी है युवा टीम रक्तदान करने के प्रति जागरूकता और रक्तदान शिविर का आयोजन करते आ रहा है।रक्तदान शिविर के माध्यम से उपस्थित सभी लोगों ने समाज के प्रति अपनी जिम्मेदारी को समझा और इसे निभाने का संकल्प लिया। यह पहल समाज में स्वास्थ्य और सेवा का संदेश देने के लिए की गई है।स्थानीय लोगों को स्वास्थ्य के प्रति जागरूक रहने और ऐसे नेक कार्यों में हिस्सा लेने के लिए प्रेरित किया।रक्तदान करने वाले प्रतिभागियों ने यह संदेश दिया कि रक्तदान एक महादान है, जो किसी जरूरतमंद के जीवन को बचा सकता है।
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राइस मिल मे युवक मजदूर की हुई मौत
उमरिया
जिले के मानपुर नगर की कृष्णा राईस मिल मे एक श्रमिक की मौत हो गई। मृतक का नाम नगीना राय बताया जाता है, जो बिहार से आकर मिल मे काम करता था। प्राप्त जानकारी के अनुसार उक्त युवक राईस मिल मे मजदूरी कर रहा था, इसी दौरान उसे चक्कर आ गया। जिसके बाद मिल संचालक नगीना राय को किसी डॉक्टर के पास ले गये। हालत ज्यादा बिगडऩे पर मजदूर को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मानपुर मे भर्ती कराया गया, जहां उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई। पोस्टमार्टम के बाद शव को मृतक के गृहग्राम रवाना किया गया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।