जंगली हाथी का आतंक जारी, ग्रामीणों की जान जोखिम में, किसानों की फसलो को कर रहे हैं नुकसान
शहड़ोल
जिले के ब्यौहारी वन परिक्षेत्र के बेडरा गांव में एक जंगली हाथी की दहशत से ग्रामीण अपरेशान हैं। हाथी का पिछले दो माह से मूमेंट बना हुआ है। अब खेत की तकवारी के लिए ग्रामीणों ने एक टोली बना ली है और वह रात में हाथों में डंडे एवं टॉर्च लेकर अपने खेत की निगरानी करने को मजबूर हैं। हालांकि वन विभाग ने तीन टीमों का गठन कर जंगली हाथी की निगरानी कर रहा है।
जानकारी के अनुसार पिछले दो माह से एक जंगली हाथी अपने झुंड से भटक कर बेडरा गांव के जंगल के आसपास भटक रहा है। जंगल के पास स्थित घरों को भी हाथी ने तोड़फोड़ कर काफी नुकसान पहुंचा है,खेतों में खड़ी फसल को भी हाथी नष्ट कर रहा है। वन विभाग की तीन टीम लगातार जंगली हाथी की निगरानी बनाए हुए हैं। आसपास के क्षेत्र में वन विभाग ने मुनादी कर लोगों को सचेत किया है कि इस क्षेत्र में जंगली हाथी अपना डेरा जमाए हुए हैं, लोग जंगलों की ओर न जाएं।
स्थानीय निवासियों का कहना है कि वन विभाग अपना कार्य कर रहा है, लेकिन हमारे खेतों में लगी फसलों को हाथी नुकसान पहुंचा रहा है, जिससे अब गांव के लोग रात में जागकर अपने खेतों में लगी फसलों की निगरानी खुद कर रहे हैं। इसके लिए स्थानीय लोगों ने एक टोली बना कर हाथ में डंडे के साथ रोशनी करने के लिए टॉर्च लेकर हाथी पर नजर बनाएं हुए हैं। एक किसान ने बताया कि अगर उनके खेत में हाथी घुस जाता है, तो उसे देखकर हम पास में हल्ला करने लगते हैं, जिससे वह फसलों को कम नुकसान पहुंचा पाता है और वहां से भाग जाता है।
ब्यौहारी एसडीओ फॉरेस्ट रेशम सिंह धुर्वे से जब इस संबंध में बात की गई तो उन्होंने कहा कि किसानों की फसलों को हाथी ने नुकसान पहुंचा है। पंचनामा तैयार कर नुकसान हुई फसल का मुआवजा दिलवाने की प्रक्रिया हम कर रहे हैं। अगर रात में लोग जागकर अपने खेतों की तकवारी कर रहे हैं तो वह खतरनाक है। जंगली हाथी लोगों को नुकसान पहुंचा सकता है। हमारी टीम हाथी की निगरानी कर रही है।