लकड़ी बिनने गई महिला पर बाघ ने किया हमला, घटना स्थल पर हुई मौत
शहडोल
जिला मुख्यालय से सटे ग्राम घुनघुटी में NH 43 पर स्थित मदारी ढाबा से लगभग 1 किलोमीटर पीछे के जंगल में आसपास के ग्राम अमिलिहा की डेढ़ दर्जन महिलाएं लकड़ी बीनने गई हुई थी, इस क्षेत्र में बीते एक पखवाड़े से बाघ का मूवमेंट था और वन अमले की टीम भी मदारी ढाबे के पास ही मौजूद थी।
वन अमले के अधिकारियों ने बताया कि महिलाओं को अकेले जाने के लिए मना किया गया था, इसीलिए वह झुंड में एक साथ होकर जंगल में लकड़ी बीनने गई थी और हाईवे से करीब 1 किलोमीटर अंदर घने जंगल में बचनी बाई जो ग्राम अमिलिहा की रहने वाली थी, वह झुंड से अलग हो गई।
झुंड की अन्य महिलाओं ने उसकी चीख सुनी और सभी ने एक साथ होकर उसे तरफ हल्ला मचाते हुए दौड़ लगाई, इस दौरान भाग महिला को कुछ देर घसीटने के बाद छोड़कर भाग गया, इस संदर्भ में वन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि लगभग 15 महिलाएं एक साथ लकड़ी बिनने गई थी, इस दौरान महिलाओं को एक साथ रहने की वन विभाग के अधिकारियों ने घटना से कुछ देर पहले ही हिदायत दी थी, अररिया दादर बीट में कंपार्टमेंट नंबर 238 के समीप यह घटना कारित हुई है,महिला के झुंड से अलग होने के बाद झाड़ियां में छुप कर बैठे बाघ ने उसे निशाना बनाया और सीधे उसके गर्दन को दबोच लिया, महिला को कुछ देर तक घसीटा और हो हल्ला होने के बाद वह भाग निकला, बाघ के हमले से मौके पर ही महिला की मौत हो गई, वन अमले के अधिकारी घटना के तत्काल बाद वहां पर पहुंचे और महिला को स्थानीय चिकित्सालय ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया, हमले के बाद क्षेत्र में भय का माहौल बना हुआ है एक बार फिर वह विभाग ने मुनादी करते हुए क्षेत्र की जनता से अपील की है कि अकेले जंगल क्षेत्र में ना जाएं, साथ ही देर रात घर से ना निकले।
इस क्षेत्र में बीते एक पखवाड़े से बाघ का मूवमेंट लगातार रहा है,हालांकि बांधवगढ़ रिजर्व फॉरेस्ट एरिया से लगे घुनघुटी और शहडोल के आसपास के ग्रामीण व शहरी क्षेत्र में बीते एक महीने से एक नहीं बल्कि दर्जनों बाघों का मूवमेंट लगातार देखा जा रहा है, आए दिन राष्ट्रीय राजमार्ग पर बाघ की चहल कदमी के वीडियो वायरल हो रहे हैं,वहीं बीते माह पड़ोस के ग्रामों में भी बाघ की चहल के कदमी देखी गई थी।