मादा बाघ शावक की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत, नही रुक रहा मौत का सिलसिला
उमरिया
जिले के बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व क्षेत्र में कहीं बाघ द्वारा ग्रामीणों पर हमला तो कहीं बाघों की मौत, कहीं हाथियों की मौत तो कहीं तेंदुए की मौत, यह सिलसिला थमने का नाम नही ले रहा है। फिर पनपथा बफर के टूरिज़्म ज़ोन में एक मादा बाघ शावक की मौत हो गई। इस घटना की सूचना किसी पर्यटक ने गुरुवार की दोपहर में पार्क प्रबन्धन को दी है। जिसके बाद पार्क प्रबन्धन हरकत में आया और देर शाम घटना स्थल की ओर रवाना हुआ।
बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के क्षेत्र संचालक अनुपम सहाय ने बताया कि मादा बाघ शावक की उम्र लगभग दो वर्ष है और पनपथा बफर जोन अंतर्गत जगुआ बीट के कक्ष क्रमांक आरएफ 501 में पर्यटन मार्ग के किनारे मिला है। मृत मादा बाघ शावक का पोस्टमार्टम करवाकर अंतिम संस्कार करवा दिया गया है, इसकी मौत प्रथम दृष्टया आपसी संघर्ष में हुई प्रतीत होती है, ज्यादा जानकारी पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही पता चल सकेगी। वहीं दूसरी घटना न हो सके इसलिए हाथियों को बुलाया गया है और सर्चिंग करवाई जा रही है।