बर्फानी दादा की स्मृति में बर्फानी आश्रम में भंडारा, साधु संतों को दी गई दक्षिणा, बांटा गया कंबल
अनूपपुर
मां नर्मदा के उद्गम स्थल अमरकंटक की पावन भूमि पर साधु सेवा गौ सेवा और अन्य क्षेत्र की परंपरा का शुभारंभ करने वाले या कहा जाए नीव रखने वाले वैष्णव संत शिरोमणि चतुर्थ संप्रदाय के अध्यक्ष रहे गोलोक वासी बर्फानी दादा जी की स्मृति में सोमवार को बर्फानी दादा जी के उत्तराधिकारी बर्फानी आश्रम अमरकंटक के श्री महंत दिगंबर अखाड़े के महामंडलेश्वर आचार्य लक्ष्मण दास बाल योगी निर्देशन में विशाल भंडारे का आयोजन किया गया जिसमें अमरकंटक के सभी प्रमुख आश्रमों के प्रतिनिधि साधु समाज के साथ भारी संख्या में बर्फानी आश्रम अमरकंटक से जुड़े भक्तों ने भंडारे का प्रसाद ग्रहण किया इस दौरान बर्फानी आश्रम अमरकंटक महंत और दादाजी के गद्दी के गादिपति महामंडलेश्वर लक्ष्मण दास बाल योगी ने भंडारे में आए हुए साधु संतों को दक्षिणा के साथ कंबल भी बांटा और यही नहीं इस दौरान भंडारे में प्रसाद लेने के लिए आए खड़िया समाज के गरीब साधुओं को भी ठंडी से बचने के लिए कंबल दिया गयाlयहां पर विशेष उल्लेखनीय है कि बर्फानी आश्रम अमरकंटक आज भी संस्थापक गोलोक वासी बर्फानी दादा जी के द्वारा शुरू की गई साधु सेवा गो सेवा और अन्य क्षेत्र के माध्यम से निरंतर अपना सेवा प्रकल्प चला रही हैl वैसे तो बर्फानी आश्रम अमरकंटक में भंडारे का आयोजन होता ही रहता है लेकिन यह भंडारे का आयोजन संत शिरोमणि बर्फानी दादा जी के स्मृति में किया गया था जिसके कारण इस भंडारे में शामिल होने के लिए देश के कोने-कोने से दादा जी के शिष्य एवं भक्तों के साथ साधु समाज शामिल हुआ।