बीएमएस का प्रबंधन के खिलाफ श्रमिक नीति विरोधी समस्याओ पर बड़ा फैसला, धरना-प्रदर्शन की तैयारी
अनूपपुर
भारतीय मजदूर संघ (बीएमएस) ने जमुना-कोतमा क्षेत्र के प्रबंधन के खिलाफ बड़ा फैसला लेते हुए औद्योगिक संबंधों को समाप्त करने की घोषणा कर दी है। बीएमएस के महामंत्री द्वारा दिनांक 20 दिसंबर 2024 को क्षेत्रीय महाप्रबंधक को सौंपे गए ज्ञापन में प्रबंधन के नकारात्मक रवैये को लेकर गहरी नाराजगी जाहिर की गई। संगठन का कहना है कि प्रबंधन की श्रमिक विरोधी नीतियों और समस्याओं की अनदेखी ने उन्हें यह कठोर निर्णय लेने पर मजबूर किया है।
संगठन ने स्पष्ट किया है कि प्रबंधन के साथ किसी भी प्रकार का औद्योगिक पत्राचार या सहयोग फिलहाल स्थगित रहेगा। इसके अलावा, आगामी 14 दिनों के भीतर प्रबंधन की ओर से कोई सकारात्मक पहल न होने की स्थिति में सभी इकाइयों में गेट मीटिंग और धरना प्रदर्शन किया जाएगा। बीएमएस ने घोषणा की है कि अपनी मांगों का विस्तृत मांग-पत्र 25 दिसंबर 2024 को प्रबंधन को सौंपा जाएगा।
ज्ञापन के अनुसार, प्रबंधन लंबे समय से श्रमिकों की समस्याओं जैसे वेतन असमानता, कार्यस्थल पर सुरक्षा की कमी और सुविधाओं के अभाव जैसे मुद्दों को अनदेखा कर रहा है। यह रवैया न केवल श्रमिकों के अधिकारों का उल्लंघन है, बल्कि क्षेत्र के औद्योगिक माहौल को भी प्रभावित कर रहा है।
इस निर्णय के बाद क्षेत्र में श्रमिकों के बीच रोष का माहौल है। बीएमएस ने श्रमिकों से एकजुट रहने और शांतिपूर्ण तरीके से अपने अधिकारों की लड़ाई लड़ने की अपील की है। संगठन ने यह भी चेतावनी दी है कि यदि प्रबंधन ने समय रहते उनकी मांगों को स्वीकार नहीं किया, तो आंदोलन और व्यापक रूप ले सकता है। अब सभी की निगाहें प्रबंधन की अगली प्रतिक्रिया पर टिकी हैं।