हिंदी के सच्चे सिपाही संतोष पाठक निधन, विनम्र श्रद्धांजलि
जबलपुर
हिंदी के सच्चे सिपाही कवि साहित्यकार शिक्षाविद संतोष पाठक का ह्रदयघात से निधन हो गया। संतोष पाठक गढ़वा झारखंड की धरती से हिंदी के ध्वज को उठाये हुए कई राष्ट्रीय संस्थान से जुड़े रहे और अंत तक हिंदी को राष्ट्रभाषा बनाने हेतु अपने अभियान पर काम करते हुए हम सब के बीच से चले गए जो कि बहुत ही दुखद है।
प्रेरणा हिंदी प्रचारिणी सभा में विगत दो वर्षों से जुड़े संतोष पाठक हिंदी को राष्ट्रभाषा बनाने हेतु अभियान के तहत 13 सितंबर 2023 को इंडिया गेट व राजघाट दिल्ली में पदयात्रा प्रदर्शन व 14 सितंबर 2024 को जंतर मंतर दिल्ली में प्रेरणा हिंदी प्रचारिणी सभा के प्रदर्शित सभा के साथ राष्ट्रीय सम्मेलन में शामिल हुए थे। उनके नेतृत्व में झारखंड से कवि साहित्यकार व हिंदी प्रेमी गिरिधर प्रसाद सिंह, पीयूष पाणि, राम प्रवेश पंडित प्रमुख रुप से शामिल हुए थे।
संतोष पाठक को डॉ धर्म प्रकाश वाजपेई, कवि संगम त्रिपाठी, प्रदीप मिश्र अजनबी, डॉ गुंडाल विजय कुमार, गोविंद पाल सिंह आदि ने श्रद्धांजलि अर्पित की है।