8 वर्षो के बाद एक बार फिर अखिल भारतीय विराट कवि सम्मेलन का हुआ आयोजन
*कवियों ने बांधा शंमा, कडाके की ठंड में पूरे उत्साह के साथ कार्यक्रम के अंत तक बने रहे दर्शक*
अनूपपुर
जिला मुख्यालय में अखिल भारतीय विराट कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया। वर्षो बाद अनूपपुर के इस विराट कवि सम्मेलन में हास्य व्यंग्य गीत गजल ओज श्रृंगार सहित सभी विधा के कवि देश भर से कवि पधारे इस संबंध में विस्तृत जानकारी देते हुए आर्यावर्त समाचार पत्र के आयोजन समिति के ने बताया कि यह कार्यक्रम गत 7 दिसंबर की शाम शासकीय पॉलिटेक्निक कॉलेज अनूपपुर में अयोजित हुआ। इस कार्यक्रम में जिन कवियों ने प्रस्तुतियां दी वो काबीले तारीफ थी। जिला मुख्यालय में लगभग 8 वर्षों के अंतराल के बाद हुआ। अनूपपुर जिले के नगरवासी कडाके की ठंड में भी पूरे उत्साह के साथ कार्यक्रम के अंत तक बने रहे। आम नागरिकों, प्रशासनिक अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों सभी में कार्यक्रम को लेकर उत्साह देखा गया।
*दीप प्रज्जवलन से कार्यक्रम का शुभ आरम्भ*
कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्जवलन के साथ हुआ। दीप प्रज्जवलन कलेक्टर हर्षल पंचोली, पुलिस अधीक्षक मोती उर रहमान, प्रीति रमेष सिंह आदि के हाथो सम्पन्न हुआ। इसके बाद देष भर से आए कवियों को शाॅल भेट कर सम्मानित किया गया। आर्यावर्त समाचार पत्र के स्थानीय संपादक संतोष कुमार झा, जिला समाचार प्रमुख अजीत मिश्रा, जिला संवाददाता अनुपम सिंह और प्रभा पटेल ने कवियों को माला पहनाकर उनका सम्मान किया। कार्यक्रम के आरम्भ में भारतीय परम्परा के अनुसार सरस्वती वंदना की गई। निकहत अमरोहवी ने मधुर स्वर में सरस्वती वंदना की।
ये पंक्तियां दिल को छू गई
पूरी दुनिया में हिंदुस्तानी गजल का परचम फहराने वाले अकील नोमानी तीन चार शीर्ष शायरों में शुमार किए जाते हैं। आसान जबान में सादगी के साथ बड़ी बात कहना अकील नोमानी साहब की खासियत। इनकी पंक्तियों ने
लगता है कहीं प्यार में थोड़ी सी कमी थी,
और प्यार में थोड़ी सी कमी कम नहीं होती
खूब वाह वाही लूटी इनके द्वारा पढ़ा गया शेर श्रोताओं के दिल को छू गया।
हास्य व्यंग्य के सबसे वरिष्ठ कवियों में कटनी के रहने वाले मनोहर मनोज कई दशक से टीवी चैनलों और कवि सम्मेलनों के लगभग सभी मंचों पर कविता पाठ कर रहे हैं इनकी कविताओं का दर्षको ने खूब आनंद लिया। उल्लेखनीय है कि मनोहर जी अस्वस्थ होने के बाबजूद उन्होने इस कार्यक्रम में अपनी भागीदार निभाई और प्रस्तुती दी।
अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त शायर ग्वालियर के रहने वाले अतुल अजनबी ने कई देषो की यात्राएं की है। इन्होंने विदेषो में भी अपनी शायरी का लोहा मनवाया है।
हमने जब ऐतबार किया सर्द रात पर
सूरज उदास हो गया इतनी सी बात पर
इनको दुनिया भर में शायरी की सबसे सुंदर तख्लीक में से एक माना जाता है। दर्शन और आध्यात्मिक जगत से जुड़े शीर्षस्थ लोग भी अतुल अजनबी के मुरीद हैं। देश के सबसे बड़े कथावाचक मोरारी बापू तक ने उनके शेरों को अपनी कथा में स्थान दिया है। आपने भी आधा दर्जन से ज्यादा देशों में काव्य पाठ कर ग्वालियर शहर और देश का नाम रोशन किया है।
मथुरा के युवा कवि मनवीर मधुर पिछले दो दशकों से ओज कविता की शास्त्रीय परंपरा को निभा रहे है। मनवीर ने कार्यक्रम में काव्य मंच पर विषेष शैली और तेवर के साथ काव्य पाठ किया।
भाव सभी तो मिल जाते हैं लेकिन शब्द नहीं मिलते
वाणी से अमृत बरसाना सबके बस की बात नहीं
इनकी खास शैली और परंपरागत तरीके से पढ़ी गई इन पंक्तियों ने एक अलग ही समा बांध दिया।
प्रतापगढ़ से आए युवा कवि अभय सिंह निर्भीक ने वीर रस की कविता पढ़कर श्रोताओं को मंत्र मुग्ध कर दिया। इनकी राम और कर्ण पर पढ़ी गई कविताओ ने श्रोताओं को अपने स्थान पर जड़ कर दिया। उनके काव्य पाठ ने श्रोताओं को सम्मोहित कर दिया।
आओ हम सब भारत घूमें
इसकी पवन रज को चूमें
अमरोहा के अदबी शहर की शायर निकहत अमरोहवी शहर से निकल कर अपनी पहचान अंर्तराष्ट्रीय स्तर पर बनाई उनकी शायरी की क्वालिटी के दम पर और आवाज के दम पर श्रोताओं को बांधे रखा उनकी गजल-
मेरा बचपन कटा गम के आगोश में एक पल मैं खिलौनों से खेली नहीं,
हर तरफ भीड़ है लड़कियों की मगर मेरी किस्मत में कोई सहेली नहीं
ने कार्यक्रम में धूम मचा दिया। श्रोताओं की विषेष फर्माईष पर न रे बाबा न सुनाया जिस पर श्रोता झूम उठे। उन्होंने यह साबित कर दिया कि वह आम शायरा नहीं बल्कि इतिहास में अपना नाम सुनहरे अक्षरों में दर्ज करवाने के लिए आने वाली शायरा हैं।
सबसे कम उम्र के कवि चेतन चर्चित पिछले एक दशक से हिंदी काव्य मंचों का एक चर्चित हास्य व्यंग्य चेहरा पिछले कुछ वर्षों में हास्य व्यंग्य की कविताओें में देश के शीर्ष कवियों में माने जाते है। बहुत ही आसान लहजे में बहुत आसान शब्दों में तीखा व्यंग्य कर लोगों को खूब हसाया। चेतन चर्चित ने अपने चिर परिचित अंदाज में अपने छोटे कद को लेकर स्वयं पर ही तरह-तरह व्यंग्य छोड़े जिनसे श्रोता घायल होकर लोटपोट होते दिखे।
अनूपपुर के दीपक अग्रवाल ने भी इस कवि सम्मेलन का हिस्सा लिया जिन्होंने अनूपपुर को साहित्यिक पहचान दिलाने में काफी अहम भूमिका अदा की है। कम उम्र में उन्होंने एक राष्ट्रीय मुकाम हासिल किया है मध्य प्रदेश उर्दू अकादमी द्वारा उर्दू लिपि में उनके एक गजल संग्रह का प्रकाशन भी किया है जिसका नाम है रेत पर कश्तियां। सबसे अलग रदीफ और बिल्कुल अलग विषयों पर गजल लिखना और आसान जबान में लिखना उनकी खासियत है। उनका एक शेर है -
यह सियासत की है कोशिश कोई इंसान न हो
आदमी नीला हरा लाल या भगवा हो जाए
कार्यक्रम की अध्यक्षता वरिष्ठ हास्य व्यंग्य कवि कटनी से पधारे मनोहर मनोज ने की। कार्यक्रम का प्रारंभिक संचालन उमरिया से आए वरिष्ठ साहित्यकार और हिंदी साहित्य सम्मेलन उमरिया के जिला अध्यक्ष संतोष कुमार द्विवेदी ने किया।
*न्यायिक क्षेत्र से ये थे उपस्थित*
कार्यक्रम के दौरान प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश पीसी गुप्ता, प्रथम अपर सत्र न्यायाधीष पंकज जायसवाल, द्वितीय अपर सत्र न्यायाधीश नरेन्द्र पटेल, अपर सत्र न्यायाधीश एवं सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की सचिव मोनिका आध्या, जिला मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट चैनवती ताराम, न्यायिक मजिस्ट्रेट प्रथम श्रेणी अंजली शाह सहित जिला अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष संतोष सिंह, न्यायिक विभाग के राजेश द्विवेदी सहित न्यायिक क्षेत्र से जुडे हुए अन्य लोग उपस्थित थे जिन्होने उक्त कार्यक्रम की मुक्त कंठ से प्रशंसा की।
*इनकी थी महत्वपूर्ण उपस्थिति*
कलेक्टर हर्षल पंचोली, एसपी मोती उर रहमान, एडीसनल एसपी मोहम्मद इसरार मंसूरी, एसडीओपी सुमित केरकेट्टा कोतवाली प्रभारी अरविंद जैन सहित जिले के विभिन्न थानो में पदस्थ पुलिस अधिकारी कर्मचारी के अलावा जिला पंचायत अध्यक्ष रमेश सिंह, जनपद पंचायत अध्यक्ष प्रीति रमेश सिंह, कांगे्रस जिला संगठन मंत्री मनोज मिश्रा, पत्रकार मनोज द्विवेदी, राजेष शिवहरे, चैतन्य मिश्रा, मनोज शुक्ला, आनंद पांडेय, अजय मिश्रा, किशोर सोनी, नीरज गुप्ता, विजय पंडा, मोहन पाव, अनिल श्रीवास्तव, हामिद अंसारी, राकेश जैन, जमील अंसारी, पुष्पराजगढ़ से पत्रकार आशुतोष सिंह, अजय जायसवाल, राजन सिंह, आशीष सेन, कार्यक्रम में सेवानिवृत प्राचार्य और पेंशनर क्लब के संभागीय अध्यक्ष डॉ.परमानंद तिवारी, गिरीश पटेल, चंद्रकांत पटेल, बृजेद्र सोनी, लायंस क्लाब के सदस्य जिले के सभी नगरीय निकायों से आए हुए जन प्रतिनिधिगणो के अलावा नगर और जिले के विभिन्न क्षेत्रो से आए हुए सम्मानिय श्रोतागण उपस्थित थे।
*रेत पर कश्तियां का हुआ विमोचन*
रेत पर कश्तियां का विमोचन जिले में 7 दिसंबर 2024 को आयोजित अखिल भारतीय कवि सम्मेलन के अवसर पर किया गया इस अवसर पर जिले के आईएएस कलेक्टर हर्षल पंचोली पुलिस अधीक्षक आईपीएस मोती उर रहमान आर्यावर्त समाचार पत्र अनूपपुर की पूरी टीम आमंत्रित कवि और शायर की गरिमा मई उपस्थिति में हुआ। कार्यक्रम के सफलता की ऊंचाइयों तक पहुंचाने के लिए स्थानीय संपादक संतोष कुमार झा दैनिक आर्यावर्त समाचार ने सभी का दिल से आभार प्रकट किया। आर्यावर्त समाचार पत्र समूह के संतोष झा, अजीत कुमार मिश्रा और अनुपम सिंह के साथ ही विभिन्न शैक्षणिक संस्थाओं और व्यवसायिक संस्थानों के द्वारा किए गए सहयोग की अहम भूमिका रही। कार्यक्रम में सेवानिवृत प्राचार्य और पेंशनर क्लब के संभागीय अध्यक्ष डॉ.परमानंद तिवारी, और सबके नाम जोड़ना है इतना हो सके सभी कवियों को प्रतीक चिन्ह और साल देकर कलेक्टर अनूपपुर हर्षल पंचोली और पुलिस अधीक्षक मोतिउर रहमान द्वारा सम्मानित किया गया।