शिवानी पैरामेडिकल कालेज आयोजित रक्तदान शिविर में 55 यूनिट रक्तदान
*रक्तदान करें और दुनिया को धड़कते रखे- डा राजेष मिश्रा*
शहड़ोल
जिला मुख्यालय शहड़ोल में शिवानी पैरामेडिकल कालेज में आयोजित रक्तदान शिविर में 55 यूनिट ब्लड का संग्रह किया गया। रक्तदान कर हम जहा एक ओर किसी की जान बचाते है वही दूसरी ओर हमे आत्मिक संतुष्टि मिलती है। रक्तदान का महत्व हमें तब समझ आता है जब हमारे बीच का कोई मरीज जिंदगी और मौत से जूझ रहा होता है। उक्त आशय के उद्गार शहडोल जिले के सी.एममचओ डा.राजेश मिश्रा ने संस्था शिवानी पैरामेडिकल कालेज मे आयोजित रक्तदान शिविर के अवसर पर व्यक्त किए।
कार्यक्रम मे उपस्थिति ब्लड बैंक प्रभारी डा. सुधा नामदेव ने छात्र/छात्राओ को सम्बोधित करते हुए कहा कि खून के रिश्तों को दुनिया का सबसे अटूट बंधन माना जाता है और अपनी रगो में बहते खून की कुछ बूंदो को दान करके आप एैसे अनजाने लोगो से भी खून का रिश्ता जोड़ सकते है जो अपनी जिंदगी में जीवन के संघर्ष के समय आपके द्वारा मिले इस तोहफे के दम पर नया जीवन पाकर उम्र भर आपके ऋणी रहेगें एवं उनके दिल से निकली दुआ आपके जीवन में नए प्रकाश का संचार करेगी। परन्तु आज भी हमारे समाज में रक्तदान को लेकर कई भ्रांतियां है जब कि सामान्य रूप से कोई भी व्यक्ति जिसकी आयु 18 से 60 वर्ष के बीच की हो वह रक्तदान कर सकता है। डाॅ. सुधा नामदेव ने संस्था में अध्ययनत् छात्र/छात्राओ से अपील की कि वे रक्तदान के लिए लोगो को जागरूक करने का भी कार्य करे। संस्था में आयोजित रक्तदान शिविर में संस्था के निदेशक डाॅ.डी.के.द्विवेदी ने स्वयं रक्तदान कर छात्र/छात्राओ का उत्साह वर्धन किया। शिविर में संस्था के प्राचार्य डाॅ. रूद्र द्विवेदी, एवं समस्त स्टाफ शरद नामदेव, ओमनारायण राठौर, आदित्य श्रीवास्तव, कौशलेश सूर्यवंषी, डा. अनिल वर्मन, राजेश सिंह, संजय गुप्ता, निलिमा तिवारी, रजनीश त्रिपाठी, अनिरूद्व सिंह, दिव्यांश मिश्रा पारस सोंधिया मंगला श्रीवास, प्रीती विष्वकर्मा, सुनील प्रजापति, रामेष्वर प्रजापति, यासमीन बी, उजमा कुरैषी, रमा सिंह, पूजा कुशवाहा, दीपांजली पटेल, एवं समस्त छात्र/छात्राओं की उपस्थिति रहीे।
इस अवसर पर संस्था शिवानी पैरामेडिकल शहडोल में आयोजित रक्तदान शिविर में एच.डी.एफ.सी बैंक शहडोल द्वारा अपनी सहभागिता की गई एवं छात्र/छात्राओं को फल जूस एवं समस्त रक्तदाता छात्र/छात्राओं को एक-एक लंच बाक्स टिफिन एवं प्रमाण पत्र उपहार के तौर पर दिया गया।