पुलिस ने चलानी कार्रवाई कर ट्रैक्टर छोड़ा, खनिज विभाग ने उसी ट्रैक्टर की सुपुर्दगी के लिए लिखा पत्र

पुलिस ने चलानी कार्रवाई कर ट्रैक्टर छोड़ा, खनिज विभाग ने उसी ट्रैक्टर की सुपुर्दगी के लिए लिखा पत्र

*नदी के बीच से पुलिस ने किया था जप्त, का अवैध खेल में कही सांठगांठ तो नही*


अनूपपुर

कोतमा थाना परिसर में उस समय गहमागहमी का माहौल बन आया, जब कोतमा पुलिस द्वारा चालानी कार्रवाई कर छोड़े गए टै्रक्टर वाहन पर अवैध रेत उत्तखनन और परिवहन करने का आरोप लगाते हुए खनिज विभाग ने तत्काल सौंपने की मांग पत्र थाना प्रभारी को थमा डाली। पत्र में खनिज विभाग ने छोड़े गए ट्रैक्टर वाहन को पुन: अभिरक्षा में लेकर विभाग को सौंपे जाने की अपील की। जिसके बाद पुलिस और खनिज विभाग अपनी अपनी बातों को लेकर आमने सामने आ गए। जिसके बाद पुलिस ने पत्र के अनुसार पुन: वाहन को अभिरक्षा में लेकर खनिज विभाग को सौंपने की बात कही है। लेकिन पुलिस की कार्रवाई से यह बात स्पष्ट हो गई है कि यहां रेत माफियाओं और पुलिस के बीच सांठगांठ रही, क्योंकि जब पुलिस ने बीच नदी पर ट्रैक्टर को पकड़ा तो भले ही वह खाली रहा हो, लेकिन वहां उसकी मौजूदगी यह बताने के लिए काफी है कि वह रेत उठाने गया था। यहां वाहन लापरवाही पूर्वक चलाने के प्रकरण कैसे बनाए जा सकते हैं।

*पुलिस और खनिज विभाग आमने सामने*

बताया जाता है कि ग्राम गुल्लीडाड स्थित केवई नदी से पुलिस को सूचना मिली कि रेत का अवैध उत्खनन ट्रैक्टर वाहन के माध्यम से किया जा रहा है।  जिस पर पुलिस ने तत्काल ही एक टीम मौके में रवाना कर बीच नदी से ट्रैक्टर वाहन क्रमांक एमपी 18 ए ए 3170 को अपने अभिरक्षा में लेते हुए थाने ले आई । यहां भी तीन से चार घंटे तक पुलिस वाहन को थाना परिसर में खड़ा करते हुए बाद में चालानी कार्रवाई कर वाहन को छोड़ दिया। वहीं खनिज विभाग ने थाने पहुंच पकड़े गए ट्रैक्टर वाहन की सुपुर्दगी के लिए पुलिस को पत्र सौंपा है। यहां खनिज विभाग ने आरोप लगाया कि वह वाहन रेत का अवैध उत्खनन और परिवहन में शामिल था।  थाना प्रभारी सुंर्देश सिंह मरावी ने बताया कि रेत उत्खनन की सूचना पर जब पुलिस मौके में पहुंची तो नदी के बीचों बीच ट्रैक्टर वाहन चालक खतरनाक ढंग से वाहन को चलते हुए पाया गया। पुलिस ने वाहन को अपने अभिक्षा में लेते हुए वाहन चालक भीमसेन सिंह को थाने ले आई। हालांकि थाना प्रभारी का कहना था कि ट्रैक्टर वाहन में रेत लोड होना नहीं पाया गया, इसलिए खतरनाक तरीके से वाहन चलाने को लेकर मोटर व्हीकल एक्ट के तहत 3500 रुपए की चालानी कार्रवाई करते हुए वाहन को छोड़ दिया गया है।  

*रेत का अवैध खेल जारी*

रेत चोरी का अवैध कारोबार-कोयलांचल के कोतमा, बिजुरी, रामनगर , भालूमाड़ा थाना अंतर्गत छोटे नदी नालों से लेकर केवई नदी तक चल रहा है। जहां रेत माफियाओं का आतंक मचा हुआ है। यहां पर पूरी रात रेत माफिया पुलिस के संरक्षण में रेत चोरी का कारोबार करते देखे जा सकते हैं। अगर पुलिस को जानकारी भी दी जाए तो मौके पर पुलिस नहीं पहुंचती। इसी का नतीजा है कि रेत माफिया बेखौफ होकर रेत चोरी करने में लगे हुए हैं। रेत माफियाओं ने छत्तीसगढ़ रेत खदान की टीपी के माध्यम से अनूपपुर जिले के कोयलांचल क्षेत्र में भी कारोबार स्थापित कर लिया है, जहां एक टीपी के माध्यम से पूरी रात रेत का उत्खनन एवं परिवहन किया जाता है। रेत माफियाओं को पुलिस का संरक्षण प्राप्त होने के कारण शाम होते ही नदी नालों से रेत का उत्खनन एवं परिवहन सुबह तक जारी रहती है। 

*इनका कहना है।*

हमने थाना प्रभारी को छोड़े गए ट्रैक्टर वाहन को पुन: अभिरक्षा में लेकर विभाग को सुपुर्द करने पत्र लिखा है, वाहन से रेत का अवैध उत्खनन और परिवहन किया जा रहा था।

*इशा वर्मा, निरीक्षक खनिज विभाग कोतमा*

गुल्लीडांड स्थित केवई नदी से रेत उत्खनन की जानकारी मिलने पर कार्रवाई की गई, वाहन में रेत लोड होना नहीं पाया गया, जहां खतरनाक तरीके से वाहन को चलाने के तहत प्रकरण दर्ज किए गए और चालानी कार्रवाई कर छोड़ा गया है। खनिज विभाग ने पत्र सौंपा है, वाहन को पुन: पकडक़र खनिज विभाग को सौंपा जाएगा। 

*सुंर्देश सिंह मरावी, थाना प्रभारी कोतमा*

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