विशालकाय पेड़ व मंदिर निर्माणाधीन रेलवे फ्लाई ओवर ब्रिज में बना रोड़ा
*निर्माण कार्य को नही मिल रही है गति, ठेकेदार,अधिकारी नहीं ले रहे गंभीरता से*
अनूपपुर
लगभग 21 वर्ष बाद अनूपपुर जिले को जिला का स्वरूप देने के लिए उदार एवं कुछ कर दिखाने की तमन्ना रखने वाला युवा, ऊर्जावान कलेक्टर मिला है। उसके बावजूद भी निर्माणाधीन रेलवे फ्लाईओवर ब्रिज से जुड़े हुए ब्रिज कार्पोरेशन एवं रेलवे के अधिकारी एवं ठेकेदार कलेक्टर की मंशा को अंजाम देने में हीला- हवाली करते नजर आ रहे हैं।
विशालकाय पेड़ निर्माणाधीन रेलवे फ्लाईओवर ब्रिज में रोड़ा बना हुआ है। उसे ठेकेदार एवं अधिकारी गंभीरता से नहीं ले रहे। बताया जाता है कि संभवत रेलवे की जमीन पर यह पेड़ स्थित है। जिसके कारण निर्माणाधीन रेलवे फ्लाईओवर ब्रिज का कार्य गति नहीं पकड़ पा रहा।जिससे नगर के नागरिकों को,व्यापारियों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
कलेक्टर हर्षल पंचोली हर बैठक में निर्माणाधीन रेलवे फ्लाईओवर ब्रिज को लेकर चेतावनी देते हैं, प्रतिदिन कार्य की अद्यतन जानकारी लेते हैं,उसके बावजूद भी विशालकाय पेड़ शिफ्टिंग का कार्य आज भी अधूरा पड़ा हुआ है।जिसे संबंधित अधिकारी,ठेकेदार गंभीरता से नहीं ले रहे हैं।ट्री ट्रांसप्लांटर मशीन से पेड़ को शिफ्टिंग कराया जा सकता है।इसके लिए जिला कलेक्टर से अपेक्षा है कि संबंधित अधिकारियों,ठेकेदारों को निर्देश दिया जाए की ट्री ट्रांसप्लांटर मशीन मंगवाकर पेड़ की शिफ्टिंग अन्यत्र करवाए जिससे समस्या का समाधान हो सके।
इस पर जिला प्रशासन को तत्काल कोई ठोस कदम उठाना चाहिए जिससे पेड़ को मशीनों द्वारा अन्यत्र स्थानांतरित करके विशालकाय पेड़ शिफ्टिंग का कार्य पूर्ण कराकर निर्माणाधीन रेलवे फ्लाई-ओवर ब्रिज का रास्ता क्लियर करना चाहिए।जिससे नगर को जल्दी से जल्दी सुविधा का लाभ मिल सके हीला-हवाली करने वालों पर सख्त कार्रवाई करना चाहिए जिससे कार्य में विलंब ना हो।
कलेक्टर हर्षल पंचोली ने निर्माण एजेंसियों को लोगों के सुरक्षा को दृष्टिगत रखते हुए कार्य करने के निर्देश देते हुए कहा कि निर्माणाधीन रेलवे फ्लाई ओवर ब्रिज के कार्यों को पूर्ण करने के लिए रेलवे ठेकेदार निर्धारित अवधि में कार्यों की पूर्णता सुनिश्चित करें।
कलेक्टर द्वारा पेड़ शिफ्टिंग के संबंध में संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए गए थे,उसके बावजूद भी संबंधित अधिकारी कलेक्टर के निर्देशों का पालन करने में रुचि नहीं दिखा रहे।जिससे निर्माणाधीन रेलवे फ्लाईओवर ब्रिज निर्माण में विलंब हो रहा है।बताया जाता है कि पीपल का पेड़ होने के कारण एवं उसमें छोटा सा प्राचीन मंदिर के चलते कोई भी अधिकारी, ठेकेदार उसमें हाथ लगाना नहीं चाहता।
अच्छा होता पेड़ को शिफ्टिंग करने के लिए कोई स्थान निर्धारित कर दिया जाए जिससे पेड़ एवं मंदिर की शिफ्टिंग कराई जाए जिससे समस्या का समाधान हो सके।एवं निर्माणाधीन रेलवे फ्लाईओवर ब्रिज का रास्ता पूरी तरह से क्लियर हो जाए।