पत्रकार यदुवंश दुबे के हमलावरों पर शीघ्र होगी कार्यवाही -- कलेक्टर हर्षल पंचोली
*जिले के वरिष्ठ पत्रकारों ने मुख्यमंत्री के नाम कलेक्टर को सौंपा ज्ञापन*
अनूपपुर
जिले के राजेन्द्रग्राम के वरिष्ठ पत्रकार श्री यदुवंश दुबे और उनकी पत्नी पर हुए प्राणघातक हमले के बाद राजेन्द्रग्राम पुलिस द्वारा बरती गयी लापरवाही से नाराज जिले भर के वरिष्ठ पत्रकारों ने चिंता जाहिर करते हुए मुख्यमंत्री डा मोहन यादव के नाम एक ज्ञापन कलेक्टर हर्षल पंचोली को सौंपकर कार्यवाही की मांग की है। कलेक्टर श्री हर्षल पंचोली ने कलेक्ट्रेट के सोन सभागार में पत्रकारों के साथ बैठक कर के उनकी बातों को ध्यान से सुना और उनकी शिकायतों में उपलब्ध तथ्यों से सहमति जताते हुए शीघ्र कार्यवाही करने का आश्वासन दिया।
जिले के वरिष्ठ पत्रकार राजेश शिवहरे, मनोज द्विवेदी, संतोष झा, अजीत मिश्रा, मुकेश मिश्रा, राजेश शुक्ला , अजय मिश्रा, मनोज शुक्ला, चैतन्य मिश्रा,अमित शुक्ला, किशोर सोनी,आदर्श दुबे, राजेश पयासी, गणेश रजक, ज्ञानचंद जायसवाल, आशुतोष सिंह, गणेश रजक, सीताराम पटेल, किशोर सोनी, हिमांशू बियाणी, पुष्पेन्द्र त्रिपाठी, बीजू थामस, पुष्पेन्द्र रजक, पूरन चंदेल, अजय जायसवाल, आशीष सेन, मनीष अग्रवाल के साथ अन्य पत्रकारों ने कलेक्ट्रेट पहुंच कर कलेक्टर पंचोली से भेंट की। मुख्यमंत्री के नाम सौंपे गये ज्ञापन के माध्यम से वरिष्ठ पत्रकार यदुवंश दुबे और उनकी पत्नी पर प्राण घातक हमला होने के विरुद्ध आरोपियों के विरुद्ध अभी तक कोई कार्यवाही ना होने और जांच में लापरवाही बरतने से नाराज पत्रकारों ने कलेक्टर को बतलाया कि जिला अन्तर्गत राजेन्द्रग्राम थाना के राजेन्द्रग्राम में 4-5 नवम्बर की आधी रात राजेन्द्रग्राम के वरिष्ठ पत्रकार एवं वरिष्ठ नागरिक श्री यदुवंश दुबे और उनकी पत्नी पर घर में घुस कर धारदार हथियार से प्राणघातक हमला किया गया। गश्त पर निकली पुलिस ने रात में उन्हे स्थानीय चिकित्सालय में भर्ती करवाया । लेकिन इसके बाद पुलिस दिन में लगभग 11 बजे चिकित्सालय पहुंच कर उनसे पूछताछ करती है। 14 घंटे बाद एफ एस एल और डाग स्क्वाड बुलाया जाता है। बाद में पत्रकारों द्वारा पुलिस महा निरीक्षक अनुराग शर्मा के संज्ञान में घटना लाए जाने और सोशल मीडिया में खबरें चलने के बाद राजेन्द्रग्राम पुलिस ने घटना के लगभग 20 घंटे बाद प्रकरण दर्ज किया। कलेक्टर को पत्र सौंपने तक आज दिनांक तक जांच शून्य है और पुलिस आरोपियों तक नहीं पहुंच सकी है। कलेक्टर श्री पंचोली को यह भी बतलाया गया कि किस तरह से इससे पूर्व कोतमा के एक समाचार पत्र प्रतिनिधि पुलिस अधीक्षक से मिलने उनके कार्यालय में जाने पर उन्हे बिना किसी समुचित कारण के कोतवाली पुलिस द्वारा 151 के तहत मामला दर्ज कर जेल भेज दिया गया। जिले के सभी पत्रकार पुलिस और पत्रकारों के बीच बढते इस अविश्वास से आहत हैं और स्वयं को असुरक्षित महसूस करते हुए इसकी निंदा करते हैं।
कलेक्टर के माध्यम से मुख्यमंत्री से निवेदन किया गया है कि पत्रकार श्री यदुवंश दुबे और उनकी पत्नी पर हुए हमले की सूक्ष्म ,निष्पक्ष और त्वरित जांच करते हुए दोषियों के विरुद्ध कार्यवाही सुनिश्चित करें।
यहाँ यह विशेष उल्लेखनीय है कि जिले के लगभग सभी प्रमुख पत्रकार संगठनों के वरिष्ठ पदाधिकारियो अरविन्द बियाणी, धनंजय तिवारी, प्रेम चंद अग्रवाल, रमाकांत शुक्ला, रामबाबू चौबे, विकास पाण्डेय , सौरव मिश्रा, सुधाकर मिश्रा ने एकजुटता दिखलाते हुए पत्रकार एवं पत्रकारिता के हित में कार्य करने का संकल्प दोहराया।