वर्दी पहनकर खुलेआम छलकाए जाम, खाकी वर्दी पर लगा दाग, क्या यही है देशभक्ति जनसेवा
*यह दाग क्या टाइड से धुल जाएंगे? जिम्मेदारों ने मूंद रखी है आंख, खुलेआम छलक रहे हैं जाम*
अनूपपुर
पुलिस थानों में एक स्लोगन लिखा होता हैं देशभक्ति जनसेवा मगर यह स्लोगन कितना सही है यह सभी को पता है। थाने में बैठे पुलिसकर्मी इस स्लोगन की धज्जियां उड़ाने की कोई कसर नही छोड़ते हैं। खुलेआम बैठकर शराब पी रहे है और शराब का व्यवसाय करने वालो को खुली छूट देकर रखे हैं। सोशल मीडिया में एक पुलिसकर्मी वर्दी पहनकर बैठकर शराब पीने की महफ़िल लगाकर बैठा है। यह पुलिसवाला कौन है, इस वायरल फोटो में कितनी सच्चाई है इसकी पुष्टि हम नही कर रहे हैं। मगर इस तरह वर्दी मर्यादा को तार तार करना कहा तक उचित है। इस पुलिस कर्मी ने जो वर्दी पर काला दाग लगाया है वह टाइड या सर्फ एक्सल से भी नही धुल पायेगा। एक तो पुलिस कानून व्यवस्था को बनाए रखने के लिए सबसे पहले जिम्मेदार होता है और नागरिकों को सही तरीके से कानून का पालन करने के साथ ही शांति व्यवस्था और अपराधों में लगाम लगाने की जिम्मेदारी होती है। लेकिन इन दिनों अनूपपुर जिले की पुलिस के कारनामे अब खुलेआम देखने को मिल रहे हैं आलम यह है कि जिला मुख्यालय के कई ऐसे होटल और दुकान है जहां पर पुलिस स्वयं बैठकर वर्दी पहने खुलेआम जाम छलकते हुए नजर आ रहे हैं। आलम यह है कि जिला मुख्यालय से सटे आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों में छोटे-मोटे दुकान संचालित हैं और उन दुकानों में इन दिनों लगातार अवैध तरीके से शराब की बिक्री की जा रही है। वही शराब बिक्री को पुलिस द्वारा लगातार संरक्षण भी दिया जा रहा है। कोतवाली पुलिस और चचाई पुलिस के कुछ विशेष वर्दीधारी तो ऐसे लोगो को अभय दान देकर रखे हैं और उन्हें दुकानों से शराब लेकर खुलेआम जाम छलक रहे हैं।
*पुलिस पर उठ रहे सवाल*
इन दिनों पुलिस पर लगातार सवाल उठ रहे हैं आलम यह है कि पुलिस अपने आसपास के क्षेत्र में जाकर अवैध शराब बिक्री को संरक्षण देने के साथ ही वहां पर बैठकर शराब पीते हुए नजर आ रहे हैं। ड्यूटी टाइम पर पुलिस गुमटियों में बैठकर जाम छलकाते हुए नजर आते हैं। पुलिस की इस तरह की हरकतों के कारण अब अवैध शराब का कारोबार बढ़ता ही जा रहा है यदि पुलिस के संरक्षण में अवैध शराब विक्रेता आ जाता है तो वह सुरक्षित रहता है अन्यथा उसके ऊपर कार्यवाही की जाती है।
*खुलेआम शराब की बिक्री*
जिला मुख्यालय के आसपास जैतहरी मुख्य मार्ग कोतमा मुख्य मार्ग चचाई मुख्य मार्ग समेत आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों में खुलेआम शराब की बिक्री की जा रही है और वहीं पर बैठकर शराब पिलाने का कार्य भी किया जा रहा है। ऐसा नहीं है कि इसकी जानकारी पुलिस को नहीं है बल्कि थाना पुलिस के कुछ पुलिसकर्मी इन ठिकानों पर अपनी सेटिंग जमाये हुए हैं वहीं कुछ तो ऐसे हैं कि कमीशन लेने के साथ ही वहीं पर बैठकर शराब भी पीते नजर आ रहे हैं। ऐसे में इस तरह की गतिविधि पर कोतवाली पुलिस पर अब सवाल खड़े हो रहे हैं कि आखिर जिम्मेदार इस तरह की गतिविधि पर चुप्पी क्यों साध रखे हैं।
*देशभक्ति जनसेवा के नाम पर दाग*
पुलिस कानून और शांति व्यवस्था को बनाये रखने के लिए होता है लेकिन अगर पुलिस ही कानून की धज्जियां उड़ाने लग जाये तो फिर कानून व्यवस्था कैसे चलेगी। जिले में आलम यह है कि चचाई पुलिस और पुलिस वर्दी पहने हुए खुलेआम जाम छलकाते हुए नजर आते हैं। चचाई थाना और कोतवाली अनुपपुर में पदस्थ पुलिसकर्मी खुलेआम शराब पी रहे हैं और वर्दी पर दाग लगा रहे हैं।