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गुमशुदा आशीष का जोहिला नदी में मिला शव, सोसाईट नोट जब्त

इंट्रो- राजेन्द्रग्राम के वरिष्ठ पत्रकार यदुवंश दुबे वा उनकी पत्नी पर हुए हमले के तीन दिन बाद उनके बड़े नाती आशीष दुबे का पानी में डूब कर मौत हो जाना, मृतक के चाचा को उसके कमरे से सोसाईट नोट मिलना, जिसमें पिता की मौत के बाद मॉ, दादा-दादी वा भाईयों का रोना, दादा के चिड़चिड़ेपन की आदत से परेशान होना, पिता की मौत के बाद से अपनी दुनिया को खत्म मनाना, ये सब अपने मन में रखते हुए 18 वर्षीय आशीष दुबे ने पानी में डूब कर आत्महत्या कर लिया। फिलहाल पुलिस यदुवंश दुबे पर किए गए हमलवारों को ढूंढने तथा आशीष की आत्महत्या के कारणों की जांच में जुटी हुई है। अब देखना है कि पूरे मामले में पुलिस किस छोटे-छोटे पहलु पर नजर रखकर दोनो ही मामलो का खुलासा करती है।

अनूपपुर

राजेन्द्रग्राम के वरिष्ठ पत्रकार यदुवंश दुबे वा उनकी पत्नी पर 5 नवम्बर की दरम्यिानी रात 2 बजे दो नाकाबपोश द्वारा घर में घुसकर धारदार हथियार से हमला कर दिया, जिसके बाद पूरे मामले में पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ धारा 115(2), 331(6)बीएनएस के तहत मामला दर्ज कर मामले को विवेचना में लिया गया है, जिसमें कई संदिग्धों से पूछताछ भी जारी है। घटना के तीन दिन बाद 8 नवम्बर की रात लगभग 8.30 बजे वरिष्ठ पत्रकार यदुवंश दुबे का 18 वर्षीय नाती आशीष दुबे पिता स्व. अनिल दुबे के गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई गई। जहां 11 नवम्बर की दोपहर लगभग 12.30 बजे राजेन्द्रग्राम रेस्ट हाउस के पीछे जोहिला नदी में उसका शव तैरता गया। सूचना के बाद मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक मोती उर्र रहमान, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक इसरार मन्सूरी सहित एसडीओपी एवं राजेन्द्रग्राम पुलिस मौके पर पहुंच कर घटना स्थल का निरीक्षण करते हुए पंचनामा तैयार करते हुए शव को पीएम के लिए राजेन्द्रग्राम अस्पताल भेजा गया, जहां पीएम उपरांत शव परिजनों को सौंपते हुए पुलिस ने मर्ग कायम कर मामले की जांच में जुट गई है। 

*चाचा अमित दुबे को मिला सोसाइट नोट*

मामले की जांच के दौरान मृतक के चाचा अमित दुबे को आशीष के कमरे में एक सोसाईट नोट मिला, जिसे मृतक के चाचा ने उक्त सोसाईट नोट पुलिस को दिया गया, जहां पुलिस ने उक्त 6 पेज के सोसाईट नोट को जब्त कर लिया गया है। सोसाईट नोट में आशीष दुबे ने अपने पिता स्व. अनिल दुबे की मृत्यु के बाद घर के बिगड़े महौल से काफी परेशान था। सोसाईट नोट मिलने के बाद आशीष दुबे ने स्वयं अपनी आत्महत्या किए जाने के कारणों का लेख किया गया है। पूरा मामला जो अपने पिता की मौत के बाद से पूरे घर का माहौल बिगड़ जाने तथा घर में छोटी मोटी बातों को लेकर हो रही लड़ाईयों से काफी परेशान होना तथा कई बार आत्महत्या का प्रयास करना लेख है। इतना नही नही आशीष ने पापा के जाने के बाद अपने आप को परिवार से दूर जाने की सोच रखते हुए सोसाईट नोट लिख कर आत्महत्या करने का मामला पूरे अनूपपुर जिले के लिए हैरान वा चकित कर देने वाला है। पुलिस द्वारा बताया गया कि जब्त उक्त सोसाईट नोट के जांच के लिए उसे हैंडराईटिंग एक्सपर्ट के पास भेजा जाएगा। 

*दादा-दादी पर हुए हमले पर सबूत से छोड़छाड़*

सोसाईट नोट में दादा-दादी, मम्मी और छोटे भाईयों को रोते देखकर मुझसे सहा नही जाने, मुझसे कोई नाता नही रखने तथा मुझे मेरी गलतियों की सजा मिले, इसलिए मेरे द्वारा अपने दादा-दादी पर हुए हमले के हर सबूत को अपनी ओर कर दिया, जिससे पुलिस मुझे टॉर्चर कर मार डाले। सोसाईट नोट में आशीष ने लिखा की सबसे पहले मैने कैंची और चाकू छुआ, जिससे मेरे निशान और डीएनए आ जाए। कैंची को मैने पोछा था, मेरा गोल्डल शर्ट जिसे मैने पहला था उसके हाथ का बटन तोड़ कर फेंका था। शर्ट को गायब करना तथा मेरे चेहरे पर निशान आना तथा हाथ पर कट का निशान सब मैने जानबुझकर किया था। कपड़े में गांठ बांधकर उसमें खून लगाकर उसे मैने ही सार जाने वाली गली में फेंका था। ब्लेड से अजीबों गरीब कट लगाए जिससे शक मेरे ऊपर आये। ये सब मैने तब किया जब पूरा परिवार अस्पताल और चाचा के घर चले गये थे, जब वारदात वाली जगह 1 घंटे अकेला था। सोसाईट नोट में उसने अपने दादा-दादी पर हमला करने वाले लोग पकड़े जाने चाहिए, जो दोनो लोग पीछे से स्कूटी से भागे थे।

*रिश्तेदारों के कारण हुई पापा की मौत*

सोसाईट नोट में लिखा गया कि सबसे बड़ी जी का जंजाल रिश्तेदारी है, जितना परेशान बाहर के लोग नही करते उतना रिश्तेदार ही उनका काम कर देते है। कब तक चुप रहॅू, पापा की मौत भी इन्ही रिश्तेदारों के वजह से हुई है। जहर खाया था उन्होने, एक ही बार में सभी से छुटकारा पा लिया। मेरे नजर में उन्होने अच्छा किया, कम से कम इतना लोगो से चार बाते सुनने से अच्छा है की एक ही बार में सभी से छुटकारा पा जाओं। मै होता तो काई रिश्तेदार मेरे घर में कदम तक नही रखने देता। उसने अपने सेन्दुरी और शहडोल वाले लोगो पर घर के नाश वा टार्जर का कारण बताया। जिसके बाद मैने 3-4 महीने से किसी रिश्तेदार को अपने से फोन लगाना बंद कर दिया। 

*सोसाईट नोट पुलिस ने किया जब्त, जांच जारी*

पूरे मामले में पुलिस को आशीष द्वारा लिखे गए सोसाईट नोट उसके घर से मिले, जिसे पुलिस ने जब्त कर लिया है। वहीं पुलिस ने सभी पहलुओं पर नजर रखे हुए है। इसके साथ ही यदुवंश दुबे पर हुए हमलावरों की पतासाजी की जा रही है। पुलिस द्वारा बताया गया कि जब्त उक्त सोसाईट नोट के जांच के लिए उसे हैंडराईटिंग एक्सपर्ट के पास भेजा जाएगा।

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माहेश्वरी समाज का दीपावली मिलन समारोह संपन्न, प्रदेश अध्यक्ष की रही उपस्थिति 

अनूपपुर

माहेश्वरी समाज का संभाग स्तरीय दीपावली मिलन समारोह रविवार को कंकाली देवी मंदिर,अंतरा,शहडोल में धूमधाम के साथ संपन्न हुआ। इस अवसर पर कार्यक्रम में माहेश्वरी समाज के शहडोल,बुढार,अमलाई,चचाई,धनपुरी,अनूपपुर,जैतहरी के महेश्वरी समाज के वरिष्ठ से लेकर कनिष्ठ तक पुरुष, महिलाएं एवं बच्चे काफी संख्या में उपस्थित थे।कार्यक्रम का सफल संचालन माहेश्वरी समाज के आदेश खटोड़ ने किया।

कार्यक्रम की शुरुआत अतिथियों द्वारा भगवान महेश की प्रतिमा पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्ज्लन के साथ की गई।उपस्थित लोगों ने वरुण माहेश्वरी के साथ भजन में भाग लिया।श्री राम जय राम जय जय राम,मेरी झोपड़ी के भाग्य आज खुल जाएंगे राम आएंगे।कार्यक्रम के शुभारंभ में गरमा-गरम नाश्ता की विशेष व्यवस्था की गई थी।तत्पश्चात तमाम तरह के गेम्स का आयोजन किया गया।जिसमें तंबोला आदि गेम खिलाया गया।जिसमें समाज के सभी लोगों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया एवं पुरस्कार प्राप्त किया।कार्यक्रम के मध्य में स्नेह भोज का आयोजन किया गया।सभी ने एक दूसरे को दीपावली की हार्दिक शुभकामनाएं दी।उपस्थित लोगों में प्रमुख रूप से कमल मुंदड़ा,एम.एल.मंत्री,गणपत गट्टानी,दिलीप ईनानी ने संबोधित किया।कार्यक्रम में मंचासीन प्रदेश अध्यक्ष अतुल माहेश्वरी,जिलाध्यक्ष सुनील मंत्री,आदेश खटोड़,कमल मुंदड़ा,अरुण बियानी रहे। 

इसके साथ ही माहेश्वरी समाज के प्रदेश अध्यक्ष अतुल माहेश्वरी ने माहेश्वरी समाज पर प्रकाश डाला एवं कहा कि माहेश्वरी समाज एक संगठित समाज है।इसके साथ ही समाज द्वारा किए जा रहे कार्यों एवं तमाम तरह के ट्रस्टों की जानकारी दी गई एवं कहा गया कि जरूरतमंद तक सेतु बनकर उसका जरूरतमंद लोगों को लाभ दिलाए।साथ ही कहा कि राष्ट्र की उन्नति के लिए माहेश्वरी समाज का विशेष योगदान है। उन्होंने कहा कि माहेश्वरी समाज आज पहचान का मोहताज नहीं है।माहेश्वरी समाज आज धार्मिक, सामाजिक,राजनीतिक क्षेत्र में सक्रिय भूमिका निभा रहा है।साथ ही सेवा एवं परमार्थ के कार्य में भी संलग्न होकर अपनी अलग पहचान बन चुका है।यही नहीं जरूरतमंद लोगों के लिए हर संभव मदद करने का भाव माहेश्वरी समाज के प्रत्येक व्यक्ति में देखा जा सकता है।

समाचार 03

आरसी दिलाने के नाम पर हुई थी ठगी, वापस मिली राशि

अनूपपुर

साइबर सेल अनूपपुर एवं पुलिस चौकी देवहरा थाना चचाई के स्टाफ द्वारा आवेदक आदित्य राज सिंह परिहार पिता किशोर सिंह परिहार उम्र 38 साल निवासी ग्राम पटनाकला थाना चचाई का मोटरसाइकल पल्सर का आरसी दिलाने के नाम पर 98,955/- रुपए की राशि आवेदक के खाते से फ्रॉड कर निकाल लिया गया था जिसकी शिकायत आवेदक द्वारा पुलिस चौकी देवहरा एवं साइबर सेल अनूपपुर में किया गया था जिसे साइबर सेल अनूपपुर एवं पुलिस चौकी देवहरा थाना चचाई के स्टाफ द्वारा त्वरित व मेहनत एवं लगनपूर्वक कार्यवाही करते हुए उक्त खाते को होल्ड कर दिया गया था एवं न्यायालय अनूपपुर के माध्यम से एचडीएफसी बैंक कमला मार्केट वेन नालंदा बिहार से आवेदक को 98,955/- रुपए की राशि रिफंड करने का आदेश करने पर एचडीएफसी बैंक डीडी के माध्यम से 98,955/- रुपए की राशि आवेदक को वापस दिलाई गई। 

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वृद्धा को बाइक ने मारी टक्कर, उपचार दौरान हुई मौत

अनूपपुर

जिला चिकित्सालय अनूपपुर में वृद्धा की उपचार दौरान मौत की घटना घटित हुई वृद्धा एक दिन पूर्व शाम राष्ट्रीय राजमार्ग को पैदल पार कर रही थी तभी एक मोटरसाइकिल चालक ने लापरवाही पूर्वक चलाते हुए चढ़ा दिए जाने पर गंभीर चोट आई रही जिनकी उपचार दौरान मौत हो गई।

घटना के संबंध में मिली जानकारी के अनुसार कोतवाली थाना अनूपपुर अंतर्गत राष्ट्रीय राजमार्ग 43 में मैरटोला(पसला) में शुक्रवार की शाम मवेशियों को चराते हुए पैदल मुख्य मार्ग को पार कर रही 60 वर्षीय अमरितिया बाई कोल पति स्व,लल्ली कोल नि,कोलमी पर अनूपपुर से कोतमा की ओर जा रहा मोटरसाइकिल क्रमांक एमपी 65एम,ई,4157 के चालक ने लापरवाही पूर्वक चलाते हुए तेजी से टक्कर मार दी जिससे वृद्धा के शरीर में गंभीर चोट उपचार हेतु जिला चिकित्सालय अनूपपुर भर्ती किए जाने पर उपचार दौरान मौत हो गई घटना की जानकारी ड्यूटी डॉक्टर द्वारा जिला अस्पताल पुलिसचौकी को दिए जाने पर पुलिस के द्वारा परिजनों की उपस्थिति में पंचनामा कर डियूटी डॉक्टर से शव का पी,एम,कराने बाद शव के अंतिम संस्कार हेतु परिजनों को सौंप कर जांच प्रारंभ की।

समाचार 05

पुलिस ने 12 वारंटियों को किया गिरफ्तार

अनूपपुर

जिले के समस्त थाना प्रभारियों ने अभियान चलाकर धारा 125 (3) सीआरपीसी के तहत लंबित वारंटों को तमील करने हेतु  टीम गठित कर रवाना किया गया था। जिसमें थाना कोतवाली के द्वारा 01, थाना चचाई के द्वारा 02, थाना जैतहरी के द्वारा 02, थाना कोतमा के द्वारा 02, थाना भालूमाड़ा के द्वारा 01, थाना बिजुरी के द्वारा 01, थाना रामनगर के द्वारा 01,थाना राजेन्द्रग्राम के द्वारा 01, थाना करनपठार के द्वारा 01 पुलिस वसूली वारंटियों को गिरफ्तार किया गया। इस प्रकार जिले के समस्त थानों के द्वारा धारा 125 (3) सीआरपीसी के तहत लंबित कुल 12 पुलिस वसूली वारंटियों को गिरफ्तार कर न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत किया गया है।

समाचार 06

77 लीटर अवैध शराब जप्त कर आबकारी विभाग ने की कार्यवाही

अनूपपुर

जिले के थाना जैतहरी क्षेत्र के ग्राम खूंटाटोला में राहुल कुमार पनिका पिता गरीबदास पनिका उम्र 27 वर्ष निवासी खूंटाटोला का अवैध अंग्रेजी एवं देशी शराब रखे मिला जिसके कब्जे से कुल शराब 17.025 लीटर कुल 30.625 लीटर कुल कीमती 16655 रुपये का जप्त किया।

दूसरे मामले मे जैतहरी क्षेत्र के ग्राम खूटोटोला में धर्मेन्द्र सिंह पिता वंशगोपाल सिंह निवासी कल्याणपुर का अवैध अंग्रेजी एवं देशी शराब रखे मिला जिसके कब्जे से कुल भाराब 10.26 लीटर कुल कीमती 5765 रुपये का जप्त किया गया रखे मिलने पर जप्त किया।

तीसरे मामले में जैतहरी क्षेत्र के ग्राम छातापटपर में रियासत ढाबा के सामने रोड पर अभय जायसवात पिता राजेन्द्रशेखर जायसवाल उम्र 28 वर्ष निवासी कल्याणपुर के कब्जे से अवैध देशी शराब की कुल मात्रा 07 लीटर कीमती 700 रुपये का रखे मिलने पर जप्त किया गया

चौथे मामले में जैतहरी क्षेत्र के ग्राम छातापटपर टिमकी टोला में मंगल सिंह गोड पिता सत्तू सिंह गोड उम्र 25 साल निवासी ग्राम छातापटपर थाना जैतहरी अवैध अंग्रेजी एवं देशी शराब रखे मिला जिसके कब्जे से कुल 30.4 लीटर कुल कीमती 13270 रुपये का रखें मिलने पर जप्त किया। सभी मामलों में अपराध की धारा 34(1) आबकारी एक्ट के तहत आरोपियो के विरूद्ध थाना जैतहरी में अपराध पंजीबध्द किया 

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40 क्विंटल धान की फसल आग लगने से खलिहान मे जलकर हुआ खाक

*आग को बुझाने का लोग करते रहे प्रयास* 

शहडोल 

जिले के ब्यौहारी थाना क्षेत्र के खड्डा गांव में किसान दीपक पटेल की खलिहान में रखी धान की फसल में अचानक आग लगने से हजारों रुपये का नुकसान हो गया। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस और दमकल विभाग मौके पर पहुंचा और काफी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया, लेकिन तब तक 40 क्विंटल से अधिक धान राख हो चुकी थी।

खड्डा गांव के नाका टोला निवासी दीपक पटेल ने अपने खेत में कई एकड़ में धान की फसल उगाई थी, जिसे पकने के बाद काटकर खलिहान में रखा गया था। दीपक ने बताया कि मशीन से धान की गहाई का काम किया जाना बाकी था, लेकिन मशीन आने में कुछ समय लग रहा था। इसी बीच रविवार दोपहर अज्ञात कारणों से खलिहान में आग लग गई। दीपक पटेल ने जैसे ही खलिहान से उठती आग की लपटें देखीं, तुरंत पुलिस और दमकल विभाग को सूचित किया। सूचना मिलते ही पुलिस और दमकलकर्मी मौके पर पहुंचे और कड़ी मेहनत के बाद आग पर काबू पा लिया, लेकिन तब तक फसल पूरी तरह जलकर नष्ट हो चुकी थी।

इस घटना में दीपक पटेल को हजारों रुपये का नुकसान हुआ है। आग कैसे लगी, इस बारे में अभी तक कोई जानकारी नहीं मिली है। ब्यौहारी थाना प्रभारी अरुण पांडे ने बताया कि आग लगने के कारणों का पता लगाने के लिए जांच शुरू कर दी गई है। पुलिस ने आगजनी का मामला दर्ज कर लिया है और विवेचना जारी है।

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रिहायशी इलाके में 100 से अधिक बाघ और तेंदुए के मूवमेंट, वन विभाग ने की ये अपील

शहडोल। 

मध्य प्रदेश को टाइगर स्टेट का दर्जा मिला है, जहां बड़ी संख्या में बाघ पाए जाते हैं. वहीं अब टाइगर अपने रिजर्व एरिया से निकलकर आबादी वाले क्षेत्र की ओर बड़ी संख्या में रुख कर रहे हैं, जिसका उदाहरण शहडोल संभाग के उमरिया-शहडोल जिले में देखने को मिला है, जहां 100 से अधिक बाघ और तेंदुए की चहलकदमी है, जिसकी जानकारी शहडोल सीसीएफ ने दी है।

वन क्षेत्र से सटे इलाकों में बाघों की मूवमेंट बढ़ती जा रही है. इसके अलावा 100 से अधिक तेंदुए और बाघ रिहायशी इलाकों तक पहुंच रहे हैं. करीब 20 दिन पहले खितौली गांव के पास से गुजरने वाली सोन नदी के किनारे पिकनिक माना रहे लोगों पर एक तेंदुए ने हमला कर दिया, जिसमें एक ASI सहित दो अन्य लोग गंभीर रूप से घायल हुए थे, जिसके बाद से क्षेत्र में दहशत का माहौल है. इतनी संख्या में विचरण कर रहे बाघ और तेंदुए से लोगों को सतर्क और सावधान रहने की जरूरत है।

इधर, वन संरक्षक अजय पांडेय ने बताया कि टाइगर रिजर्व के बाहर शहडोल-उमरिया मिलाकर 100 टाइगर और इससे अधिक तेंदुए है, वन विभाग इन पर सतत नजर बनाए हुए है, लोगों से अपील है कि जंगली क्षेत्र में न जाए और इनकी जानकारी लगने पर वन विभाग को सूचना दें।

समाचार 09

बीमार हांथी शावक की इलाज के दौरान मौत

उमरिया

जिले के बांधवगढ़ राष्ट्रीय उ्रद्यान के पनपथा बफर परिक्षेत्र से लाये गये हांथी के बच्चे की मौत हो गई है। गौरतलब है कि यह शावक विगत 08 नवंबर को परिक्षेत्र के खारी बड़ीटोला के जंगल मे अपने झुंड से बिछड़ कर बीमार हो गया था। लावारिस और अचेत मे देखे जाने के बाद चिकित्सकीय दल ने तत्काल मौके पर पहुंच कर बच्चे का उपचार किया। बाद मे उसे परिक्षेत्र ताला स्थित रामा हाथी कैम्प मे रखा गया, तभी से वन्य प्राणी विशेषज्ञ एवं डाक्टर लगातार बच्चे के इलाज मे जुटे हुए थे। प्रबंधन और चिकित्सकों के अथक प्रयासों के बावजूद हांथी शावक को नहीं बचाया जा सका। कल 10 नवंबर को प्रात: 6.06 बजे उसने अंतिम सांस ली। एसडीओपी के अनुसार पोस्टमार्टम उपरांत वरिष्ठ अधिकारियों की उपस्थिति मे हांथी शावक के शव का निपटान किया गया।

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हिरौली में रेस्क्यू किये गए तेंदुवा की इलाज के दौरान मुकुंदपुर में हुई मौत

उमरिया

मानपुर परिक्षेत्र के खोरही बीट में रेस्क्यू कर कब्जे में लिया गया दो से ढाई साल के तेंदुवे की दुखद मौत की खबर मिल रही है।सूत्रों की माने तो रेस्क्यू के बाद पार्क प्रबन्धन तेंदुवे को ताला लाया था,जहाँ वन्य प्राणी चिकित्सकों की मदद से चिकित्सकीय उपचार किया जा रहा था,परन्तु अपेक्षाकृत स्वास्थ्य सुधार न होता देख तेंदुवे को भोपाल स्थित उच्च अधिकारियों के निर्देश पर मुकुंदपुर ले जाया गया था,परन्तु इलाज के दौरान कुछ ही घण्टे में तेंदुवे की मौत हो गई,इस दौरान वन्य प्राणी चिकित्सक डॉ वैभव मौजूद रहे।विदित हो कि मृत तेंदुवा तीन वन कर्मियों समेत करीब 10 लोगों पर हमला किया था,जिसमे कई तो अभी भी इलाजरत है।कुल मिलाकर मानपुर परिक्षेत्र के हिरौली गांव में इन घटनाओं के दृष्टिगत लोगो मे जमकर दहशत रही है,तेंदुवे के इस अप्राकृतिक स्वभाव को देखते ये कयास लगाए जा रहे थे कि तेंदुवा रेबीज नामक बीमारी से ग्रस्त रहा होगा,हालांकि कुछ ही हफ्तों में 11 हाथियों की मौत के बाद तेंदुवे की मौत वन्य प्राणी प्रेमियों एवम पार्क प्रबन्धन के लिए गहरा सदमा है। देखना होगा विश्व विख्यात नेशनल पार्क बांधवगढ़ टाइगर रिज़र्व के वन्य प्राणियों को सुरक्षा देने में नवांगत फील्ड डायरेक्टर अनुपम सहाय कौन सा नया कदम उठाते है।हालिया दिनों में जिस तरह वन्य प्राणी के हमले और उनकी मौतों की खबर लोकल और राष्ट्रीय स्तर पर चिंता का विषय बनी रही है,उन्हें फिर से पटरी पर लाना शायद नवांगत फील्ड डायरेक्टर के लिए चुनोती होगा।

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