बगैर निविदा के बाजार कीमत से पांच गुना अधिक कीमत पर की गई सोलर स्ट्रीट लाइट की सप्लाई
अनूपपुर
जिले के पुष्पराजगढ़ ही नहीं अपितु समूचे जिले में कुछ तथाकथित ब्यवसायियो ने पंचायतों में घूम घूम कर अपनी दुकानदारी चमकाने और निर्धारित बाजारू कीमत से पांच गुना अधिक कीमत में सरपंच सचिवों को सीधा 20% कमीशन देकर सप्लाई कर मनमाना बिल लगाकर भुगतान कराया जा रहा है।
15 वे वित्त की शासकीय राशि का सहित अन्य पंचायत मदो की राशि का इन दिनों बंदरबांट किया जा रहा है सरपंच सचिवों द्वारा मनमाने तरीके से बगैर निविदा कोटेशन के बाहरी ब्यापारियों से साठगांठ कर सीधा कमीशन लेकर 15 वे वित्त सही अन्य मदो की राशि का दुरुपयोग कर निर्धारित दर बाजारू कीमत से पाच गुना कीमत पर घटिया किस्म की गुणवत्ता विहीन सामग्री सोलर स्ट्रीट लाइट जिसकी वास्तविक बाजारू कीमत 10 से 15 हजार आंकी जा रही है उक्त सोलर स्ट्रीट लाइट को 50 से 60 हजार तक मे बेची जा रही है उक्त लाइट को पंचायत द्वारा कमीशन के चक्कर मे मनमाने दामो में खरीदी कर उक्त राशि का बंदरबांट किया जा रहा है पुष्पराजगढ़ जनपद समेत अनूपपुर जिले के सैकड़ो ग्राम पंचायतों में ब्यापारियों ने अपनी चलित वाहनों में सोलर लाइट भरकर पंचायत के नुमाइंदों को कमीशन की मुहमांगी राशि नगद देकर सभी नियमो को दरकिनार कर मनमाने तरीके से निर्धारित दर से अधिक का बिल लगाकर घूम घूम कर अपनी दुकानदारी चमकाने में लगे हुये है।
*क्यो दी जाती है 15 वे वित्त की राशि*
3 स्तरीय पंचायतों को आयोग द्वारा निधियों का आवंटन15वें वित्त आयोग के अनुदान पंचायत की जनसंख्या और भौगोलिक क्षेत्र के अनुपात में दिए जाते हैं। इस अनुदान की राशि का उपयोग पानी और स्वच्छता के लिए खर्च किया जाना है इसका मुख्य उद्देश्य आरएलबी ग्राम पंचायतों को हर घर, स्कूलों आंगनवाड़ी केंद्रों आश्रमशालाओं, पीएचसी सीएचसी, सामुदायिक केंद्रों, बाजारों और खेल के मैदानों को पीने योग्य पानी की आपूर्ति की जिम्मेदारी निभाने में सक्षम बनाना है।परंतु पंचायत के नुमाइंदे उद्दश्यों से भटक कर कमीशन के फेर में मनमानी कार्य करने में आमादा है।
*नहीं किया गया क्रय नियम का पालन?*
जबकि क्रय नियम में स्पस्ट उल्लेख है की एक लाख से अधिक मूल्य की स्थानीय क्रय की सामग्री हेतु समिति निविदा प्रणाली के आधार पर स्थानीय बाजार से दरें (कम से कम 3 कोटेशन) प्राप्त किये जाएं एवं क्रय समिति की अनुशंसा के आधार पर सक्षम अधिकारी से अनुमोदन उपरान्त न्यूनतम दर पर क्रय कार्यवाही की जाए आम तौर पर 1 लाख रुपये तक के सामान की खरीद के लिए स्थानीय क्रय समिति की सिफ़ारिश पर खरीदारी की जा सकती है स्थानीय क्रय समिति, दर, गुणवत्ता, और विनिर्देशों की उचितता का पता लगाने के लिए बाज़ार का सर्वेक्षण कर वास्तविक मूल्य आंकना चाहिये इसके अलावा, वह उपयुक्त आपूर्तिकर्ता की पहचान भी करना चाहिये।
*पंचायत दर्पण में ब्लर बिलो की फीडिंग*
पंचायत दर्पण पोर्टल जो सार्वजनिक रूप पारदर्शिता के साथ कोई भी ब्यक्ति किसी भी पंचायत में चल रहे कार्यो व संबंधित कार्यो में किये गये भुगतानों को आसानी से देख सकता है उक्त कार्यो में किये गये फर्जीवाड़े को छुपाने की नियत से उक्त कार्यो पर मनमानी बिल लगाकर उक्त बिलो को ब्लर करके फीड किया जाता है जिससे संबंधित ब्यक्ति फर्म सामग्री की तादात और कीमत स्पस्ट रूप से ना दिखाई पड़े और भ्र्ष्टाचार पर पर्दा पड़ा रहे। उक्त ब्लर बिलो के संबंध में जनपद सीईओ को कई बार अवगत भी कराया गया उनके द्वारा सचिवों को निर्देशित भी किया गया की कोई भी पंचायत ब्लर बिल फीड नही करेगा परन्तु आज भी उनके निर्देशो का पालन नही किया जा रहा है।
इनका कहना है।
शासन से निर्देश प्राप्त हुआ था उसी के तहत पंचायतों में सोलर स्ट्रीट लाइट लगाया जा रहा है ब्लर बिलो की मैं जांच करवाता हूं।
*गणेश पांडेय सीईओ जनपद पंचायत पुष्पराजगढ़*
टाइड अन टाइड में विधुतीकरण किया जा सकता है परंतु निर्धारित दर से अधिक भुगतान किया गया है तो गलत है।
*पुष्पेन्द्र तिवारी ब्लाक समन्यवक स्वच्छ भारत मिशन*