ठेकेदार की 3 लोगों ने मिलकर की थीं हत्या, अंधी हत्या का खुलासा, आरोपी गिरफ्तार
अवैध संबंधो व ब्लेकमेलिंग के चलते महिला ने पिता व नाबालिग के साथ मिलकर की थी हत्या*
अनूपपुर
दीपावली की सुबह संदीप यादव निवासी ग्राम बिजौड़ी, अनूपपुर के द्वारा थाना कोतवाली अनूपपुर पहुंचकर रिपोर्ट दर्ज कराई गई कि उसका मामा दिलीप यादव पिता प्रीतम यादव उम्र 35 वर्ष निवासी वनगवां थाना भालूमाड़ा कल दिनांक 30 अक्टूबर 20024 की शाम घर से जाने के बाद नहीं मिलने पर मोबाईल लोकेशन के आधार पर तलाश पता करते हुए ग्राम भोलगढ़ के पास जंगल में महुआ के पेड़ पर फांसी पर लटके मृत अवस्था में मिले हैं, जिसकी रिपोर्ट पर मर्ग क्रमांक 101/24 धारा 194 बी. एन. एस. एस. पंजीबद्ध किया जाकर भोलढ के जंगल में महुआ के पेड़ से लटकी मिली दिलीप यादव के शव का पंचनामा उपरांत पी. एम. कराया गया।
पुलिस जांच टीम ने घटनास्थल से मिले भौतिक साक्ष्यो, मृतक दिलीप यादव एवं संदेहियों के मोबाईल नम्बर की काल डिटेल एवं साक्षियों से पूछताछ के आधार पर उक्त मामले में अंधी हत्या का खुलासा किया है। पुलिस को मृतक के शव के गले में नाखूनों के निशान और गर्दन में पीछे की ओर कुछ चोंट के संदिग्ध निशान मिले जो पोस्टमार्टम रिपोर्ट में डाक्टर एच.सी.राय वरिष्ठ मेडिकल आफिसर जिला चिकित्सालय अनूपपुर के द्वारा दिलीप यादव की मृत्यु गला घोंटने से होना लेख किया। पुलिस ने जांच पर पाया कि मृतक दिलीप यादव निवासी ग्राम बनगवां सिविल ठेकेदारी का काम करता था, जिसके साथ भोलगढ़ का रहने वाला बैजनाथ पाव भी मजदूरी किया करता था एवं मृतक दिलीप यादव का ग्राम भोलगढ़ में बैजनाथ यादव के घर में पिछले कुछ सालो से आना जाना हुआ करता था। विगत डेढ दो साल से बैजनाथ पाव मुम्बई में रहकर मजदूरी कर रहा था इसी बीच बैजनाथ पाव की पत्नी कलावती पाव से मृतक दिलीप यादव के अवैध शारीरिक संबंध बन गये जो प्रायः ठेकेदार दिलीप यादव काम से लौटते वक्त शाम रात को भोलगढ़ के पास जंगल में महिला से मिलकर संबंध बनाया करता था। विगत कुछ दिनो से ठेकेदार महिला को बदनाम करने का डर दिखाकर बीस हजार रूपये ऐंठ लिया था और फिर से बीस हजार रूपये की मांग कर रहा था जिससे परेशान होकर घटना दिनांक 30 अक्टूबर 2024 की शाम को महिला कलावती पाव ने अपने मोबाईल से बात करके दिलीप यादव को अपने घर के पीछे भोलगढ़ के जंगल में बुलाकर मिली और बातों में लगा लिया तभी पीछे से पहुंचकर महिला के पिता बारेलाल पाव व नाबालिग ने दिलीप यादव को पकड़कर गला घोंटकर मार दिया और हत्या को छुपाने के लिए तीनो ने मिलकर वहीं पास में लगे महुआ के पेड़ की डगाल पर गमछे से फांसी पर टांग दिया सभी को लगे कि ठेकेदार ने खुद फांसी लगाई है। पुलिस द्वारा मर्ग जांच पर हत्या एवं साक्ष्य को छुपाने का अपराध क्रमांक 480/24 धारा 103(1),3(5), 238 बी.एन.एस. पंजीबद्ध किया जाकर आरोपीगण कलावती पाव पति बैजनाथ पाव (उम्र करीब 35 साल), बारेलाल पाव पिता स्व. फुल्ला पाव (उम्र 63 साल) एवं 16 वर्षीय नाबालिग को गिरफ्तार किया गया है।